Current Affairs Summary June 2023 in Hindi | समसामयिकी सारांश जुन 2023
Current Affairs Summary June 2023 in Hindi
Current Affairs Summary June 2023 in Hindi
वेनिस की ग्रैंड कैनाल का हरा रंग होना
वेनिस की प्रसिद्ध ग्रैंड कैनाल ने हाल ही में चमकीले हरे
रंग का रूप ले लिया है जो निवासियों और अधिकारियों दोनों को हैरान कर रहा है। जल
के परीक्षण के नमूने लेने के बाद अधिकारियों ने पुष्टि की कि यह रंग फ्लोरेसिन के
कारण हुआ था। यह एक रसायन जो आमतौर पर जल में किये जा रहे निर्माण में रिसाव का
पता लगाने के लिये उपयोग किया जाता है। वेनेटो क्षेत्र के राष्ट्रपति ने शहर और
उसकी ऐतिहासिक धरोहर की रक्षा के लिये सुदृढ़ प्रतिक्रिया की आवश्यकता पर बल दिया।
हालाँकि फ्लोरेसिन में विषाक्तता का स्तर कम होता है और इस परीक्षण ने नहर के
पारिस्थितिकी तंत्र को कोई नुकसान नहीं पहुँचाया है। फ्लोरेसिन की सांद्रता के
आधार पर नहर को अपने सामान्य रंग में लौटने में कुछ और दिन का समय लग सकता हैं
क्योंकि यह रसायन घुलनशील है। ग्रैंड कैनाल वेनिस, इटली का मुख्य जलमार्ग है जो शहर की समृद्ध
वास्तुकला और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करता है। यह पर्यटकों और स्थानीय
लोगों के बीच समान रूप से एक लोकप्रिय गंतव्य है जो परिवहन के विभिन्न साधनों
द्वारा इसके सुंदर दृश्यों एवं ऐतिहासिक स्थलों का आनंद लेते हैं। ग्रैंड कैनाल
वेनिस की सबसे बड़ी और प्रसिद्ध नहर है। यह लगभग चार किलोमीटर लंबी है और वेनिस के
आधे हिस्से को दूसरे हिस्सों से अलग करती है।
खाड़ी देशों में बढ़ते तनाव के बीच समुद्री गठबंधन से संयुक्त अरब अमीरात की वापसी
संयुक्त अरब अमीरात (United Arab Emirates- UAE) ने अमेरिका के
नेतृत्व वाले संयुक्त समुद्री बल (Combined Maritime Force- CMF) से अपनी वापसी की
घोषणा की है जो वैश्विक तेल व्यापार में विशेष भूमिका निभाने वाले महत्त्वपूर्ण और
अस्थिर खाड़ी जल को सुरक्षित करने के लिये ज़िम्मेदार गठबंधन है। वर्ष 2001 में स्थापित CMF 12 देशों के बीच एक
भागीदारी के रूप में शुरू हुआ और तब से संयुक्त अरब अमीरात सहित 38 भागीदार देशों
को शामिल करने के लिये इसका विस्तार किया गया है। जबकि संयुक्त अरब अमीरात ने अपनी
भागीदारी पर रोक लगा दी है, यह एक भागीदार
राष्ट्र बना हुआ है। हाल की घटनाओं जैसे ईरान द्वारा टैंकरों को जब्त करने और
इज़रायल के स्वामित्व वाले पोत पर ड्रोन हमले ने क्षेत्र में तनाव को बढ़ा दिया है।
एक प्रमुख तेल निर्यातक के रूप में संयुक्त अरब अमीरात, शांतिपूर्ण
वार्ता, राजनयिक संबंध और
अपने समुद्र में नौवहन की ज़िम्मेदार सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर ज़ोर
देता है।
विश्व दुग्ध दिवस समारोह और समर मीट
1 जून, 2023 को जम्मू-कश्मीर
सरकार के कृषि उत्पादन विभाग के सहयोग से पशुपालन और डेयरी विभाग द्वारा विश्व
दुग्ध दिवस मनाया गया। इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में SKICC में 1 से 2 जून तक पशुपालन
और डेयरी क्षेत्र के लिये समर मीट का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन का उद्देश्य
डेयरी किसानों, प्रोसेसर तथा
उपभोक्ताओं के महत्त्वपूर्ण योगदान को स्वीकार करते हुए दुग्ध के पोषण मूल्य और
लाभों के विषय में जागरूकता बढ़ाना है। यह आयोजन चल रही योजनाओं की प्रगति की
समीक्षा करेगा, परिणामों पर
चर्चा करेगा एवं आवश्यक सुधारों की पहचान करेगा। आयोजन के हिस्से के रूप में
"फीडिंग द फ्यूचर: फाइव डेज़ ऑफ एक्शन फॉर फीड एंड फोडर एंड ट्रेनिंग ऑफ A-HELP फॉर 2023-24" अभियान शुरू किया
जाएगा। इस पहल का उद्देश्य A-HELP कार्यक्रम के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान करते हुए पशुधन के
