October important Days With Details in Hindi | October Days in Hindi
October important Days With Details in Hindi
October Days in Hindi
अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस 1 अक्तूबर
प्रत्येक वर्ष 1 अक्तूबर को संपूर्ण
विश्व में अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस (International Day of Elderly Persons) के रूप में मनाया जाता
है। संपूर्ण विश्व में बुजुर्गों के प्रति हो रहे दुर्व्यवहार और अन्याय को समाप्त
करने, लोगों में
जागरुकता बढ़ाने तथा वृद्धों की सामजिक-आर्थिक स्थिति को मज़बूत करने के लिये 14 दिसंबर, 1990 को संयुक्त राष्ट्र
महासभा द्वारा प्रत्येक वर्ष '1 अक्तूबर' को 'अंतर्राष्ट्रीय
वृद्धजन दिवस' के रूप में मनाने
का निर्णय लिया गया। 1 अक्तूबर, 1991 को पहली बार 'अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन
दिवस' मनाया गया था।
अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस, 2022 की थीम: “बदलती दुनिया में वृद्धजनों का अनुरूपण” (Resilience of Older Persons in a
Changing World) है।
विश्व पशु कल्याण दिवस 4 अक्तूबर
प्रतिवर्ष 4 अक्तूबर को विश्व पशु
कल्याण दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन असीसी के सेंट फ्राँसिस का जन्म
दिवस होता है जो कि जानवरों के महान संरक्षक थे। सर्वप्रथम इस दिवस का आयोजन वर्ष 1931 में परिस्थिति
विज्ञानशास्रीयों के सम्मलेन में इटली के शहर फ्लोरेंस में शुरू हुआ था। विश्व पशु
कल्याण दिवस, 2022 की थीम
"साझा ग्रह” (A
Shared Planet) है। इस दिवस का मूल उद्देश्य पशु कल्याण मानकों में सुधार
करना, व्यक्तियों, समूहों एवं संगठनों का
समर्थन प्राप्त करना, जानवरों के प्रति
प्यार प्रकट करना ताकि उनका जीवन सक्षम व बेहतर हो सके तथा पशुओ के कल्याण के
संदर्भ में जागरूकता फैलाना है। ध्यातव्य है कि देश में पशु संरक्षण को बढ़ावा देने
और पशुओं के प्रति क्रूरता को समाप्त करने
हेतु ‘पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960’ लागू किया गया है। इस अधिनियम का लक्ष्य
अनावश्यक सज़ा या जानवरों के उत्पीड़न की प्रवृत्ति’ को रोकना है। अधिनियम में
क्रूरता और जानवरों का उत्पीड़न करने पर सज़ा का प्रावधान भी है। साथ ही यह अधिनियम
जानवरों एवं जानवरों के विभिन्न प्रकारों को परिभाषित करता है।
विश्व पर्यावास दिवस अक्तूबर के पहले सोमवार
संयुक्त राष्ट्र ने
प्रत्येक वर्ष अक्तूबर के पहले सोमवार को विश्व पर्यावास दिवस (वर्ष 2022 में 3 अक्तूबर को आयोजित) के
रूप में नामित किया है जो हमारे आवासों की स्थिति और सभी के लिये पर्याप्त आश्रय
के मूल अधिकार को प्रतिबिंबित करता है।
आवास और शहरी
मामलों के मंत्रालय (MoHUA)
ने विज्ञान भवन
में विश्व पर्यावास दिवस 2022 मनाया।
इस दिवस का उद्देश्य दुनिया को यह याद दिलाना है कि हम सभी के पास अपने शहरों और कस्बों के भविष्य को आकार देने की शक्ति और ज़िम्मेदारी है।
विश्व पर्यावास
दिवस 2022 बढ़ती असमानताओं
और कमज़ोरियों की ओर ध्यान आकर्षित करता है जो ट्रिपल 'सी' संकट- कोविड-19, जलवायु और संघर्ष की वजह
से बढ़ गए हैं।
WHD 2022 की थीम: "माइंड द गैप लीव नो वन एंड प्लेस बिहाइंड या "दूरी का ध्यान रखें, किसी को भी पीछे मत छोड़ो और पीछे मत रहो"
विश्व शिक्षक दिवस 05 अक्तूबर
विश्व भर में 05 अक्तूबर को विश्व शिक्षक
दिवस (World Teachers
Day) मनाया जाता है। इसे अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस (International Teachers Day) के रूप में भी
जाना जाता है। यह दिवस दुनिया में शिक्षकों की स्थिति में सुधार लाने के उद्देश्य
से मनाया जाता है। यूनेस्को और अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन के बीच वर्ष 1966 में हुई बैठक में इसका
निर्णय लिया गया था। विश्व शिक्षक दिवस न केवल शिक्षकों के लिये बल्कि छात्रों के
लिये भी एक विशेष दिन है। इस दिन शिक्षकों और सेवानिवृत्त शिक्षकों को उनके विशेष
योगदान के लिये सम्मानित किया जाता है। प्रत्येक वर्ष यूनिसेफ, यूएनडीपी, अंतर्राष्ट्रीय श्रम
संगठन तथा यूनेस्को द्वारा एक साथ मिलकर विश्व शिक्षक दिवस के कार्यक्रम का आयोजन
किया जाता है। विश्व शिक्षक दिवस 2022 की थीम ‘शिक्षा का परिवर्तन शिक्षकों से शुरू होता है'(The Transformation of Education
Begins with Teachers) है।
विश्व कपास दिवस 7 अक्तूबर
प्रत्येक वर्ष 7 अक्तूबर को दुनिया भर
