Current Affairs Summary July 2023 in Hindi | समसामयिकी सारांश जुलाई 2023

 Current Affairs Summary July 2023 in Hindi 

Current Affairs Summary July 2023 in Hindi | समसामयिकी सारांश जुलाई  2023



समसामयिकी सारांश जुलाई  2023 

विश्व खनन कॉन्ग्रेस

ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन में आयोजित विश्व खनन कॉन्ग्रेस में इंडिया पैविलियन ने खनन, ऊर्जा क्षेत्र में देश की तकनीकी शक्ति और सतत् विकास प्रथाओं के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया। विश्व खनन कॉन्ग्रेस (World Mining Congress- WMC) वैश्विक खनन एवं संसाधन उद्योगों के लिये अग्रणी अंतर्राष्ट्रीय मंच है। यह प्राकृतिक खनिज तथा ऊर्जा संसाधनों के सतत् विकास में वैज्ञानिक एवं तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देती है व उसका समर्थन करती है तथा उस क्षेत्र में नवीनतम नवाचारों और सर्वोत्तम प्रथाओं को प्रदर्शित करती है। WMC का उद्घाटन वर्ष 1958 में एक प्रमुख पोलिश वैज्ञानिक तथा माइनिंग इंजीनियर प्रोफेसर बोल्स्लाव कुर्पिंस्की द्वारा किया गया था। इसका संचालन काटोविस, पोलैंड में स्थित एक स्थायी सचिवालय द्वारा किया जाता है तथा संयुक्त राष्ट्र से संबद्ध है। WMC का आयोजन पूरे विश्व में त्रैवार्षिक आधार पर किया जाता है।


रिपोर्ट फिश डिजीज़एप

केंद्रीय पशुपालन, मत्स्यपालन और डेयरी मंत्रालय ने मत्स्य किसानों की सहायता करने तथा जलीय कृषि क्षेत्र में रोग प्रबंधन में सुधार हेतु 'रिपोर्ट फिश डिजीज़' नामक एक नए मोबाइल एप का अनावरण किया है। जलीय जीवों में होने वाले रोग मत्स्यपालन क्षेत्र के विकास में प्रमुख बाधक हैं। जलीय जीवों के रोगों की शीघ्रता से जानकारी प्राप्त करने के लिये निगरानी आवश्यक है, जिससे उनके प्रभाव को कम किया जा सके। उन्मूलन तथा रोकथाम के लिये रोगों का शीघ्र पता लगाना महत्त्वपूर्ण है। क्षेत्र-स्तरीय रोग सूचना तंत्र की अनुपलब्धता के कारण जलीय कृषि में बीमारियों के कई मामले दर्ज नहीं किये जाते हैं। RFD एप मत्स्य किसानों को उनके तालाबों में फिनफिश, झींगा और मोलस्क में होने वाली बीमारियों की व्यापकता के बारे में अधिकारियों तथा मत्स्य स्वास्थ्य विशेषज्ञों के साथ सूचना साझा करने में सहायता करेगा।


चेन्नई-व्लादिवोस्तोक समुद्री मार्ग

भारत और रूस चेन्नई-व्लादिवोस्तोक समुद्री मार्ग को शुरू करने पर विचार कर रहे हैं। व्लादिवोस्तोक-चेन्नई मार्ग जापान सागर, दक्षिण चीन सागर और मलक्का जलसंधि से होकर गुज़रता है। वर्ष 2019 की यात्रा के दौरान भारत के प्रधानमंत्री ने रूसी राष्ट्रपति के साथ 'व्लादिवोस्तोक बंदरगाह और चेन्नई बंदरगाह के बीच समुद्री संचार के विकास' पर एक आशय पत्र (MoI) पर हस्ताक्षर किये। इस मार्ग की खासियत है कि यह परिवहन समय को घटाकर 10-12 दिन कर देगा जो कि सेंट पीटर्सबर्ग से मुंबई तक के मौजूदा मार्ग में लगने वाले परिवहन समय का यह लगभग एक-तिहाई है। वहीं, इस मार्ग की सहायता से परिवहन की लागत में 30% की उल्लेखनीय कमी आने की उम्मीद है। यह भारत को मंगोलिया जैसे देशों सहित सुदूर पूर्व तक पहुँच और दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्र में मुख्य उपस्थिति भी प्रदान करेगा।


डेब्रीगढ़ वन्यजीव अभयारण्य

ओडिशा के बरगढ़ ज़िले में स्थित डेब्रीगढ़ वन्यजीव अभयारण्य को आसपास रहने वाली मानव बस्ती से पूरी तरह मुक्त कर दिया गया है। राज्य वन और पर्यावरण विभाग के अनुसार, डेब्रीगढ़ अभयारण्य, जिसे एक बाघ अभयारण्य बनाने का प्रस्ताव है, मंह बड़े एवं मांसाहारी पशुओं के लिये उच्च शिकार पाए जाने की बहुत संभावना है। यह अभयारण्य भारतीय बाइसन, जंगली सूअर, सांभर और मोर जैसे जानवरों का निवास स्थान है। इस अभयारण्य में चार सींग वाला मृग (चौसिंघा), जो IUCN की रेड लिस्ट में असुरक्षित के रूप में सूचीबद्ध है, भी पाया जाता है। हीराकुंड जलाशय एक रामसर स्थल और अंतर्राष्ट्रीय पक्षी क्षेत्र भी इस अभयारण्य के निकट में ही स्थित है। इस अभयारण्य की प्रसिद्धि का एक अन्य कारण प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी वीर सुरेंद्र साई हैं, जिन्होंने अंग्रेज़ों के खिलाफ विद्रोह के दौरान इसी अभयारण्य के भीतर स्थित 'बारापथारा' में अपना ठिकाना बनाया था

वेक्टर-जनित रोगों के लिये तैयारी

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने मानसून के मौसम से पहले वेक्टर जनित बीमारियों को रोकने और नियंत्रित करने में राज्य की तत्परता का वस्तुतः मूल्यांकन किया, सक्रिय उपायों तथा रोग के बोझ को कम करने के लिये स्वास्थ्य आवश्यकताओं के महत्त्व पर ज़ोर दिया। वेक्टर-जनित बीमारियाँ मच्छरों, किलनी, पिस्सू और मक्खियों जैसे संक्रमित वाहकों के काटने से मनुष्यों में फैलने वाली बीमारियों का एक समूह है। इन बीमारियों में मलेरिया, डेंगू बुखार, चिकनगुनिया, जापानी इंसेफेलाइटिस, लिम्फेटिक फाइलेरिया और कालाज़ार शामिल हैं। वे आमतौर पर मौसमी होते हैं और उनके फैलने का खतरा होता है, ये बीमारियाँ ज़्यादातर मानसून और इसके बाद की अवधि के दौरान उत्पन्न होती हैं।


इंडिया पोस्ट और कनाडा पोस्ट ने ई-कॉमर्स के लिये ITPS प्रस्तुत किया

इंडिया पोस्ट और कनाडा पोस्ट ने हाल ही में दोनों देशों के मध्य इंटरनेशनल ट्रैक्ड पैकेट सर्विस (ITPS) प्रारंभ करने के लिये एक समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं। यह सेवा 01 जुलाई, 2023 से प्रभावी है। ITPS पैकेटों के प्रसारण तथा वितरण के लिये एक प्रतिस्पर्द्धी सेवा है, साथ ही  इसे स्थानीय डाकघरों का उपयोग करके अपने उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिये MSMEs, छोटे व्यवसायों, व्यापारियों आदि सहित ई-कॉमर्स निर्यातकों की सीमा पार शिपिंग आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये डिज़ाइन किया गया है। ITPS सुविधा जो पहले से ही 38 भागीदार देशों के साथ उपलब्ध है, में ब्रिटेन, फ्राँस, संयुक्त अरब अमीरात तथा मिस्र जैसे हाल ही में शामिल देश हैं और अब कनाडा को 39वें भागीदार के रूप में शामिल किया जा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय EMS (स्पीड पोस्ट) तथा अन्य बाज़ार उत्पादों की तुलना में ITPS दरें बहुत किफायती रखी गई हैं।

INS सुनयना का बीरा, मोज़ाम्बिक का दौरा

भारतीय नौसेना के एक नौसैनिक जहाज़ INS सुनयना ने बीरा, मोज़ाम्बिक के बंदरगाह का दौरा किया जो अपने समुद्री पड़ोसियों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंधों को बढ़ावा देने तथा सागर- क्षेत्र में सभी के लिये सुरक्षा और विकास के दृष्टिकोण को बढ़ावा देने हेतु भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। INS सुनयना की तैनाती में मोज़ाम्बिक के तट पर एक संयुक्त विशेष आर्थिक क्षेत्र (EEZ) की गश्त करना भी शामिल है जो दोनों देशों के बीच सुरक्षा सहयोग को और बढ़ाती है। मिशन सागर को वर्ष 2015 में आरंभ किया गया था। यह हिंद महासागर क्षेत्र (IOR) में भारत की रणनीतिक दृष्टि है। सागर के माध्यम से भारत अपने समुद्री पड़ोसियों के साथ आर्थिक एवं सुरक्षा सहयोग को सुदृढ़ करना चाहता है तथा उनकी समुद्री सुरक्षा क्षमताओं के निर्माण में सहायता करना चाहता है।

 

भारत ने आठवीं एशियाई कबड्डी चैंपियनशिप का खिताब जीता

एशियाई कबड्डी चैंपियनशिप, वर्ष 2023 में भारत ने विजय प्राप्त की और नौ संस्करणों में आठवीं बार यह खिताब जीता। मैच का फाइनल दक्षिण कोरिया के बुसान शहर में आयोजित हुआ। भारतीय कबड्डी टीम अब 23 सितंबर से 8 अक्तूबर, 2023 तक चीन के हांगझू में होने वाले आगामी एशियाई खेलों में भाग लेगी। पहली एशियाई कबड्डी चैंपियनशिप वर्ष 1980 में आयोजित की गई थी और इसे वर्ष 1982 में नई दिल्ली में आयोजित 9वें एशियाई खेलों में एक प्रदर्शन खेल के रूप में शामिल किया गया था। कबड्डी भारत का सबसे प्रसिद्ध पारंपरिक खेल है जो मूल रूप से एक लड़ाकू खेल है, जिसमें प्रत्येक टीम में सात खिलाड़ी होते हैं, यह 5 मिनट के अंतराल (20-5-20) के साथ 40 मिनट की अवधि तक खेला जाता है। इस खेल का मुख्य विचार प्रतिद्वंद्वी के कोर्ट में हमला करके तथा एक भी बार साँस लिये बिना जितना संभव हो रक्षा पंक्ति के खिलाड़ियों को छूकर अंक हासिल करना है। खेल को प्रोत्साहित करने के लिये वर्ष 1950 में अखिल भारतीय कबड्डी महासंघ का गठन किया गया था। भारत और एशिया के पड़ोसी देशों में खेल को लोकप्रिय बनाने के उद्देश्य से भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) से संबद्ध नई संस्था, एमेच्योर कबड्डी फेडरेशन ऑफ इंडिया (AKFI) की वर्ष 1972 में स्थापना की गई। 


राजनीतिक दलों के लिये ऑनलाइन वित्तीय रिपोर्टिंग प्लेटफाॅर्म

राजनीतिक दलों हेतु अपनी वित्तीय रिपोर्टिंग को इलेक्ट्रॉनिक रूप से दर्ज करने के लिये भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने एक ऑनलाइन वेब पोर्टल की शुरुआत की है। इस पहल का उद्देश्य जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के अनुसार योगदान संबंधी रिपोर्ट, लेखा परीक्षित वार्षिक खाते और चुनाव व्यय विवरण जमा करने की प्रक्रिया को सरलीकृत करना है। वित्तीय प्रकटीकरण में अनुपालन एवं पारदर्शिता के महत्त्व पर ज़ोर देते हुए ECI ने राजनीतिक दलों के लिये लोकतांत्रिक सिद्धांतों का पालन करना अनिवार्य कर दिया है। ऑनलाइन दाखिल न करने का विकल्प चुनने वालों को लिखित विवरण प्रदान करना होगा और इन दोनों प्रकार के रिपोर्ट और स्पष्टीकरण का प्रकाशन भारत निर्वाचन आयोग द्वारा अपने प्लेटफाॅर्म पर किया जाएगा। ECI एक स्वायत्त संवैधानिक प्राधिकरण है जो भारत में संघ और राज्य चुनाव प्रक्रियाओं के प्रशासन के लिये उत्तरादायी है। इसकी स्थापना 25 जनवरी, 1950 को संविधान के अनुसार की गई थी (इसे राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाया जाता है)। इस आयोग का सचिवालय नई दिल्ली में है। यूनाइटेड किंगडम ने अप्रैल 2019 में दिशा-निर्देश जारी किये, जिन्हें बाद में डेटा संरक्षण अधिनियम, 2018 के तहत लागू किया गया, ताकि कंपनियाँ कम उम्र के उपयोगकर्त्ताओं को लुभाने के लिये चालाकीपूर्ण रणनीति का उपयोग न कर सकें।


