Current Affairs Summary December 2022 in Hindi |समसामयिकी सारांश दिसंबर 2022
Current Affairs Summary December 2022 in Hindi
Current Affairs Summary December 2022 in Hindi
नगालैंड का स्थापना दिवस
01 दिसंबर को नगालैंड का स्थापना दिवस मनाया जाता है। नगालैंड 01 दिसंबर, 1963 को भारतीय संघ के 16वें राज्य के रुप में अस्तित्व में आया था। नगालैंड पूर्व में म्याँमार, उत्तर में अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम में असम तथा दक्षिण में मणिपुर से घिरा हुआ है। नगालैंड तथा म्याँमार के बीच सरामती पर्वत शृंखला प्राकृतिक सीमा बनाती है जो नगालैंड की सबसे ऊँची पहाड़ी भी है।
जी-20 की अध्यक्षता
1 दिसंबर को भारत ने एक वर्ष के लिये औपचारिक रूप से जी-20 की अध्यतक्षता का कार्यभार संभाला। विदेश मंत्रालय के अनुसार इसके द्वारा जी-20 समूह की अध्यरक्षता के दौरान आयोजित कार्यक्रमों में नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित करने पर विशेष बल जाएगा। नई दिल्लीे में इस बारे में जानकारी देते हुए विदेश मंत्रालय ने इसे एक अविस्मचरणीय दिवस बताया है। इसके अंतर्गत बताया गया कि भारत की अध्यमक्षता का प्रमुख तत्त्व जी-20 को जनता के निकट ले जाना है। इसमें विभिन्नत जनभागीदारी कार्यक्रमों के माध्य म से नागरिकों की बड़े स्तगर पर भागीदारी की योजना बनाई गई है और साथ ही विशेष जी-20 सत्रों में युवाओं और स्कूमली छात्रों को शामिल करने के प्रयास किये जाएंगे। अध्यक्षता के दौरान इस बात पर विशेष जोर दिया गया कि एक समूह के रूप में विश्व को प्रभावित करने वाले महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर सभी को समान राय प्रस्तुत करना आवश्यक है। भारत खाद्य, ईंधन और उरवर्कों समेत विश्वम को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर भी ध्याकन केंद्रित करेगा।
भोपाल गैस त्रासदी
विश्व की दूसरी
सबसे बड़ी गैस त्रासदी को भले ही 38 साल बीत गए हों, लेकिन इसके जख्म आज भी ताज़ा हैं। भोपाल गैस त्रासदी भारत
में मध्य प्रदेश के भोपाल शहर में घटित वह बड़ी दुर्घटना थी, जिसमें हज़ारों
लोगों ने अपनी जान गँवा दी थी। 02 और 03 दिसम्बर, 1984 को भोपाल में हुई भयानक औद्योगिक दुर्घटना को "भोपाल
गैस कांड" या "भोपाल गैस त्रासदी" के नाम से जाना गया। भोपाल स्थित
'यूनियन कार्बाइड' नामक कंपनी के
कारखाने से 'मिथाइल आइसोसाइनेट' (Methyl isocyanate- MIC) नामक एक ज़हरीली
गैस का रिसाव हुआ, जिससे कीटनाशक
बनाया जाता है। बहुराष्ट्रीय कंपनी 'यूनियन कार्बाइड' के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वारेन एंडरसन ने विश्व के
अन्य देशों, प्रांतों, प्रदेशों की तरह
भोपाल में भी एक अत्यंत आधुनिक, सुरक्षा और उत्पादन के शीर्ष मायनों पर खरा उतरने वाले
रासायनिक कीटनाशक उत्पादन की महत्त्वाकांक्षा वाला एक कारखाना स्थापित किया था।
यूनियन कार्बाइड की बेहतरीन कीटनाशक उत्पादन प्रणाली बाज़ार के साथ सामंजस्य
स्थापित नहीं कर पाई और इसके कारखाने को अनुमानित अर्थलाभ की अपेक्षा आर्थिक
नुकसान उठाना पड़ा, जिसका कंपनी की
उत्पादन प्राणाली, सुरक्षा मानदंड
और उपकरणों के अनुरक्षण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा और मिथाइल आइसोसाइनेट गैस के
रिसाव से लगभग 15000 से अधिक लोगों
की जान गई तथा बहुत सारे लोग अनेक तरह की शारीरिक अपंगता से लेकर अंधेपन के शिकार
हुए। भोपाल गैस त्रासदी दुनिया की सबसे बड़ी औद्योगिक दुर्घटना मानी जाती है।
कर्मचारी राज्य बीमा निगम की 189वीं बैठक
केंद्रीय श्रम
एवं रोजगार मंत्रालय द्वारा 3 से 4 दिसंबर, 2022 को कर्मचारी
राज्य बीमा निगम के उद्देश्य 'निर्माण से शक्ति' पहल के तहत इसके
बुनियादी ढाँचे का उन्नयन और आधुनिकीकरण करना- को स्पष्ट करते हुए कर्मचारी राज्य
बीमा निगम की 189वीं बैठक का सफल
आयोजन नई दिल्ली में स्थित इसके मुख्यालय में किया गया। कर्मचारी राज्य बीमा योजना
के दायरे में आने वाले बीमाकृत श्रमिकों और उनके आश्रितों की संख्या में उल्लेखनीय
वृद्धि को देखते हुए संबद्ध मंत्रालय ने कर्मचारी राज्य बीमा निगम को बुनियादी
ढाँचे को मज़बूत करने पर ज़ोर देने का निर्देश दिया। कर्मचारी राज्य बीमा निगम की
बैठक के दौरान निम्नलिखित महत्त्वपूर्ण कार्यसूची मदों पर विचार किया गया, जो चिकित्सा एवं
हितलाभ सेवा वितरण तत्रों को बेहतर बनाने में मदद करेगा और कर्मचारी राज्य बीमा
योजना के दायरे में आने वाले बीमाकृत श्रमिकों की बढ़ती संख्या के प्रबंधन के लिये
कर्मचारी राज्य बीमा निगम के बुनियादी ढाँचे को मज़बूत करेगा:- कर्मचारी राज्य बीमा
निगम, श्यामलीबाजार, अगरतला, त्रिपुरा में 100 बिस्तरों वाला
नया अस्पताल और इडुक्की, केरल में 100 बिस्तरों वाले
अस्पताल की स्थापना का निर्णय, वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिये कर्मचारी राज्य बीमा निगम के
लेखापरीक्षित वार्षिक लेखे और वार्षिक रिपोर्ट को मंज़ूरी।
‘इंडिया: द मदर ऑफ डेमोक्रेसी’ पुस्तक
हाल ही में केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास मंत्री श्री धर्मेन्द्र प्रधान ने भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद (ICHR) द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘इंडियाः दी मदर ऑफ डेमोक्रेसी’ का विमोचन किया। इस पुस्तक का उद्देश्य प्राचीन काल से भारत के लोकतांत्रिक लोकाचार को प्रदर्शित करना है, जिसमे 30 विभिन्न लेखकों द्वारा लिखे गए 30 लेख हैं। लेखकों में प्रसिद्ध पुरातत्त्वविद् वसंत शिंदे, पंजाब विश्वविद्यालय के प्रोफेसर राजीव लोचन, जम्मू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जिगर मोहम्मद और सिक्किम विश्वविद्यालय के प्रोफेसर वीनू पंत शामिल हैं। इस पुस्तक की शुरुआत दुनिया की सबसे पहली लोकतांत्रिक प्रणाली हड़प्पा सभ्यता के लेख से होती है। इस पुस्तक में 6 भाग है: 1. पुरातत्व, साहित्य, मुद्राशास्त्र और पुरालेख। 2. गण, महाजनपद, राज्य। 3. भक्ति और संप्रदाय: लोकतांत्रिक परंपराओं की कल्पना। 4. प्रजातांत्रिक वादों का प्रस्फुटनः जैन धर्म, बौद्ध धर्म और सिख धर्म। 5. लोक: जनजाति और खाप। 6. लोकतंत्र के लोकाचार का पता लगाना: मानवता और उपनिवेशवाद।
मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन पर राष्ट्रीय सम्मेलन
कृषि और किसान
कल्याण मंत्री ने 5 दिसंबर, 2022 को सतत् कृषि के
लिये मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन पर राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। उन्होंने
रासायनिक कृषि और अन्य कारणों से मृदा की उर्वरता कम होने एवं जलवायु परिवर्तन का
देश तथा विश्व के लिये एक बड़ी चिंता का विषय बताया। सरकार मृदा स्वास्थ्य कार्ड
के माध्यम से भी काम कर रही है। उनके अनुसार दो चरणों में देश भर के किसानों को 22 करोड़ से अधिक
मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किये जा चुके हैं। सरकार मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन
योजना के तहत बुनियादी ढाँचा भी विकसित कर रही है। अब तक 499 स्थायी मृदा
परीक्षण प्रयोगशालाएँ,
113 मोबाइल मृदा परीक्षण प्रयोगशालाएँ, आठ हज़ार 811 मिनी मृदा परीक्षण प्रयोगशालाएँ और दो हज़ार 395 ग्राम-स्तरीय