लिये फीड और चारा प्रबंधन के महत्त्वपूर्ण पहलुओं को संबोधित करना है।
डेक्कन क्वीन ट्रेन
डेक्कन क्वीन ट्रेन ग्रेट इंडियन पेनिनसुला रेलवे के इतिहास
में एक विशेष स्थान रखती है। यह ट्रेन सेवा 1 जून, 1930 को शुरू की गई तथा बाद में मध्य रेलवे के रूप में जाना
गया। अपने 92 वर्ष के इतिहास
के दौरान ट्रेन परिवहन के साधन से एक ऐसी संस्था में बदल गई है जो यात्रियों की पीढ़ियों
को जोड़ती है। इन वर्षों में इस क्षेत्र में अनेक प्रकार की प्रगति देखी गई जैसे
कि एक डाइनिंग कार की शुरुआत, रोलर बियरिंग कोच और ऑक्सफोर्ड ब्लू कलर स्कीम को अपनाना।
इसने भारत की पहली सुपरफास्ट, लंबी दूरी की इलेक्ट्रिक-चालित, वेस्टिबुल ट्रेन
के रूप में रिकॉर्ड स्थापित किया। इस ट्रेन में एक समर्पित महिला कार भी थी।
वर्तमान में डेक्कन क्वीन पुणे और मुंबई के बीच यात्रा करने वाले यात्रियों के
लिये समयबद्धता और लोकप्रियता के चलते प्रसिद्ध है
कच्चे तेल के अपशिष्ट जल की बहाली के लिये हरित उपाय
इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडी इन साइंस एंड टेक्नॉलोजी (IASST), गुवाहाटी के
वैज्ञानिकों ने कच्चे तेल के अन्वेषण और प्रसंस्करण के दौरान निर्मुक्त होने वाले
उपोत्पाद जल के निपटान से उत्पन्न होने वाली पर्यावरणीय चुनौतियों को दूर करने में
महत्त्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। उपोत्पाद के रूप में निकले हुए जल में हानिकारक
घटक और रसायन होते हैं जो नदियों एवं नालों में बहाए जाने पर जल की गुणवत्ता को
खराब कर सकते हैं और जलीय जीवन को क्षति पहुँचा सकते हैं। अनेक प्रयोगों तथा
अध्ययनों के माध्यम से IASST
के शोधकर्त्ताओं
ने पौध आधारित बायोमैटेरियल, बायोसर्फैक्टेंट (रोगाणुओं के द्वितीयक मेटाबोलाइट्स) और NPK उर्वरक का मिश्रण
तैयार किया है। इस नवोन्मेषी मिश्रण में कम समय-सीमा के भीतर उपोत्पाद के रूप में
निकले हुए जल को पहले जैसा किया जा सकता है। टीम ने इस विकास कार्य पर एक भारतीय
पेटेंट दायर किया है। यह "अद्भुत मिश्रण" न केवल जल के बहाव से पर्यावरण
प्रदूषण को रोकता है बल्कि उपचारित जल को विभिन्न प्रयोजनों के लिये पुन: उपयोगी
बनाता है। इस दृष्टिकोण का उपयोग करके जल के हानिकारक प्रभावों को कम किया जा सकता
है जिससे एक सतत् भविष्य का निर्माण किया जा सकता है। इसके अलावा उपचारित जल फसल
उत्पादन को बढ़ाकर तथा बढ़ती वैश्विक खाद्य मांग को पूरा करके हरित क्रांति में
योगदान दे सकता है।
ई-सिगरेट-वापिंग की जटिलताएँ: भारत का दृष्टिकोण और चिंताएँ
भारत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सिगरेट और अन्य
तंबाकू उत्पाद अधिनियम,
2004 के तहत संशोधित नियमों पर ज़ोर देते हुए विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर तंबाकू
विरोधी स्वास्थ्य संदेशों और चेतावनियों को बढ़ावा देने के लिये OTT प्लेटफाॅर्मों को
निर्देशित किया है। हालाँकि नियमों में ई-सिगरेट या निकोटीन युक्त वेप्स शामिल
नहीं हैं, जिन्हें
स्वास्थ्य और सुरक्षा चिंताओं के कारण वर्ष 2019 में प्रतिबंधित कर दिया गया था। प्रतिबंध के बावजूद ये
उपकरण कालाबाज़ारी के माध्यम से देश में प्रवेश कर रहे हैं, विशेष रूप से चीन
से। ई-सिगरेट, जिसे
इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट के रूप में भी जाना जाता है और वेप्स इलेक्ट्रॉनिक उपकरण हैं
जो एक तरल घोल (ई-तरल) को वाष्पीकृत करते हैं जिसमें निकोटीन, सुगंध तथा अन्य
रसायन होते हैं। उन्हें तंबाकू को जलाए बिना पारंपरिक सिगरेट पीने के अनुभव का
अनुकरण करने के लिये डिज़ाइन किया गया है। ई-सिगरेट और वेप धुएँ के बजाय वाष्प का
उत्पादन करते हैं, जिसका उपयोगकर्ता