महिला उद्यमियों को सशक्त बनाना: eSARAS एप

दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) ने eSARAS मोबाइल एप लॉन्च करके स्वयं सहायता समूहों (SHG) की महिलाओं को समर्थन देने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम उठाया है। इस एप का उद्देश्य SHG द्वारा बनाए गए उत्पादों के विपणन पहल को बढ़ावा देना है। इसके अतिरिक्त ग्रामीण विकास मंत्रालय और टाटा ट्रस्ट द्वारा संयुक्त रूप से गठित गैर-लाभकारी कंपनी फाउंडेशन फॉर डेवलपमेंट ऑफ रूरल वैल्यू चेन्स (FDRVC) द्वारा प्रबंधित eSARAS पोर्टल एवं एप के माध्यम से खरीदे गए उत्पादों के प्रसंस्करण, पैकेजिंग और शिपिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करना है। यह प्रामाणिक हस्तशिल्प तथा हथकरघा को बढ़ावा देने के लिये एक उपयोगकर्ता-अनुकूल मंच प्रदान करता है, साथ ही ग्राहकों तक सीधे ऑनलाइन ऑर्डर पहुँचाने के लिये योग्य रसद भी सुनिश्चित करता है।


लुसाने डायमंड लीग 2023 में नीरज चोपड़ा प्रथम स्थान पर रहे 

ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने लुसाने डायमंड लीग 2023 में भाला फेंक स्पर्द्धा में 87.66 मीटर का उल्लेखनीय थ्रो के साथ पहला स्थान हासिल किया। लुसाने मीट नीरज चोपड़ा की इस वर्ष की दूसरी प्रतियोगिता थी और दोहा डायमंड लीग के बाद पहली प्रतियोगिता थी। लुसाने डायमंड लीग 2023 डायमंड लीग एथलेटिक्स शृंखला की छठी स्पर्द्धा थी, जो स्विट्ज़रलैंड के एथलेटिसिमा स्टेडियम में आयोजित हुई।


भारतीय रिफाइनरों का रूसी तेल भुगतान के लिये चीनी युआन की ओर रुख 

भारतीय रिफाइनर ने रूस से तेल आयात के लिये वैकल्पिक भुगतान पद्धति के रूप में चीनी युआन का रुख किया है। भारत में रूसी कच्चे तेल का सबसे बड़ा खरीदार इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ऐसा करने वाला पहला रिफाइनर बन गया। रूस-यूक्रेन विवाद के बाद रूस पर लगाए गए पश्चिमी प्रतिबंधों ने रूस और उसके ग्राहकों को भुगतान करने हेतु अमेरिकी डॉलर का विकल्प तलाशने के लिये प्रेरित किया है। रूस के शीर्ष कच्चे तेल आपूर्तिकर्त्ता के रूप में चीन पहले ही रूस से अपने अधिकांश ऊर्जा आयात हेतु भुगतान को युआन में स्थानांतरित कर चुका है। भारत ने भुगतान विकल्पों में विविधता लाने के लिये महत्त्वपूर्ण कदम उठाए है जो अब समुद्री रास्ते से रूसी तेल का सबसे बड़ा खरीदार है। हालाँकि भारतीय रिफाइनरों द्वारा युआन में खरीदे गए रूसी तेल की सटीक सीमा स्पष्ट नहीं है। यह स्थिति उभरती भू-राजनीतिक गतिशीलता के बीच भुगतान के तरीकों में एक रणनीतिक बदलाव को दर्शाती है।


डेटा कार्बन लैडर

वैज्ञानिकों ने डेटा कार्बन लैडर नामक एक उपकरण विकसित किया है, जो व्यवसायों को उनके डिजिटल डेटा से जुड़े कार्बन उत्सर्जन की गणना करने में सक्षम बनाता है। वर्ष 2025 तक वैश्विक डेटा मात्रा 180 ज़ेटाबाइट्स से अधिक होने के साथ प्रति दो वर्ष में दोगुना होने का अनुमान है, डिजिटल डेटा के कार्बन डाइऑक्साइड आउटपुट को समझना अधिक महत्त्वपूर्ण है। यह उपकरण सामान्य रूप से उपेक्षित कारक, डेटा के कार्बन फुटप्रिंट पर विचार करके वैश्विक डी-कार्बोनाइज़ेशन नीतियों में एक महत्त्वपूर्ण निरीक्षण को संबोधित करता है। डेटा सेंटर जो सभी मानव-प्रेरित कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन के 2.5% से 3.7% के लिये ज़िम्मेदार हैं, विमानन उद्योग के उत्सर्जन (2.1%) से अधिक है। इस उपकरण का उपयोग करके व्यवसाय और संगठन अपनी डेटा परियोजनाओं की स्थिरता में सुधार कर सकते हैं, उनके पर्यावरणीय प्रभाव को कम कर सकते हैं तथा साथ ही अधिक कुशल एवं पर्यावरण-अनुकूल समाधान प्राप्त किया जा सकता है।

 

स्वामी विवेकानन्द की पुण्य तिथि

भारत के प्रधानमंत्री ने स्वामी विवेकानन्द को उनकी पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की और सशक्त भारत के लिये उनके प्रेरक सिद्धांतों की सराहना की। स्वामी विवेकानन्द ने 4 जुलाई, 1902 को 39 वर्ष की आयु में महासमाधि (मृत्यु) प्राप्त की। यह उनके सेवा, मानवता और आध्यात्मिक ज्ञान के आदर्शों को याद करने का दिन है। स्वामी विवेकानन्द एक हिंदू भिक्षु, दार्शनिक, लेखक और सुधारक थे जिन्होंने पश्चिमी विश्व को वेदांत तथा योग से परिचित कराया। वह रामकृष्ण के प्रमुख शिष्य थे जिन्होंने उन्हें सभी धर्मों की एकता की शिक्षा दी थी। उन्होंने रामकृष्ण मठ और मिशन की स्थापना की, जो आध्यात्मिक तथा सामाजिक सेवा को बढ़ावा देता है। उन्होंने अपने भाषणों और लेखों से लाखों लोगों को प्रेरित किया।

 

शेप ऑफ फ्लेम्स

शोधकर्ताओं ने आग की लपटों/फ्लेम्स के पास वायु प्रवाह की जटिल गतिशीलता और प्रक्रियाओं का पता लगाया है। आग की लपटें इसके चारों ओर की वायु को गर्म करती हैं जिससे वह कम गहन होने के कारण ऊपर उठने लगती हैं। इससे लपटों के पास कम दबाव वाला क्षेत्र बनता है। परिणामस्वरूप आसपास से ठंडी वायु किनारों और नीचे से लपटों की ओर प्रवाहित होती है। ऑक्सीजन की उपस्थिति ईंधन को जलाती रहती है। इससे आग की लपटों के निकट की हवा गर्म हो जाती है और तेज़ी से ऊपर की ओर उठती है। इस प्रक्रिया में लपटों के ऊपर गर्म वायु का तीव्र गति से बहिर्वाह, साथ ही किनारों और नीचे से धीमी गति से प्रवाह होता है। अंततः वायु आसपास के वातावरण में मिल जाती है और ठंडी हो जाती है। यह ध्यान रखना महत्त्वपूर्ण है कि वायु प्रवाह की यह प्रक्रिया मुख्य रूप से मोमबत्ती या बत्ती या स्टोव पर लागू होती है और वेल्डर टॉर्च जैसे उपकरणों के लिये समान नहीं हो सकती है, जिसमें एक अलग ईंधन आपूर्ति तंत्र होता है।

भारतीय कंपनियों की अनुकूल क्रेडिट स्थिति

S&P ग्लोबल रेटिंग्स की एक रिपोर्ट केअनुसार, भारत में चिंहित की गई कंपनियाँ अनुकूल क्रेडिट स्थिति में हैं, जो मज़बूत अंतर्निहित विकास और समायोजनकारी बैलेंस शीट द्वारा समर्थित हैं। यह रिपोर्ट देश की मज़बूत आर्थिक वृद्धि पर प्रकाश डालती है, जिसके फलस्वरूप यह वृद्धि वर्ष 2023 में 6% और वर्ष 2024 में 6.9% तक पहुँचने का अनुमान है, जो इन्हें इस क्षेत्र में अधिक उत्कृष्ट बना देगा। इसके अतिरिक्त मज़बूत ऑफशोर तरलता की उपस्थिति जटिल बाह्य वित्तपोषण स्थितियों से उत्पन्न चुनौतियों का प्रतिकार करने में सहायता प्रदान करती है। हालाँकि कंपनियाँ ऋण कटौती पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं, लेकिन पूंजीगत व्यय में वृद्धि के कारण कर्ज को कम करने की गति धीमी हो सकती है। डिलीवरेजिंग से तात्पर्य किसी व्यक्ति, कंपनी या अर्थव्यवस्था की वित्तीय स्थिरता में सुधार करने के लिये ऋण को कम करने या समाप्त करने की प्रक्रिया से है। इसमें आमतौर पर ऋण एवं इक्विटी के साथ परिसंपत्तियों के अनुपात को कम करना शामिल है, जिससे समग्र लीवरेज या ऋणग्रस्तता कम हो जाती है।


ओडिशा सरकार द्वारा मो जंगल जामी योजना का आरंभ

ओडिशा सरकार ने मो जंगल जामी योजना शुरू की है जिसका उद्देश्य राज्य के ज़िलों में आदिवासियों और वनवासियों के बीच वन अधिकारों को बढ़ावा देना है। यदि इस योजना को लागू किया जाता है तो ओडिशा केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित व्यक्तिगत अधिकारों के अतिरिक्त सामुदायिक वन अधिकारों को मान्यता देने वाला भारत का पहला राज्य बन जाएगा। इस योजना का उद्देश्य लाभार्थियों को उनके अधिकारों के अनुसार भूमि का स्वामित्व तथा वन संसाधनों तक पहुँच प्रदान कर अनुसूचित जनजाति और वन क्षेत्र में रहने वाली आबादी के लिये आजीविका एवं खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना है। ओडिशा में बड़ी संख्या में ऐसे गाँव और अनुसूचित जनजाति परिवार हैं जिन्हें इस योजना से लाभान्वित करने का लक्ष्य रखा गया है। 62 विभिन्न जनजातियों के साथ राज्य की जनजातीय आबादी कुल आबादी का 22.85% है जिसमें 13 विशेष रूप से कमज़ोर जनजातीय समूह (PVTG) शामिल हैं।

OPEC में शामिल होने हेतु चार नए देशों के साथ वार्ता

पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (OPEC) के महासचिव ने बताया कि संगठन में शामिल होने के लिये चार नए देशों अज़रबैजान, मलेशिया, ब्रुनेई और मैक्सिको के साथ चर्चा चल रही है। OPEC की स्थापना वर्ष 1960 में संस्थापक सदस्यों ईरान, इराक, कुवैत, सऊदी अरब और वेनेज़ुएला के साथ हुई थी जिसमें अब 13 सदस्य देश शामिल हैं। OPEC विश्व भर में लगभग 30% कच्चे तेल का उत्पादन करता है तथा इसके सदस्यों का वैश्विक पेट्रोलियम व्यापार में लगभग 60% हिस्सा है। वर्ष 2016 में OPEC ने अपने संगठन का विस्तार करने के लिये 10 प्रमुख तेल उत्पादक देशों को शामिल कर OPEC+ का गठन किया था। OPEC+ में अज़रबैजान, बहरीन, ब्रुनेई, कज़ाखस्तान, मलेशिया, मैक्सिको, ओमान, रूस, दक्षिण सूडान और सूडान के साथ 13 OPEC सदस्य देश शामिल हैं। इसका उद्देश्य पेट्रोलियम नीतियों का समन्वय एवं एकीकरण करना, तेल बाज़ार को स्थिर करना, उपभोक्ताओं को पेट्रोलियम की स्थिर आपूर्ति सुनिश्चित करना, उत्पादकों को विश्वसनीय आय प्रदान करना तथा पेट्रोलियम उद्योग में निवेश पर उचित रिटर्न प्रदान करना है। OPEC का मुख्यालय ऑस्ट्रिया के वियना में है।    