मृदा परीक्षण प्रयोगशालाएँ स्थापित की जा चुकी हैं।
ड्रोन तकनीक का हब
केंद्रीय सूचना
एवं प्रसारण मंत्री भारत के ड्रोन तकनीक का हब बनने की संभावनाओं पर अपने विचार प्रस्तुत करते हुए
भारत को अगले साल तक कम से कम 1 लाख ड्रोन पायलटों की आवश्यकता पर चर्चा की। उन्होंने 6 दिसंबर को
चेन्नई में 'ड्रोन यात्रा 2.0' को झंडी दिखाई।
प्रौद्योगिकी वास्तव में विश्व को तीव्र गति से बदल रही है और यह अब से अधिक
प्रासंगिक कभी नहीं रही है,
क्योंकि इसके
अनुप्रयोग विश्व के कुछ सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण समस्याओं को हल कर रहे हैं। एक अरब
से अधिक लोगों के देश के रूप में, भारत आगे रहने के लिये बड़े पैमाने पर प्रौद्योगिकी का लाभ
उठाने की अपार संभावनाएँ हैं।" भारत में ड्रोन तकनीक में हुई प्रगति का
ब्यौरा देते हुए उन्होंने कहा कि बीटिंग रिट्रीट के दौरान भारतीय स्टार्ट-अप 'बोटलैब
डायनामिक्स' द्वारा 1000 'मेड इन इंडिया' ड्रोन का काफी
शानदार प्रदर्शन रहा। 'बोटलैब
डायनामिक्स का नेतृत्त्व IIT
के पूर्व छात्र
कर रहे हैं। स्वामित्त्व योजना के एक भाग के रूप में, (गांँवों का
सर्वेक्षण और ग्रामीण इलाकों में तात्कालिक तकनीक के साथ मानचित्रण) गांँवों में
जमीनों और घरों का सर्वेक्षण ड्रोन के जरिये किया जा रहा है। गाँवों के खेतों में
कीटनाशकों और नैनो उर्वरकों के छिड़काव के लिये ड्रोन के उपयोग में तेज़ी आ रही है।
यह परिकल्पना की गई है कि ये ड्रोन खेतों में कीटनाशकों के उपयोग को सुव्यवस्थित
करने में मदद करेंगे, जिससे हमारे
किसानों की लाभ-प्राप्ति में और सुधार होगा। प्रभावी नीतियाँ, उद्योग को
प्रोत्साहन और 'व्यवसाय करने में
आसानी' ड्रोन क्षेत्र को
आवश्यक गति प्रदान कर रहे हैं, जो भारत में इसकी अपार संभावनाओं को दर्शाता है। 'आत्मनिर्भर भारत' के दृष्टिकोण के
अनुरूप नवाचार और अत्याधुनिक ड्रोन प्रौद्योगिकी इकोसिस्टम; अमृत काल में एक
आत्मनिर्भर न्यू इंडिया सुनिश्चित करेगा।"
जाफना और चेन्नमई के बीच सीधी उड़ान सेवा
जाफना और चेन्नरई
के बीच सीधी उड़ान सेवा 12 दिसंबर, 2022 से फिर शुरू हो
जाएगी। पर्यटन को बढ़ावा मिलने से आर्थिक संकट से जूझ रही श्रीलंका की
अर्थव्यसवस्थाे को इससे मदद मिलेगी। 12 दिसंबर से पलाली में जाफना इंटरनेशनल एयरपोर्ट से चेन्नजई
के बीच शुरू होने वाली अलायंस एयर की सीधी उड़ान सप्ताफह में चार दिन उपलब्ध रहेगी। एयरलाइंस की यह सेवा तीन साल के के बाद
शुरू हो रही है। मार्च 2020 के बाद से
उड्डयन सेवा कोविड महामारी से बुरी तरह प्रभावित हुई थी। श्रीलंका के उड्डयन
मंत्री ने बताया कि हवाई अड्डे के रनवे में और सुधार किये जाने की आवश्यकता है। इस
समय इसकी क्षमता सीमित है। भारत और श्रीलंका ने वर्ष 2019 में वहाँ के
तीसरे अंतर्राष्ट्री य हवाई अड्डे का संयुक्तत रूप से आधुनिकीकरण किया था।
वन्या जीव
संरक्षण संशोधन विधेयक-2022
वन्या जीव
संरक्षण संशोधन विधेयक-2022,
8 दिसंबर को संसद से पारित हो गया। लोकसभा से पहले ही पारित इस विधेयक पर
राज्यी सभा ने अपनी मुहर लगा दी है । इस विधेयक का उद्देश्य वन्यो जीवों और
वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर अभिसमय को लागू
करना और इसके द्वारा संरक्षित संकटग्रस्तथ प्रजातियों की सूची का विस्तारर करना
है। इस विधेयक के माध्यम से केन्द्री्य पर्यावरण मंत्री ने वन क्षेत्रों में रहने
वाले लोगों और वन्य जीवों के संरक्षण पर ज़ोर दिया। वर्ष 2004 से 2014 के बीच जहाँ देश
में दो लाख 26 हज़ार वर्ग
किलोमीटर से अधिक के वन क्षेत्र का उपयोग दूसरे कार्यो के लिये किया गया वहीं वर्ष
2014 से 2022 के बीच केवल एक
लाख 30 हज़ार वन क्षेत्र
का ही इस्तेयमाल अन्य कार्यों के लिये किया गया, और इन प्रयासों की वजह से ही देश के हरित
क्षेत्र का विस्ता र हुआ है। इस विधेयक में केंद्र सरकार को एक ऐसा प्राधिकरण
बनाने का अधिकार दिया जा रहा है, जो संरक्षित प्रजातियों के निर्यात अथवा आयात हेतु लाइसेंस
प्रदान कर सकेगा।
पर्सन ऑफ द ईयर 2022’
यूक्रेन के
राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की अर्थात् 'स्पिरिट ऑफ यूक्रेन' को वर्ष 2022 के लिये टाइम मैगज़ीन द्वारा ‘पर्सन ऑफ द ईयर’ घोषित किया गया
है तथा टाइम मैगज़ीन ने हाल ही के अंक में ज़ेलेंस्की को कवर पेज पर जगह दी।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच जेलेंस्की पिछले 10 महीनों से मज़बूती के साथ अपने देश और देशवासियों के साथ
खड़े रहे हैं। ज़ेलेंस्की के कीव में रहने और रूसी सेना के खिलाफ लड़ने के फैसले
ने उन्हें प्रसिद्ध कर दिया। उन्होंने बार-बार भाषण देकर और फ्रंटलाइन पर दिखाई
देकर यूक्रेनी सेना के मनोबल को बढ़ाने में एक प्रमुख भूमिका निभाई है। पर्सन ऑफ द
ईयर टाइम मैगज़ीन का एक वार्षिक प्रकाशन है जिसमें एक व्यक्ति, एक समूह, एक विचार या एक
वस्तु को दर्शाया गया है जिसने वर्ष की घटनाओं को महत्त्वपूर्ण रूप से प्रभावित
किया था। इसे मैगज़ीन के संपादकों द्वारा चुना जाता है। “पर्सन ऑफ द ईयर” चुनने की परंपरा
वर्ष 1927 में शुरू हुई
थी। पिछले उल्लेखनीय विजेताओं में जर्मन तानाशाह एडोल्फ हिटलर (1938), रूसी राष्ट्रपति
व्लादिमीर पुतिन (2007) और अन्य शामिल
हैं। 1930 के संस्करण में
महात्मा गांधी को चित्रित किया गया था तथा वर्ष 2021 में टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ ‘एलन मस्क’ को पर्सन ऑफ द
ईयर नामित किया गया था।
गुजरात चुनाव
गुजरात विधानसभा
चुनाव 2022 के नतीजे
गुरुवार, दिनाक 08 दिसंबर को घोषित
किये गए। एक्ज़िट पोल्स के आकलन अनुसार भारतीय जनता पार्टी (BJP) लगातार 7वीं बार विजयी
हुई है। गुजरात में इससे पूर्व कभी भी किसी भी पार्टी को इतने लंबे समय तक शासन
करने का अवसर नहीं मिला, भारतीय जनता
पार्टी ने इस चुनाव में कुल 182 में से 156 सीटों पर जीत दर्ज की, वर्ष 1995 से लगातार ही सत्ता में रही भारतीय जनता पार्टी ने वर्ष 2002 में अपना
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था , दिल्ली और पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) को भी 5 सीटों पर जीत
प्राप्त हुई।
IIT दिल्ली द्वारा उद्योग दिवस का आयोजन
भारतीय
प्रौद्योगिकी संस्थाोन- IIT
दिल्ली द्वारा 10 दिसंबर को
उद्योग दिवस मनाया गया। दिनभर चलने वाले इस आयोजन के चौथे संस्करण में IIT दिल्ली में भावी
तकनीकों और प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया गया जिसे विकसित करने के लिये
संस्थान निरंतर काम कर रहा है। इन तकनीकों के माध्यम से उद्योग जगत तथा समाज दोनों
लाभान्वित होंगे। इस कार्यक्रम में 15 से अधिक बड़े कॉर्पोरेट और व्यावसायिक घरानो ने भाग लिया। IIT दिल्ली के निदेशक
प्रोफेसर रंगन बैनर्जी ने बताया कि वे उद्योग जगत के साथ अपने संबंधों को और सुदृढ़
करने हेतु उत्सुनक हैं और उन्हें भविष्य के लिये तैयार स्नातकों के साथ साथ अपनी
शोध के माध्य म से प्रतिस्पर्द्धी बढ़त दिलाने में भूमिका अदा करना चाहते हैं।
9वीं विश्व आयुर्वेद कॉन्ग्रेस
गोवा में 11 दिसंबर को 9वीं विश्व
आयुर्वेद कॉन्ग्रेस के समापन सत्र को प्रधानमंत्री द्वारा संबोधित किया गया। अपने
ज्ञान-विज्ञान और सांस्कृतिक अनुभव के माध्यम से विश्व के कल्याण का संकल्प