द्वारा उपयोग किया जाता है।
भारत के पश्चिमी घाट में निर्जलीकरण सहिष्णु संवहनी पादप: कृषि अनुप्रयोगों हेतु संभावित
भारत का जैवविविधता हॉटस्पॉट, पश्चिमी घाट, निर्जलीकरण सहिष्णु संवहनी पादपों (डेसीकेशन
टोलेरेंट वैस्कुलर प्लांट्स) की 62 प्रजातियों का घर है। निर्जलीकरण सहिष्णु संवहनी पादप
(डेसीकेशन टोलेरेंट वैस्कुलर प्लांट्स- डीटी) अत्यधिक निर्जलीकरण का सामना करने
में सक्षम हैं क्योंकि उनमें विद्यमान जल की मात्रा का 95% तक अपव्यय हो
जाने के बाद भी वे जल के पुनरुपयोग से स्वयं को पुनर्जीवित कर लेते हैं। यह अनूठी
क्षमता उन्हें ऐसे प्रतिकूल एवं शुष्क वातावरण में जीवित रहने में सक्षम बनाती है
जिसमें अधिकांशतः अन्य पौधे जीवित ही नहीं रह सकते। हाल ही में हुए अध्ययन ने
पश्चिमी घाटों में सहिष्णु संवहनी प्रजातियों की प्रचुरता पर प्रकाश डाला है, जो पहले से ज्ञात
नौ प्रजातियों से भी अधिक है। अनुसंधान इन प्रजातियों की एक सूची प्रदान करता है, जिसमें 16 प्रजातियाँ
भारतीय स्थानिक (इंडियन एंडेमिक) हैं और 12 पश्चिमी घाट के बाहरी हिस्सों के लिये विशिष्ट हैं। यह
अध्ययन विशेष रूप से इन लचीले पौधों के लिये महत्त्वपूर्ण निवास स्थान के रूप में
रॉक आउटक्रॉप्स (चट्टानी भू-भागों) में आंशिक रूप से घने वनों की पहचान करता है।
डीटी पौधों की नौ प्रजातियों को नए रूप में अधिसूचित किया गया है, वैश्विक
परिप्रेक्ष्य में ट्राइपोगोन कैपिलेटस एक एपिफाइटिक डीटी एंजियोस्पर्म के प्रथम
रिकॉर्ड का प्रतिनिधित्व करता है। सहिष्णु संवहनी पादपों का अध्ययन करके
शोधकर्त्ता पश्चिमी घाट की जैवविविधता और पारिस्थितिकी में इन प्रजातियों के
संरक्षण में योगदान करते हैं। इसके अतिरिक्त निर्जलीकरण को सहन करने की उनकी
क्षमता के पीछे के तंत्र को समझने से कम जल की आवश्यकता वाले शुष्क प्रतिरोधी
फसलों को विकसित करने का मार्ग प्रशस्त हो सकता है। यह अध्ययन कृषि अनुप्रयोगों के
लिये विशेष रूप से जल की कमी वाले क्षेत्रों में नई संभावनाओं को विकसित करता है।
राजकोषीय घाटे को 6.4% तक सीमित करना
वित्त वर्ष 2022-23 में केंद्र का राजकोषीय घाटा घटकर सकल घरेलू
उत्पाद (GDP) का 6.4% हो गया है (जैसा
कि फरवरी में की गई बजट घोषणा में अनुमान लगाया गया था)। सरकार का लक्ष्य चालू
वित्त वर्ष 2023-24 में राजकोषीय
घाटे को सकल घरेलू उत्पाद के 5.9% तक लाना है। वर्ष 2022-23 के दौरान करों के विचलन के हिस्से के रूप में
केंद्र सरकार ने पिछले वर्ष (2021-22) की तुलना में 50,015 करोड़ रुपए की वृद्धि दर्ज करते हुए राज्य
सरकारों को 9.48 लाख करोड़ रुपए
हस्तांतरित किये। वित्त वर्ष 2023 में सरकार ने गैर-कर राजस्व में 17.8% संकुचन के बावजूद
शुद्ध कर राजस्व में 15.2% की वृद्धि दर्ज
की। राजकोषीय घाटा सरकार के कुल व्यय और उसके कुल राजस्व (उधार को छोड़कर) के बीच
का अंतर है। यह इस बात का संकेतक है कि सरकार को अपने कार्यों को वित्तपोषित करने
के लिये किस हद तक उधार लेना चाहिये और इसे देश के सकल घरेलू उत्पाद के प्रतिशत के
रूप में व्यक्त किया जाता है।
नई दिल्ली में यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (UPU) का क्षेत्रीय कार्यालय
नई दिल्ली में यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (UPU) के एक क्षेत्रीय
कार्यालय की स्थापना का अनुमोदन भारत के केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा किया गया है।
यह निर्णय भारत को दक्षिण-दक्षिण और त्रिकोणीय सहयोग पर विशेष ध्यान देने के साथ
डाक क्षेत्र के तहत बहुपक्षीय संगठनों में सक्रिय रूप से शामिल होने की अनुमति
देता है। भारत इस कार्यालय हेतु योगदान के रूप में कर्मचारियों की उपलब्धता