DGCA इंडिया और EASA संयुक्त रूप से मानवरहित विमानन प्रणाली का विकास करेंगे 

भारतीय नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) और यूरोपीय संघ विमानन सुरक्षा एजेंसी (EASA) ने मानव रहित विमान प्रणालियों तथा नवाचारी वायु परिवहन प्रणालियों पर केंद्रित एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं। इस समझौता ज्ञापन में कर्मियों के लिये लाइसेंसिंग, प्रशिक्षण, हवाई यातायात प्रबंधन, बुनियादी ढाँचा और मानव रहित विमान प्रणाली यातायात प्रबंधन (UTM) मानकों एवं सेवाओं की स्थापना करना शामिल है।

भारत-सिंगापुर के बीच कार्मिक प्रबंधन व लोक प्रशासन समझौते का विस्तार 

भारत सरकार के कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय के प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग तथा सिंगापुर गणराज्य के लोक सेवा प्रभाग ने एक प्रोटोकॉल दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर किये हैं, जो वर्ष 2028 तक पाँच और वर्षों के लिये कार्मिक प्रबंधन व लोक प्रशासन के क्षेत्र में सहयोग पर 2018 में हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन (MoU) का विस्तार करता है। इस विस्तारित समझौता ज्ञापन का उद्देश्य दोनों देशों के लोक सेवा अधिकारियों के बीच सहयोग को बढ़ावा देकर उनके बीच साझेदारी को बढ़ाना है। सहयोग के क्षेत्रों में प्रशासनिक सुधार व सार्वजनिक क्षेत्र परिवर्तन, सार्वजनिक सेवा वितरण, नेतृत्व एवं प्रतिभा विकास, ई-गवर्नेंस, क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण शामिल हैं।


आर्कटिक में मीथेन-समृद्ध भू-जल धाराएँ

नेचर जियोसाइंस में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, जलवायु परिवर्तन आर्कटिक में ग्लेशियरों के विस्थापन का कारण बन रहा है जिससे मीथेन युक्त भूजल धाराएँ सामने आ रही हैं। आर्कटिक में नॉर्वेजियन द्वीपसमूह स्वालबार्ड में पाए जाने वाली ये धाराएँ वार्षिक 2,000 टन से अधिक मीथेन का उत्सर्जन कर रही हैं जो नॉर्वे के तेल एवं गैस उद्योग उत्सर्जन के 10% के बराबर है। जल में पूरे वर्ष पाई जाने वाली उच्च मीथेन सांद्रता ग्लेशियरों के नीचे मौजूद मीथेन की उपस्थिति को इंगित करती है। ये धाराएँ वैश्विक मीथेन बजट का हिस्सा नहीं हैं। वैश्विक मीथेन बजट उस मीथेन की मात्रा का अनुमान लगाता है जो उत्सर्जन स्रोतों से उत्पन्न तथा वातावरण में अवशोषित की गई है। भूजल धाराएँ प्राकृतिक घटना है जहाँ जल भूमिगत जलभृत से पृथ्वी की सतह पर निकलता है। ये सामान्यतः तब होता है जब जलभृत के भीतर दबाव बनता है जिससे जल चट्टानों में दरारों या छिद्रों से बहने लगता है।


ज़पोरिज़िया परमाणु ऊर्जा संयंत्र: चेर्नोबिल दुर्घटना की तुलना में कम जोखिम

यूक्रेन में ज़पोरिज़िया परमाणु ऊर्जा संयंत्र (NPP), जो वर्तमान में रूसी नियंत्रण में है, चल रहे संघर्ष के कारण सुरक्षा खतरों का सामना कर रहा है। हालाँकि बेलोना फाउंडेशन की एक वर्तमान रिपोर्ट इस बात पर प्रकाश डालती है कि ज़पोरिज़िया NPP में जोखिम और संभावित परिणाम चेर्नोबिल दुर्घटना जितने गंभीर होने की उम्मीद नहीं है। ज़पोरिज़िया यूरोप का सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र है। यह संपूर्ण यूक्रेनी NPP द्वारा उत्पादित कुल विद्युत का लगभग 40% हिस्से का उत्पादन करता है और यूक्रेन के वार्षिक विद्युत उत्पादन का पाँचवाँ हिस्सा है।

मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान से गांधी सागर अभयारण्य में चीतों का स्थानांतरण

भारत में चीतों की आबादी के संरक्षण और विस्तार को सुनिश्चित करने के प्रयास में अधिकारियों ने मध्य प्रदेश के कुनो राष्ट्रीय उद्यान (KNP) से कुछ अफ्रीकी चीतों को उसी राज्य के गांधी सागर अभयारण्य में स्थानांतरित करने की योजना की घोषणा की है। KNP के वन्यजीव वार्डन ने कहा कि स्थानांतरण चीता एक्शन प्लान का कठोरता से पालन में किया जाएगा, जिसमें चीतों के लिये उपयुक्त आवासों की पहचान करना शामिल है। इस वर्ष की शुरुआत में 45 दिनों की अवधि के भीतर तीन चीतों की मौत के बाद चीतों को स्थानांतरित करने का निर्णय व्यापक भौगोलिक सीमा में चीतों को वितरित करने के सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के बाद आया है।

NGT ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों पर ज़ुर्माना लगाया

हाल ही में राष्ट्रीय हरित अधिकरण (National Green Tribunal- NGT) ने सीवेज ट्रीटमेंट और अपशिष्ट निपटान नियमों का पालन न करने एवं आदेशों का उल्लंघन करने पर राज्यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों पर लगभग 80,000 करोड़ रुपए का ज़ुर्माना लगाया है। सबसे ज़्यादा ज़ुर्माना तमिलनाडु के बाद महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश पर लगाया गया है। NGT पर्यावरण संरक्षण और वनों एवं अन्य प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण से संबंधित मामलों के प्रभावी तथा शीघ्र निपटान हेतु NGT अधिनियम, 2010 के तहत स्थापित एक विशेष निकाय है। ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड के बाद भारत एक विशेष पर्यावरण न्यायाधिकरण स्थापित करने वाला दुनिया का तीसरा देश बन गया। इसके पाँच क्षेत्रीय कार्यालय हैं, प्रमुख कार्यालय नई दिल्ली में अवस्थित है। NGT के निर्णय बाध्यकारी हैं। इसके पास अपने स्वयं के निर्णयों की समीक्षा करने की शक्ति है जिसे बाद में 90 दिनों के भीतर सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष चुनौती दी जा सकती है।

साल्वेक्स

भारतीय नौसेना तथा अमेरिकी नौसेना (IN-USN) का बचाव और विस्फोटक आयुध निपटान (EOD) अभ्यास- साल्वेक्स का 7वाँ संस्करण हाल ही में कोच्चि में आयोजित किया गया था। भारतीय नौसेना तथा अमेरिकी नौसेना वर्ष 2005 से संयुक्त बचाव और EOD अभ्यास में भाग ले रहे हैं। परिचालन शर्तों पर रचनात्मक जुड़ाव का उद्देश्य माइंस का पता लगाना एवं निष्क्रिय करना, मलबे का स्थान और बचाव जैसे कई विविध विषयों में गोताखोर टीमों के सामूहिक कौशल को बढ़ाना है। भारत और अमेरिका के बीच अन्य अभ्यासों में युद्धाभ्यास, वज्र प्रहार, मालाबार (Multilateral), रेड फ्लैग 16-1 और एक्सरसाइज़ कोप इंडिया शामिल हैं।

सिमलिपाल टाइगर रिज़र्व (STR)

ओडिशा सरकार ने सिमिलिपाल टाइगर रिज़र्व (STR) में 2,700 किमी. के क्षेत्रफल में 2 रिज़र्व क्षेत्र की सुरक्षा के लिये सशस्त्र पुलिस कर्मियों को तैनात किया है, जो अद्वितीय मेलानिस्टिक बाघों के लिये आवास है। मेलानिस्टिक का अर्थ है मेलेनिन (वह पदार्थ जो त्वचा/बालों को रंजकता देता है) के सामान्य स्तर से अधिक होने के कारण त्वचा/बाल बहुत काले हो जाते हैं। STR को औपचारिक रूप से वर्ष 1956 में एक बाघ अभयारण्य नामित किया गया था, साथ ही इसको वर्ष 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर के अंर्तगत लाया गया। इसे जून 1994 में भारत सरकार द्वारा बायोस्फीयर रिज़र्व घोषित किया गया था। यह वर्ष 2009 से बायोस्फीयर रिज़र्व के UNESCO विश्व नेटवर्क का भाग रहा है। यह मयूरभंज हाथी रिज़र्व का भी एक हिस्सा है। भौगोलिक दृष्टि से यह पूर्वी-घाट के पूर्वी छोर पर स्थित है।

भारत का प्रथम चैटबॉट

केंद्रशासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर ने भारत का पहला टेली-मानस (Tele-MANAS) चैटबॉट लॉन्च किया है जो संकट में फँसे लोगों के साथ तुरंत बातचीत शुरू करेगा। टेली-मानस एक द्विस्तरीय प्रणाली है। टियर 1 में राज्य टेली मानस सेल शामिल हैं जिसमें प्रशिक्षित परामर्शदाता तथा मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ शामिल हैं। टियर 2 में शारीरिक परामर्श के लिये ज़िला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम (DMHP)/मेडिकल कॉलेज संसाधनों के विशेषज्ञ और/या ऑडियो-विज़ुअल परामर्श के लिये ई-संजीवनी शामिल हैं। ई-संजीवनी एक राष्ट्रीय डॉक्टर-टू-डॉक्टर टेलीमेडिसिन सेवा है जो डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से पारंपरिक शारीरिक परामर्श का विकल्प प्रदान करने का प्रयास करती है। यह आयुष्मान भारत डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (ABDHM) का एक एकीकृत हिस्सा है

गति शक्ति इन्फ्रास्ट्रक्चर प्लेटफॉर्म के लिये डेटा साझाकरण तंत्र

उद्योग और निवेशकों के साथ मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी और बुनियादी ढाँचे पर भू-स्थानिक डेटा के सूचना आदान-प्रदान की सुविधा हेतु भारत सरकार पीएम गति शक्ति इंफ्रास्ट्रक्चर प्लेटफॉर्म के लिये डेटा साझाकरण तंत्र तैयार करने की योजना बना रही है। इस प्लेटफ़ॉर्म के नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप (NPG) के तहत अब तक लगभग 5.4 लाख करोड़ मूल्य की कुल 85 बड़ी केंद्रीय बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं का मूल्यांकन किया गया है। पीएम गति शक्ति के डेटा से सड़क और रेल परियोजना रिपोर्ट तैयार करने में तीव्रता आती है, यह बुनियादी ढाँचे के विकास की दक्षता में सुधार करता है। पीएम गति शक्ति एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है जिसे मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी पर ध्यान केंद्रित करते हुए 16 मंत्रालयों में बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं के समन्वय तथा निगरानी के लिये डिज़ाइन किया गया है। इसका उद्देश्य लॉजिस्टिक्स लागत और यात्रा समय को घटाकर भारत की आर्थिक वृद्धि, प्रतिस्पर्द्धात्मकता तथा व्यापार करने में सुलभता में वृद्धि करना है।

भारत और पनामा ने चुनावी सहयोग पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये: 

भारतीय चुनाव आयोग (ECI) और पनामा के इलेक्टोरल ट्रिब्यूनल (ET) ने चुनाव प्रबंधन तथा प्रशासन में चल रहे सहयोग तथा रूपरेखा स्थापित करने के लिये एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किये हैं।

यह चर्चा चुनाव में प्रौद्योगिकी और सोशल मीडिया के उपयोग पर केंद्रित रही। पिछले वर्षों में मैक्सिको, ब्राजील और चिली के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर करने के बाद, यह लैटिन अमेरिकी क्षेत्र में चुनाव प्रबंधन निकायों (EMB) के साथ ECI द्वारा हस्ताक्षरित चौथा समझौता ज्ञापन है, जिसमें विश्व के EMB और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ कुल 31 समझौता ज्ञापन शामिल हैं। ECI और ET दोनों एसोसिएशन ऑफ वर्ल्ड इलेक्शन बॉडीज (A-WEB) के सदस्य हैं, जो EMB के बीच वैश्विक सहयोग की सुविधा प्रदान करता है।

