फरवरी 2023 के चर्चित व्यक्ति एवं प्रमुख जयंती | Person in News February 2023 in Hindi
फरवरी 2023 के चर्चित व्यक्ति एवं प्रमुख जयंती
फरवरी 2023 के चर्चित व्यक्ति एवं प्रमुख जयंती
कल्पना चावला पुण्यतिथि
प्रतिवर्ष 1 फरवरी को भारतीय
मूल की अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला की पुण्यतिथि मनाई जाती है। ध्यातव्य है कि
अंतरिक्ष में जाने वाली भारतीय मूल की पहली महिला के रूप में कल्पना चावला का
इतिहास में एक विशिष्ट स्थान है। कल्पना चावला का जन्म 17 मार्च, 1962 को हरियाणा के
करनाल में हुआ था। एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में उच्च शिक्षा पूरी करने के बाद
उन्होंने वर्ष 1988 में एक
शोधकर्त्ता के रूप में नासा (NASA) के साथ कॅरियर की शुरुआत की। अप्रैल 1991 में अमेरिकी
नागरिक बनने के पश्चात् उन्हें वर्ष 1994 में नासा (NASA) में बतौर अंतरिक्ष यात्री (Astronauts) चुन लिया गया।
नवंबर 1996 में उन्हें
अंतरिक्ष शटल मिशन STS-87 में मिशन
विशेषज्ञ के रूप में नियुक्त किया गया, जिसके साथ ही वे अंतरिक्ष में उड़ान भरने वाली भारतीय मूल
की पहली महिला बन गईं। वर्ष 2000 में कल्पना चावला को अंतरिक्ष शटल मिशन STS-107 के चालक दल का
सदस्य बनने का अवसर प्राप्त हुआ। इसी मिशन के दौरान दुर्घटना के कारण 1 फरवरी, 2003 को कल्पना चावला
की मृत्यु हो गई।
अमृता शेरगिल जयंती
हाल ही में द
नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट ने ‘लिज़्ट इंस्टीट्यूट’, हंगेरियन कल्चरल सेंटर, नई दिल्ली (Liszt Institute, Hungarian Cultural Centre, New Delhi) के सहयोग से
भारतीय मूल की चित्रकार अमृता शेरगिल की 110वीं जयंती मनाई। अमृता एक भारतीय-हंगेरियन चित्रकार (Indian-Hungarian painter) और अग्रणी महिला
कलाकारों में से एक थीं। शेरगिल की 110वीं जयंती पर उनकी स्मृति में वर्ष भर चलने वाले
कार्यक्रमों की शुरुआत 8 फरवरी से ‘इंडिया इंटरनेशनल
सेंटर’ में उनसे प्रेरित
20 कृतियों की कला
प्रदर्शनी के साथ होगी। इसका उद्देश्य अमृता शेरगिल के जीवन और कार्य पर हंगरी में
गुज़रे उनके बचपन के प्रभाव और हंगरी तथा भारत के बीच सबसे मज़बूत कड़ी की अल्पावधि लेकिन
बेहद समृद्ध और रचनात्मक जीवन का जश्न मनाना है। उन्होंने वर्ष 1939 के दौरान भारत
में व्यापक यात्रा की, जिसने उनकी
कलाकृतियों में अभिव्यक्ति- शैली, चित्रांकन एवं
रचना पर एक मज़बूत प्रभाव डाला। अमृता शेरगिल का जन्म 30 जनवरी, 1913 को हंगरी की
राजधानी बुडापेस्ट में हुआ था। उनके सिख पिता उमराव सिंह शेरगिल संस्कृत-फारसी के
विद्वान थे। उनकी माँ एंटोनी गोट्समन हंगरी मूल की यहूदी ओपेरा गायिका थीं। अमृता
में बचपन से ही कला, संगीत व अभिनय के
प्रति जुनून था। उन्होंने इटली स्थित फ्लोरेंस के सांता अनुंजियाता आर्ट स्कूल से
पेटिंग का कोर्स किया था। हालाँकि उनकी कला-शिक्षा पेरिस से हुई थी, फिर भी उन्होंने
भारत की कलात्मक परंपराओं की खोज की।
पी के रोज़ी जयंती
सर्च
इंजन गूगल ने मलयालम सिनेमा की पहली महिला एक्ट्रेस व पहली महिला दलित अभिनेत्री
पी के रोज़ी की 120वीं जयंती पर
उनके प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए एक खास डूडल (Doodle) समर्पित किया है। 10 फरवरी, 1903 में केरल के
तिरुवनंतपुरम में जन्मी, रोज़ी को कम उम्र
में ही अभिनय का काफी शौक था। रोज़ी ने वर्ष 1928 में मलयालम फिल्म विगाथाकुमारन (द लॉस्ट चाइल्ड) में अपनी
भूमिका के साथ उन तमाम बाधाओं, विशेष रूप से उस समय जब महिलाओं की प्रदर्शन कला को
प्रोत्साहित नहीं किया जाता था, को न सिर्फ तोड़ा बल्कि वह मलयालम सिनेमा की पहली एक्ट्रेस
के तौर पर सामने आई। फिल्म में उन्होंीने एक उच्च जाति की महिला की भूमिका अदा की, जिससे