सुनिश्चित करेगा और UPU के क्षेत्रीय
कार्यालय के लिये आवश्यक कार्यालय सेटअप उपलब्ध कराएगा, जो क्षेत्र में
विकासात्मक सहयोग करने एवं तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिये ज़िम्मेदार होगा।
कार्यालय डाक सेवाओं की क्षमता, दक्षता तथा गुणवत्ता बढ़ाने के साथ-साथ डाक प्रौद्योगिकी, ई-कॉमर्स और
व्यापार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विभिन्न परियोजनाओं का क्रियान्वयन करेगा।
इस पहल के माध्यम से भारत का उद्देश्य अपनी राजनयिक उपस्थिति का विस्तार करना, अन्य देशों के
साथ संबंधों को मज़बूत करना,
विशेष रूप से
एशिया-प्रशांत क्षेत्र में तथा वैश्विक डाक मंचों में अपनी भागीदारी बढ़ाना है।
स्वास्थ्य देखभाल एवं उत्कृष्टता का सम्मान करना
कोच्चि, केरल में अमृता अस्पताल के रजत जयंती कार्यक्रम के दौरान
केंद्रीय गृह मंत्री ने चिकित्सा विज्ञान और प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ाने के
उद्देश्य से अमृता विश्व विद्यापीठम के अमृतपुरी एवं कोच्चि परिसरों में दो
अत्याधुनिक अनुसंधान केंद्रों का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम ने चिकित्सा शिक्षा
के बुनियादी ढाँचे में उल्लेखनीय प्रगति तथा आयुष्मान भारत योजना के महत्त्वपूर्ण
प्रभाव पर प्रकाश डाला, जो 60 करोड़ से अधिक
गरीबों को मुफ्त इलाज प्रदान करता है। साथ ही विशेष रूप से मेडिकल कॉलेजों की
संख्या में 387 से 648 तक की पर्याप्त
वृद्धि देखी गई है और 22 नए अखिल भारतीय
आयुर्विज्ञान संस्थान (All
India Institute of Medical Sciences- AIIMS) की स्थापना ने
देश भर में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा तक पहुँच का विस्तार किया है। गृह मंत्री
ने चिकित्सा उत्कृष्टता एवं अनुसंधान में असाधारण उपलब्धियों हेतु अमृता अस्पताल
की सराहना की, जिसमें भारत का
पहला माइक्रो-ब्लड स्टेम सेल ट्रांसप्लांट, उच्च परिशुद्धता वाले रोबोटिक लिवर ट्रांसप्लांट की सबसे
बड़ी संख्या व देश की पहली 3D प्रिंटिंग लैब जैसे अग्रणी सुविधाएँ शामिल हैं।
शानन जलविद्युत परियोजना को लेकर पंजाब-हिमाचल प्रदेश में टकराव
ऊहल नदी (ब्यास की सहायक नदी) पर स्थित 110 मेगावाट की शानन
जलविद्युत परियोजना का पट्टा मार्च 2024 में समाप्त होने वाला है। इसे हिमाचल प्रदेश के मंडी ज़िले
के जोगिंदरनगर में ब्रिटिश काल में
स्थापित किया गया था था और इस पर पंजाब तथा हिमाचल प्रदेश के बीच विवाद
छिड़ गया है। हिमाचल प्रदेश सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह इस परियोजना को
समाप्त होने पर राज्य को सौंपने की मांग करते हुए पट्टे का नवीनीकरण या विस्तार
नहीं करेगी। हालाँकि पंजाब परियोजना पर नियंत्रण बनाए रखने का इरादा रखता है और
कानूनी उपायों का सहारा लेने के लिये तैयार है।
ऊहल नदी हिमालय की धौलाधार पर्वतमाला में स्थित थाम्सर
ग्लेशियर (हिमाचल प्रदेश में) से निकलती है और हिमाचल प्रदेश के बड़ा ग्रान और
बरोट गाँव एवं ऊहल घाटी से होकर प्रवाहित होती है। ऊहल नदी ब्यास नदी का जल बेसिन
है। ऊहल नदी को त्युन नाला के नाम से भी जाना जाता है तथा ऊहल घाटी चोहर घाटी के
नाम से भी प्रसिद्ध है। चोहर घाटी को पार करने के बाद ऊहल नदी पंडोह से 5 किलोमीटर नीचे
की तरफ ब्यास नदी में मिलती है।
छत्रपति शिवाजी महाराज की चिरस्थायी विरासत
छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक दिवस की 350वें वर्ष की
स्मृति में प्रधानमंत्री ने भारत के वर्तमान युग के संदर्भ में इस ऐतिहासिक घटना
के महत्त्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि शिवाजी महाराज का
राज्याभिषेक अत्यधिक महत्त्व के एक अध्याय का प्रतीक है, जो स्व-शासन, सुशासन और