अमृतकाल के लक्ष्यों में से एक है और आयुर्वेद इसके लिये एक ठोस और प्रभावी माध्यम
है। आयुर्वेद एक ऐसा विज्ञान है, जिसका दर्शन, जिसका आदर्श वाक्य - ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामयः’ है। विश्व के 30 से ज़्यादा देशों ने आयुर्वेद को पारंपरिक दवाओं की एक
प्रणाली के रूप में मान्यता दी हुई है। इसे ज़्यादा से ज़्यादा देशों तक प्रचारित
करना और आयुर्वेद को मान्यता दिलाना इसका लक्ष्य है। इस हेतु आयुष से जुड़े तीन
संस्थानों, ऑल इंडिया
इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद-गोवा, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ यूनानी मेडिसिन-गाज़ियाबाद और नेशनल
इंस्टीट्यूट ऑफ होमियोपैथी-दिल्ली का लोकार्पण भी किया गया जो आयुष हेल्थ केयर
सिस्टम को नई गति प्रदान करेगा।
एम्स (AIIMS) नागपुर
प्रधानमंत्री
नरेन्द्र मोदी द्वारा 11 दिसंबर 2022 को एम्स नागपुर
का उद्घाटन किया गया। पूरे देश में स्वास्थ्य अवसंरचना को सुदृढ़ बनाने हेतु एम्स
नागपुर के उदघाटन से राष्ट्र की स्वास्थ्य व्यवस्था को मज़बूती प्राप्त होगी। एम्स
नागपुर, जिसका शिलान्यास
जुलाई 2017 में
प्रधानमंत्री द्वारा किया गया था, की स्थाूपना केंद्रीय क्षेत्र की स्की।म प्रधानमंत्री
स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत की गई है। 1575 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से विकसित एम्स नागपुर
अत्याधुनिक सुविधाओं से पूर्ण है जिसमें ओपीडी, आईपीडी, नैदानिक सेवाएँ, ऑपरेशन थिएटर और 38 विभाग हैं। इस अस्पताल द्वारा महाराष्ट्र के विदर्भ
क्षेत्र को आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता से लाभ होगा।
वंदे भारत एक्सप्रेस
प्रधानमंत्री ने
नागपुर से बिलासपुर के बीच 11 दिसंबर, 2022 को वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का उद्घाटन किया। यह स्वदेशी
रूप से डिज़ाइन और निर्मित सेमी हाई स्पीड, स्व-चालित ट्रेन है जिसे गति तथा यात्री सुविधा के मामले
में राजधानी ट्रेनों की शुरुआत के बाद भारतीय रेलवे के अगले कदम के रूप में देखा
जाता है। पहली वंदे भारत ट्रेन का निर्माण इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF), चेन्नई द्वारा 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम के
हिस्से के रूप में लगभग 100 करोड़ रुपए की
लागत से किया गया था। वंदे भारत अलग लोकोमोटिव द्वारा संचालित यात्री कोचों की
पारंपरिक प्रणालियों की तुलना में ट्रेन सेट तकनीक (Train Set Technology) के अनुकूलन का
भारत का पहला प्रयास था। हालाँकि ट्रेन सेट कॉन्फिगरेशन एक जटिल प्रक्रिया है
लेकिन इसे बनाए रखना आसान है, यह कम ऊर्जा खपत के साथ ट्रेन संचालन में अधिक लचीली है।
विकास के चरण के दौरान वंदे भारत ट्रेन बिना लोकोमोटिव के संचालित होती हैं जो एक
प्रणोदन प्रणाली पर आधारित हैं, इसे डिस्ट्रिब्यूटेड ट्रैक्शन पावर टेक्नोलॉजी (Distributed Traction Power
Technology) कहा जाता है, जिसके द्वारा ट्रेन सेट संचालित होता है। यह तेज़ त्वरण के
कारण अधिकतम 160 किमी. प्रति
घंटे की गति प्राप्त कर सकती है, जिससे यात्रा का समय 25% से 45% तक कम हो जाता है।
मारिया टेल्कस
12 दिसंबर को गूगल
ने मारिया टेल्कस (Maria
Telkes) पर एक डूडल बनाकर उन्हें सम्मानित किया। मारिया टेल्क्स
शीर्ष वैज्ञानिकों और बायोफिजिसिस्ट थी जिन्हें 'द सन क्वीन' (The Sun Queen) यानि 'सूरज की रानी' के नाम से भी जाना जाता है। मारिया टेल्कस का जन्म 12 दिसंबर, 1900 को बुडापेस्ट के
हंगरी शहर में हुआ था और इस वर्ष उनकी 122वीं जयंती है। उनका मानना था कि सूर्य की शक्ति मानव जीवन
को बदल सकती है और वह सही थी। वर्ष 1924 में यूनिवर्सिटी
ऑफ बुडापेस्ट से पीएचडी की,
इसके बाद वह
संयुक्त राज्य अमेरिका चली गईं और वहाँ एक बायोफिजिसिस्ट के रूप में पद स्वीकार
किया तथा वर्ष 1939 में उन्होंने MIT रिसर्च ग्रुप को
ज्वाइन किया, जो सोलर एनर्जी
पर केंद्रित था। वर्ष 1948 में आर्किटेक्ट
एलेनोर रेमंड के साथ मिलकर ऐसी प्रणाली तैयार की जो सूरज की रोशनी की गर्मी से
दीवारों को गर्म रख सकती है। उन्होंने अपने शुरुआती करियर में बायोफिजिक्स पर
आधारित एनर्जी पर रिसर्च किया, वह मारिया टेल्कस ही थीं, जिन्होंने सोलर पॉवर्ड डिस्टिलर से समुद्री
पानी को पीने योग्य बनाया,
ताकी समुद्र में
खो जाने वाले सैनिक पानी पी सकें, यह मारिया टेल्कस का सबसे प्रसिद्ध आविष्कार माना जाता था।
स्वागमी महाराज शताब्दीय महोत्सीव
प्रधानमंत्री ने 14 दिसंबर, 2022 को गुजरात के
अहमदाबाद में प्रमुख स्वाथमी महाराज शताब्दीं महोत्सकव का उद्घाटन किया। प्रमुख
स्वाममी महाराज ने असंख्या लोगों के पथ-प्रदर्शक और आध्या्त्मिक गुरू के रूप में
भारत एवं विश्वत को प्रभावित किया। प्रमुख स्वामी महाराज के जन्म शताब्दी वर्ष में
दुनियाभर में लोग उनके जीवन और कार्यों का जश्न मानते हैं। वर्ष भर चलने वाले इस
समारोह का समापन प्रमुख स्वामी महाराज शताब्दी महोत्सव में होगा, जिसकी मेज़बानी BAPS स्वामीनारायण
मंदिर, शाहीबाग द्वारा
की जाएगी। 15 दिसंबर से 15 जनवरी तक
अहमदाबाद में शताब्दी महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इसमें दैनिक कार्यक्रम, विषयगत
प्रदर्शनियाँ और विचार-विमर्श से संबंधित कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। महीने
भर का यह कार्यक्रम 14 दिसंबर से शुरू
होगा जो 15 जनवरी, 2023 को अहमदाबाद में
सम्पान्न होगा।
एन. कोटिश्वर
सर्वोच्च
न्यायालय समिति ने गुवाहाटी उच्च न्यायालय के जस्टिस एन. कोटिश्वर सिंह को जम्मू
कश्मीर एवं लद्दाख उच्च न्यायालय का चीफ जस्टिस नियुक्त करने की सिफारिश की है।
सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता में इस समिति
की सिफारिश को केंद्र सरकार की मंज़ूरी मिलने के पश्चात राष्ट्रपति की ओर से
अधिसूचना जारी की जाएगी। उक्त समिति ने जम्मू कश्मीर के पूर्व चीफ जस्टिस पंकज
मित्थल को सर्वोच्च न्यायालय में जस्टिस नियुक्त करने संबंधी भी सिफारिश की है।
जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख के चीफ जस्टिस अली मोहम्मद मागरे 8 दिसंबर को
सेवानिवृत्त हुए थे। इसके बाद उच्च न्यायालय के जस्टिस ताशी रबस्तान को कार्यवाहक
चीफ जस्टिस बनाया गया। अतः अब राष्ट्रपति द्वारा जारी अधिसूचना के माध्यम से चीफ
जस्टिस की नियुक्ति कर दी जाएगी। 1 मार्च, 1963 को जन्मे जस्टिस एन. कोटिश्वर को वर्ष 2008 में गुवाहाटी उच्च न्यायालय द्वारा वरिष्ठ वकील के रूप में
नामित किया गया था गुवाहाटी उच्च न्यायालय के तत्कालीन चीफ जस्टिस अजय लांबा के
सेवानिवृत्त होने के बाद वर्ष 2020 में कोटिश्वर सिंह को कार्यवाहक चीफ जस्टिस नियुक्त किया
गया था।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन
ब्रिटेन, फ्राँस और संयुक्त अरब अमीरात ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा
परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता हेतु समर्थन व्यक्त किया है। भारत दिसंबर 2022 के लिये संयुक्त
राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता कर रहा है। ब्रिटेन की स्थायी प्रतिनिधि डेम
बारबरा के अनुसार सुरक्षा परिषद को विश्व के लिये अधिक प्रतिनिधित्त्व वाली संस्था
