इनामगाँव ऐतिहासिक स्थल के बारे में जानकारी | Inamgaon History Fact in Hindi
इनामगाँव ऐतिहासिक स्थल के बारे में जानकारी
इनामगाँव ऐतिहासिक स्थल के बारे में जानकारी
ताम्र पाषाण युग की सबसे बड़ी बस्ती इनामगाँव, महाराष्ट्र में मिली है. यह भीमा नदी की सहायक नदी घोड़ के निकट है. इनामगाँव में लोग लगभग 3600 से 2700 वर्ष पहले रहते थे.
इनामगाँव ऐतिहासिक स्थल महत्वपूर्ण तथ्य (Inamgaon History Fact in Hindi)
- इनामगाँव के पुरास्थल से गेहूँ, जौ, दलहन, बाजरा और तिल के अवशेष मिले हैं.
- जानवरों को मांस और दूध के लिए पाला जाता था. मांस के लिए जंगली जानवरों का शिकार भी किया जाता था.
- यहाँ से कई जानवरों के अवशेष भी मिले हैं, जैसे कि गाय, भैंस, बकरी, भेड़, कुत्ता, घोड़ा, गदहा, सूअर, सांभर, चित्तीदार हिरण, काला हिरण, बारहसिंघा, खरगोश, नेवला, आदि. यहाँ से चिड़िया, मगरमच्छ, कछुआ, केकड़ा और मछली के अवशेष भी मिले हैं.
- कुछ जानवरों की हड्डियों पर काटने के निशान भी हैं. इससे पता चलता है कि इन जानवरों का इस्तेमाल भोजन के रूप में होता था.
- इनामगाँव के लोगों का मुख्य पेशा कृषि था. इतिहासकारों को कई फलों के अवशेष भी मिले हैं, जैसे कि बेर, आंवला, जामुन, खजूर और कई तरह की रसभरी. इनामगाँव में कुम्भकार, धातुकार, हाथी दाँत के शिल्पी, चूना बनाने वाले, खिलौने, मिट्टी की मूर्ति (टेराकोटा) बनाने वाले कारीगरों के साक्ष्य भी मिलते हैं.
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