में ‘विश्व कपास दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, आर्थिक विकास और गरीबी
उन्मूलन में कपास क्षेत्र की महत्त्वपूर्ण भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाने के
उद्देश्य से संयुक्त राष्ट्र, विश्व कपास दिवस (UN World Cotton Day) मनाता है। उल्लेखनीय है कि इस दिवस को मनाने की
पहल वर्ष 2019 में हुई थी। जब
उप-सहारा अफ्रीका में चार कपास उत्पादकों-बेनिन‚ बुर्किना फासो‚ चाड और माली‚
जिन्हें ‘कॉटन फोर’ के नाम से जाना जाता है‚ ने प्रतिवर्ष 7 अक्तूबर को यह दिवस
मनाने का प्रस्ताव विश्व व्यापार संगठन को दिया था। कपास एक ऐसा फैब्रिक है जो
विश्व भर में 100 मिलियन से अधिक
परिवारों को लाभान्वित करता है। विश्व के केवल 2.1 प्रतिशत कृषि योग्य भूमि पर कपास की खेती होती
है लेकिन यह विश्व की वस्त्र ज़रूरतों के 27 प्रतिशत को पूरा करती है।भारत में 360 लाख गाँठ (6.12 मिलियन मीट्रिक टन) कपास
उत्पादित होता है‚ जो संपूर्ण विश्व में पैदा होने वाले कपास का लगभग 25 प्रतिशत है। भारत‚ विश्व
में कपास का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक तथा सबसे बड़ा उपभोक्ता देश है।
वन्यजीव सप्ताह प्रतिवर्ष भारत में 2 से 8 अक्तूबर
वन्यजीव सप्ताह प्रतिवर्ष
भारत में 2 से 8 अक्तूबर तक मनाया जाता
है। भविष्य में वन्यजीवों की समाप्ति की आशंका के कारण भारत में सर्वप्रथम 7 जुलाई, 1955 में 'वन्यजीव दिवस' मनाया गया। यह भी निर्णय
लिया गया कि प्रत्येक वर्ष 2 अक्तूबर से पूरे सप्ताह तक वन्यजीव सप्ताह मनाया जाएगा।
वर्ष 1956 से वन्यजीव
सप्ताह मनाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य यह है कि हमें हमेशा प्रत्येक
वन्यजीव, पशु-पक्षियों और
पौधों को पूर्ण रूप से सुरक्षा प्रदान करनी चाहिये। इसके लिये केंद्र सरकार ने कुछ
क्षेत्रों को अभयारण्य या राष्ट्रीय उद्यान के रूप में भी घोषित किया है। सरकार ने
अधिनियम के तहत सभी जंगली जानवरों और पक्षियों आदि के शिकार पर रोक लगाने का फैसला
लिया। सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंध का उल्लंघन करने पर दंड का प्रावधान भी किया
गया है। प्रकृति के अनुसार मानव, पर्यावरण और वन्यजीव एक-दूसरे से किसी न किसी रूप में जुड़े
हुए हैं। मानव शरीर व मस्तिष्क को स्वस्थ रखने, शुद्ध ऊर्जा प्राप्त करने के लिये पर्यावरण को शुद्ध व
साफ-सुथरा रखना बेहद ज़रूरी है। पर्यावरण से ही मानव का जीवन संभव है और पर्यावरण
को शुद्ध व साफ-सुथरा रखना है तो इनकी सुरक्षा करना ज़रूरी है।
विश्व अंतरिक्ष सप्ताह 2022
भारतीय अंतरिक्ष शोध
संस्थान (ISRO) और अटल इनोवेशन
मिशन (AIM) दोनों के सहयोग
से विश्व अंतरिक्ष सप्ताह मनाया जा रहा है। इस दौरान स्कूली बच्चों को खगोलीय
ज्ञान और विज्ञान के प्रति रूचि बढ़ाने के लिये राष्ट्रीय अंतरिक्ष क्विज
प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। विश्व अंतरिक्ष सप्ताह एक अंतर्राष्ट्रीय समारोह
है जो विज्ञान एवं तकनीकी को समर्पित है। संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने वर्ष 1999 में विश्व अंतरिक्ष
सप्ताह मनाए जाने की घोषणा की थी। विश्व अंतरिक्ष सप्ताह प्रत्येक वर्ष 04 से 10 अक्तूबर तक मनाया जाता
है। इसकी शुरुआत 04 अक्तूबर को होती
है। इसी दिन वर्ष 1957 में मानव द्वारा
निर्मित पहले अर्थ सैटेलाइट स्पूतनिक-1 को लॉन्च किया गया था। विश्व अंतरिक्ष सप्ताह के प्रमुख
लक्ष्य स्पेस आउटरीच और शिक्षा के क्षेत्र में विशेष अवसर प्रदान करना, दुनिया भर के लोगों को
अंतरिक्ष से मिलने वाले लाभ के प्रति जागरूक करना, सतत् आर्थिक विकास के लिये अंतरिक्ष के अधिक से
अधिक उपयोग को प्रोत्साहित करना, अंतरिक्ष कार्यक्रमों के लिये आम लोगों का समर्थन जुटाना, युवा पीढ़ी को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित के
क्षेत्र में प्रोत्साहित करना, अंतरिक्ष आउटरीच एवं शिक्षा में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को
बढ़ावा देना है।
भारतीय वायुसेना दिवस 08 अक्तूबर
भारतीय वायुसेना 08 अक्तूबर, 2022 को अपना 90वाँ स्थापना दिवस मना रही
है। भारतीय वायुसेना की स्थापना आधिकारिक तौर पर 8 अक्तूबर, 1932 को हुई थी और वायुसेना की पहली उड़ान 01 अप्रैल, 1933 को भरी गई थी। प्रारंभ
में भारतीय वायुसेना को ‘रॉयल इंडियन एयर फोर्स’ के रूप में जाना जाता था, वर्ष 1950 के बाद जब भारत को एक