बनाने और स्थायी तथा अस्थायी श्रेणियों में परिषद के विस्तार की आवश्यकता है।
फ्राँस के स्थायी प्रतिनिधि निकोलस डी रिबिरे ने कहा कि उनका देश नई ताकतों के
उभार और सुरक्षा परिषद में स्थायी की
ज़िम्मेदारी उठाने की सक्षमता पर गौर करते हुए सुरक्षा परिषद के विस्तार का समर्थन
करता है। अतः फ्राँस भी जर्मनी,ब्राज़ील, भारत और जापान की स्थायी सदस्यता का समर्थन करता है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अतंर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा में
बहुपक्षवाद के रुझान के बारे में आयोजित खुली बहस में संयुक्त अरब अमीरात ने भी
संयुक्त राष्ट्र में भारत की उपस्थिति के महत्त्व का समर्थन किया है। संयुक्त
राष्ट्र सुरक्षा परिषद अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिये प्रमुख
वैश्विक संस्था है। सुरक्षा परिषद संयुक्त राष्ट्र का प्रमुख संकट प्रबंधक निकाय
है, जिसे शांति बनाए
रखने के लिये संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्यों हेतु बाध्यकारी दायित्त्व लागू करने का
अधिकार है।
एम्स, नई दिल्ली ‘तंबाकू मुक्त क्षेत्र‘ घोषित
राजधानी नई
दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) को ‘तंबाकू मुक्त
क्षेत्र‘ घोषित किया गया
है। अस्पताल परिसर में धूम्रपान करते या तंबाकू चबाते पाए जाने वाले चिकित्सकों, स्थायी या संविदा
कर्मचारियों तथा सुरक्षा कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। एम्स, नई दिल्ली के
निदेशक डॉ. एम श्रीनिवास द्वारा जारी एक कार्यालय ज्ञापन के माध्यम से इस विषय में
जानकारी दी गई है। सभी विभागाध्यक्षों से अनुरोध किया गया है कि वे अपने अधीन
कार्यरत कर्मचारियों को दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने को कहें। एम्स, नई दिल्ली (ऑल
इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़, दिल्ली) एक मेडिकल कॉलेज और मेडिकल रिसर्च पब्लिक
यूनिवर्सिटी है जो नई दिल्ली, भारत में स्थित है। एम्स की स्थापना 1956 में हुई थी और
यह स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन है। अन्य अखिल भारतीय
आयुर्विज्ञान संस्थान- एम्स भुवनेश्वर, जोधपुर, पटना, रायपुर, ऋषिकेश, भोपाल और नवनिर्मित एम्स नागपुर हैं।
हुरुन ग्लोबल 500 सूची 2022
हाल ही में हुरुन
ग्लोबल 500 सूची 2022 जारी की गई है, जिसमें भारत 5वें स्थान पर है।
हुरुन ग्लोबल 500 सूची विश्व की
शीर्ष 500 सबसे मूल्यवान
गैर-राज्य नियंत्रित कंपनियों का आकलन है। इसे हुरुन रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा
जारी किया गया है। इस सूची में कंपनियों को उनके बाज़ार पूंजीकरण (सूचीबद्ध) और
मूल्यांकन (गैर-सूचीबद्ध) के आधार पर रैंक प्रदान किया गया है। हुरुन ग्लोबल 500 सूची के 2022 संस्करण में
भारत 9वें स्थान से 5वें स्थान पर
पहुँच गया है। देश में 20 कंपनियाँ हैं
जिन्हें इस सूची में शामिल किया गया है। इन 20 कंपनियों में से 11 मुंबई में, 4 अहमदाबाद में और 1-1 नोएडा, नई दिल्ली, बंगलूरू और कोलकाता में स्थित हैं। 202 बिलियन अमेरिकी
डॉलर के साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज़ भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी है, इसके बाद टाटा
कंसल्टेंसी सर्विसेज़ के पास 139 बिलियन अमेरिकी डॉलर वैल्यूएशन है। 260 कंपनियों के साथ
इस सूची में अमेरिकी कंपनियाँ शीर्ष प्रदर्शनकर्त्ता हैं। 35 कंपनियों के साथ
चीन दूसरा सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला देश है।
आइएनएस मोरमुगाओ
स्वदेशी मिसाइल
विध्वंसक 'आइएनएस मोरमुगाओ
(INS Mormugao)' को 18 दिसंबर को
भारतीय नौसेना में शामिल किया जाएगा। भारतीय नौसेना के अनुसार यह युद्धपोत सेंसर, आधुनिक रडार
प्रणाली और सतह\-से-सतह पर और सतह
से हवा में मार करने में सक्षम मिसाइल जैसी हथियार प्रणालियों से पूरी तरह लैस है। इसकी लंबाई 163 मीटर और चौड़ाई 17 मीटर है, रक्षा मंत्री
मुंबई में इस युद्धपोत का जलावतरण करेंगे। इसका नाम पश्चिमी तट पर स्थित ऐतिहासिक
गोवा के बंदरगाह शहर पर रखा गया है। यह पोत पहली बार 19 दिसंबर, 2021 को समुद्र में
उतरा था, यह दिवस
पुर्तगाली शासन से गोवा की मुक्ति के 60 वर्ष का प्रतीक है। 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान के तहत इस स्वदेशी युद्धपोत का निर्माण मझगाँव डाक
शिपबिल्डर्स लिमिटेड द्वारा किया गया है। यह युद्धपोत परमाणु, जैविक सहित
रासायनिक युद्ध लड़ने में सक्षम है।
एस्केप टनल टी-49
उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला
रेल लिंक परियोजना के तहत भारत की सबसे लंबी एस्केप टनल बनाई गई है। यह सुरंग
दक्षिण की ओर सुंबर स्टेशन यार्ड और सुरंग टी-50 को जोड़ते हुए उत्तर की ओर खोड़ा गाँव में खोड़ा नाला पर
ब्रिज नंबर 04 को जोड़ती है।
भारतीय रेलवे का प्रयास है कि रेल नेटवर्क को बेहतर तरीके के साथ आम यात्रियों के
लिये तैयार किया जाए। उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना (USBRL) के कटरा-बनिहाल
सेक्शन पर सुंबर और खारी स्टेाशनों के बीच भारत ने सबसे लंबी एस्केलप टनल टी-49 का निर्माण कर
एक बड़ी उपलब्धिल हासिल की है। रेलवे ने भारत की सबसे लंबी एस्के प टनल की लाइन और
लेबल को सटीकता के साथ हासिल किया। टनल टी-49 एक जुड़वा ट्यूब सुरंग है जिसमें मुख्य सुरंग (12.75 किलोमीटर) और
एस्केटप टनल (12.895 किलोमीटर) है
तथा यह 33 क्रॉस पैसेजों
से जुड़ी है। इसकी फाइनल लाइनिंग का कार्य तेज़ गति से चल रहा है। वास्तव में इसका
निर्माण आपातकालीन परिस्थितियों में बचाव और राहत कार्यों के लिये किया जाता है।
एस्केप सुरंग हिमालय पर्वत के रामबन फॉर्मेशन के साथ-साथ खोड़ा, हिंगनी, पुंदन, नालों जैसी चिनाब
नदी की विभिन्न सहायक नदियों/नालों के समनांतर गुज़रती है।
मोटा अनाज खाद्य उत्सव
मोटे अनाज के
महत्त्व के संबंध में जागरुकता बढ़ाने के लिये कृषि मंत्रालय 20 दिसंबर, 2022 को संसद में
सदस्यों के लिये मोटा अनाज खाद्य उत्सधव
का आयोजन कर रहा है। विश्व0 में अभी तक
जनसंख्याा में सबसे अधिक वृद्धि को देखते हुए वैश्विक कृषि खाद्य प्रणाली को
चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में बड़ी आबादी के भोजन के लिये
मोटे अनाज सस्ता और पौष्टिक विकल्पु हैं।
संयुक्तह राष्ट्र ने वर्ष 2023 को
अंतर्राष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष घोषित करने का प्रस्तायव पारित किया है। केंद्रीय
खाद्य और किसान कल्याैण मंत्री ने मोटे अनाज के उत्पारदन का अर्थव्य वस्था और पर्यावरण पर सकारात्म क प्रभाव का उल्लेिख
किया। अंतर्राष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष 2023 के आयोजन एवं मोटे अनाज के उत्पा दन को बढ़ावा देने से
वर्ष 2030 के सतत् विकास
के एजेंडे में भी योगदान मिलेगा। मोटे अनाज पारंपरिक रूप से देश के अल्प संसाधन
वाले कृषि-जलवायु क्षेत्रों में उगाए जाते हैं। कृषि-जलवायु क्षेत्र, फसलों और किस्मों
की एक निश्चित श्रेणी के लिये उपयुक्त प्रमुख जलवायु के संदर्भ में भूमि की एक
इकाई है। ज्वार, बाजरा, मक्का, जौ, फिंगर (Finger) बाजरा और अन्य