समृद्धि की विशेषता है, जो राष्ट्र को
प्रेरित करता है। शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक ने भारत की एकता और अखंडता को बनाए
रखने पर बल देने के साथ स्वराज्य (स्व-शासन) एवं राष्ट्रवाद की भावना को भी मूर्त
रूप दिया। इस विरासत का सम्मान करने के लिये भारतीय नौसेना ने ब्रिटिश शासन का
प्रतिनिधित्व करने वाले ध्वज भारत के समुद्री गौरव के प्रतीक को शिवाजी महाराज के
प्रतीक के साथ बदल दिया। उनका जन्म 19 फरवरी, 1630 को महाराष्ट्र के पुणे ज़िले के शिवनेरी किले में हुआ था।
शिवाजी ने जागीरदारी प्रणाली को समाप्त कर दिया तथा इसे रैयतवाड़ी प्रणाली से बदल
दिया। उन्होंने छत्रपति, शाकार्ता, क्षत्रिय
कुलवंतों और हैंदव धर्मोद्धारक की उपाधियाँ धारण कीं। वह इतिहास में एक अद्वितीय
शासक थे जिन्होंने सैन्य कौशल और असाधारण शासन कौशल दोनों का प्रदर्शन किया।
उन्होंने कम उम्र में किलों पर विजय प्राप्त की और शत्रुओं को पराजित किया, अपने सैन्य
नेतृत्व का प्रदर्शन किया,
साथ ही सुशासन
स्थापित करने के लिये लोक प्रशासन में सुधारों को लागू किया।
पैलियो आहार के स्वास्थ्य संबंधी दावों को खारिज करना
पैलियो आहार ने हाल ही में अपने स्वास्थ्य दावों और
प्रभावकारिता के कारण समाचारों में ध्यान आकर्षित किया है। पैलियो आहार के
समर्थकों का दावा है कि हमारे पूर्वजों के खान-पान का अनुसरण करने से लोगों को वज़न
कम करने में मदद मिल सकती है, साथ ही लंबी अवधि की बीमारी होने की संभावना कम हो सकती है।
हालाँकि आलोचकों का तर्क है कि इन दावों का समर्थन करने वाले वैज्ञानिक प्रमाणों
की कमी है। यह आहार डेयरी,
अनाज, फलियाँ तथा
प्रसंस्कृत शर्करा को छोड़कर असंसाधित खाद्य पदार्थ जैसे- सब्जियाँ, फल, नट्स तथा लीन मीट
के सेवन पर ज़ोर देता है। पैलियो आहार का वर्तमान संस्करण पारंपरिक आहार
दिशा-निर्देशों की तुलना में कम कार्बोहाइड्रेट और उच्च प्रोटीन सेवन को दर्शाता
है। वज़न घटाने हेतु पैलियो आहार की पारंपरिक अनुशंसित आहार से तुलना करने वाले
अध्ययनों में दो वर्षों के बाद प्रभावशीलता में कोई महत्त्वपूर्ण अंतर नहीं पाया
गया। टाइप 2 मधुमेह पर आहार
के प्रभाव के संबंध में समान अनिर्णायक परिणाम देखे गए। इसके अलावा एक अध्ययन से
पता चला है कि पैलियो आहार ने हृदय रोग से जुड़े पेट के जीवाणुओं की अधिकता को
जन्म दिया, जो रोग की रोकथाम
के दावों का खंडन करता है। पैलियो आहार खाने की योजना है जो उन प्राचीन मनुष्यों
के आहार का अनुसरण करने पर ज़ोर देता है जो पुरापाषाण युग में रहते थे। पैलियो आहार
इस धारणा पर आधारित है कि हमारे जीन हमारे पूर्वजों के आहार के अनुकूल हैं एवं
आधुनिक आहार हमारे जीव विज्ञान से बेमेल हैं। हालाँकि आनुवंशिक शोध इस धारणा का
खंडन करते हैं। लैक्टेज़ पर अध्ययन (यह एंजाइम लैक्टेज़ को पचाने में मदद करता है, जो डेयरी
उत्पादों में पाया जाता है) शराब के चयापचय में दृढ़ता एवं अनुकूलन से पता चलता है
कि पैलियो आहार की तुलना में विकास बहुत कम समय-सीमा के भीतर हो सकता है।
भारत का पहला अंतर्राष्ट्रीय क्रूज़ पोत एमवी एम्प्रेस
केंद्रीय पोत, नौवहन एवं जलमार्ग और आयुष मंत्री ने चेन्नई से श्रीलंका के
लिये भारत के पहले अंतर्राष्ट्रीय क्रूज़ पोत, एमवी एम्प्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस
महत्त्वपूर्ण आयोजन में चेन्नई स्थित अंतर्राष्ट्रीय क्रूज़ पर्यटन टर्मिनल का
उद्घाटन किया गया जो क्रूज़ पर्यटन और समुद्री व्यापार के अवसरों को बढ़ाने हेतु
सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। एमवी एम्प्रेस तीन श्रीलंकाई बंदरगाहों के
लिये रवाना होगा: हनबंटोटा,
त्रिंकोमाली और