गणराज्य के रूप में स्थापित किया गया, तब ‘रॉयल’ शब्द को हटा दिया गया। वर्तमान में ‘भारतीय
वायुसेना’ भारतीय सशस्त्र बलों की वायु शाखा है और दुनिया की चौथी सबसे बड़ी
वायुसेना है। इस दिवस के आयोजन का उद्देश्य आधिकारिक एवं सार्वजनिक रूप से
राष्ट्रीय सुरक्षा में भारतीय वायुसेना के महत्त्व के विषय में जागरूकता बढ़ाना है।
गौरतलब है कि ‘भारतीय वायुसेना’ (IAF) का उत्तरदायित्व संघर्ष के दौरान भारतीय हवाई क्षेत्र की
सुरक्षा करना है, इस प्रकार भारतीय
वायुसेना, भारतीय नौसेना और
थलसेना के साथ-साथ देश की रक्षा प्रणाली का एक मौलिक और महत्त्वपूर्ण हिस्सा है।
इसके अलावा यह प्राकृतिक आपदाओं के दौरान भी महत्त्वपूर्ण सहायता प्रदान करती है।
‘भारतीय वायुसेना’ विभिन्न युद्धों में शामिल रही है, जिसमें द्वितीय
विश्वयुद्ध, चीन-भारत युद्ध, ऑपरेशन कैक्टस, ऑपरेशन विजय, कारगिल युद्ध, भारत-पाकिस्तान युद्ध, कांगो संकट, ऑपरेशन पूमलाई और ऑपरेशन
पवन आदि प्रमुख हैं।
विश्व मानसिक स्वास्थ्य
दिवस 10 अक्तूबर
यह दिवस मानसिक स्वास्थ्य
के मुद्दों पर जागरूकता पैदा करने के लिये प्रतिवर्ष 10 अक्तूबर को मनाया जाता
है। इस वर्ष विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का विषय "कार्यस्थल में मानसिक
स्वास्थ्य" है। मानसिक स्वास्थ्य विकार विश्व भर में होने वाली सामान्य
बीमारियों में से एक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, मानसिक विकारों से पीड़ित
व्यक्तियों की अनुमानित संख्या 450 मिलियन है। भारत में यह संख्या लगभग 1.5 मिलियन है जिनमें बच्चे
एवं किशोर भी शामिल हैं। मानसिक बीमारी व्यक्ति के महसूस करने, सोचने एवं कार्य करने के
तरीके को प्रभावित करती है,
इसलिये भारत
सरकार ने देश में मानसिक बीमारी के बढ़ते दबाव पर विचार करने के उद्देश्य से वर्ष 1982 में राष्ट्रीय मानसिक
स्वास्थ्य कार्यक्रम (NMHP)
की शुरुआत की। इस
बीमारी की प्रमुख वजह परिवेश संबंधी तनाव जैसे कि चिंता, अकेलापन, आत्मसम्मान में कमी, परिवार में मृत्यु या
तलाक, दुर्घटना, हिंसा एवं बलात्कार से
उत्पन्न मनोवैज्ञानिक आघात आदि हो सकते हैं। पीड़ित व्यक्ति की भावनाओं एवं स्वभाव
को समझने तथा उनके साथ प्रभावी ढ़ंग से संवाद करने, उन्हें भावनात्मक एवं सामाजिक सहयोग प्रदान
करने के साथ-साथ उनके साथ धैर्यपूर्वक व्यवहार करके तथा उनके आत्मविश्वास को
बढ़ावा देने में सहयोग आदि जैसे प्रयासों से उनकी सहायता की जा सकती है।
अंतर्राष्ट्रीय बालिका
दिवस 11 अक्तूबर
हर साल 11 अक्तूबर को
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। इस बार यानी वर्ष 2022 में 10वाँ अंतराष्ट्रीय बालिका
दिवस मनाया जा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस, 2022 की थीम 'हमारा समय अभी है - हमारे अधिकार, हमारा भविष्य' (Our Time is now- our rights, our
Future) है। इस दिवस का उद्देश्य बालिकाओं के अधिकारों का संरक्षण
करना, उनके समक्ष आने
वाली चुनौतियों एवं कठिनाइयों की पहचान करना और समाज में जागरूकता लाकर बालिकाओं
को बालकों के समान अधिकार दिलाना है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा पहली बार
अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस का आयोजन वर्ष 2012 में किया गया था। प्रथम अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस की थीम
“बाल विवाह की समाप्ति” (Ending
Child Marriage) थी। ध्यातव्य है कि 24 जनवरी को पूरे भारत में राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में
मनाया जाता है।
विश्व अर्थराइटिस दिवस 12 अक्तूबर
प्रत्येक वर्ष 12 अक्तूबर को विश्व
अर्थराइटिस दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य आर्थराइटिस के बढ़ते
खतरे को कम करना तथा इस बारे में लोगों को जागरूक करना है। विश्व अर्थराइटिस दिवस
की स्थापना वर्ष 1996 में अर्थराइटिस
और रूमेटिज़म इंटरनेशनल (ARI)
द्वारा की गई थी।
अर्थराइटिस जोड़ों से संबंधित एक समस्या है। इस रोग में व्यक्ति के जोड़ों में
दर्द होता है तथा उनमें सूजन आ जाती है। अर्थराइटिस शरीर के किसी एक जोड़ या एक से
अधिक जोड़ों को प्रभावित कर सकता है। वैसे तो अर्थराइटिस कई प्रकार का होता है
लेकिन सामान्य तौर पर दो प्रकार काअर्थराइटिस अधिक देखने को मिलता है। अर्थराइटिस
के ये दो प्रकार हैं- ‘ऑस्टियो अर्थराइटिस
(Osteoarthritis)’ और ‘रुमेटॉयड
अर्थराइटिस (Rheumatoid