कुटकी (Small Millets) जैसे- कोदो (Kodo), फॉक्सटेल (Foxtail), प्रोसो (Proso) और बार्नयार्ड (Barnyard) एक साथ मोटे अनाज
कहलाते हैं। ज्वार, बाजरा, मक्का और छोटे
बाजरा (बार्नयार्ड बाजरा,
प्रोसो बाजरा, कोदो बाजरा और
फॉक्सटेल बाजरा) को पोषक-अनाज भी कहा जाता है।
पाणिनी के 2500 वर्ष पुराने संस्कृत नियम का डीकोड
कैंब्रिज
यूनिवर्सिटी के PhD छात्र डॉ. ऋषि
राजपोपत ने 2500 वर्ष पुराने
अष्टाध्यायी में व्याकरण की समस्या को हल किया है। ऋषि राजपोपत ने अपनी थीसिस, जिसका शीर्षक था 'इन पाणिनि, वी ट्रस्ट:
डिस्कवरिंग द एल्गोरिथम फॉर रूल कंफ्लिक्ट रेज़ोल्यूशन इन द अष्टाध्यायी’, के साथ सफलता
हासिल की है। इसे छठी या पाँचवीं शताब्दी ईसा पूर्व के आसपास संस्कृत के महान
विद्वान पाणिनी ने लिखा था। 4000 सूत्रों वाला अष्टाध्यायी संस्कृत के पीछे के विज्ञान की
व्याख्या करता है। अष्टाध्यायी में मूल शब्दों से नया शब्द बनाने के नियम मौजूद
हैं। पाणिनि एक सम्मानित संस्कृत विद्वान, भाषाविद् और वैयाकरण थे, जो भारत में 5वीं शताब्दी ईसा पूर्व के आसपास रहते थे। उन्हें
"प्रथम वर्णनात्मक भाषाविद्" माना गया है और पश्चिमी विद्वानों द्वारा
"भाषा विज्ञान के जनक" के रूप में स्थापित किया गया है। उनकी सबसे
महत्त्वपूर्ण कृतियों में अष्टाध्यायी है, एक व्याकरण जो अनिवार्य रूप से संस्कृत भाषा को परिभाषित
करता है। इसे संस्कृत के हर पहलू को नियंत्रित करने वाले बीजगणितीय नियमों के साथ
एक निर्देशात्मक और जनरेटिव व्याकरण माना जाता है। व्याकरण की इतनी गहनता है कि
सदियों से विद्वान इसके नियमों एवं उपनियमों के सही अनुप्रयोग पर काम नहीं कर पाए
हैं।
पहला ग्रीन स्टील ब्रांड
इस्पात मंत्री
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 20 दिसंबर को नई
दिल्ली में भारत के पहले ग्रीन स्टील ब्रांड कल्याणी फेर्रेस्टा का शुभांरभ किया।
अपनी तरह के पहले इस्पात का विनिर्माण पुणे की स्टील कंपनी कल्याणी ग्रुप ने किया
है। इसके लिये नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का उपयोग किया गया है। इस्पात विनिर्माण की
इस प्रक्रिया में पर्यावरण में कार्बन उत्सर्जन नहीं होता। इस्पात मंत्री के
अनुसार, यह इस्पात उद्योग
में एक क्रांतिकारी परिवर्तन है। ग्रीन स्टील के विनिर्माण को जारी रख भारत इस
क्षेत्र के देशों में अग्रणी हो गया है जो कार्बन उत्सर्जन को समाप्त करने का
लक्ष्य हासिल करने को प्रतिबद्ध है। भारत द्वारा ग्रीन स्टील का विनिर्माण कई
देशों के लिये प्रेरणा का स्रोत बनेगा और इसके विनिर्माण तथा इस्पात उद्योग को
कार्बन मुक्त बनाने की दिशा में अग्रसर होगा।
डिजिटल इंडिया अवार्ड्स 2022 का प्लेटिनम आइकन पुरस्कार
आवासन और शहरी
कार्य मंत्रालय के स्मार्ट सिटी मिशन ने डाटास्मार्ट सिटीज़: एम्पावरिंग सिटीज़
थ्रू डाटा यानी डाटा के ज़रिये शहरों के सशक्तीकरण के लिये डिजिटल इंडिया अवार्ड्स 2022 का प्लेटिनम
आइकन पुरस्कार जीता है। स्मार्ट सिटी मिशन को आँकड़े साझा करने और सामाजिक-आर्थिक
विकास में इनके इस्तेमाल की श्रेणी में यह पुरस्कार दिया गया है। डाटास्मार्ट
सिटीज़ पहल डाटा आधारित मज़बूत तंत्र बनाने की दिशा में महत्त्वपूर्ण कदम है। यह
शहरों को प्रमाण-आधारित निर्णय लेने में सक्षम बनाता है। इसका उद्देश्य आँकड़ों के
बेहतर उपयोग से भारत के 100 स्मार्ट शहरों
में बेहतर प्रशासन प्रदान करना है। भारत को डिजिटल माध्यम से सशक्त समाज और ज्ञान
आधारित अर्थव्यवस्था में बदलने के लिये अपनाई जा रही डिजिटल पहल को बढ़ावा देने
तथा डिजिटल क्षेत्र में विभिन्न सरकारी संस्थाओं के प्रयासों को प्रोत्साहित करने
के लिये भारत में वर्ष 2009 में शुरू किये
गए अद्वितीय पुरस्कार हैं। ये पुरस्कार इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी
मंत्रालय (MeitY) के तहत राष्ट्रीय
सूचना विज्ञान केंद्र (NIC)
द्वारा संचालित
किये जाते हैं।
कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र
रूसी सरकारी
परमाणु ऊर्जा निगम, रोसेटम ने
कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र को अधिक उन्नकत ईंधन विकल्पो प्रदान करने का
प्रस्तााव किया है। कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र में TVS-2M फ्यूल एसेंबली के
उपयोग से दूसरी इकाई में अभी उपयोग किये जा रहे UTVS फ्यूल एसेंबली के साथ 12 महीने के
प्रचालन चक्र के स्था न पर 18 महीने का प्रचालन चक्र संचालित हो सकेगा। कुडनकुलम नाभिकीय
विद्युत परियोजना (KKNPP)
भारत के तमिलनाडु
राज्य के कुडनकुलम में स्थित है। इस परियोजना में 1000 मेगावाट विद्युत क्षमता वाले दो यूनिट (KKNPP 1 तथा 2) हैं। पहले यूनिट
ने 22 अक्तूबर, 2013 से विद्युत
ग्रिड को विद्युत आपूर्ति करना आरंभ किया। दूसरी तरफ कुडनकुलम क्षेत्र में सैकड़ों
पवन चक्कियाँ भी हैं, जिनमें से आठ
परमाणु संयंत्र आधारित हैं। इन पवन टर्बाइनों की कुल क्षमता 2000 मेगावाट है और
भारत में सबसे बड़े पवन फार्मों में से एक का प्रतिनिधित्व करती है।
भारतीय महिला पहलवान अंतिम पंघल
भारतीय महिला
पहलवान अंतिम पंघल को यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग राइज़िंग स्टार ऑफ द ईयर सम्मान के
लिये नामित किया गया है। पुरस्कार के लिये चयनित अन्य पाँच महिलाओं में जापान की
नोनोका ओज़ाकी, अमेरिका की एमिट
एलोर, स्वीडन की एम्मा
मालमग्रेन और रोमानिया की एंड्री एना शामिल हैं। अगस्त 2022 में विश्व अंडर
ट्वेन्टी कुश्ती चैंपियनशिप में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिला कर पंघल ने
कीर्तिमान बनाया था। इससे पहले 44 बार की जूनियर विश्व स्पर्द्धा में छह भारतीय पहलवान फाइनल
में पहुँचे थे लेकिन किसी ने भी स्वर्ण पदक नहीं जीता था। अंतिम पंघल हरियाणा के
हिसार ज़िले के भगाना गाँव की रहने वाली हैं। अंतिम पंघल ने एशिया अंडर 20 चैंपियनशिप में
स्वर्ण पदक जीता। इसके अलावा वर्ल्ड अंडर 17 में कांस्य और एशिया अंडर 23 में सिल्वर पदक हासिल किया। महज 17 साल की उम्र में
अंतिम पंघल, जूनियर रेसलिंग
वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला पहलवान हैं।
यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW)
शौकिया कुश्ती के
खेल के लिये अंतर्राष्ट्रीय शासी निकाय है, इसका कार्य ओलंपिक में कुश्ती का संचालन करना है। इसके
अलावा ग्रीको-रोमन कुश्ती,
फ्रीस्टाइल
कुश्ती, ग्रेपलिंग सहित
कुश्ती के विभिन्न रूपों के लिये अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की अध्यक्षता करता
है। UWW का प्रमुख खेल
विश्व कुश्ती चैंपियनशिप है। इसे पहले FILA के नाम से जाना जाता था।
भारतवंशी रिचर्ड वर्मा
अमेरिका के राष्ट्र्पति
जो. बाइडन ने भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक रिचर्ड आर. वर्मा को अमेरिकी सीनेट
विभाग में प्रबंधन और संसाधन मामलों का विदेश उप-मंत्री नियुक्तक किया है। रिचर्ड
वर्तमान में मुख्य विधिक अधिकारी और
मास्ट्र कार्ड में वैश्विक लोक नीति के प्रमुख हैं। वे अमेरिका के राष्ट्र पति
बराक ओबामा के कार्यकाल में भारत में अमेरिका के राजदूत और विधायी मामलों के सहायक
मंत्री के तौर पर भी कार्य कर चुके हैं। इससे पूर्व रिचर्ड वर्मा अमेरिकी सीनेट
हैरी रीड के राष्ट्री य सुरक्षा सलाहकार, डेमोक्रेटिक व्हिप, और अमेरिकी सीनेट में मेज़ोरिटी नेता भी रहे हैं। इसके अलावा