A-WEB चुनाव प्रबंधन के क्षेत्र में विश्व का सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय संगठन है। इसमें वर्तमान में 110 देशों के 119 EMB शामिल हैं। इसकी स्थापना वर्ष 2013 में दक्षिण कोरिया में स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी और भागीदारीपूर्ण चुनावों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थी।

IRDAI और अनिवार्य अधिरोपण

बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिये व्यवसाय के अनिवार्य अधिग्रहण पर 4% की दर की यथास्थिति बनाए रखी है। सरकार ने हाल ही में इस कदम को अधिसूचित करते हुए कहा था कि संपूर्ण अनिवार्य सत्र केवल जनरल इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (GIC Re) के साथ  रखा जाएगा।

अनिवार्य अधिग्रहण से तात्पर्य व्यवसाय के उस हिस्से से है जिसे सामान्य बीमा कंपनियों को अनिवार्य रूप से राष्ट्रीय पुनर्बीमाकर्त्ता GIC Re को सौंपना होता है। निजी सामान्य बीमाकर्त्ता इसके खिलाफ हैं क्योंकि यह पुनर्बीमा व्यवसाय करने की उनकी स्वतंत्रता में बाधा डालता है।

IRDAI बीमा ग्राहकों के हितों की रक्षा के उद्देश्य से बनाई गई एक नियामक संस्था है। इसकी स्थापना IRDA अधिनियम 1999 के अंतर्गत की गई थी और यह वित्त मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करता है।


तमिलनाडु में खुदाई से प्राप्त संगम युग के निष्कर्ष

तमिलनाडु के पुडुकोट्टई ज़िले के पोरपनाइकोट्टई में पुरातत्वविदों ने एक सोने की नथ, एक बोन पॉइंट और एक कारेलियन मनके की खोज की है। ऐसा माना जाता है कि इस स्थान पर संगम-युग का किला मौजूद था।

ऐसा माना जाता है कि इस स्टड का उपयोग नाक के आभूषण के रूप में किया जाता था जबकि बोन पॉइंट  का उपयोग संभवतः संगम युग में बुनाई के लिये किया जाता था। लाल गोल आकार के कारेलियन मनके की खोज से घरेलू व्यापार की सूचना मिलती है; इन्हें आम तौर पर गुजरात से मंगाया जाता था। रिमोट सेंसिंग पद्धति लाइट डिटेक्शन एंड रेंजिंग (LIDAR) का उपयोग करके इस स्थल  पर किये गए अध्ययनों से यह भी संकेत मिला है कि पोरपनाइकोट्टई में एक किला अस्तित्त्व में था।

सोलोमन द्वीप और चीन के बीच संबंधों में मज़बूती

सोलोमन द्वीप और चीन ने पुलिस व्यवस्था, आर्थिक और तकनीकी सहयोग पर समझौतों के माध्यम से अपने संबंधों को मज़बूती प्रदान करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय सोलोमन द्वीप समूह द्वारा वर्ष 2019 में अपनी राजनयिक संबद्धता को ताइवान से चीन में बदलने के फैसले के बाद आया है। चीन का लक्ष्य दक्षिण प्रशांत महासागर क्षेत्र में आर्थिक तथा भू-राजनीतिक हितों को बढ़ावा देने वाले बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव जैसी पहल के माध्यम से संबंधों एवं व्यापार का और विस्तार करना है। चीन तथा सोलोमन द्वीप के बीच बढ़ते रिश्ते क्षेत्रीय गतिशीलता को उजागर करते हैं और इसका विश्व राजनीति पर प्रभाव पड़ता है। सोलोमन द्वीप, पापुआ न्यू गिनी के पूर्व में ओशिनिया में स्थित एक मेलानेशियन राष्ट्र है, जिसमें 990 से अधिक द्वीप हैं। इसकी राजधानी गुआडलकैनाल स्थित होनियारा है एवं इस क्षेत्र में 30,000 वर्षों का मेलानेशियन का समृद्ध इतिहास है।

सर्वोच्च न्यायालय ने गैर-अधिसूचित वन निवासियों के अधिकारों को बरकरार रखा

भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने हाल ही में एक सुनवाई के दौरान माना है कि आदिवासी या पिछड़े समुदायों से परे वन निवासियों को वन भूमि से बेदखल करने से पहले सुनवाई का अधिकार है। वन अधिकार अधिनियम, 2006 के आधार पर न्यायालय का यह मानना है कि गैर-अधिसूचित वनवासी वन समुदायों के अभिन्न अंग हैं, भले ही सामाजिक-राजनीतिक और आर्थिक कारकों के कारण उन्हें आधिकारिक मान्यता न हो।

वन अधिकार अधिनियम, 2006 वन में रहने वाले आदिवासी समुदायों तथा अन्य पारंपरिक वन निवासियों को कानूनी अधिकार प्रदान करता है, ताकि उन्हें वन संसाधनों तक पहुँच और प्रबंधन में सक्षम बनाया जा सके। इसका उद्देश्य इन समुदायों के अधिकारों की रक्षा करना, स्थायी वन प्रबंधन को बढ़ावा देना और उनका  सामाजिक-आर्थिक कल्याण सुनिश्चित करना है।


उत्पाद डिज़ाइन केंद्र और ग्रेन-एक्स प्रणाली 

भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (C-DAC), कोलकाता में उत्पाद डिज़ाइन केंद्र (PDC) का उद्घाटन किया, जो प्रणाली के लिये अत्याधुनिक सुविधाएँ प्रदान करता है। यह डिज़ाइनिंग, प्रोटोटाइपिंग, विचार-विमर्श और निर्माण आदि के माध्यम से सहयोग प्रदान करता है। यह केंद्रीय क्षेत्र में स्टार्टअप, उद्यमियों एवं MSME को अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर तथा प्रिंटिंग प्रौद्योगिकियों तक पहुँच प्रदान कर लाभान्वित करने के लिये भी उपयुक्त है। PDC लॉन्च के अतिरिक्त आयोजन के दौरान एक क्रांतिकारी उपस्थिति-आधारित पहचान प्रणाली, जिसे ग्रेन-एक्स के नाम से जाना जाता है, का भी अनावरण किया गया। 'कृषि और पर्यावरण में इलेक्ट्रॉनिक्स एवं ICT अनुप्रयोगों पर राष्ट्रीय कार्यक्रम (AgriEnIcs)' के एक भाग के रूप में ICAR-IARI, नई दिल्ली के सहयोग से विकसित ग्रेन-एक्स दालों की गुणवत्ता का सटीक पता लगाने के लिये मशीन विज़न तकनीक का उपयोग करता है। यह प्रणाली e-NAM बाज़ारों में परिवर्तनकारी बदलाव लाने, गुणवत्ता-आधारित मूल्य निर्धारण को सक्षम करने के साथ 1,200 से अधिक e-NAM से जुड़े बाज़ारों को लाभान्वित करने के लिये प्रतिबद्ध है।


विश्व जनसंख्या दिवस

वैश्विक जनसंख्या मुद्दों और प्रजनन स्वास्थ्य तथा अधिकारों के महत्त्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिये प्रत्येक वर्ष 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरुआत वर्ष 1989 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा की गई थी। विश्व जनसंख्या दिवस का इतिहास 11 जुलाई, 1987 से शुरू होता है जब वैश्विक जनसंख्या पाँच अरब तक पहुँच गई थी। इस दिवस की शुरुआत के साथ ही गरीबी, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं धारणीयता जैसी जनसंख्या संबंधी चिंताओं को दूर करने की आवश्यकता को समझने एवं इसके विषय में जागरूक करने का प्रयास शुरू हुआ। विश्व जनसंख्या दिवस 2023 की थीम है "महिलाओं और लड़कियों की आवाज़ को बुलंद कर लैंगिक समानता की शक्ति और मौजूद असीमित संभावनाओं को उजागर करना”(Unleashing the power of gender equality: Uplifting the voices of women and girls to unlock our world's infinite possibilities.")

समर्थ: कौशल विकास के माध्यम से वस्त्र क्षेत्र को सशक्त बनाना

एक बैठक में वस्त्र क्षेत्र में क्षमता निर्माण योजना (समर्थ) की अधिकार प्राप्त समिति ने वस्त्र उद्योग में कौशल विकास को बढ़ाने के लिये महत्त्वपूर्ण विकास की घोषणा की। समर्थ का लक्ष्य 43 नए कार्यान्वयन भागीदारों और 75,000 लाभार्थियों को प्रशिक्षण देने के साथ ही कार्यबल को आवश्यक कौशल प्रदान करना है। लागत मानदंडों में 5% की वृद्धि के साथ फंडिंग पैटर्न को भी संशोधित किया गया है जो इस योजना के तहत कौशल प्रदान करने वाले उद्योगों को आवश्यक अतिरिक्त वित्तीय सहायता देगा।  समर्थ 28 राज्यों और 6 केंद्रशासित प्रदेशों को कवर करता है, जो महिलाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए SC, ST और हाशिये पर मौजूद श्रेणियों सहित समाज के विभिन्न वर्गों को लाभान्वित करता है। समर्थ योजना वस्त्र मंत्रालय का एक मांग आधारित और रोज़गार प्रदान करने वाला प्रमुख कौशल कार्यक्रम है, जिसे कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय द्वारा अपनाई गई व्यापक कौशल नीति ढाँचे के अंतर्गत तैयार किया गया है।


साइंस ऑफ क्राइंग

रोने की प्रक्रिया में लैक्रिमल ग्रंथि (Lacrimal Gland) आँसू के रूप में द्रव उत्पन्न करती है जिससे कंजंक्टिवा (Conjunctiva- आँख के सफेद भाग और भीतरी पलकों को ढकने वाली झिल्ली) उभर जाती है। ये आँसू कंजंक्टिवल थैली (Conjunctival Sac) में नलिकाओं के एक नेटवर्क को पार करते हुए लैक्रिमल थैली (Lacrimal Sac) तक पहुँचते हैं तथा लैक्रिमल वाहिनी के माध्यम से नाक गुहा (Nasal Cavity), जो आँखों को नाक से जोड़ती है, में प्रवेश करते हैं। इस जल निकासी प्रक्रिया के कारण कभी-कभी संकुलन या नाक बंद होने का आभास हो सकता है। हालाँकि लैक्रिमल डक्ट (Lacrimal Duct) के अंत में एक फ्लैप वाल्व (Flap Valve) होता है जो आँसुओं को आँखों में वापस बहने से रोकता है।

34वाँ अंतर्राष्ट्रीय जीव-विज्ञान ओलंपियाड

3 जुलाई से 11 जुलाई, 2023 तक संयुक्त अरब अमीरात के अल-ऐन में आयोजित 34वें अंतर्राष्ट्रीय जीव-विज्ञान ओलंपियाड (IBO)- 2023 में भारत पदक तालिका में शीर्ष पर रहा। इस वर्ष के IBO में 76 देशों के 293 छात्र शामिल थे। यह पहली बार है कि भारत ने IBO में स्वर्णिम प्रदर्शन किया है। यह भी पहली बार है कि भारत, ओलंपियाड में पदक तालिका में शीर्ष स्थान पर रहा है

केर पूजा

केर पूजा त्रिपुरा राज्य में मनाया जाने वाला एक धार्मिक उत्सव है। इसमें संरक्षक ईष्ट, जिन्हें केर कहा जाता है, की पूजा की जाती है। यह खर्ची पूजा के कुछ दिनों बाद मनाया जाता है। यह उत्सव मुख्य रूप से अगरतला में मनाया जाता है। त्योहार के दिन शहर के प्रवेश द्वार पर ताला लगा दिया जाता है और क्षेत्र में बाहरी क्षेत्रों के लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित होता है।