कांकेसंतुरेई। क्रूज़ सेवा वर्ष 2022 में प्रथम अतुल्य भारत अंतर्राष्ट्रीय क्रूज़ सम्मेलन के
दौरान चेन्नई पोर्ट और मेसर्स वाटरवेज लीजर टूरिज़्म प्राइवेट लिमिटेड के बीच हस्ताक्षरित एक समझौता
ज्ञापन (MoU) का परिणाम है।
सरकार अंडमान, पुद्दुचेरी और
लक्षद्वीप में तीन नए अंतर्राष्ट्रीय क्रूज़ टर्मिनल विकसित करने की योजना बना रही
है जिनके वर्ष 2024 तक चालू होने की
उम्मीद है। सरकार ने क्रूज़ जहाज़ों की संख्या वर्ष 2023 के 208 से बढ़ाकर वर्ष 2030 में 500 और 1100 तक करने की कल्पना की है। वर्ष 2047 तक यात्रियों की
संख्या वर्ष 2030 के 9.5 लाख से बढ़कर 45 लाख हो जाएगी।
भारत की IT ग्रोथ: पिलर्स, ऑपर्च्युनिटीज़ और फ्यूचर टेक इकोसिस्टम
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के तहत सॉफ्टवेयर
टेक्नोलॉजी पार्क्स ऑफ इंडिया (STPI) ने "भारतीय आईटी उद्योग के विकास के रास्ते और उभरते
तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र" पर एक सेमिनार की मेज़बानी करके अपना 32वाँ स्थापना दिवस
मनाया। इस कार्यक्रम में भारत के आईटी विकास में योगदान देने वाले छह स्तंभों पर
प्रकाश डाला गया। इन स्तंभों में कनेक्टिविटी, कम लागत वाला डेटा, किफायती उपकरण, लोगों के अनुकूल नीतियाँ, भविष्य के लिये तैयार प्रतिभा और साइबर सुरक्षा
शामिल हैं। इसके अतिरिक्त "इनोवेशन थ्रू एग्रीटेक: ए स्टडी ऑन एडॉप्शन एंड
इम्पैक्ट ऑफ टेक्नोलॉजी ऑन एग्री एंड एग्री-एलाइड सेक्टर्स" शीर्षक वाली एक
एग्रीटेक रिपोर्ट जारी की गई। रिपोर्ट का उद्देश्य भारत में एग्रीटेक की वर्तमान
स्थिति, क्षेत्र के सामने
आने वाली चुनौतियों तथा विकास एवं नवाचार के अवसरों के बारे में जानकारी प्रदान
करना है। STPI की स्थापना वर्ष 1991 में MeitY के तहत एक
स्वायत्त संस्थान के रूप में की गई थी। STPI का मुख्य
उद्देश्य देश से सॉफ्टवेयर निर्यात को बढ़ावा देना रहा है। STPI आईटी/आईटीईएस
उद्योग को बढ़ावा देने के लिये सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क (STP) योजना और
इलेक्ट्रॉनिक्स हार्डवेयर टेक्नोलॉजी पार्क (EHTP) योजना लागू कर रहा है।
न्याय विकास पोर्टल
न्याय विकास पोर्टल ज़िलों और अधीनस्थ न्यायपालिका के लिये
बुनियादी सुविधाओं के विकास हेतु केंद्र प्रायोजित योजना (CSS) के न्याय विभाग
के कार्यान्वयन का हिस्सा है, जो वर्ष 1993-94 से परिचालन में है। इसे हितधारकों को वित्तपोषण, दस्तावेज़ीकरण, परियोजना निगरानी
और अनुमोदन से संबंधित महत्त्वपूर्ण जानकारी तक निर्बाध पहुँच प्रदान करने के लिये
विकसित किया गया है। इस CSS
का उद्देश्य
न्यायिक अधिकारियों, ज़िला एवं अधीनस्थ
न्यायालयों के न्यायाधीशों के लिये कोर्ट हॉल व आवासीय इकाइयों के निर्माण में
राज्य सरकारों और केंद्रशासित प्रदेशों के प्रशासन का समर्थन करना है। समय के साथ
यह योजना वकीलों और वादियों के लिये सुविधा बढ़ाने के लिये लॉयर हॉल, शौचालय परिसर और
डिजिटल कंप्यूटर रूम जैसी अतिरिक्त सुविधाओं को शामिल करने के लिये विकसित की गई
है। योजना के तहत वित्तपोषण पैटर्न केंद्र सरकार और राज्य सरकारों (पूर्वोत्तर और
हिमालयी राज्यों को छोड़कर) के बीच 60:40 के अनुपात का पालन करता है। उत्तर पूर्वी और हिमालयी
राज्यों के लिये अनुपात 90:10 है, जबकि केंद्र
शासित प्रदेशों को 100% राशि प्राप्त
होती है। न्याय विकास पोर्टल इस योजना के कार्यान्वयन की निगरानी, पारदर्शिता और
जवाबदेही सुनिश्चित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
स्वदेशी हैवीवेट टॉरपीडो वरुणास्त्र
भारतीय नौसेना की महत्त्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में स्वदेशी
रूप से डिज़ाइन एवं विकसित हेवीवेट टारपीडो वरुणास्त्र ने लाइव परीक्षण में अपनी