रिचर्ड वर्मा अमेरिकी वायु सेना में कार्यरत रहे हैं और उन्हें प्रतिष्िीनेत सेवा पदक सहित कई पदकों से
सम्माइनित किया जा चुका है। उन्होंेने राष्र् सपति के सतर्कता सलाहकार बोर्ड में
भी अपनी सेवाएँ दी हैं और वे सामूहिक विनाश तथा आतंकवाद निवारण आयोग के सदस्यं भी
रहे हैं। वह फोर्ड फाउंडेशन सहित कई अन्यस बोर्ड के ट्रस्टीन हैं। इनमें नेशनल
एंडोमेंट फॉर डेमोक्रेसी एण्डो लेहिग यूनिवर्सिटी भी शामिल है।
हॉकी विश्वकप
ओडिशा के
भुवनेश्वइर और राउरकेला में 13 से 29 जनवरी, 2022 तक आयोजित होने जा रहे FIH ओडिसा हॉकी पुरूष विश्व कप के लिये 18 सदस्योंा वाली
भारतीय टीम की घोषणा कर दी गई है। प्रतियोगिता में भारतीय टीम ग्रुप-डी में है
जिसमें इंग्लैंेड, स्पेयन और वेल्सत
की टीमें भी शामिल हैं। प्रतियोगिता में हरमनप्रीत सिंह भारतीय टीम का नेतृत्त्व
करेंगे और अमित रोहिदास टीम के उप कप्ताान होंगे। टीम में शामिल अन्यी खिलाड़ी
हैं- विवेक सागर प्रसाद, मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, नीलकांत शर्मा, शमशेर सिंह, आकाशदीप सिंह, मनदीप सिंह, ललित कुमार
उपाध्या य, अभिषेक, सुखजीत सिंह, राजकुमार पाल, जुगराज सिंह, कृष्णम बहादुर
पाठक, श्रीजेश परात्तूप
रविन्द्रभन, जमनप्रीत सिंह और
सुरेन्द्र कुमार। टूर्नामेंट में भारत
अपना पहला मैच 13 जनवरी को स्पे न
से खेलेगा। यह मैच राउरकेला के बिरसामुंडा हॉकी स्टेरडियम में खेला जाएगा। हॉकी
विश्व कप अंतर्राष्ट्रीय मैदानी हॉकी प्रतियोगिता है जिसे अंतर्राष्ट्रीय हॉकी
महासंघ (International
Hockey Federation- FIH) द्वारा संचालित किया जाता है। पुरुष विश्वकप के
अलावा महिला विश्वकप का भी आयोजन किया जाता है जिसकी वर्ष 1974 से शुरुआत हुई।
महिला विश्व कप महिला अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ के तत्त्वधान में आयोजित किया
जाता है। हॉकी विश्व कप के 52 वर्ष के इतिहास में भारतीय टीम सिर्फ एक बार खिताब जीत पाई
है। वर्ष 1975 में भारतीय टीम
मलेशिया में चैंपियन बनी थी। इसके अलावा वर्ष 1973 में भारत दूसरे स्थान पर रहा था। वर्ष 1971 में हॉकी विश्व
कप पहली बार आयोजित हुआ था और टीम इंडिया तीसरे स्थान पर रही थी। भारत में चौथी
बार इस टूर्नामेंट का आयोजन हो रहा है। इससे पहले वर्ष 1982, 2010 और 2018 में भारत इस
टूर्नामेंट की मेज़बानी कर चुका है। पाकिस्तान हॉकी विश्व कप के इतिहास की सबसे सफल
टीम है। पाकिस्तान ने सबसे ज़्यादा चार बार यह टूर्नामेंट जीता है
वीर बाल दिवस 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री गुरू गोविंद
सिंह के प्रकाश पर्व पर 26 दिसंबर को वीर
बाल दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की। 26 दिसंबर वह दिन है जब साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा
फतेह सिंह को क्रमशः महज 6 साल एवं 9 साल की छोटी सी
उम्र में मुगल सेना द्वारा मार दिया गया था। साहिबजादा अजीत सिंह, साहिबजादा जुझार
सिंह, साहिबजादा जोरावर
सिंह तथा साहिबजादा फतेह सिंह सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह जी के चार पुत्र
थे। उन्होंने अपनी आस्था को त्यागने के बजाय मौत को प्राथमिकता दी। प्रधानमंत्री
ने कहा कि माता गुजरी, श्री गुरु गोबिंद
सिंह जी और 4 साहिबजादों की
वीरता एवं आदर्श लाखों लोगों को ताकत देता है। वे अन्याय के आगे कभी नहीं झुके।
उन्होंने एक ऐसी दुनिया की कल्पना की जो समावेशी और सामंजस्यपूर्ण हो। इस अवसर पर कई
कार्यक्रम और प्रतियोगिताएँ आयोजित की जा रही हैं। 'साहिबजादे' की कहानियाँ सुनाने वाली झाँकी के साथ सेना का एक बैंड भी
मार्च में हिस्सा लेगा। प्रधानमंत्री कार्यक्रम के दौरान लगभग 300 बाल कीर्तनियों
के नेतृत्व में "शब्द कीर्तन" में भाग लेंगे तथा दिल्ली के हज़ारों
स्कूली बच्चे सोमवार को इंडिया गेट से कर्तव्य पथ तक मार्च पास्ट करेंगे और पूरे
भारत को नन्हें साहिबजादों की शहादत का इतिहास बताएंगे।
कृत्रिम हृदय
आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) के विशेषज्ञों ने
एक कृत्रिम हृदय (Artificial
Heart) तैयार किया है, जो हृदय रोग संबंधी समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिये
मददगार साबित होगा। कृत्रिम हृदय या आर्टिफिशियल हार्ट का जानवरों पर परीक्षण अगले
साल शुरू होगा। इसके बाद हार्ट ट्रांसप्लांट (Heart Transplant) आसान होगा और गंभीर रोगियों में आर्टिफिशियल
हार्ट ट्रांसप्लांट किये जा सकते हैं।
आईआईटी कानपुर तथा देश भर के 10 वैज्ञानिकों और डॉक्टरों की एक टीम ने दो साल में इस
कृत्रिम हृदय को तैयार किया है। जानवरों पर परीक्षण फरवरी या मार्च से शुरू होगा।
परीक्षण में सफलता के बाद दो वर्षों में मनुष्यों में इसका प्रत्यारोपण किया जा
सकेगा। हृदय रोग तेज़ी से बढ़ रहा है जिसके
फलस्वरूप बड़ी संख्या में मरीजों को हृदय प्रत्यारोपण की सलाह दी जाती है,
मरीजों की परेशानी कम करने के लिये यह कृत्रिम हृदय विकसित
किया जा रहा है। भारत 80 प्रतिशत उपकरण
और इम्प्लांट विदेशों से आयात करता है , केवल 20 प्रतिशत उपकरण एवं इम्प्लांट भारत में निर्मित किये जाते
हैं।
मनानाला नल्लाथरवु मंद्रम योजना
तमिलनाडु के
मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने मेडिकल कॉलेज के छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य में
सुधार के लिये मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान करने हेतु मनानाला नल्लाथरवु मंद्रम या
मनम (MANAM) योजना शुरू की
है। इसका उद्देश्य मेडिकल छात्रों को आत्महत्या करने से रोकने के साथ-साथ मानसिक
स्वास्थ्य से पीड़ित रोगियों के सही उपचार के लिये उन्हें प्रशिक्षित करना है। इस
पहल के अंतर्गत छात्रों को मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से संपर्क करने में मदद मिलेगी।
इसके लिये एक हेल्पलाइन नंबर 14416 भी जारी की गई है। तमिलनाडु सरकार ने इस पहल का शुभारंभ
तिरुचि, पुडुकोट्टई एवं
करूर ज़िलों के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में किया है।
मध्य प्रदेश शिखर
खेल अलंकरण समारोह 2020
केंद्रीय खेल और
युवा कार्य मंत्री ने 26 दिसंबर, 2022 को भोपाल में
मध्य प्रदेश शिखर खेल अलंकरण समारोह 2020 के लिये खेल हस्तियों को सम्मा6नित किया। मलखंभ
के लिये वैष्णवी कहार को स्व. प्रभाष जोशी खेल पुरस्कार 2020 दिया गया।
पद्मश्री तथा पूर्व अध्यक्ष इंदौर टेबल टेनिस संघ के अभय छजलानी को लाईफ टाइम
एचीवमेंट पुरस्कार 2020 के लिये चुना
गया है। इसके अलावा समारोह में विश्वामित्र पुरस्कार, विक्रम पुरस्कार
व एकलव्य पुरस्कार भी शामिल हैं, साथ ही केंद्रीय खेल और युवा कार्य मंत्री एवं मध्य प्रदेश
के मुख्यरमंत्री ने खेलो इंडिया युवा खेल 2022 के लोगो का भी अनावरण किया। इस अवसर पर मुख्यममंत्री चौहान
ने घोषणा की कि ओलंपिक खेलों में पदक प्राप्त2 करने वाले राज्यी के खिलाडियों को उप-पुलिस अधीक्षक, उप-कलेक्टमर के
पद पर नियुक्तड किया जाएगा। खेलो इंडिया खेल में पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को प्रशिक्षण के दौरान
प्रतिवर्ष पाँच लाख रुपए दिये जाएंगे। भोपाल में बरखेड़ा नाथु के निकट एक
