मृदा स्वास्थ्य कार्ड दिवस 2023 : इतिहास उद्देश्य महत्व | World Soil Health Card Day 2023
मृदा स्वास्थ्य कार्ड दिवस 2023 : इतिहास उद्देश्य महत्व
प्रतिवर्ष 19 फरवरी को देश भर में ‘मृदा स्वास्थ्य कार्ड दिवस’ का आयोजन किया जाता है। गौरतलब है कि इसी दिन वर्ष 2015 को राजस्थान के सूरतगढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना’ शुरू की गई थी। संयोगवश उसी वर्ष ‘अंतर्राष्ट्रीय मृदा वर्ष’ भी आयोजित किया गया गया था। मृदा स्वास्थ्य कार्ड (SHC) योजना का उद्देश्य किसानों को प्रत्येक दो साल में ‘मृदा स्वास्थ्य कार्ड’ जारी करना है, ताकि उर्वरक प्रथाओं में पोषण संबंधी कमियों को दूर करने हेतु एक आधार प्रदान किया जा सके।
‘मृदा स्वास्थ्य कार्ड’ योजना के तहत मृदा परीक्षण के आधार पर पोषक तत्त्व प्रबंधन को बढ़ावा दिया जा रहा है, क्योंकि सही मात्रा में उर्वरकों के प्रयोग से खेती की लागत में कमी के साथ उत्पादकता में बढ़ोतरी की जा सकती है। यह किसानों के लिये अतिरिक्त आय सुनिश्चित करता है और सतत् कृषि को बढ़ावा देता है। मृदा स्वास्थ्य कार्ड किसानों को मृदा के पोषक तत्त्वों की स्थिति के साथ-साथ मिट्टी के स्वास्थ्य एवं उसकी उर्वरता में सुधार हेतु पोषक तत्त्वों की उचित खुराक के विषय में जानकारी प्रदान करता है। मृदा के रासायनिक, भौतिक एवं जैविक स्वास्थ्य के बिगड़ने को भारत में कृषि उत्पादकता में कमी होने के प्रमुख कारणों में से एक माना जाता है।
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