'मिहिरभोज' (भोज प्रथम ) ऐतिहासिक व्यक्तित्व के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य (जानकारी) | Mihir Bhoj Important GK Fact in Hindi

 'मिहिरभोज' (भोज प्रथम ) ऐतिहासिक व्यक्तित्व के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य (जानकारी) 
Mihir Bhoj Important GK Fact in Hindi  
'मिहिरभोज' (भोज प्रथम ) ऐतिहासिक व्यक्तित्व के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य (जानकारी) | Mihir Bhoj Important GK Fact in Hindi

 'मिहिरभोज' (भोज प्रथम ) ऐतिहासिक व्यक्तित्व


भोज प्रथम अथवा 'मिहिरभोजगुर्जर प्रतिहार वंश का सर्वाधिक प्रतापी एवं महान् शासक था. उसने पचास वर्ष (850 से 900 ई.) पर्यन्त शासन किया. उसका मूल नाम 'मिहिरथा और 'भोजकुल नाम अथवा उपनाम था. उसका राज्य उत्तर में हिमालयदक्षिण में नर्मदापूर्व में बंगाल और पश्चिम में सतलुज तक विस्तृत थाजिसे सही अर्थों में साम्राज्य कहा जा सकता है.

 

 'मिहिरभोज' (भोज प्रथम ) महत्वपूर्ण तथ्य (जानकारी) 

  • भोज प्रथम विशेष रूप से भगवान विष्णु के वराह अवतार का उपासक थाअतः उसने अपने सिक्कों पर आदि वराह को उत्कीर्ण कराया था. 
  • मिहिरभोज प्रतिहार राजवंश के सबसे महान् राजा माने जाते है. इन्होने लगभग 50 वर्ष तक राज्य किया था इनका साम्राज्य अत्यन्त विशाल था और इसके अन्तर्गत वे क्षेत्र आते थेजो आधुनिक भारत के राज्यस्थानमध्य प्रदेशउत्तर प्रदेशपंजाबहरियाणाउड़ीसागुजरातहिमाचल आदि राज्यों हैं. 
  • मिहिर भोज विष्णु भगवान के भक्त थे तथा कुछ सिक्कों में इन्हें 'आदिवराहभी माना गया है. 
  • सम्राट् मिहिर भोज ने 836 ईस्वी से 885 ईस्वी तक 49 वर्ष तक राज किया. मिहिर भोज के साम्राज्य का विस्तार आज के मुलतान से पश्चिम बंगाल तक और कश्मीर से कर्नाटक तक फैला हुआ था. 
  • ये धर्म रक्षक सम्राट् शिव के परम भक्त थे. 
  • स्कंध पुराण के प्रभास खंड में सम्राट् मिहिर भोज के जीवन के बारे में विवरण मिलता है.
  • 50 वर्ष तक राज्य करने के पश्चात् वे अपने बेटे महेंद्र पाल को राज सिंहासन सौंपकर संन्यासवृत्ति के लिए वन में चले गए थे. 
  • अरब यात्री सुलेमान ने भारत भ्रमण के दौरान लिखी पुस्तक सिलसिलीउत तुआरीख 851 ईस्वी में सम्राट मिहिर भोज को इस्लाम का सबसे बड़ा शत्रु बताया हैसाथ ही मिहिर भोज की महान सेना की तारीफ भी की है साथ ही मिहिर भोज के राज्य की सीमाएं दक्षिण में राजकूटों के राज्यपूर्व में बंगाल के पाल शासक और पश्चिम में मुलतान के शासकों की सीमाओं को छूती हुई बताई है.

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