Arthritis)’। हमारी हड्डियों के जोड़ों में ऊतक पाए जाते हैं। इन्हीं
ऊतकों में से एक ऊतक जिसे कार्टीलेज के नाम से जाना जाता है, हड्डियों के जोड़ों की
फंक्शनिंग में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब व्यक्ति के शरीर में हलचल
होती है अर्थात् वह चलता-फिरता है तो उसके जोड़ों पर काफ़ी दबाव पड़ता है।
कार्टीलेज ऊतक ऐसी स्थिति में उस दबाव और प्रेशर को अवशोषित कर लेता है तथा
हड्डियों को डैमेज होने से बचाता है। जब शरीर में कार्टीलेज उत्तकों की मात्रा में
गिरावट होने लगती है तो ऐसे में शरीर गठिया का शिकार होने लगता है।
विश्व स्लॉथ बियर दिवस 12 अक्तूबर
पहला विश्व स्लॉथ बियर
दिवस 12 अक्तूबर, 2022 को भारतीय उपमहाद्वीप
में स्थानिक भालू प्रजातियों के बारे में जागरूकता पैदा करने और संरक्षण प्रयासों
को मज़बूत करने के लिये मनाया गया था।
अंतर्राष्ट्रीय आपदा
जोखिम न्यूनीकरण दिवस 13 अक्तूबर
विश्व स्तर पर आपदा
न्यूनीकरण और इसके कारण उत्पन्न होने वाले जोखिम को कम करने के बारे में जागरूकता
को बढ़ावा देने हेतु प्रतिवर्ष 13 अक्तूबर को ‘अंतर्राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण दिवस’ का
आयोजन किया जाता है। ‘अंतर्राष्ट्रीय आपदा जोखिम न्यूनीकरण दिवस’ की स्थापना वर्ष 1989 में दुनिया भर में आपदा
न्यूनीकरण के कार्य को बढ़ावा देने हेतु ‘संयुक्त राष्ट्र महासभा’ (UNGA) के आह्वान पर की गई थी।
वर्ष 2022 में इस दिवस की
थीम “2030 तक लोगों के
लिये बहु-खतरा प्रारंभिक चेतावनी प्रणालियों और आपदा जोखिम की जानकारी एवं आकलन की
उपलब्धता तथा पहुँच में पर्याप्त वृद्धि” है, जो सेंडाई फ्रेमवर्क के लक्ष्य G पर केंद्रित है।
विश्व मानक दिवस 14 अक्तूबर
प्रतिवर्ष 14 अक्तूबर को
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 'विश्व मानक दिवस' का आयोजन किया जाता है।
इस दिवस का उद्देश्य उपभोक्ताओं, नियामकों और उद्योग के बीच वैश्विक अर्थव्यवस्था के
मानकीकरण के महत्त्व के बारे में जागरूकता पैदा करना है। विश्व मानक दिवस, 2022 की थीम “बिल्ड बैक बेटर”
है। यह दिवस वर्ष 1956 में लंदन में
आयोजित 25 देशों के
प्रतिनिधियों की पहली बैठक को चिह्नित करता है, जिन्होंने मानकीकरण की सुविधा हेतु एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन
के निर्माण का निर्णय लिया था। 'विश्व मानक दिवस' का आयोजन पहली बार वर्ष 1970 में किया गया था। यह दिवस उन हज़ारों
विशेषज्ञों के प्रयासों का सम्मान करता है, जिन्होंने वैश्विक स्तर पर मानकों के विकास में
महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की। भारत में मानकीकरण गतिविधियों के सामंजस्यपूर्ण विकास
के उद्देश्य से वर्ष 1947 में भारतीय मानक
संस्थान की स्थापना की गई थी। भारतीय मानक संस्थान को भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम 1986 के माध्यम से भारतीय
मानक ब्यूरो में रूपांतरित कर दिया गया। भारतीय मानक ब्यूरो का मुख्य कार्य माल के
मानकीकरण, अंकन (Marking) और गुणवत्ता प्रमाणीकरण
की गतिविधियों को क्रियान्वित करना है। भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम, 2016 के माध्यम से भारतीय
मानक ब्यूरो को सेवाओं के मानकीकरण और प्रमाणन से संबंधित गतिविधियों का
उत्तरदायित्त्व भी सौंपा गया है।
विश्व छात्र दिवस 15 अक्तूबर
प्रतिवर्ष 15 अक्तूबर को ‘विश्व छात्र दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।
यह दिवस भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के जन्मोत्सव के रूप
में मनाया जाता है। डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्तूबर, 1931 को तमिलनाडु के
रामेश्वरम में हुआ था। उन्होंने वर्ष 2002 से वर्ष 2007 तक भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। वे न केवल एक
सुविख्यात एयरोस्पेस वैज्ञानिक थे, बल्कि महान शिक्षक भी थे, जिन्होंने रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) तथा भारतीय अंतरिक्ष
अनुसंधान संगठन (ISRO) के साथ काम किया
था। डॉ. कलाम वर्ष 1962 में ‘भारतीय
अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन’ से जुड़े तथा वहाँ उन्हें प्रोजेक्ट डायरेक्टर के तौर पर
भारत का पहला स्वदेशी उपग्रह (SLV- lll) प्रक्षेपास्त्र बनाने का श्रेय हासिल हुआ। अब्दुल कलाम भारत
के मिसाइल कार्यक्रम के जनक माने जाते हैं, वे ‘आम जनमानस के राष्ट्रपति’ के तौर पर प्रसिद्ध हैं। डॉ.