प्रभावशीलता का सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (Defence Research and Development
Organisation- DRDO) के तहत नेवल साइंस एंड टेक्नोलॉजिकल लेबोरेटरी (NSTL) एवं भारत
डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL)
द्वारा निर्मित
वरुणास्त्र लो ड्रिफ्ट नेविगेशनल सिस्टम, ध्वनिक होमिंग एवं स्वायत्त मार्गदर्शन एल्गोरिदम जैसी
उन्नत सुविधाओं से युक्त है। परीक्षण के दौरान वरुणास्त्र ने सभी नौसैनिक
युद्धपोतों हेतु गो-टू एंटी-सबमरीन टारपीडो के रूप में अपनी स्थिति को मज़बूत करते
हुए समुद्र के नीचे लक्ष्य को सटीक रूप से भेदकर उल्लेखनीय क्षमताओं का प्रदर्शन
किया। टॉरपीडो वर्तमान में नौसेना के जहाज़ों पर लगे पुराने मॉडलों की जगह लेगा जो
भारी वज़न वाले टॉरपीडो को फायर करने की क्षमता रखते हैं। वरुणास्त्र के बेहतर
विनिर्देशों में 40 समुद्री मील की
अधिकतम गति और 600 मीटर की अधिकतम
परिचालन गहराई शामिल है। यह बहु-चालन सुविधाओं के साथ लंबी दूरी की क्षमताओं से
युक्त है, जो इसे शांत जल
के नीचे खतरों को ट्रैक करने एवं लक्षित करने में अत्यधिक प्रभावी बनाता है।
एम्स ने ई-हॉस्पिटल सेवाओं को मैलवेयर हमले से बचाया
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) भारत में प्रमुख
स्वास्थ्य संस्थान है जिसने हाल ही में मैलवेयर के रूप में ज्ञात एक हानिकारक
कंप्यूटर प्रोग्राम से अपनी ई-हॉस्पिटल सेवाओं का सफलतापूर्वक बचाव किया। मैलवेयर
एक दुर्भावनापूर्ण अथवा हानिकारक प्रोग्राम है जिसे कंप्यूटर, नेटवर्क और
उपकरणों के संचालन को बाधित करके अथवा अनधिकृत पहुँच प्राप्त करके नुकसान पहुँचाने
के लिये डिज़ाइन किया जाता है। मैलवेयर के प्रकारों में वायरस, वर्म्स, ट्रोज़न, रैंसमवेयर, स्पाईवेयर, एडवेयर और
स्केयरवेयर शामिल हैं। इन खतरों से डेटा हानि, वित्तीय क्षति, गोपनीयता का नुकसान और सिस्टम भेद्यता जैसी समस्या उत्पन्न
हो सकती है। एंटीवायरस सॉफ्टवेयर, मज़बूत पासवर्ड, नियमित अपडेट और सतर्क ऑनलाइन सेवाओं जैसे सुरक्षा उपायों
का उपयोग करके मैलवेयर से बचाव किया जा सकता है।
चक्रवात 'बिपरजॉय' से अरब सागर को खतरा
चक्रवाती तूफान 'बिपरजॉय' अरब सागर में तेज़ हो गया है, जिससे प्रभावित क्षेत्रों में गंभीर जोखिम और
अनिश्चितता की स्थिति उत्पन्न हो गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने तूफान के तेज़ी
से विकास की रिपोर्ट दी है तथा 8 जून, 2023 को 140 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ
इसके एक गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप लेने की आशंका है। 'बिपरजॉय' (जिसका अर्थ है
विपत्ति या आपदा) नाम बांग्लादेश द्वारा दिया गया था। जून में चक्रवात 'बिपरजॉय' का बनना असामान्य
है और जलवायु परिवर्तन के कारण अरब सागर में समुद्र की सतह का बढ़ता तापमान एक
महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह उच्च तापमान, 30-32 डिग्री सेल्सियस तक पहुँचनए पर चक्रवातों की तीव्रता को बढ़ाता है। चक्रवात
प्रणाली भारत में दक्षिण-पश्चिम मानसून के लिये भी खतरा पैदा करती है, जिससे इसके आगमन
और प्रगति में बाधा उत्पन्न होती है। नमी को भारत से दूर मोड़कर, तूफान मानसून की
शुरुआत में और देरी कर सकता है। जलवायु वैज्ञानिक लंबे समय तक हिंद महासागर के
गर्म होने और अल नीनो के विकास के संभावित प्रभाव की ओर इशारा करते हैं, जो दोनों ही
मानसून को कमज़ोर कर सकते हैं।
"व्यसन मुक्त अमृत काल" के लिये राष्ट्रीय अभियान
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने हाल ही में
विश्व तंबाकू निषेध दिवस (31 मई) पर
राष्ट्रीय अभियान "व्यसन मुक्त अमृत काल" शुरू किया, जिसका उद्देश्य