कृषि अवसंरचना के वित्तीयन को बढ़ावा देने को BHARAT अभियान शुरू

हाल ही में कृषि मंत्रालय ने बैंकों से कृषि अवसंरचना कोष (Agriculture Infrastructure Fund- AIF) को सक्रिय रूप से बढ़ावा देने का आह्वान किया है, यह कृषि क्षेत्र में फसल-कटाई के बाद के बुनियादी ढाँचे और सामुदायिक कृषि परिसंपत्तियों को विकसित करने के उद्देश्य के लिये एक वित्तपोषण संबंधी सुविधा है। वर्ष 2025-26 तक 1 लाख करोड़ रुपए के लक्ष्य संवितरण के साथ AIF द्वारा वर्ष 2032-33 तक ब्याज में कमी लाने सहित क्रेडिट गारंटी सहायता प्रदान की जाएगी। धन के प्रवाह में तेज़ी लाने के लिये मंत्रालय ने BHARAT (बैंक्स हेराल्डिंग एक्सेलेरेटेड रूरल एंड एग्रीकल्चर ट्रांसफॉर्मेशन) अभियान की शुरुआत की है जिसमें बैंकों से एग्री इंफ्रा फंड के प्रचार में सक्रिय रूप से भाग लेने का आग्रह किया गया है। एक महीने तक चलने वाले इस इस अभियान के दौरान बैंकों को 7,200 करोड़ रुपए का लक्ष्य हासिल करने के लिये प्रोत्साहित किया गया है। इसके लिये वाणिज्यिक बैंकों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, लघु वित्त बैंकों, एनबीएफसी और चुनिंदा सहकारी बैंकों के 100 से अधिक बैंकिंग अधिकारियों की भागीदारी एवं समर्थन की मांग की गई है।

 

भारत और EFTA के बीच TEPA वार्ता में तेज़ी  

केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा वस्त्र मंत्री ने लंदन में यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (European Free Trade Association- EFTA) के प्रतिनिधिमंडल के साथ एक सफल बैठक संपन्न की। चर्चा भारत और EFTA के बीच व्यापार और आर्थिक भागीदारी समझौता (Trade and Economic Partnership Agreement- TEPA)  वार्ता को आगे बढ़ाने पर केंद्रित थी। इन वार्ताओं का प्राथमिक उद्देश्य एक निष्पक्ष, पारस्परिक रूप से लाभकारी और भारत तथा EFTA के बीच व्यापक व्यापार समझौता है। EFTA एक अंतर-सरकारी संगठन है जिसे वर्ष 1960 में उन यूरोपीय राज्यों के लिये एक वैकल्पिक व्यापार ब्लॉक के रूप में स्थापित किया गया था जो यूरोपीय संघ (EU) में शामिल होने में असमर्थ या अनिच्छुक थे। EFTA भारत का 9वाँ सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है, जिसका 2020-21 में भारत के कुल व्यापारिक व्यापार का लगभग 2.5% हिस्सा है। TEPA का उद्देश्य उत्पादों की एक विस्तृत शृंखला पर टैरिफ और गैर-टैरिफ बाधाओं को खत्म/कम करके भारत तथा EFTA के बीच व्यापार और निवेश के अवसर उत्पन्न करना है।


GACL द्वारा हाइड्राज़िन हाइड्रेट और शुद्ध फॉस्फोरिक एसिड का घरेलू उत्पादन शुरू

आत्मनिर्भर भारत मिशन के अंतर्गत आत्मनिर्भरता हासिल करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम उठाते हुए प्रमुख क्लोर-क्षार उत्पादक, गुजरात अल्कलीज़ एंड केमिकल्स लिमिटेड (GACL) ने हाइड्राज़ीन हाइड्रेट की शिपमेंट शुरू कर दी है। इसके अलावा GACL ने 33,870 MTA की क्षमता वाला संयंत्र स्थापित करके भारत में शुद्ध फॉस्फोरिक एसिड निर्माताओं की कमी को भी संबोधित किया है। हाइड्राज़ीन हाइड्रेट एक रासायनिक यौगिक है जिसका सूत्र N2H4•H2O है। इसका उपयोग मुख्य रूप से विभिन्न रासायनिक प्रतिक्रियाओं, जैसे- फार्मास्यूटिकल्स और कृषि रसायनों के संश्लेषण को कम करने वाले एजेंट के रूप में किया जाता है।


पंजाब कृषि विश्वविद्यालय ने पोषक तत्त्वों से भरपूर गेहूँ की किस्म विकसित की

एक अभूतपूर्व प्रयोग के साथ पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (PAU) द्वारा PBW RS1 नामक गेहूँ की एक नई किस्म सफलतापूर्वक विकसित की गई है, जिसमें उच्च स्तर का एमाइलोज स्टार्च होता है जो टाइप-2 मधुमेह के साथ  हृदय रोग संबंधी खतरे को कम करने के लिये जाना जाता है। PBW RS1 में कुल स्टार्च सामग्री (66-70%) अन्य गेहूँ किस्मों के समान है, लेकिन इसमें अन्य किस्मों में पाए जाने वाले 7.5-10% की तुलना में उल्लेखनीय 30.3% प्रतिरोधी स्टार्च सामग्री है। यह किस्म न केवल पोषण संबंधी लाभ प्रदान करती है, बल्कि पीले रतुआ के प्रति पूर्ण प्रतिरोधी तथा भूरे रतुआ कवक रोगों के प्रति मध्यम प्रतिरोध भी प्रदर्शित करती है। अपने पोषण संबंधी लाभों के बावजूद PBW RS1 पंजाब में अन्य गेहूँ किस्मों की तुलना में कम औसत अनाज उपज के कारण खेती के मामले में एक चुनौती प्रस्तुत करता है।

एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 का आधिकारिक शुभंकर

थाईलैंड में प्रारंभ हुई वर्ष 2023 एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप ने 2023 वर्ष के आयोजन के लिये हिंदू भगवान हनुमान को आधिकारिक शुभंकर के रूप में चुना है। यह आयोजन एशियाई एथलेटिक्स एसोसिएशन (वर्ष 1973 में स्थापित) की स्थापना की 50वीं वर्षगाँठ पर किया गया था। 25वीं एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 का लोगो खेल में भाग लेने वाले एथलीटों के कौशल, टीम वर्क, समर्पण, खेल भावना और प्रदर्शन को दर्शाता है। इस कार्यक्रम में भारत सहित एशिया के कुल नौ देश (जापान, हॉन्गकॉन्ग, सिंगापुर, चीन; इंडोनेशिया, कोरिया गणराज्य, मलेशिया और फिलीपींस) भागीदार हैं।

तैरता हुआ सोना

स्पेनिश द्वीप ला पाल्मा के समुद्र तट पर एक मृत व्हेल के पेट में सोने का एक विशाल टुकड़ा पाया गया है। इस अत्यधिक मूल्यवान पदार्थ को एम्बरग्रीस कहा जाता है। एम्बरग्रीस (ग्रे एम्बर) को आम तौर पर व्हेल की उल्टी के रूप में जाना जाता है। यह स्पर्म व्हेल की आँत में उत्पन्न होने वाला एक ठोस मोमी पदार्थ है। यह अनुमानतः केवल 1% स्पर्म व्हेल द्वारा निर्मित होता है। रासायनिक रूप से एम्बरग्रीस में एल्कलॉइड, एसिड और एम्ब्रेइन नामक एक विशिष्ट यौगिक होता है, जो कोलेस्ट्रॉल के समान होता है। यह जल निकाय की सतह के चारों ओर तैरता है और कभी-कभी तट पर जमा हो जाता है। इसके उच्च मूल्य के कारण इसे तैरता हुआ सोना कहा जाता है। परफ्यूम बाज़ार में इसका अत्यधिक उपयोग किया जाता है।

 

स्पर्म व्हेल (Physeter Macrocephalus) 

गहरे नीले-भूरे या भूरे रंग की होती है, जिसके पेट पर सफेद धब्बे होते हैं। वे दुनिया भर में समशीतोष्ण और उष्णकटिबंधीय जल में पाई जाती हैं। उन्हें IUCN रेड लिस्ट में असुरक्षित के रूप में सूचीबद्ध किया गया है, जो CITES के परिशिष्ट में उल्लिखित है तथा वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की अनुसूची 1 में शामिल है सुरक्षा परियोजनाओं को प्राथमिकता देने हेतु रेलवे वित्तीय संहिता में संशोधन

ओडिशा के बालासोर में एक दुखद ट्रेन दुर्घटना के बाद रेलवे बोर्ड ने सुरक्षा से संबंधित परियोजनाओं, विशेष रूप से सिग्नलिंग सिस्टम से संबंधित परियोजनाओं को प्राथमिकता देने के लिये भारतीय रेलवे वित्तीय संहिता को संशोधित करके त्वरित कार्रवाई की है। भारतीय रेलवे वित्तीय संहिता परियोजनाओं की व्यवहार्यता का वित्तीय मूल्यांकन करने के लिये नियम निर्धारित करती है। संशोधित नियम अब सिग्नलिंग कार्यों को वित्तीय रूप से लाभकारी होने की आवश्यकता से छूट देते हैं, इसके बजाय उन्हें 'सुरक्षा' श्रेणी के अंतर्गत वर्गीकृत करते हैं। यह महत्त्वपूर्ण परिवर्तन सुनिश्चित करता है कि सिग्नलिंग बुनियादी ढाँचे में सुधार लाने के उद्देश्य से परियोजनाओं, जैसे टक्कर-रोधी प्रणाली कवच और इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग को वित्तीय व्यवहार्यता परीक्षण पास करने की आवश्यकता नहीं है। इसके अतिरिक्त मोबाइल ट्रेन संचार प्रणाली, रिमोट डायग्नोस्टिक और पूर्वानुमानित रखरखाव प्रणाली, प्रौद्योगिकी उन्नयन तथा स्वचालित ट्रेन प्रबंधन प्रणाली से जुड़ी परियोजनाओं को भी वित्तीय व्यवहार्यता मानदंडों से छूट दी जाएगी।

 

आईएनएस सुनयना ने ऑपरेशन सदर्न रेडीनेस- 2023 में भाग लिया

10-12 जुलाई, 2023 तक सेशेल्स में संयुक्त समुद्री बलों (CMF) द्वारा आयोजित ऑपरेशन सदर्न रेडीनेस 2023 में आईएनएस सुनयना की हालिया भागीदारी ने बहुपक्षीय संबंधों को मज़बूत करने एवं समुद्री क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम उठाया है। संयुक्त समुद्री बल (CMF) एक बहुराष्ट्रीय समुद्री साझेदारी है, जो खुले समुद्र में अवैध गैर-राज्य अभिकर्त्ताओं का सामना करके लगभग 3.2 मिलियन वर्ग में सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देकर नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय आदेश (RBIO) को बनाए रखने के लिये कार्यरत है। अंतर्राष्ट्रीय जल क्षेत्र, जिसमें विश्व की कुछ सबसे महत्त्वपूर्ण शिपिंग लेन शामिल हैं। इसके 38 सदस्य देश (भारत सहित) हैं। आईएनएस सुनयना, NOPV (नौसेना अपतटीय गश्ती पोत) वर्ग का दूसरा जहाज़ है जिसे बेड़े का समर्थन संचालन, तटीय और अपतटीय गश्त, समुद्री निगरानी एवं संचार तथा अपतटीय संपत्तियों की समुद्री सीमाओं की निगरानी व एस्कॉर्ट ड्यूटी के लिये डिज़ाइन किया गया है।


रक्षा मंत्रालय और FSSAI द्वारा सशस्त्र बलों में कदन्न और स्वस्थ भोजन को प्रोत्साहन

रक्षा मंत्रालय तथा भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण ने सशस्त्र बलों के बीच कदन्न के उपयोग एवं स्वस्थ भोजन प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिये एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं। कदन्न पोषक तत्त्वों से भरपूर, सूखा-सहिष्णु, छोटे बीज वाले बारहमासी पौधे हैं जो अर्द्ध-शुष्क जलवायु में अच्छी तरह से विकसित होते हैं। भारत विश्व में कदन्न का सबसे बड़ा उत्पादक है तथा वैश्विक उत्पादन में 20% का योगदान देता है। भारत की कदन्न क्रांति एक आंदोलन है जिसका उद्देश्य कदन्न के स्वास्थ्य एवं पर्यावरणीय लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाना, पारंपरिक कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देना एवं छोटे पैमाने के किसानों का समर्थन करना है।