कलाम ने अपने ‘सादा जीवन,
उच्च विचार’ के
दर्शन से भारत समेत दुनिया भर के लाखों युवाओं को प्रेरित किया है। संयुक्त राष्ट्र
(UN) ने डॉ. कलाम के
जन्म दिवस को चिह्नित करते हुए वर्ष 2010 में 15 अक्तूबर को विश्व छात्र दिवस के रूप में नामित किया था।
डॉ. कलाम की उपलब्धियों को इस बात से समझा जा सकता है कि उन्हें भारत एवं विदेशों
के 48 विश्वविद्यालयों
और संस्थानों द्वारा डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया था। उन्होंने
वर्ष 1992 से वर्ष 1999 तक प्रधानमंत्री के
मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के रूप में भी कार्य किया। डॉ. कलाम को वर्ष 1981 में पद्म भूषण, वर्ष 1990 में पद्म विभूषण और वर्ष
1997 में ‘भारत रत्न’
से सम्मानित किया गया।
विश्व खाद्य दिवस 16 अक्तूबर
वर्ष 1945 में संयुक्त राष्ट्र
(यूएन) खाद्य और कृषि संगठन (FAO) के स्थापना दिवस की याद में प्रत्येक वर्ष 16 अक्तूबर को विश्व खाद्य
दिवस मनाया जाता है। FAO संयुक्त राष्ट्र
की एक विशेष एजेंसी है जो भुखमरी की समाप्ति के लिये अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों का
नेतृत्त्व करती है। वर्ष 2021 में संयुक्त
राष्ट्र महासचिव ने खाद्य उत्पादन और खपत में बदलाव के तरीकों पर चर्चा करने के
लिये पहले खाद्य प्रणाली शिखर सम्मेलन का आयोजन किया। यह दिवस वैश्विक स्तर पर भूख
की समस्या का समाधान करने के लिये प्रतिवर्ष मनाया जाता है। यह दिवस विश्व खाद्य
कार्यक्रम (जिसे नोबेल शांति पुरस्कार 2020 से सम्मानित किया गया था) और कृषि विकास के लिये
अंतर्राष्ट्रीय कोष जैसे संगठनों द्वारा भी मनाया जाता है। यह सतत् विकास लक्ष्य 2 (SDG 2) यानी ज़ीरो हंगर पर ज़ोर
देता है। इसने पिछले दशकों में कुपोषण के खिलाफ भारत के प्रयासों में महत्त्वपूर्ण
योगदान दिया है जिसके मार्ग में कई बाधाएँ थीं। कम उम्र में गर्भावस्था, शिक्षा और जानकारी की कमी, पीने के पानी तक
अपर्याप्त पहुँच, स्वच्छता की कमी
आदि कारणों से भारत वर्ष 2022 तक "कुपोषण
मुक्त भारत" के अपेक्षित परिणामों को प्राप्त करने में पिछड़ रहा है, जिसकी परिकल्पना
राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत की गई है। विश्व खाद्य दिवस, 2022 की थीम: किसी को भी पीछे
न छोड़ें (Leave No One
Behind) है।
विश्व आघात दिवस 17 अक्तूबर
यह प्रतिवर्ष 17 अक्तूबर को मनाया जाता
है। सबसे नाज़ुक क्षणों के दौरान जीवन को बचाने और सुरक्षा के महत्त्व पर ध्यान
केंद्रित करने की तैयारी एवं महत्त्वपूर्ण उपायों को अपनाने के लिये मनाया जाता
है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार विश्वभर में मृत्यु एवं विकलांगता का प्रमुख कारण
आघात है। आघात का अर्थ"किसी भी तरह की शारीरिक एवं मानसिक चोट हो सकती
है"। इस तरह की चोटों के कारणों की कई वज़ह जैसे कि सड़क दुर्घटना, आग, जलना, गिरना, प्राकृतिक या मानव
निर्मित आपदाएँ और हिंसक कृत्य आदि हो सकते हैं इन सभी कारणों के मध्य विश्वभर में
आघात का प्रमुख कारण सड़क यातायात
दुर्घटना है।भारत में हर छह मिनट पर एक व्यक्ति सड़क दुर्घटना के कारण मौत का
शिकार हो जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इन हादसों से बचने के लिये यदि वाहन
चालक सिर्फ ट्रैफिक नियम का पालन करें तो इसमें 60 प्रतिशत तक कमी आ सकती है। देश में प्रतिवर्ष
दस लाख लोग हेड इंजरी के शिकार होते हैं, जिनमें से 75 से 80 फ़ीसदी लोगों में सड़क दुर्घटना के कारण होती है। हेड इंजरी
के शिकार 50 फीसदी लोग मर
जाते हैं जिसमे से 25 फीसदी लोग
विकलांग हो जाते हैं। इस विषय में कुछ सुरक्षात्मक एवं सावधानी तथा जागरूकता
संबंधी उपाय किये जा सकते हैं साथ ही व्यक्ति द्वारा स्वयं से किसी भी प्रकार की
लापरवाही न करने की अपेक्षा की जाती है। वैसे, इस प्रकार की स्थिति में आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर पर तुरंत
कॉल कर तथा जल्द से जल्द पर्याप्त सहायता प्राप्त करना इसकी पहली शर्त है। यह बेहद
महत्त्वपूर्ण है कि घायल व्यक्ति को एक घंटे के भीतर उचित चिकित्सा देखभाल की
सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
विश्व ऑस्टियोपोरोसिस
दिवस 20 अक्तूबर
प्रतिवर्ष 20 अक्तूबर को विश्व
ऑस्टियोपोरोसिस दिवस (World
Osteoporosis Day) के रूप में मनाया
जाता है। यह दिवस ऑस्टियोपोरोसिस की रोकथाम, निदान और उपचार के लिये वैश्विक जागरूकता के प्रसार के
प्रति समर्पित है। WOD का उद्देश्य बड़े
पैमाने पर स्वास्थ्य पेशेवरों, नीति निर्माताओं एवं आमजन तक पहुँच बनाकर ऑस्टियोपोरोसिस और
फ्रैक्चर (अस्थि-भंग) की रोकथाम को वैश्विक स्वास्थ्य प्राथमिकता बनाना है। विश्व
ऑस्टियोपोरोसिस दिवस,
2022 का विषय “स्टेप अप फॉर बोन हेल्थ” है। यह विषय समस्त आयु वर्ग में अस्थियों
के बेहतर स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिये विशेष कार्य (व्यायाम) करने तथा वयस्क
जीवन (प्रौढ़ जीवन) में ऑस्टियोपोरोसिस व फ्रैक्चर (अस्थि-भंग) के ज़ोखिम को कम
करने पर केंद्रित है। यूनाइटेड किंगडम की नेशनल ऑस्टियोपोरोसिस सोसायटी ने 20 अक्तूबर, 1996 को ‘विश्व
ऑस्टियोपोरोसिस दिवस’ की शुरुआत की। अंतर्राष्ट्रीय ऑस्टियोपोरोसिस फाउंडेशन ने
वर्ष 1997 में इस दिवस का
समर्थन किया, तब से WOD पूरी दुनिया में मनाया
जाता है। अस्थिसुषिरता या ऑस्टियोपोरोसिस एक अस्थि-रोग है जिसमें फ़्रैक्चर का
खतरा बढ़ जाता है। ऑस्टियोपोरोसिस का मुख्य कारण अस्थियों के ऊतकों की खराबी है।
इस रोग में अस्थियाँ नाज़ुक एवं कमज़ोर हो जाती हैं, जिसके परिणामस्वरूप रीढ़ की हड्डी विशेषकर
कूल्हे एवं कलाई के फ्रैक्चर होने का खतरा बढ़ जाता है।
पुलिस स्मृति दिवस (Police Commemoration Day) 21 अक्तूबर
भारत में प्रत्येक वर्ष
उन पुलिसकर्मियों को याद करने और उनका सम्मान करने के लिये 21 अक्तूबर को पुलिस स्मृति
दिवस (Police
Commemoration Day) मनाया जाता है, जिन्होंने अपने दायित्त्वों का निर्वाह करते हुए जीवन दांव
पर लगा दिया। ध्यातव्य है कि यह दिवस वर्ष 1959 में हुई एक घटना की याद में मनाया जाता है, जब लद्दाख में चीन की
सेना द्वारा किये गए हमले में 10 पुलिसकर्मियों की मृत्यु हो गई थी। तभी से प्रत्येक वर्ष 21 अक्तूबर को शहीद
पुलिसकर्मियों के सम्मान में पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है। वर्ष 2018 में पुलिस स्मृति दिवस
के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में भारत के पहले राष्ट्रीय
पुलिस स्मारक का उद्घाटन किया था। दिल्ली स्थित इस राष्ट्रीय पुलिस स्मारक में सभी
केंद्रीय और राज्य पुलिस बलों के 34,844 पुलिसकर्मियों को याद किया गया है, जिन्होंने वर्ष 1947 के बाद से ड्यूटी पर
रहते हुए अपनी जान गँवाई है।
विश्व आयोडीन अल्पता दिवस 21 अक्तूबर
प्रत्येक वर्ष 21 अक्तूबर को दुनिया भर
में ‘विश्व आयोडीन अल्पता दिवस’ का आयोजन किया जाता है। ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ (WHO) 1980 के दशक से ‘राष्ट्रीय
नमक आयोडीनीकरण’ कार्यक्रम के माध्यम से आयोडीन की कमी के प्रभावों को रेखांकित
करने हेतु काम कर रहा है। यूनिसेफ ने ‘इंटरनेशनल काउंसिल फॉर कंट्रोल ऑफ आयोडीन
डिफिशिएंसी डिसऑर्डर’ (ICCIDC)
के साथ मिलकर कई
अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रमों की रणनीति बनाई है और यह 66 प्रतिशत घरों में आयोडीन
युक्त नमक उपलब्ध कराने में सक्षम रहा है। आयोडीन एक खनिज पदार्थ है जो आमतौर पर
समुद्री भोजन, डेयरी उत्पादों, अनाज और अंडे में पाया
जाता है। दुनिया भर में आयोडीन की कमी एक गंभीर समस्या है। वैश्विक स्तर पर 2 बिलियन लोग आयोडीन की
कमी से होने वाली बीमारियों के खतरे में हैं। आयोडीन की कमी को रोकने के लिये इसे
घरेलू नमक में मिलाया जाता है। भारत में वर्ष 1992 में मानव उपभोग के लिये आयोडीन युक्त नमक को अनिवार्य किया
गया था। इस अनिवार्यता को वर्ष 2000 में थोड़ी ढील दी
गई परंतु वर्ष 2005 में इसे फिर से
लागू कर दिया गया।
7वाँ आयुर्वेद दिवस
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 23 अक्तूबर,2022 को 7वाँ आयुर्वेद दिवस मनाया
