नवंबर 2022 के चर्चित व्यक्ति एवं प्रमुख जयंती | Person in News November 2022 in Hindi
नवंबर 2022 के चर्चित व्यक्ति एवं प्रमुख जयंती
Person in News November 2022 in Hindi
अमर्त्य सेन
अमर्त्य सेन का
जन्म 03 नवंबर, 1933 में कोलकाता में
हुआ था। उनकी शिक्षा कोलकाता के शांति निकेतन, ‘प्रेसीडेंसी कॉलेज’ तथा कैंब्रिज के ट्रिनीटी कॉलेज से हुई।इसके अतिरिक्त
उन्होंने जादवपुर विश्वविद्यालय, दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स तथा ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय
में भी अध्यापन का कार्य किया है। वे एक महान अर्थशास्त्री एवं दार्शनिक हैं।
गौरतलब है कि द्वितीय पंचवर्षीय योजना में अमर्त्य सेन का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा
है। अमर्त्य सेन ने महालनोविस के द्वि-विभागीय कमियों को दूर करने के लिये चार
विभागों वाला एक वैज्ञानिक मॉडल प्रस्तुत किया जिसे ‘राज-सेन मॉडल’ के नाम से जाना
जाता है। इस मॉडल को उन्होंने प्रोफेसर के.एन. राज के साथ मिलकर तैयार किया था।
उन्होंने जहाँ एक ओर संवृद्धि की आवश्यकता पर बल दिया, वहीं बेरोज़गारी
उन्मूलन को प्राथमिकता देने की बात कही। सेन के अनुसार, भारत जैसे देश
में गरीबी उन्मूलन के लिये ज्ञान एवं प्रौद्योगिकी को समुचित संस्थानिक प्रोत्साहन
तथा उत्पादन के कारकों को बढ़ावा दिया जाना चाहिये। सेन ने अकाल की बदलती
प्रवृत्ति एवं कारणों पर भी समुचित प्रकाश डाला। वर्ष 1999 में भारत रत्न
से सम्मानित अमर्त्य सेन को वर्ष 1998 में अर्थशास्त्र के लिये नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया।
मानव कंप्यूटर: शकुंतला देवी
शकुंतला देवी का
जन्म 4 नवंबर, 1929 को बंगलुरु,कर्नाटक में हुआ
था। उन्हें "मानव कंप्यूटर" के रूप में जाना जाता है। बचपन से ही वह
अद्भुत प्रतिभा की धनी थीं और बड़ी से बड़ी संखाओं की गणना पल भर में ही कर लेती
थीं। उनकी प्रतिभा को देखते हुए वर्ष 1982 में उनका नाम ‘गिनीज़ बुक ऑफ
वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ में दर्ज कर लिया
गया। 6 वर्ष की उम्र
में मैसूर विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्हें अपनी गणना क्षमता का
प्रदर्शन करने का अवसर मिला। वर्ष 1977 में शकुंतला ने 201 अंकों की संख्या का 23वाँ वर्गमूल बिना किसी कागज़ व कलम की सहायता लिये ही निकाल दिया था तथा उनका उत्तर UNIVAC 1101 कंप्यूटर में
देखने के लिये US ब्यूरो ऑफ
स्टैंडर्ड को विशेष प्रोग्राम तैयार करना पड़ा था। बौद्धिक रूप से धनी शकुंतला देवी
लेखिका भी थी और उनके द्वारा लिखित पुस्तक
का शीर्षक “दी वर्ल्ड ऑफ होमोसेक्सुअल (1977)” है। वर्ष 1969 में फिलीपींस
विश्वविद्यालय ने उन्हें “वुमेन ऑफ़ दी ईयर” का दर्जा देते
हुए सम्मानित किया था। उन्हें रामानुजन गणित ज्ञाता पुरस्कार भी दिया गया। हृदय संबंधी समस्या के कारण 21 अप्रैल, 2013 को उनका देहांत
हो गया।
देशबंधु चित्तरंजन दास
चित्तरंजन दास का
जन्म 5 नवंबर, 1870 को कोलकाता में
हुआ था। चित्तरंजन दास को प्याेर से 'देशबंधु' कहा जाता था। वे महान राष्ट्रवादी तथा प्रसिद्ध
विधि-शास्त्री थे। चित्तरंजन दास ने वकालत छोड़कर गांधीजी के असहयोग आंदोलन में
बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और पूर्णतया राजनीति में आ गए। भारतीय राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस
के सिद्धांतों का प्रचार करते हुए उन्होंने पुरे देश का भ्रमण किया। चित्तरंजन दास
वर्ष 1922 में भारतीय
राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष नियुक्त किये गए लेकिन उन्होंने भारतीय शासन विधान
के अंतर्गत संवर्द्धित धारासभाओं से अलग रहना ही उचित समझा। संपन्न परिवार से
संबंध रखने वाले चित्तरंजन दास ने अपनी समस्त संपत्ति राष्ट्रीय हित में समर्पित
कर दी। कलकत्ता के नागरिकों के हित के लिये उन्हें नौकरियों में अधिक जगह देकर
हिन्दू-मुस्लिम मतभेदों को दूर करने का प्रयास किया। भारतीय समाज के लिये समर्पित, अधिक परिश्रमी
तथा जेल जीवन की कठिनाइयों से जूझते हुए चित्तरंजन दास बीमार पड़ गए और 16 जून, 1925 को उनका निधन हो
गया।
मौलाना अबुल कलाम आज़ाद
भारत के पहले
शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती के अवसर पर प्रत्येक वर्ष 11 नवंबर को
राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया जाता है। अबुल कलाम आज़ाद विद्वान, शिक्षाविद् और
स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने स्वतंत्र भारत की शिक्षा प्रणाली के विकास में
महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। मौलाना अबुल कलाम आज़ाद को मरणोपरांत वर्ष 1992 में भारत के
सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। मौलाना आज़ाद ने
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), भारतीय विज्ञान संस्थान (IISC) और स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग की
स्थापना में महत्त्वपूर्ण योगदान किया। उन्होंने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC), अखिल भारतीय
तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE),
भारतीय सांस्कृतिक
संबंध परिषद (ICCR), साहित्य अकादमी, ललित कला अकादमी, संगीत नाटक
अकादमी एवं वैज्ञानिक औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) की स्थापना में भी भूमिका निभाई। पहले
राष्ट्रीय शिक्षा दिवस समारोह का उद्घाटन तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने 11 नवंबर, 2008 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में
किया था, इसके साथ ही
केंद्र सरकार ने 11 नवंबर को
राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी।
श्लोक मुखर्जी
गूगल
ने Google For Doodle
2022 प्रतियोगिता के विजेता की घोषणा की। इस वर्ष कोलकाता के श्लोक मुखर्जी को
उनके प्रेरक डूडल के लिये 'इंडिया ऑन द
सेंटर स्टेज' शीर्षक से भारत
के लिये विजेता घोषित किया गया है। अपने डूडल को साझा करते हुए श्लोक ने लिखा, "अगले 25 वर्षों में
मानवता की बेहतरी के लिये भारत के वैज्ञानिक, स्वदेशी इको-फ्रेंडली रोबोट विकसित करेंगे। भारत पृथ्वी से
अंतरिक्ष तक की नियमित रूप से यात्रा करेगा। भारत योग एवं आयुर्वेद में अधिक विकास
के साथ आने वाले वर्षों में और मज़बूत होगा। इस वर्ष की प्रतियोगिता में भारत के
लगभग 100 से अधिक शहरों
से कक्षा 1 से 10 तक के बच्चों की
115,000 से अधिक
प्रविष्टियाँ प्राप्त हुईं,
जिसका विषय था-
"अगले 25 वर्षों में मेरा
भारत होगा..."। निर्णायक पैनल के अंतर्गत अभिनेता, फिल्म निर्माता
नीना गुप्ता, टिंकल कॉमिक्स की
प्रधान संपादक, कुरियाकोस वैसियन, यूट्यूब
क्रिएटर्स स्लेयपॉइंट और कलाकार एवं उद्यमी अलीका भट के साथ-साथ गूगल डूडल टीम
शामिल थी।
राजीव कुमार
नेपाल के चुनाव
आयोग ने आगामी प्रतिनिधि सभा और प्रांतीय विधानसभा चुनाव के लिये भारत के मुख्यह
निर्वाचन आयुक्तज राजीव कुमार को अंतर्राष्ट्री य पर्यवेक्षक के रूप में आमंत्रित
किया है। नेपाल में प्रतिनिधि सभा के 275 सदस्योंै और सात प्रांतीय विधानसभाओं की 550 सीटों के लिये 20 नवंबर को चुनाव
होंगे। मुख्या निर्वाचन आयुक्तस 18 से 22 नवंबर तक नेपाल में आमंत्रित निर्वाचन अधिकारियों के
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्वक करेंगे। भारत निर्वाचन आयोग जिसे चुनाव आयोग के नाम से
भी जाना जाता है, एक स्वायत्त
संवैधानिक निकाय है जो भारत में संघ और राज्य चुनाव प्रक्रियाओं का संचालन करता
है। चुनाव आयोग की स्थापना 25 जनवरी, 1950 को संविधान के अनुसार की गई थी। 25 जनवरी को
राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है। आयोग का सचिवालय नई दिल्ली में
है। यह देश में लोकसभा, राज्यसभा, राज्य विधानसभाओं, राष्ट्रपति और
उपराष्ट्रपति के चुनाव का संचालन करता है। इसका राज्यों में पंचायतों और नगर
पालिकाओं के चुनावों से कोई संबंध नहीं है। इसके लिये भारत का संविधान अलग से
राज्य चुनाव आयोग का प्रावधान करता है।
मनिका बत्रा
भारत की स्टार
टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा एशियाई कप टेबल टेनिस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में
पहुँचने वाली पहली भारतीय महिला बन गई। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में चीनी ताइपे की
अपने से बेहतर रैंकिंग की चेन सू यू को 4-3 से हराया। विश्व रैंकिंग में 44वें नंबर की