ग्रामीण और शहरी भारत PM 2.5 से लगभग समान रूप से प्रभावित

क्लाइमेट ट्रेंड्स के एक विश्लेषण से पता चला है कि भारत के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में वर्ष 2022 में अल्ट्राफाइन पार्टिकुलेट मैटर (PM) 2.5 के समान रूप से निम्न स्तर का अनुभव हुआ। यह वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिये शहरी क्षेत्रों पर सरकार के दृष्टिकोण पर सवाल उठाता है। अध्ययन में कम जीवनकाल के संदर्भ में ग्रामीण आबादी पर PM2.5 के उच्च प्रभाव पर भी प्रकाश डाला गया। राष्ट्रीय स्वच्छ वायु योजना (NCAP) में मुख्य रूप से शहरी क्षेत्रों में निवेश किया गया, प्रदूषण निगरानी या शमन उपायों के बिना ग्रामीण क्षेत्रों की उपेक्षा की गई। विशेषज्ञ ग्रामीण भारत में प्रदूषण से निपटने के लिये व्यापक निगरानी नेटवर्क और नीतियों की आवश्यकता पर ज़ोर देते हैं। PM 2.5, 2.5 माइक्रोमीटर से कम व्यास का एक वायुमंडलीय कण है, जो मानव के बाल के व्यास का लगभग 3% है। इससे श्वसन संबंधी समस्याएँ होती हैं और दृश्यता कम हो जाती है।

कच्छ में पाई गईं नमक-सहिष्णु पौधों की नई प्रजातियाँ

गांधीनगर स्थित गुजरात इकोलॉजिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (GEER) फाउंडेशन ने एक रोमांचक खोज की है। शोधकर्त्ताओं ने साल्सोला ओपोसिटिफोलिया डेसफोंटेनिया नामक साल्टवॉर्ट की एक पूर्व अज्ञात प्रजाति की पहचान की है। यह विशेष साल्टवॉर्ट एक बारहमासी झाड़ी है जो कच्छ ज़िले में लवण, शुष्क से अर्द्ध-शुष्क आवासों में उगती है। यह प्रजाति एमरेंथेसी फैमिली से संबंधित है। यह प्रजाति रस युक्त झाड़ी से संबंधित है जो एक से दो मीटर तक लंबी हो सकती है, इसका आधार चिकना, बेलनाकार, लकड़ी जैसा होता है।

हाल ही में प्रकाशित प्लांट डिस्कवरीज़, 2022 को जून 2023 में जारी किया गया था, इस रिपोर्ट में कहा गया है कि साल्सोला ओपोसिटिफोलिया डेसफोंटेनिया प्रजाति, जो पहले इटली, उत्तरी अफ्रीका, फिलिस्तीन, स्पेन और पश्चिमी सहारा में पाई जाती थी, को पहली बार भारत में खोजा गया है। यह खोज गुजरात के कच्छ क्षेत्र में स्थित खादिर बेट से एकत्र किये गए नमूनों के आधार पर की गई थी।


ग्रामीण और शहरी भारत PM 2.5 से लगभग समान रूप से प्रभावित

क्लाइमेट ट्रेंड्स के एक विश्लेषण से पता चला है कि भारत के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में वर्ष 2022 में अल्ट्राफाइन पार्टिकुलेट मैटर (PM) 2.5 के समान रूप से निम्न स्तर का अनुभव हुआ। यह वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिये शहरी क्षेत्रों पर सरकार के दृष्टिकोण पर सवाल उठाता है। अध्ययन में कम जीवनकाल के संदर्भ में ग्रामीण आबादी पर PM2.5 के उच्च प्रभाव पर भी प्रकाश डाला गया। राष्ट्रीय स्वच्छ वायु योजना (NCAP) में मुख्य रूप से शहरी क्षेत्रों में निवेश किया गया, प्रदूषण निगरानी या शमन उपायों के बिना ग्रामीण क्षेत्रों की उपेक्षा की गई। विशेषज्ञ ग्रामीण भारत में प्रदूषण से निपटने के लिये व्यापक निगरानी नेटवर्क और नीतियों की आवश्यकता पर ज़ोर देते हैं। PM 2.5, 2.5 माइक्रोमीटर से कम व्यास का एक वायुमंडलीय कण है, जो मानव के बाल के व्यास का लगभग 3% है। इससे श्वसन संबंधी समस्याएँ होती हैं और दृश्यता कम हो जाती है।


कच्छ में पाई गईं नमक-सहिष्णु पौधों की नई प्रजातियाँ

गांधीनगर स्थित गुजरात इकोलॉजिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (GEER) फाउंडेशन ने एक रोमांचक खोज की है। शोधकर्त्ताओं ने साल्सोला ओपोसिटिफोलिया डेसफोंटेनिया नामक साल्टवॉर्ट की एक पूर्व अज्ञात प्रजाति की पहचान की है। यह विशेष साल्टवॉर्ट एक बारहमासी झाड़ी है जो कच्छ ज़िले में लवण, शुष्क से अर्द्ध-शुष्क आवासों में उगती है। यह प्रजाति एमरेंथेसी फैमिली से संबंधित है। यह प्रजाति रस युक्त झाड़ी से संबंधित है जो एक से दो मीटर तक लंबी हो सकती है, इसका आधार चिकना, बेलनाकार, लकड़ी जैसा होता है।

हाल ही में प्रकाशित प्लांट डिस्कवरीज़, 2022 को जून 2023 में जारी किया गया था, इस रिपोर्ट में कहा गया है कि साल्सोला ओपोसिटिफोलिया डेसफोंटेनिया प्रजाति, जो पहले इटली, उत्तरी अफ्रीका, फिलिस्तीन, स्पेन और पश्चिमी सहारा में पाई जाती थी, को पहली बार भारत में खोजा गया है। यह खोज गुजरात के कच्छ क्षेत्र में स्थित खादिर बेट से एकत्र किये गए नमूनों के आधार पर की गई थी।

 

IFSCA और IIML-EIC के बीच वित्तीय नवाचार के समर्थन हेतु साझेदारी

IFSCA और IIML-EIC के बीच फिनटेक FinTech और टेकफिन TechFin संस्थाओं का एक सहयोगी ढाँचा स्थापित करने के लिये भारतीय प्रबंधन संस्थान लखनऊ ((IIML) में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (International Financial Services Centers Authority- IFSCA) और IIML-EIC (एंटरप्राइज़ इनक्यूबेशन सेंटर) के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये गए हैं। IFSCA, नियामक प्राधिकरण के रूप में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (IFSC) के भीतर अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवाओं के विकास और विनियमन की ज़िम्मेदारी रखता है। यह विशिष्ट वित्तीय क्षेत्राधिकार शेष भारत से भिन्न माना जाता है। IFSCA की स्थापना वर्ष 2020 में अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण अधिनियम, 2019 के तहत की गई है। इसका मुख्यालय गुजरात के GIFT सिटी, गांधीनगर में है। IIML-EIC एक पंजीकृत गैर-लाभकारी संगठन है। इसकी स्थापना विशेष रूप से बिग डेटा एनालिटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी, औद्योगिक IoT, डिजिटल हेल्थकेयर, क्लाउड सर्विसेज़, वर्चुअल रियलिटी और 3D प्रिंटिंग के क्षेत्र में उच्च प्रदर्शन वाले स्टार्ट-अप को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थी


नोमैडिक एलीफेंट-23" का 15वाँ संस्करण 

भारतीय सेना के 43 जवानों की टुकड़ी ने "नोमैडिक एलीफेंट-23" के 15वें संस्करण में भाग लेने के लिये मंगोलिया के लिये प्रस्थान किया। इस सैन्य अभ्यास का आयोजन 17 से 31 जुलाई, 2023 तक मंगोलिया के उलानबटार में निर्धारित है। नोमैडिक एलीफेंट अभ्यास भारत का मंगोलिया के साथ एक वार्षिक प्रशिक्षण कार्यक्रम है जो मंगोलिया और भारत में क्रमिक रूप से आयोजित किया जाता है। भारत मंगोलिया द्वारा वार्षिक तौर पर आयोजित खान क्वेस्ट नामक सप्ताह भर चलने वाले संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास में भी सक्रिय भागीदार है।

 

तिरु कुमारस्वामी कामराज की 120वीं जयंती

प्रधानमंत्री ने भारत के विकास में तिरु कुमारस्वामी कामराज के महत्त्वपूर्ण योगदान को याद करते हुए उनकी जयंती (15 जुलाई, 1903-2 अक्टूबर 1975) पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। तिरु के. कामराज ने वर्ष 1930 में नमक सत्याग्रह में सक्रिय रूप से भाग लिया और दो साल कारावास की सज़ा काटी। ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारत छोड़ो आंदोलन में प्रमुख भागीदारी के कारण उन्हें वर्ष 1942 से 1945 तक पुनः कारावास की सज़ा का सामना करना पड़ा। वह एक स्वतंत्रता सेनानी, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक थे, जिन्होंने नौ वर्षों तक मद्रास (अब तमिलनाडु) राज्य के मुख्यमंत्री और चार वर्षों तक भारतीय राष्ट्रीय काॅन्ग्रेस के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु के बाद क्रमशः लाल बहादुर शास्त्री और इंदिरा गांधी को भारत के प्रधानमंत्री के रूप में चुनने के लिये उन्हें "किंगमेकर" के रूप में जाना जाता था। वह शिक्षा और गरीबी उन्मूलन के भी समर्थक थे, उन्होंने तमिलनाडु में गरीब छात्रों के लिये मुफ्त स्कूल पोशाक, पाठ्यपुस्तकें, मध्याह्न भोजन तथा छात्रवृत्ति जैसी योजनाएँ शुरू की। उन्हें वर्ष 1976 में मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया।

ओपेनहाइमर: परमाणु बम के जनक

अमेरिकी सैद्धांतिक भौतिक विज्ञानी जे. रॉबर्ट ओपेनहाइमर को परमाणु बम के निर्माण में उनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका के लिये जाना जाता है। लॉस एलामोस प्रयोगशाला के प्रमुख और मैनहट्टन प्रोजेक्ट के नेता के रूप में ओपेनहाइमर और उनकी टीम ने पहला परमाणु बम विकसित करने के लिये परमाणु भौतिकी का उपयोग किया था। परमाणु युग की शुरुआत 16 जुलाई, 1945 को ट्रिनिटी टेस्ट के साथ हुई थी जो पहले परमाणु बम के सफल विस्फोट का प्रतीक था। इसके बाद संयुक्त राज्य अमेरिका ने जापान में हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिराए, इस विनाशकारी घटना में लाखों नागरिकों की जान चली गई। इन परमाणु विस्फोटों ने पूर्वी क्षेत्र में द्वितीय विश्व युद्ध को समाप्त करने के साथ ही परमाणु हथियारों की होड़ शुरू कर दी, जिसके चलते सोवियत संघ, ब्रिटेन, फ्राँस एवं चीन ने स्वयं के परमाणु हथियार विकसित कर लिये। ओपेनहाइमर मानवता को अपने विनाश के साधन प्रदान करने के निहितार्थों के बारे में संदेह से ग्रस्त थे। उन्होंने भगवद्‌ गीता के माध्यम से दर्शनशास्त्र में सांत्वना एवं प्रतिबिंब की तलाश की। भगवद्‌ गीता पर ओपेनहाइमर के चिंतन ने उन्हें अपने कार्यों में सामंजस्य स्थापित करने की अनुमति दी तथा उन्होंने परमाणु बम विकसित करने में अपनी भूमिका की तुलना महाभारत में अर्जुन द्वारा सामना की गई नैतिक दुविधाओं से की।


विश्व सर्प दिवस

सर्पों की रक्षा करने के साथ भारत के पारिस्थितिकी तंत्र में उनके महत्त्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से 16 जुलाई, 2023 को राष्ट्रीय प्राणी उद्यान द्वारा विश्व सर्प दिवस मनाया गया। वर्तमान में भारत में 300 से अधिक सर्प प्रजातियाँ पाई जाती हैं, जिनमें से 60 प्रजातियाँ विषैली मानी जाती हैं। इन 60 में से अधिकांश सर्प के काटने की घटनाएँ बड़ी 4 प्रजातियों के कारण होती हैं: डाबोइया रुसेली (रसेल्स वाइपर), नाजा-नाजा (सामान्य भारतीय कोबरा), बुंगारस कैर्यूलस (सामान्य क्रेट) और इचिस कैरिनाटस (सॉ-स्केल्ड वाइपर)।