गया। इस वर्ष का आयुर्वेद दिवस "हर दिन हर घर आयुर्वेद" की थीम के साथ
मनाया गया ताकि आयुर्वेद के लाभों का व्यापक और ज़मीनी स्तर पर समुदायों के बीच
प्रचार किया जा सके। यह एक प्राचीन ज्ञान है और हमारी शोध परिषदें आयुष क्षेत्र
में प्रभावशाली शोध कार्य कर रही हैं। हर दिन हर घर आयुर्वेदिक कैंपिंग का
उद्देश्य आयुर्वेद को जन-जन तक पहुँचाना है। आयुष मंत्रालय ने देश में स्वास्थ्य
की आयुष प्रणाली को गति प्रदान की है और अब आयुर्वेद को 30 देशों में मान्यता
प्राप्त हो चुकी है। आयुष का वर्तमान टर्नओवर 18.1 अरब डॉलर है। क्षमता निर्माण के माध्यम से जनजातीय
संस्कृति विरासत को संरक्षित करते हुए जनजातीय विकास के दोनों मंत्रालयों के बीच
सहयोग, समन्वयन और
संयोजन हेतु आयुष मंत्रालय एवं जनजातीय कार्य मंत्रालय के बीच समझौता ज्ञापन पर
हस्ताक्षर किये गए। इस अवसर पर 'द आयुर्वेदिक फार्माकोपिया ऑफ इंडिया', 'द आयुर्वेदिक
फॉर्म्युलारी ऑफ इंडिया' पुस्तक का विमोचन
किया गया। औषधीय पौधों के स्वास्थ्य लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिये
आयुष मंत्रालय द्वारा अश्वगंधा- एक स्वास्थ्य प्रवर्तक पर एक प्रजाति-विशिष्ट
राष्ट्रीय अभियान लॉन्च किया गया।
विश्व पोलियो दिवस 24 अक्तूबर
पोलियो टीकाकरण और पोलियो
उन्मूलन के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिये प्रत्येक वर्ष 24 अक्तूबर को विश्व पोलियो
दिवस (World Polio Day) मनाया जाता है।
इस दिवस को मनाने की शुरुआत एक दशक पहले रोटरी इंटरनेशनल द्वारा पोलियो या
पोलियोमाइलाइटिस (Poliomyelitis)
के खिलाफ टीका
विकसित करने वाली टीम का नेतृत्त्व करने वाले जोनास साल्क के जन्म दिवस के अवसर पर
की गई थी। वैश्विक स्तर पर रोग की स्थिति की निगरानी वैश्विक पोलियो उन्मूलन पहल (Global Polio Eradication Initiative-
GPEI) द्वारा की जा रही है। वर्ष 2022 के लिये इसकी थीम है- "विश्व पोलियो दिवस 2022 और उसके बाद: माताओं एवं
बच्चों के लिये एक स्वस्थ भविष्य (World Polio Day 2022 and Beyond: A healthier future for
mothers and children)"।
भारतीय सेना का 76वाँ इन्फैंट्री दिवस 27 अक्तूबर
भारतीय सेना की सबसे बड़ी
युद्धक शाखा इन्फैंट्री के योगदान को मान्यता प्रदान करने के लिये प्रतिवर्ष 27 अक्तूबर को इन्फैंट्री
दिवस मनाया जाता है। राष्ट्र के लिये इस दिवस का विशेष महत्त्व है क्योंकि वर्ष 1947 में आज ही के दिन भारतीय
सेना के इन्फैंट्री सैनिकों (पैदल सैनिकों) का पहला सैन्य दस्ता श्रीनगर के हवाई
अड्डे पर उतरा था। इन इन्फैंट्री सैनिकों ने आक्रमणकारियों को श्रीनगर के बाहरी
इलाके से वापस खदेड़ दिया था और पाकिस्तान द्वारा समर्थित कबायली आक्रमण से
जम्मू-कश्मीर राज्य की रक्षा की थी। वर्ष 2022 के इन्फैंट्री दिवस समारोह में राष्ट्र की सेवा में
सर्वोच्च बलिदान देने वाले इन्फैंट्री के नायकों को सम्मान प्रदान करने के लिये
राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर 27 अक्तूबर को एक 'पुष्पांजलि' समारोह का आयोजन हुआ। इन्फैंट्री के सैनिकों के लिये दिये गए अपने संदेश में इन्फैंट्री के
महानिदेशक ने सैनिकों से बहादुरी, बलिदान और कर्तव्य के प्रति निस्वार्थ समर्पण की भावना के
साथ अपने आप को समर्पित करने एवं राष्ट्र की एकता तथा संप्रभुता की रक्षा करने के
संकल्प में अजय बने रहने का आह्वान किया।
अंतर्राष्ट्रीय एनीमेशन
दिवस 8 अक्तूबर
प्रत्येक वर्ष विश्व स्तर
पर 28 अक्तूबर को
अंतर्राष्ट्रीय एनीमेशन दिवस (International Animation Day) के रूप में मनाया जाता है। यह दिवस एनीमेशन की
कला का उत्सव मनाने एवं एनिमेटेड फिल्मों सहित कलाकारों, वैज्ञानिकों और
तकनीशियनों के एनिमेटेड आर्ट को पहचान प्रदान करने के लिये मनाया जाता है। वर्ष 2002 में अंतर्राष्ट्रीय
एनिमेटेड फिल्म एसोसिएशन (ASIFA)
जो UNESCO का सदस्य है, द्वारा अंतर्राष्ट्रीय
एनीमेशन दिवस (IAD) की घोषणा की गई
थी। यह दिन पेरिस में 28 अक्तूबर, 1892 में एमिल रेनॉड के
थियेटर ऑप्टीक के पहले सार्वजनिक प्रदर्शन की याद में मनाया जाता