उन्हें उच्च जातियों के विरोध का सामना
करना पड़ा। उनका घर जला दिया गया और राज्य छोड़ने के लिये मजबूर किया गया। ऐसे में
जान बचाने के लिये रोज़ी तमिलनाडु की ओर जा रही एक लॉरी में भाग गईं, उन्होंने लॉरी के
चालक केशवन पिल्लई से शादी की और अपना जीवन 'राजम्मा' के रूप में बिताया। उन्हें अपनी बाकी जिंदगी गुमनामी में
गुज़ारनी पड़ी।
महर्षि दयानंद सरस्वती जयंती
भारत
के प्रधानमंत्री ने महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती के उपलक्ष्य में वर्ष भर चलने वाले (दो वर्षीय)
समारोह का उद्घाटन किया। उन्होंने स्मरणोत्सव के लिये एक लोगो (Logo) भी जारी किया।
महर्षि दयानंद सरस्वती की जयंती प्रतिवर्ष मनाई जाती है। उनका जन्म 12 फरवरी 1824 को टंकारा, गुजरात में एक
ब्राह्मण परिवार में हुआ था। दयानंद के विचार उनकी प्रसिद्ध रचना, सत्यार्थ प्रकाश
(द ट्रू एक्सपोज़िशन) में प्रकाशित हुए। वह एक भारतीय दार्शनिक, सामाजिक नेता और
आर्य समाज के संस्थापक थे। उनके सपनों के भारत का समाज एक वर्गहीन और जातिविहीन
समाज था। उन्होंने वेदों से प्रेरणा ली तथा उन्हें शक्ति अथवा समर्थन का एक अटूट
स्रोत माना। उन्होंने "वेदों की ओर लौटो" का नारा भी दिया। स्वामी
दयानंद सरस्वती के सपने को साकार करने के लिये वर्ष 1886 में DAV (दयानंद एंग्लो
वैदिक) स्कूल अस्तित्त्व में आए।
दीनदयाल उपाध्याय पुण्य तिथि
प्रधानमंत्री ने
पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की पुण्य तिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उनका
जन्म वर्ष 1916 में नगला
चंद्रभान गाँव में हुआ था,
जिसे अब उत्तर
प्रदेश में ‘दीनदयाल धाम’ कहा जाता है। वह
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS)
में शामिल हो गए
और वर्ष 1942 से RSS में पूर्णकालिक
कार्य हेतु स्वयं को समर्पित कर दिया। उन्होंने ‘राष्ट्र धर्म’ नाम से एक मासिक पत्रिका शुरू की, बाद में 'पाञ्चजन्य' (साप्ताहिक) तथा 'स्वदेश' (दैनिक) की शुरुआत
की। वर्ष 2019 में
प्रधानमंत्री ने वाराणसी-चंदौली सीमा पर पड़ाव में पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मारक
केंद्र का उद्घाटन करते हुए पंडित उपाध्याय की 63 फीट ऊँची प्रतिमा का अनावरण किया।
कमला
कस्तूरी पर्यावरणविद्
हाल ही में
श्रीमती कमला कस्तूरी का निधन हो गया। वह एक पर्यावरणविद् थीं जिन्होंने पर्यावरण
संरक्षण में अहम योगदान दिया और वे पर्यावरण सोसायटी, चेन्नई की
संस्थापक भी थीं। वे कई पर्यावरण संरक्षण परियोजनाओं तथा कावेरी नदी को रंगाई
कार्य करने वाले मिलों (Dyeing
Units) से बचाने एवं नदी की सफाई के अभियान में शामिल थीं।
उन्होंने कई वृक्षारोपण अभियानों में भाग लिया था और बूचड़खाने के खिलाफ जनहित
याचिका (Public Interest
Litigation- PIL) भी दायर की थी, जिसे रेड हिल्स (सेंगुंद्रम, तमिलनाडु) में प्रस्तावित किया गया था।
कंप्यूटर वैज्ञानिक हरि बालकृष्णन- मार्कोनी प्राइज़
कंप्यूटर वैज्ञानिक हरि बालकृष्णन को मार्कोनी प्राइज़ 2023 से सम्मानित किया गया। डॉ. बालाकृष्णन को वायर्ड और वायरलेस नेटवर्किंग, मोबाइल सेंसिंग एवं डिस्ट्रीब्यूटेड सिस्टम में बुनियादी योगदान हेतु प्रदान किया गया है। मार्कोनी प्राइज़ कंप्यूटर वैज्ञानिकों हेतु एक शीर्ष सम्मान है और इसे अमेरिका स्थित मार्कोनी फाउंडेशन द्वारा प्रदान किया जाता है। यह उन लोगों को दिया जाता है जिन्होंने उन्नत सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से डिजिटल समावेशिता बढ़ाने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है। पुरस्कार विजेताओं को एक स्वतंत्र चयन समिति द्वारा चुना जाता है तथा मार्कोनी सोसाइटी बोर्ड द्वारा अनुमोदित किया जाता है।
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