आंध्र प्रदेश में मच्छर नियंत्रण के लिये जल निकायों में गंबूसिया मछली छोड़ी गई

आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में मच्छर जनित बीमारियों से निपटने के लिये राज्य के जल निकायों में लगभग 10 मिलियन गंबूसिया मछलियाँ (जिसे मॉस्किटोफिश भी कहा जाता है) छोड़ी गई हैं। इससे जलीय मूल प्रजातियों और पारिस्थितिकी तंत्र संतुलन को होने वाले संभावित नुकसान को लेकर चिंता जताई जा रही है। मूलतः दक्षिणपूर्वी संयुक्त राज्य अमेरिका में पाई जाने वाली गंबूसिया मछली प्रतिदिन 100 से 300 मच्छरों के लार्वा/अंडे खा सकती है। मच्छर के लार्वा/अंडे को नियंत्रित अथवा सीमित करने के लिये इस मछली का व्यापक उपयोग एक जैविक अभिकारक के रूप में किया जाता है, साथ ही एक आक्रामक विदेशी प्रजाति होने के नाते इसकी प्रभावशीलता और अनपेक्षित परिणामों को लेकर विवाद चलता रहता है। अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ ने गंबूसिया को विश्व की 100 सबसे खराब आक्रामक विदेशी प्रजातियों में से एक घोषित किया है। भारत सहित कई देशों ने गंबूसिया को आक्रामक प्रजातियों के रूप में सूचीबद्ध किया है। हालाँकि यह मछली देश के मलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम का एक प्रमुख हिस्सा बनी हुई है और इसे आंध्र प्रदेश, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश जैसे देश भर के राज्यों के मीठे जल निकायों में छोड़े जाने का काम जारी है।

अवध के अंतिम बादशाह नवाब वाजिद अली शाह को श्रद्धांजलि

कोलकाता अवध के अंतिम बादशाह नवाब वाजिद अली शाह के द्विशताब्दी वर्ष का जश्न मनाने के लिये पूरी तरह तैयार है, जिन्हें अंग्रेज़ों ने अपदस्थ कर दिया था और कोलकाता के उपनगर मेटियाब्रुज़ में निर्वासित कर दिया था, जहाँ उन्होंने अपने अंतिम वर्ष बिताए थे। नवाब वाजिद अली शाह कला, संगीत, नृत्य, कविता और व्यंजनों के अच्छे पारखी थे तथा उन्होंने अपने दरबार में कई कलाकारों का समर्थन किया। हालाँकि वाजिद अली शाह का उपनाम "कैसर" था, उन्होंने अपनी कई रचनाओं के लिये छद्म नाम "अख्तरपिया" का इस्तेमाल किया।

CRCS-सहारा रिफंड पोर्टल 

सहकारिता मंत्रालय नई दिल्ली में 'CRCS-सहारा रिफंड पोर्टल' का उद्घाटन करेगा जो सहारा समूह की सहकारी समितियों के जमाकर्त्ताओं की शिकायतों को हल करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है। इस समर्पित पोर्टल का लक्ष्य रुपए की संवितरण प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करना है। सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार "सहारा-SEBI रिफंड खाते" से 5000 करोड़ रुपए सहकारी समितियों के केंद्रीय रजिस्ट्रार (CRCS) को हस्तांतरित कर दिये गए हैं। वास्तविक जमाकर्त्ता अब इस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपने दावे जमा कर सकते हैं। सहकारी समितियाँ राज्य के अधिकार क्षेत्र द्वारा शासित होती हैं जो अनेक राज्यों में संचालित होती हैं। ये बहु-राज्य सहकारी समिति (MSCS) अधिनियम, 2002 के तहत पंजीकृत होती हैं तथा इनका प्रशासनिक एवं वित्तीय नियंत्रण केंद्रीय रजिस्ट्रार के अधीन होता है।

रूस द्वारा ब्लैक सी ग्रेन पहल को रोकने से वैश्विक खाद्य सुरक्षा पर असर

रूस द्वारा ब्लैक सी ग्रेन पहल में हालिया रोक ने वैश्विक खाद्य सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। जुलाई 2022 में संयुक्त राष्ट्र और तुर्की की मध्यस्थता से हुए इस निर्णायक समझौते ने यूक्रेन को अफ्रीका, मध्य पूर्व और एशिया के देशों में अनाज भेजने की अनुमति दी। हालाँकि सौदे को निलंबित करने के रूस के फैसले ने आवश्यक खाद्य आपूर्ति के प्रवाह को बाधित कर दिया है, खासकर उन क्षेत्रों में जहाँ भुखमरी एक बढ़ता खतरा है और उच्च खाद्य कीमतों ने पहले से ही अधिक लोगों को गरीबी में धकेल दिया है।

खाद्य और कृषि के लिये आनुवंशिक संसाधनों पर आयोग

खाद्य और कृषि के लिये आनुवंशिक संसाधनों पर आयोग (CGRFA) के 19वें सत्र के लिये विश्व भर के प्रतिनिधि रोम, इटली में खाद्य और कृषि संगठन (FAO) मुख्यालय में एकत्र हुए। यह पाँच दिवसीय सत्र तीन प्रमुख विषयों पर केंद्रित होगा: जैव विविधता, पोषण और मानव स्वास्थ्य पर कार्य की समीक्षा; भोजन एवं कृषि तक पहुँच व लाभ-साझाकरण; खाद्य तथा कृषि के लिये डिजिटल अनुक्रम जानकारी। CGRFA संयुक्त राष्ट्र की FAO की एक विशेष एजेंसी है। यह मुख्य अंतर-सरकारी निकाय है जो खाद्य और कृषि के लिये जैवविविधता से संबंधित सभी मामलों से निपटता है। इसका लक्ष्य विश्व में खाद्य सुरक्षा, मानव कल्याण एवं  विकास के लिये इसका संरक्षण तथा उपयोग करना है।

पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिये मिशन जैविक मूल्य शृंखला विकास

पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिये मिशन जैविक मूल्य शृंखला विकास (ऑर्गेनिक वैल्यू चेन डेवलपमेंट) की समीक्षा इस बात पर ध्यान केंद्रित करते हुए की गई कि चरण III की प्रतिबद्ध देनदारी को कैसे समाप्त किया जाए और साथ ही वर्ष 2023-24 से शुरू होने वाली योजना के चरण IV के कार्यान्वयन के लिये रोडमैप कैसे बनाया जाए। देश के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में जैविक खेती की क्षमता को महसूस करते हुए कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने 12वीं योजना अवधि में मिज़ोरम, नगालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय राज्यों में कार्यान्वयन के लिये "उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के लिये मिशन जैविक मूल्य शृंखला विकास" शुरू किया है। यह एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है जिसका उद्देश्य प्रसंस्करण, विपणन और ब्रांड निर्माण पहल हेतु उत्पादकों को उपभोक्ताओं के साथ जोड़ने के लिये मूल्य शृंखला मोड में प्रमाणित जैविक उत्पादन का विकास करने के साथ इनपुट, बीज, प्रमाणीकरण से लेकर संग्रह, एकत्रीकरण के लिये सुविधाओं के निर्माण तक संपूर्ण मूल्य शृंखला के विकास का समर्थन करना है।


भारत-रूस वंदे भारत सौदा

भारत-रूस वंदे भारत संयुक्त उद्यम अनुबंध को हाल ही में दो रूसी व्यवसायों लोकोमोटिव इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम्स और मेट्रोवैगनमैश द्वारा रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) की सहायक कंपनी किनेट रेलवे सॉल्यूशंस लिमिटेड के साथ शेयर खरीद समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद नवीनीकृत किया गया। इस संयुक्त उद्यम का लक्ष्य 120 वंदे भारत ट्रेन सेट का निर्माण करना है। इस संयुक्त उद्यम का लक्ष्य जून 2025 तक दो प्रोटोटाइप ट्रेनें विकसित करना है, इसके बाद 12 से 18 ट्रेनों का वार्षिक उत्पादन करना है। इसके तहत 35 वर्षों के लिये रखरखाव सेवाएँ प्रदान की जाएंगी जिसमें ट्रेन आपूर्ति के लिये 1.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर और रखरखाव के लिये 2.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर का कुल निवेश किया जाएगा।

AI के विकास में जवाबदेही और सुरक्षा सुनिश्चित करना

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस/कृत्रिम बुद्धिमता पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की पहली बैठक के दौरान AI के सुरक्षित और ज़िम्मेदार विकास को लेकर चिंताएँ जताई गईं। AI मानव मस्तिष्क की समस्या-समाधान एवं निर्णय लेने की क्षमताओं की नकल करने के लिये कंप्यूटर और मशीनों का सहारा लेता है। इसलिये अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने अराजक अथवा अप्रत्याशित व्यवहार से बचने के लिये क्षमताओं, दुरुपयोग तथा सुरक्षा खामियों के लिये AI प्रणाली के परीक्षण के तरीकों को विकसित करने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने पूर्वाग्रही, भेदभावपूर्ण और सत्तावादी निगरानी जैसे मुद्दों को हल करने के लिये संयुक्त राष्ट्र में मानकों तथा सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने के महत्त्व पर ज़ोर दिया। मानव-केंद्रित और भरोसेमंद AI व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिये इसका विकास लोकतांत्रिक मूल्यों एवं मानवाधिकारों के अनुरूप होना ही चाहिये।


अंतर्राष्ट्रीय चंद्रमा दिवस 2023

20 जुलाई को मनाया जाने वाला अंतर्राष्ट्रीय चंद्रमा दिवस, वर्ष 1969 में ऐतिहासिक अपोलो 11 मिशन की चंद्रमा पर लैंडिंग की याद दिलाता है। अंतरिक्ष यात्री नील आर्मस्ट्रांग और बज़ एल्ड्रिन ने ट्रैंक्विलिटी बेस नामक स्थान पर चंद्र सतह पर कदम रखकर इतिहास रचा, जबकि माइकल कोलिन्स ने चंद्र कक्षा में कोलंबिया कमांड मॉड्यूल का संचालन किया। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2021 में "बाहरी अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण उपयोग में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग" पर अपने संकल्प 76/76 में इसे एक अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की गई।


मंगल पांडे जयंती

19 जुलाई, 1827 को उत्तर प्रदेश के नगवा गाँव में जन्मे मंगल पांडे ने प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 29 मार्च, 1857 को कलकत्ता के पास बैरकपुर सैन्य छावनी में उन्होंने जानवरों की चर्बी वाले विवादास्पद एनफील्ड राइफल कारतूसों का उपयोग करने से इनकार कर ब्रिटिश अधिकारियों के खिलाफ विद्रोह किया। इस साहसिक कार्य ने एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य किया, जिसने अनगिनत लोगों को ब्रिटिश औपनिवेशिक नियंत्रण के खिलाफ विद्रोह करने के लिये प्रोत्साहित किया। अंततः इस घटना ने 1857 के व्यापक भारतीय विद्रोह को जन्म दिया। 8 अप्रैल, 1857 को ब्रिटिश अधिकारियों द्वारा उनकी नज़रबंदी से सार्वजनिक रोष में वृद्धि हुई और लोगों ने ब्रिटिश नियंत्रण का विरोध किया।


गोमती नदी: बारहमासी स्थिति और संरक्षण पर विवाद

गोमती नदी जो गंगा नदी की एक महत्त्वपूर्ण सहायक नदी है, अपनी बारहमासी स्थिति एवं संरक्षण को लेकर विवादास्पद मुद्दों का केंद्र बन गई है। उत्तर प्रदेश सरकार के सिंचाई विभाग ने सितंबर 2020 में गोमती को "गैर-बारहमासी नदी" घोषित किया था जिसकी जल विशेषज्ञों और नदी अधिकार कार्यकर्त्ताओं ने आलोचना की थी। इसके अतिरिक्त गोमती मानसून के दौरान गंगा को पुनः जलधारा से पूर्ण करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है जिससे यह क्षेत्र के पारिस्थितिकी तंत्र के लिये अपरिहार्य हो जाती है। इस नदी की सुरक्षा की सख्त ज़रूरत को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) की एक रिपोर्ट से उज़ागर किया गया है जिसमें वर्ष 2022 तक गोमती को देश की पाँचवीं सबसे प्रदूषित नदी का दर्जा दिया गया था।



भारत के असंगठित क्षेत्र के श्रमिक

केंद्रीय श्रम और रोज़गार राज्य मंत्री ने लोकसभा में एक प्रश्न के उत्तर में भारत के असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिये विभिन्न योजनाओं का उल्लेख किया है।

आर्थिक सर्वेक्षण, 2021-22 के अनुसार, वर्ष 2019-20 के दौरान असंगठित क्षेत्र में कार्य करने वाले व्यक्तियों की कुल संख्या लगभग 43.99 करोड़ है।

सरकार ने श्रमिकों और अर्थव्यवस्था पर कोविड-19 के प्रभाव को कम करने के लिये 27 लाख करोड़ रुपए से अधिक के राजकोषीय प्रोत्साहन के साथ 'आत्मनिर्भर भारत' पैकेज पेश किया।