मनिका ने महिला एकल के कड़े मुकाबले में विश्व की 23वें नंबर की चेन सू यू को 6-11, 11-6, 11-5, 11-7, 8-11, 9-11, 11-9 से पराजित किया।
इस भारतीय खिलाड़ी ने इससे पहले दुनिया में सातवें नंबर की चीन की चेन जिंगटोंग को
पराजित किया था। मनिका सेमीफाइनल में कोरिया की जियोन जिही और जापान की मीमा इतो
के बीच होने वाले मैच के विजेता से भिड़ेगी। इससे पहले मनिका बत्रा टोक्यो ओलंपिक 2020 में ओलंपिक के
एकल राउंड ऑफ 32 में जगह बनाने
वाली भारत की पहली महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी बनीं। कॉमनवेल्थ खेलों की स्वर्ण पदक
विजेता, 2 बार की ओलंपियन
और कई अन्य उपलब्धियाँ हासिल करने वाली मनिका भारतीय टेबल टेनिस की बेहतरीन स्टार
खिलाड़ियों में से एक हैंं।
अनवर इब्राहिम
प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी ने मलेशिया के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम को बधाई दी
है। अनवर इब्राहिम ने 24 नवंबर, 2022 को नेशनल पैलेस
में आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। वर्ष 1990 के दशक में वे
मलेशिया के उपप्रधानमंत्री रह चुके हैं। इब्राहिम ने ग्रामीण गरीबी एवं देश को
प्रभावित करने वाली अन्य सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों के खिलाफ विरोध की अगुयाई की।
इब्राहिम ने वर्ष 1971 में मलेशिया के
मुस्लिम यूथ मूवमेंट की स्थापना की। हालाँकि बाद में वह यूनाइटेड मलेशियाई नेशनल
ऑर्गनाइज़ेशन पार्टी में शामिल हो गए और
वित्त मंत्री बने। वित्त मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने
स्वतंत्र रूप से विभिन्न राजनीतिक निर्णयों को लागू किया जिससे मलेशिया को एशियाई
वित्तीय संकट के प्रभाव से बचने में मदद मिली।
पिलाउल्लाकांडी थेक्केपरांबिल उषा - पीटी उषा
एथलीट और
राज्यसभा की मनोनीत सांसद पीटी उषा को भारतीय ओलंपिक संघ का अध्यक्ष बनाया गया है।
इस पद की वो इकलौती दावेदार थीं। इस संबंध में चुनाव 10 दिसंबर को होने
थे, लेकिन विपक्ष में
कोई और उम्मीदवार नहीं होने की वजह से उन्हें IOA की पहली महिला अध्यक्ष चुन लिया गया है। पीटी उषा को 'पय्योली
एक्सप्रेस, उड़नपरी' के नाम से भी
जाना जाता है और वह देश की सबसे सफल एथलीटों में से एक हैं। पीटी उषा ने वर्ष 1982 से 1994 तक एशियाई खेलों
में चार स्वर्ण सहित 11 पदक जीते।
उन्होंने वर्ष 1986 के सियोल एशियाई
खेलों में सभी चार स्वर्ण (200 मीटर, 400 मीटर, 400 मीटर बाधा दौड़
और चार गुणा 400 मीटर रिले)
पदकों के साथ ही 100 मीटर में रजत भी
जीता था। उषा ने 1982 नई दिल्ली एशियाई खेलों में 100 मीटर और 200 मीटर में पदक
जीते। कुल मिलाकर उन्होंने 1983 से 1998 तक एशियाई चैम्पिपियनशिप में कुल 23 पदक जीते। पीटी
उषा वर्ष 1984 के ओलिंपिक 400 मीटर बाधा दौड़
के फाइनल में चौथे स्थान पर रहीं थी। भारतीय ओलंपिक संघ भारत की राष्ट्रीय ओलंपिक
समिति (NOC) है। इसका कार्य
ओलंपिक खेलों, एशियाई खेलों व
अन्य अंतर्राष्ट्रीय बहु-खेल प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्त्व करने वाले
एथलीटों का चयन करना और भारतीय टीम का प्रबंधन करना है। यह भारतीय राष्ट्रमंडल खेल
संघ की तरह ही कार्य करता है, तथा राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का प्रतिनिधित्त्व करने
वाले एथलीटों का भी चयन करता है।
अब्देल फतेह अल सिसी
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सिसी को अगले वर्ष 26 जनवरी, 2023 को गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। पहली बार मिस्र के राष्ट्रपति भारत के गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। विदेश मंत्रालय के अनुसार भारत और मिस्र के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। दोनों देश इस साल राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगाँठ मना रहे हैं। वर्ष 2022-23 में भारत की जी-20 की अध्यक्षता के दौरान मिस्र को 'अतिथि देश' के रूप में आमंत्रित किया गया है। अब्देल फतेह अल-सिसी जिनका जन्म 19 नवंबर, 1954 की हुआ था, मिस्र के सोलहवें राष्ट्रपति हैं। वह वर्ष 2014 से लगातार मिस्र के राष्ट्रपति के पद पर है।
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