अंतर्राष्ट्रीय स्टेोडियम बनाया जा रहा है। मध्य प्रदेश में 15 अगस्त्, 2023 तक देश में एक
हज़ार खेलो इंडिया केंद्र खोले जाएंगे। खेलो इंडिया युवा खेल की शुरुआत वर्ष 2018 में हुई थी। अब
तक दिल्ली, महाराष्ट्र, असम, हरियाणा में इसका
आयोजन हो चुका है। 5वें खेलो इंडिया
युवा खेल 2023 की मेज़बानी मध्य
प्रदेश को मिली है। इसका आयोजन जनवरी-फरवरी, 2023 में किया जाएगा। खेलो इंडिया युवा खेल का
आयोजन मध्य प्रदेश के 8 शहरों में किया
जाएगा, इसका एक खेल
दिल्ली में खेला जाएगा।
मेथनॉल उत्पादन हेतु एनटीपीसी-टेक्निमोंट में समझौता
हाल ही में भारत
की सबसे बड़ी विद्युत उत्पादन कंपनी ‘नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड’ (NTPC Limited) ने इटली स्थित
मैयर टेक्निमोंट (Maire
Tecnimont) समूह की भारतीय सहायक कंपनी टेक्निमोंट प्राइवेट लिमिटेड के
साथ एक गैर-बाध्यकारी समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किये हैं। इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य भारत
में NTPC की परियोजना में
वाणिज्यिक पैमाने पर हरित मेथनॉल उत्पादन की सुविधा विकसित करने की संभावना का
संयुक्त रूप से मूल्यांकन करना और पता लगाना है। इस हरित मेथनॉल परियोजना में NTPC के विद्युत
संयंत्रों से कार्बन प्राप्त करना तथा इसे हरित ईंधन में परिवर्तित करना शामिल है।
हरित मेथनॉल में अनुप्रयोगों की एक विस्तृत शृंखला है। इसमें रासायनिक उद्योगों के
लिये आधार सामग्री के रूप में उपयोग, नवीकरणीय विद्युत का भंडारण एवं परिवहन ईंधन के रूप में भी
उपयोग करना शामिल है। इसे समुद्री ईंधन अनुप्रयोगों के लिये एक स्थानापन्न ईंधन भी
माना जाता है। प्रायोगिक पैमाने पर हरित मेथनॉल परियोजना स्थिरता एवं नवीकरणीय
ऊर्जा को लेकर NTPC की प्रतिबद्धता
के अनुरूप है। यह समझौता भारत में ऊर्जा के रूपांतरण में महत्त्वपूर्ण योगदान
देगा।
5जी सेवा
संचार और
इलेक्ट्रॉनिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने विश्वास व्यक्त किया है कि 24 से 36 महीनों में देश
की 80 प्रतिशत आबादी
को 5जी सेवाओं के
दायरे में लाया जाएगा। वर्ष 2023 तक सरकारी दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमटेड (BSNL) की 5जी सेवाएँँ शुरू
हो जाएगी। देश के 50 शहरों में 5जी सेवाएँँ पहले
ही शुरू हो चुकी हैं। प्रत्येक सप्ताह लगभग पाँच हज़ार नए स्थान इससे जुड़ रहे हैं।
5जी सेवाएँँ
शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि और
लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाएँगी। इस वर्ष अक्तूबर में प्रधानमंत्री
ने 5जी सेवाओं का
शुभारंभ किया था। 5जी प्रौद्योगिकी
निर्बाध सेवा, उच्च डेटा रेट, तेज़ एवं अधिक
विश्वसनीय संचार सेवाएँँ प्रदान करती है। भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) की स्थापना 15 सितंबर, 2000 को भारत सरकार
के दो विभागों- दूरसंचार सेवा विभाग (Department of Telecom Services-DTS) तथा दूरसंचार
संचालन विभाग (Department
of Telecom Operations-DTO) को सम्मिलित करके की गई थी। यह देश में
दूरसंचार सेवाएँ प्रदान करने वाली सरकारी क्षेत्र की सबसे बड़ी तथा प्रमुख कंपनी
है। इसने पूरे देश के सभी शहरों के अलावा सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों को भी दूरसंचार
से जोड़ा है।
राष्ट्रीय महिला मुक्केबाज़ी चैंपियनशिप
भोपाल में आयोजित
राष्ट्रीय महिला मुक्केबाज़ी चैंपियनशिप में लवलीना बोरगोहेन और निकहत ज़रीन ने
स्वर्ण पदक जीते हैं। फाइनल में लवलीना ने सर्विसेज़ की अरुंधति चौधरी को और निकहत
ने रेलवे की अनामिका को पराजित किया। हरियाणा की मनीषा एवं स्वीटी बूरा, रेलवे स्पोर्ट्स
प्रमोशन बोर्ड की साक्षी,
मध्य प्रदेश की
मंजू बम्बोरिया ने भी अपने-अपने वर्ग में स्वर्ण पदक जीते। रेलवे की टीम पाँच
स्वर्ण, तीन रजत और दो
कांस्य सहित 10 पदकों के साथ
पदक तालिका में शीर्ष पर रही। मध्य प्रदेश दूसरे और हरियाणा तीसरे स्थान पर रहा।
विदित है कि 20 से 26 दिसंबर, 2022 तक छठवीं एलीट
सीनियर राष्ट्रीय महिला मुक्केबाज़ी चैंपियनशिप 2022 (पुरुष तथा महिला) का आयोजन मध्य प्रदेश की
राजधानी भोपाल के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में किया गया। इस प्रतियोगिता में भारतीय
रेलवे के 10 महिला खिलाडियों
ने 10 विभिन्न भार
वर्गों में भाग लिया, जिसमें
दक्षिण-पूर्व मध्य रेलवे की दो प्रतिभागी (पूनम व शशि चोपड़ा) सम्मिलित थीं। भारत
में पहली बार राष्ट्रीय मुक्केबाज़ी चैंपियनशिप का आयोजन वर्ष 1950 में मुंबई के
ब्रेबोर्न स्टेडियम में किया गया था।
पुष्प कमल दहल
नेपाल में
राष्ट्रेपति बिद्या देवी भंडारी ने 26 दिसंबर को प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसके
साथ ही अन्य मंत्रियों में नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी- एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी
(The Communist Party of
Nepal, Unified Marxist–Leninist -CPN-UML) के बिष्णुी पाउडल, CPM के नारायण काजी
श्रेष्ठी और राष्ट्रीजय स्वtतंत्र पार्टी के लामीछाने (उपप्रधानमंत्री) शामिल हैं
जिन्हें शपथ दिलाई गई। काठमांडू स्थित राष्ट्रणपति कार्यालय शीतल निवास में हुए एक
विशेष समारोह में कुल आठ केंद्रीय मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। बिष्णुस
पाउडल को वित्त मंत्री, नारायण काजी श्रेष्ठर
को अवसंरचना और यातायात मंत्री नियुक्तa किया गया है। इसके अलावा ज्वा ला कुमारी शाह, दामोदर भंडारी, राजेन्द्रो राय, और अब्दुरल खान
शामिल को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई।
टिहरी झील
केंद्रीय विद्युत
और नवीन तथा नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री के अनुसार, उत्तराखंड के टिहरी में विश्वा स्तीरीय केयाकिंग- कनोइंग
अकादमी स्था पित की जाएगी। इसमें उत्तराखंड के युवाओं को निःशुल्क प्रशिक्षण के
साथ सभी सुविधा प्रदान कर राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिये
तैयार किया जाएगा। उन्होंने टिहरी झील पर टिहरी वाटर स्पोार्टस कप राष्ट्रीयय
चैंपियनशिप का उद्घाटन भी किया। यह पहली बार है जब टिहरी झील पर राष्ट्रीवय स्तकर
की खेल प्रतिस्पर्द्धा आयोजित की जा रही है। राज्यन में नई खेल नीति लागू कर दी गई
है और सरकार ने नौकरियों में खेल कोटा फिर से लागू करने की घोषणा की है। इसके साथ
ही टिहरी झील को अंतर्राष्ट्रीईय पर्यटन स्थल बनाने का काम तेज़ी से किया जा रहा
है। विश्व के बड़े बाँधों में शामिल टिहरी बाँध के निर्माण के कारण टिहरी शहर जल
में डूब गया तथा टिहरी झील जिसे आज सुमन सागर के नाम से जाना जाता है, का निर्माण हुआ।
टिहरी बाँध निर्माण योजना में राज्य सरकार (उत्तराखंड) ने टिहरी झील को एक साहसिक
पर्यटन में परिवर्तित करने का निर्णय लिया है। टिहरी झील में साहसिक खेल एवं
गतिविधियों में नौका विहार,
जेट स्पीड बोट
सवारी, वाटर स्कीइंग, जोर्बिंग एवं
बैंडवेगन वोट सवारी आदि शामिल हैं।
मारूत ड्रोन AG 365 एग्रीकाॅप्टोर
नागर विमानन
महानिदेशक ने 28 दिसंबर, 2022 को मारूत ड्रोन
को DGCA किस्मा का
प्रमाणन और स्वी कृति दी है। हैदराबाद में जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह
नवीन उत्पािद, मारूत ड्रोन AG 365 एग्रीकाॅप्टरर, भारत का पहला
बहु-उपयोगी ड्रोन है जिसे प्रतिष्ठित प्रमाणन प्रदान किया गया है। AG 365 एग्रीकाॅप्ट्र
की कृषि क्षेत्र में प्रतिष्ठित विश्वउविद्यालयों और अनुसंधान संस्थानओं के सहयोग
से सघन जाँच की गई है। इस जाँच में सुरक्षित, विश्वषसनीय और प्रभावी कृषि कार्यों हेतु फसल से संबंधित
मानक प्रचालन प्रक्रिया का विकास भी किया गया है। विज्ञप्ति में बताया गया है कि AG 365 एग्रीकाॅप्टमर
का डिज़ाइन और विकास विशेषकर भारतीय स्थितियों को ध्यान में रखकर किया गया है और
इसका इस्तेमाल विविध उद्देश्योंक के लिये किया जा सकता है। इसे दस लाख रुपए के
असुरक्षित ऋण के लिये कृषि बुनियादी ढाँचा कोष से पात्रता दी गई है तथा केंद
द्वारा इस पर न्यूेनतम ब्याैज़ दर लागू की जाएगी। इस एग्रीकाॅप्टिर की डेढ़ लाख एकड़
से अधिक क्षेत्र में कार्य करने की क्षमता संबंधी सघन जाँच की गई है। भारत में
निर्मित किसान ड्रोन AG
365 विशेष रूप से कृषि उद्देश्यों के
लिये विकसित किया गया है ताकि फसल क्षति में कमी, कृषि रसायन सामग्री के कम उपयोग, बेहतर फसल और
किसानों के लिये लाभ सुनिश्चित किया जा सके।
मांगदेछू जलविद्युत परियोजना
हाल ही में
मांगदेछू जलविद्युत परियोजना (720 मेगावाट की) भूटान में ड्रक ग्रीन पावर कॉरपोरेशन (DGPC) को सौंपी गई। इसे
सौंपने के साथ ही दोनों देशों ने चार बड़ी जलविद्युत परियोजनाओं को सफलतापूर्वक
पूरा कर लिया है। इसे भारत की सहायता से लागू किया गया है। मांगदेछू जलविद्युत
परियोजना का उद्घाटन भारतीय प्रधानमंत्री और उनके भूटानी समकक्ष लोटे त्शेरिंग ने
वर्ष 2019 में संयुक्त रूप
से किया था। भारत सरकार ने इस जलविद्युत परियोजना के निर्माण के लिये वित्तीय एवं
तकनीकी सहायता प्रदान की है। इस जलविद्युत परियोजना के शुरू होने से भूटान की
विद्युत उत्पादन क्षमता में 44 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस परियोजना ने 9,000 मिलियन यूनिट से
अधिक ऊर्जा का उत्पादन किया है, जिससे प्रत्येक वर्ष 2.4 मिलियन टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आई है। दूसरी तरफ इस
परियोजना ने वर्ष 2020 में देश के
जलविद्युत राजस्व में 31 प्रतिशत की
वृद्धि की थी। वहीं वर्ष 2021 में भारत को 12.13 अरब रुपए की
विद्युत का निर्यात किया जिससे भूटान का विद्युत निर्यात बढ़कर 24.43 अरब रुपए हो गया
है।
भारत के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर
शतरंज ओलंपियाड, 2022 में लगातार 8 जीत के साथ
डोमराजू गुकेश (या गुकेश डी) भारतीय शतरंज के नए पोस्टर बॉय बन गए हैं। वर्ष 2019 में वह सबसे कम
उम्र के भारतीय और फिर दूसरे सबसे युवा ग्रैंडमास्टर (सबसे कम उम्र के - अभिमन्यु
मिश्रा) बने। हाल ही में (16 वर्ष की आयु
में) उन्होंने शतरंज ओलंपियाड में स्वर्ण पदक जीता। गुकेश ने वर्ष 2015 में एशियाई
स्कूल शतरंज चैंपियनशिप की अंडर-9 शृंखला जीती और वर्ष 2018 में एशियाई युवा शतरंज चैंपियनशिप (अंडर-12) में 5 स्वर्ण पदक
जीते।
फुटबॉल खिलाड़ी पेले
फुटबाल विश्वकप
तीन बार जीतने का रिकॉर्ड बनाने वाले ब्राज़ील के दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी पेले का 82 वर्ष की उम्र
में निधन हो गया है। फुटबॉल के महानतम खिलाड़ियों में शामिल पेले ने 21 वर्ष के कॅरियर
में 1,363 मैचों में 1,281 गोल करने का
विश्व रिकॉर्ड बनाया है, जिसमें ब्राज़ील
के लिये 92 मैचों में किये 77 गोल शामिल हैं।
वर्ष 1958, 1962 और 1970 में तीन बार
फीफा विश्व कप जीतने वाले,
पेले को वर्ष 2000 में फीफा के
प्लेयर ऑफ द सेंचुरी खिताब से नवाज़ा गया था। पेले का वास्तविक नाम एडसन एरंटेस डो
नासिमेंटो था। पेले को 'ब्लैक पर्ल', 'किंग ऑफ फुटबॉल', 'किंग पेले' जैसे कई दूसरे
नामों से भी जाना जाता था। पेले का जन्म 23 अक्तूबर, 1940 को ब्राज़ील के मिनास गेराइस में हुआ। 16 वर्ष की उम्र
में ही पेले ब्राज़ील लीग में टॉप स्कोरर बन गए थे। ब्राज़ील के राष्ट्रपति ने पेले
को राष्ट्रीय धरोहर घोषित कर दिया था ताकि मैनचेस्टर यूनाइटेड जैसे विदेशी क्लब के
लिये वह हस्ताक्षर ना कर पाएँ। पेले का पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच 7 जुलाई, 1957 को माराकाना में
अर्जेंटीना के खिलाफ था, जहाँ ब्राज़ील को 1-2 गोल से हार का
सामना करना पड़ा था। इस मैच में उन्होंने 16 वर्ष की उम्र में ब्राज़ील के लिये अपना पहला गोल किया।
इसके साथ ही वह अपने देश के लिये सबसे कम उम्र के गोल करने वाले खिलाड़ी बन गए।
पेले के 1000वें गोल की याद
में सैंटोस शहर में 19 नवंबर को 'पेले डे' मनाया जाता है।
पेले वर्ष 1995 से 1998 तक ब्राज़ील के
खेल मंत्री भी रह चुके हैं। पेले को वर्ष 1999 में अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी ने सदी का बेस्ट एथलीट
चुना था।
रयथू बंधु योजना
तेलंगाना सरकार
ने किसानों की आर्थिक सहायता के लिये रयथू
बंधु योजना के दसवें चरण की शुरुआत की है। इस चरण में 70 लाख 54 हज़ार से अधिक
किसानों के बैंक खातों में सात हज़ार 676 करोड़ रुपए जमा कराए जाएंगे। इसका उद्देश्य किसानों को रबी
फसल के लिये आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस चरण के पहले दिन एक एकड़ तक ज़मीन
वाले 21 लाख से अधिक
किसानों के बैंक खातों में 607 करोड़ से अधिक की
राशि जमा की गई है। यह सहायता प्रति एकड़ 5000 रुपए की दर से दी जा रही है। एक एकड़ से अधिक भूमि वाले
किसानों को यह सहायता धनराशि आगामी तिथियों को उनके खाते में संप्रेषित कर दी
जाएगी। चालू मौसम में, सहायता के तौर पर
एक करोड़ 53 लाख रुपए की
राशि दी जाएगी। रयथू बंधु योजना के माध्यम से, तेलंगाना सरकार किसानों को खरीफ और रबी-दोनों मौसमों के
लिये दस हज़ार रुपए प्रति एकड़ की दर से आर्थिक सहायता दे रही है।
चिल्लाई कलां
वर्तमान में कश्मीर घाटी 40 दिनों की सबसे
कठिन सर्दियों की अवधि से गुज़र रही है, जिसे 'चिल्लाई कलां' (ठंड के लिये फारसी शब्द) के रूप में जाना जाता है। कश्मीर
का न्यूनतम तापमान हिमांक बिंदु (-5.7 डिग्री सेल्सियस से -2.5 डिग्री सेल्सियस) से नीचे है और लगातार शीत लहर के कारण
पानी की आपूर्ति के साथ-साथ डल झील भी जम गई है। आमतौर पर ‘चिल्लाई कलां' 21 दिसंबर से 30 जनवरी की अवधि
होती है। चिल्लाई कलां के बाद 20 दिन की लंबी चिल्लाई खुर्द (छोटी सर्दी) होती है और इसके
बाद 10 दिनों तक चलने
वाली चिल्लाई बच्चा (बेबी कोल्ड) अवधि होती है।
धनु जात्रा
दुनिया का सबसे बड़ा ओपन-एयर थिएटर माना जाने वाला धनु जात्रा उत्सव शुरू हुआ। यह देश की आज़ादी के उत्सव के हिस्से के रूप में वर्ष 1947-48 में बारगढ़ (ओडिशा) में अस्तित्व में आया तब से इसे प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है। यह यात्रा 'भागवत पुराण' में वर्णित कंस द्वारा आयोजित 'धनुष' समारोह को देखने के लिये भगवान कृष्ण की मथुरा (UP) यात्रा के प्रकरण से संबंधित है। यह उत्सव पौष पूर्णिमा (प्रत्येक वर्ष दिसंबर-जनवरी में पड़ता है) से पहले 7 से 11 दिनों तक मनाया जाता है। ऐसा ही एक त्योहार ‘जगन्नाथ रथ यात्रा’ (जिसे रथ महोत्सव भी कहा जाता है) ओडिशा में भी आयोजित किया जाता है।
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