है।अंतर्राष्ट्रीय एनिमेटेड फिल्म एसोसिएशन (ASIFA) एक अंतर्राष्ट्रीय गैर-लाभकारी संगठन है जिसकी
स्थापना वर्ष 1960 में एनेसी, फ्राँस में कनाडा के
प्रसिद्ध एनिमेटर नॉर्मन मैकलारेन द्वारा की गई थी।
विश्व सोरायसिस दिवस 29 अक्तूबर
प्रतिवर्ष 29 अक्तूबर को विश्व
सोरायसिस दिवस (World
Psoriasis Day) मनाया जाता है। इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ सोरायसिस एसोसिएशन (IFPA) द्वारा वर्ष 2004 में सोरायसिस और
सोरियाटिक आर्थराइटिस से प्रभावित लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार से संबंधित
जागरूकता को बढ़ावा देने के लिये इस दिवस को चिह्नित किया गया था। विश्व सोरायसिस
दिवस, 2022 की थीम “Uniting for action” है। वर्ष 2014 में विश्व स्वास्थ्य
संगठन के सदस्य देशों ने सोरायसिस के विषय में जागरूकता के महत्त्व को पहचानते हुए
29 अक्तूबर को इस दिवस के
आयोजन के प्रस्ताव को अपनाया था। विदित है कि ‘सोरायसिस’ अतिसक्रिय प्रतिरक्षा
प्रणाली के कारण होने वाला रोग है। जहाँ एक सामान्य व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली
30 दिनों के भीतर नई
कोशिकाओं का निर्माण करती है, वहीं सोरायसिस रोगियों के शरीर में 2-3 दिनों के भीतर नई
कोशिकाओं का निर्माण हो जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय इंटरनेट
दिवस 29 अक्तूबर
प्रतिवर्ष 29 अक्तूबर को
अंतर्राष्ट्रीय इंटरनेट दिवस (International Internet Day) मनाया जाता है। इस दिन को पहली बार इंटरनेट के
उपयोग का जश्न मनाने के लिये चिह्नित किया गया है। यह दिवस पहले ई-संदेश भेजने का
प्रतीक है, जिसे वर्ष 1969 में एक संगणक से दूसरे
संगणक में स्थानांतरित किया गया था। उस वक्त इंटरनेट का नाम ARPANET था, जिसका अर्थ “एडवांस्ड
रिसर्च प्रोजेक्ट्स एजेंसी नेटवर्क" है। 29 अक्तूबर, 1969 को कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, लॉस एंजिल्स में एक
प्रोग्रामर छात्र चार्ली क्लाइन (Charley Kline) ने सबसे पहले इलेक्ट्रॉनिक संदेश ‘एलओ (LO)’ ब्रॉडकास्ट किया था।
दूरसंचार और प्रौद्योगिकी के इतिहास की इस महत्त्वपूर्ण घटना को मनाने के लिये 29 अक्तूबर, 2005 को पहला इंटरनेट दिवस
मनाया गया था।
राष्ट्रीय एकता दिवस 31 अक्तूबर
प्रतिवर्ष 31 अक्तूबर को स्वतंत्र भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती को पूरे देश में ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ (National Unity Day) के रूप में मनाया जाता है। वर्ष 2014 में पहली बार केंद्र सरकार द्वारा 31 अक्तूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया था। सरदार बल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्तूबर, 1875 को गुजरात के नाडियाड (Nadiad) शहर में हुआ था। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान देने के साथ ही उन्होंने स्वतंत्रता के पश्चात देश की सभी रियासतों के एकीकरण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। वर्ष 1928 में गुजरात के बारडोली में किसान आंदोलन की सफलता के बाद वहाँ की महिलाओं ने उन्हें ‘सरदार’ (नेता या प्रमुख) की उपाधि प्रदान की। उन्हें ‘भारतीय नागरिक सेवाओं के संरक्षक संत’ (Patron Saint of India’s civil services) के रूप में भी जाना जाता है। सरदार बल्लभ भाई पटेल स्वतंत्र भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री और पहले गृह मंत्री बने। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने सरदार पटेल को ‘लौह पुरुष’ की उपाधि प्रदान की। वर्ष 1991 में उन्हें मरणोपरांत ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया। उल्लेखनीय है कि 31 अक्तूबर, 2018 को भारत सरकार द्वारा गुजरात के वडोदरा में नर्मदा नदी के तट पर स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (Statue Of Unity) का अनावरण किया गया जो कि 182 मीटर (597 फीट) की ऊँचाई के साथ विश्व की सबसे बड़ी मूर्ति है।
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