'आत्मनिर्भर भारत रोज़गार योजना (ABRY)' ने रोज़गार सृजन और बहाली को प्रोत्साहित किया, जिससे 60.3 लाख लाभार्थियों को लाभ हुआ।

अपने गृह राज्यों में लौटने वाले असंगठित श्रमिकों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिये रोज़गार और आजीविका के अवसर प्रदान करने हेतु 116 ज़िलों में 'प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोज़गार अभियान' शुरू किया गया था।

'अटल बीमित व्यक्ति कल्याण योजना (ABVKY)' ने संकट के दौरान वित्तीय सहायता प्रदान करते हुए नौकरी खोने वाले बीमाकृत व्यक्तियों को अधिक राहत प्रदान की।

'प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY)' के तहत प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज मुफ्त उपलब्ध कराया गया।


फ्लोरोमिक्स (Fluoromix )

ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने फ्लोरीन परमाणु प्राप्त करने के लिये एक सुरक्षित और कम ऊर्जा-गहन विधि विकसित की है।

फ्लोरीन को कैल्शियम नमक से प्राप्त किया जाता है जिसे कैल्शियम फ्लोराइड या फ्लोरस्पार कहा जाता है। फ्लोरस्पार का खनन किया जाता है, तत्पश्चात् हाइड्रोजन फ्लोराइड जारी करने के लिये उच्च तापमान पर सल्फ्यूरिक एसिड से उपचारित किया जाता है।

फ्लोरीन एक अत्यधिक प्रतिक्रियाशील तत्त्व है, इसका उपयोग फ्लोरोकेमिकल्स बनाने के लिये किया जाता है, जिसे प्लास्टिक, एग्रोकेमिकल्स, लिथियम-आयन बैटरी के साथ दवाओं के उत्पादन के लिये उपयोग किया जाता है।

हड्डियों तथा दांँतों में पाए जाने वाले प्राकृतिक कैल्शियम फॉस्फेट बायोमिनरलाइज़ेशन प्रक्रिया से प्रेरणा लेकर शोधकर्ताओं ने ज़हरीले एवं संक्षारक हाइड्रोजन फ्लोराइड के उपयोग से बचते हुए फ्लोरस्पार को पोटेशियम फॉस्फेट के साथ मिलाकर फ्लोरोमिक्स नामक एक यौगिक बनाया।

फ्लोरोमिक्स अत्यधिक प्रभावी सिद्ध हुआ, कार्बनिक यौगिकों के साथ संयुक्त होने पर 98% तक दक्षता के साथ लगभग 50 अलग-अलग फ्लोरोकेमिकल्स का उत्पादन हुआ, जो फ्लोरोकेमिकल्स पर निर्भर उद्योगों के लिये महत्त्वपूर्ण संकेत प्रस्तुत करता है।


हेली शिखर सम्मेलन 2023 और UDAN 5.2

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने हेलीकॉप्टर और छोटे विमानों के माध्यम से क्षेत्रीय कनेक्टिविटी पर ध्यान केंद्रित करते हुए मध्य प्रदेश के खजुराहो में हेली शिखर सम्मेलन 2023 और UDAN 5.2 का उद्घाटन किया।

मध्य प्रदेश सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय, पवन हंस लिमिटेड और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित हेली शिखर सम्मलेन 2023 हेलीकॉप्टर और छोटे विमानों के माध्यम से क्षेत्रीय कनेक्टिविटी पर बल देता है।

UDAN 5.2 का लक्ष्य दूरदराज़ तथा स्थानीय क्षेत्रों में छोटे विमानों (श्रेणी 1A <9 सीटें और श्रेणी 1 <20 सीटें) के साथ लास्ट-माइल कनेक्टिविटी हासिल करना है।

UDAN 5.2 व्यवहार्यता अंतराल अनुदान (Viability Gap Funding- VGF) को बढ़ाता है तथा पहुँच बढ़ाने के लिये किराया सीमा को कम करता है।

निर्बाध संचालन हेतु हेलीकॉप्टर ऑपरेटरों और ज़िला अधिकारियों के बीच एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिये हेली सेवा मोबाइल एप्लीकेशन लॉन्च किया गया है।

मिशन शक्ति - महिलाओं के सशक्तीकरण का केंद्र

महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय जन सहयोग एवं बाल विकास संस्थान (NIPCCD) ने राज्य नोडल अधिकारियों तथा राज्य मिशन समन्वयकों के लिये 'महिला सशक्तीकरण के लिये मिशन शक्ति- हब' पर पहला क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित किया।

NIPCCD महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के अंर्तगत एक स्वायत्त संस्थान है जो महिला एवं बाल कल्याण के क्षेत्र में स्वैच्छिक कार्रवाई, अनुसंधान, प्रशिक्षण और दस्तावेज़ीकरण को बढ़ावा देने के लिये कार्य करता है।

इसकी स्थापना वर्ष 1966 में हुई थी तथा इसका मुख्यालय दिल्ली में है एवं चार क्षेत्रीय केंद्र बंगलूरू, गुवाहाटी, इंदौर और लखनऊ में हैं।

मिशन शक्ति योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने, हिंसा से उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ श्रम बल में उनकी भागीदारी बढ़ाने पर केंद्रित है।

'मिशन शक्ति' में दो उप-योजनाएँ शामिल हैं- महिलाओं की सुरक्षा के लिये 'संबल' और उनके सशक्तीकरण के लिये 'सामर्थ्य'

संबल में लैंगिक न्याय के लिये वन स्टॉप सेंटर, महिला हेल्पलाइन, बेटी बचाओ बेटी पढाओ तथा नारी अदालत जैसे घटक शामिल हैं।

सामर्थ्य में आर्थिक सशक्तीकरण के लिये कोष अंतराल के एक नए घटक के साथ-साथ स्वाधार गृह, कामकाजी महिला छात्रावास, राष्ट्रीय क्रेच योजना और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना जैसी योजनाएँ शामिल हैं।

महिलाओं के सशक्तीकरण के लिये हब, सामर्थ्य उप-योजना के अंर्तगत एक पहल है

 

वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम

गृह मंत्रालय ने राज्यसभा में वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम (VVP) के संबंध में महत्त्वपूर्ण जानकारी प्रदान की।

यह एक केंद्र प्रायोजित योजना है जिसे 15 फरवरी, 2023 को मंज़ूरी दी गई और आधिकारिक तौर पर 10 अप्रैल, 2023 को लॉन्च किया गया। यह अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, सिक्किम, उत्तराखंड और लद्दाख में उत्तरी सीमा से सटे 19 ज़िलों के 46 ब्लॉकों में चुनिंदा गाँवों के व्यापक विकास पर केंद्रित है।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देना, सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण करना, कौशल विकास, उद्यमिता और कृषि तथा औषधीय पौधों/जड़ी-बूटियों की खेती सहित सहकारी समितियों के विकास के माध्यम से आजीविका के अवसर उत्पन्न करना है।

इस कार्यक्रम के तहत सड़क कनेक्टिविटी, आवास, ग्रामीण बुनियादी ढाँचे, नवीकरणीय ऊर्जा, टेलीविज़न और दूरसंचार कनेक्टिविटी आदि शामिल हैं, इसका उद्देश्य लोगों को चयनित गाँवों में रहने के लिये पर्याप्त प्रोत्साहन प्रदान करना है।

इसके अतिरिक्त सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम (Border Area Development Programme- BADP) के तहत स्थलीय सीमाओं से लगे 16 राज्यों और 2 केंद्रशासित प्रदेशों में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पहली बस्ती से 10 किमी. की दूरी के भीतर स्थित जनगणना में शामिल गाँवों/कस्बों, अर्द्ध-शहरी तथा शहरी क्षेत्रों में आवश्यक बुनियादी ढाँचा परियोजनाओं को मंज़ूरी दी गई है।

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर तथा लाहुल और स्पीति ज़िलों के साथ-साथ चामोली, उत्तरकाशी व रुद्रप्रयाग ज़िलों के विशिष्ट गाँवों को वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के लिये चुना गया है।

जम्मू और कश्मीर में लिथियम अयस्क

कोयला, खान और संसदीय मामलों के मंत्रालय ने भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण की G3 चरण खनिज अन्वेषण परियोजना तथा जम्मू और कश्मीर के रियासी ज़िले के सलाल-हैमना क्षेत्रों में लिथियम अयस्क की महत्त्वपूर्ण खोज के बारे में विवरण प्रदान किया है।

इस क्षेत्र में 5.9 मिलियन टन लिथियम अयस्क के अनुमानित भंडार (G3) की पुष्टि की गई है।

भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) एक भू-वैज्ञानिक संगठन है जिसकी स्थापना वर्ष 1851 में कोयला भंडार खोजने के लिये की गई थी और अब यह राष्ट्रीय भू-विज्ञान जानकारी एवं खनिज संसाधन मूल्यांकन प्रदान करता है।

GSI खान मंत्रालय से संबंधित कार्यालय है और इसका मुख्यालय कोलकाता में है। इसके छह क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ, जयपुर, नागपुर, हैदराबाद, शिलॉन्ग और कोलकाता में स्थित हैं। प्रत्येक राज्य की एक राज्य इकाई होती है।

जम्मू और कश्मीर में लिथियम खनिज ब्लॉक की नीलामी के संबंध में निर्णय जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा लिया जाएगा।


भारतीय सेना ने आधार सेवाओं के लिये पहले PAEC का उद्घाटन किया

भारतीय सेना ने हाल ही में नई दिल्ली के एक सेंट्रल बेस पोस्ट ऑफिस (CBPO) में अपने स्थायी आधार नामांकन केंद्र (PAEC) का उद्घाटन किया।

PAEC की स्थापना त्रि-सेवा कर्मियों एवं उनके आश्रितों के लिये एक महत्त्वपूर्ण मील का पत्थर है, क्योंकि यह फील्ड पोस्ट ऑफिस (FPOs) के माध्यम से देश भर में 48 चिह्नित स्थानों पर नामांकन और अद्यतनीकरण सहित आधार-संबंधित सेवाएंँ प्रदान करेगा।

PAEC का व्यापक कवरेज, जिसमें युद्ध क्षेत्र और शांति क्षेत्र दोनों ही शामिल हैं, यह सुनिश्चित करता है कि दूरदराज़ के क्षेत्रों में तैनात लोगों सहित सेना के सभी कर्मी आसानी से आधार सेवाओं का लाभ उठा सकें।

राष्ट्रीय कोयला सूचकांक (NCI) में महत्त्वपूर्ण गिरावट

राष्ट्रीय कोयला सूचकांक (National Coal Index- NCI) में मई 2022 की तुलना में मई 2023 में 33.8% की उल्लेखनीय गिरावट देखी गई है। यह गिरावट बाज़ार में कोयले की मज़बूत आपूर्ति का संकेत है।

NCI एक मूल्य सूचकांक है जो अधिसूचित कीमतों, नीलामी कीमतों तथा आयात कीमतों सहित सभी बिक्री चैनलों से कोयले की कीमतों को जोड़ता है।

वित्तीय वर्ष 2017-18 को आधार वर्ष मानकर स्थापित, यह बाज़ार की गतिशीलता के एक विश्वसनीय संकेतक के रूप में कार्य करता है जो कोयले की कीमत में उतार-चढ़ाव के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान करता है।

FDA द्वारा ओवर-द-काउंटर जन्म नियंत्रण गोली (Opill) को मंज़ूरी

संयुक्त राष्ट्र FDA ने हाल ही में पहली ओवर-द-काउंटर जन्म नियंत्रण गोली Opill को मंज़ूरी दे दी है।

Opill एक प्रोजेस्टिन गोली है जो गर्भाशय ग्रीवा बलगम को गाढ़ा करने और गर्भाशय की परत को पतला करके गर्भावस्था को रोकने के लिये नॉरगेस्ट्रेल नामक सिंथेटिक हार्मोन का उपयोग करती है।

स्तनपान कराने वाली माताओं, एस्ट्रोजेन के प्रति असहिष्णु लोगों और कुछ विशिष्ट स्वास्थ्य समस्याओं वाले व्यक्तियों को Opill की सलाह दी जाती है।

Opill का उपयोग आपातकालीन गर्भनिरोधक के रूप में अथवा अन्य हाॅर्मोनल जन्म नियंत्रण विधियों के साथ नहीं किया जाना चाहिये।

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