एक स्वस्थ और व्यसन मुक्त भारत बनाना है। तंबाकू मुक्त भारत के साथ यह अभियान
विशेष रूप से देश में बच्चों के बीच तंबाकू और नशीली दवाओं की लत के मुद्दे को
संबोधित करने पर केंद्रित है तथा बच्चों के लिये तंबाकू मुक्त पर्यावरण बनाने हेतु
सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद (COTPA) संशोधन अधिनियम के महत्त्व पर बल देता है। तंबाकू तथा नशीली
दवाओं की लत से संबंधित उच्च स्वास्थ्य जोखिम है, भारत में तंबाकू के सेवन से सालाना 13 लाख से अधिक
लोगों की मौत हो जाती है। तंबाकू और नशीली दवाओं के खिलाफ लड़ाई में बच्चों को
सक्रिय रूप से शामिल करने के लिये स्कूलों में 'प्रहरी क्लब' स्थापित किये गए हैं। अब तक लगभग 60,000 ऐसे क्लबों का
गठन किया जा चुका है। ये क्लब बच्चों को अपने स्कूलों के पास किसी भी तंबाकू बेचने
वाली दुकान की सूचना देकर सरकार की आँख और कान के रूप में सेवा करने में सक्षम
बनाते हैं।
अंतर्दृष्टि
भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने
भारत में वित्तीय समावेशन की प्रगति की निगरानी और मूल्यांकन करने के उद्देश्य से
एक वित्तीय समावेशन डैशबोर्ड 'अंतरदृष्टि' लॉन्च किया है। डैशबोर्ड का प्राथमिक उद्देश्य प्रमुख
मेट्रिक्स और संकेतकों का विश्लेषण करके वित्तीय समावेशन की वर्तमान स्थिति का
आकलन करना तथा ध्यान देने की आवश्यकता वाले क्षेत्रों की पहचान करने और लक्षित
हस्तक्षेपों को लागू करने में नीति निर्माताओं एवं हितधारकों को सक्षम बनाना है।
वर्तमान में डैशबोर्ड RBI
में आंतरिक उपयोग
के लिये अभिप्रेत है, यह बहु-हितधारक
दृष्टिकोण के माध्यम से अधिक वित्तीय समावेशन की सुविधा प्रदान करेगा। वर्ष 2021 में RBI द्वारा पेश किये
गए वित्तीय समावेशन सूचकांक (Financial Inclusion Index) के विकास में सरकार, क्षेत्रीय
नियामकों तथा केंद्रीय बैंक के बीच सहयोग शामिल था। FI सूचकांक बैंकिंग, निवेश, बीमा, डाक सेवाएँ तथा
पेंशन क्षेत्रों में 'पहुँच’ (35%), 'उपयोग’ (45%), तथा 'गुणवत्ता’ (20%) जैसे आयामों पर
विचार करते हुए भारत में वित्तीय समावेशन का व्यापक अवलोकन प्रदान करता है। यह
समावेशी दृष्टिकोण वित्तीय समावेशन लक्ष्यों को प्राप्त करने में प्रगति और
चुनौतियों का सटीक मूल्यांकन सुनिश्चित करता है तथा देश में अधिक समावेशी वित्तीय
पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिये नीतियों एवं पहलों के निर्माण का मार्गदर्शन
करता है। इसके अतिरिक्त सूचकांक 0 और 100 के बीच के एकल मूल्य में वित्तीय समावेशन के विभिन्न
पहलुओं पर जानकारी प्राप्त करता है जहाँ 0 पूर्ण वित्तीय बहिष्कार का प्रतिनिधित्व करता है और 100 पूर्ण वित्तीय
समावेशन का संकेत देता है।
प्रथम भारत-फ्राँस-संयुक्त अरब अमीरात समुद्री साझेदारी अभ्यास
भारत, फ्राँस और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) समुद्री साझेदारी
अभ्यास का पहला संस्करण 7 जून, 2023 को ओमान की
खाड़ी में शुरू हुआ, जिसमें आईएनएस
तरकश, फ्रेंच शिप सरकॉफ, फ्रेंच राफेल
विमान और यूएई नौसेना समुद्री गश्ती विमान की भागीदारी शामिल है। यह सर्वोत्तम
प्रथाओं के आदान-प्रदान पर बल देता है तथा भारत, फ्राँस एवं यूएई के बीच अधिक-से-अधिक नौसैनिक
सहयोग का मार्ग प्रशस्त करता है। भारत और फ्राँस ने रक्षा क्षेत्र में मज़बूत सहयोग
स्थापित किया है, दोनों देश नियमित
रूप से अपनी संबंधित सेना,
नौसेना और वायु
सेना को शामिल करते हुए अभ्यास शक्ति, अभ्यास वरुण, अभ्यास गरुड़ जैसे संयुक्त अभ्यास करते हैं। इसके अतिरिक्त
भारत ने वर्ष 2005 में एक
प्रौद्योगिकी-हस्तांतरण व्यवस्था के माध्यम से छह स्कॉर्पीन पनडुब्बियों के
निर्माण में फ्राँस के साथ सहयोग किया है और फ्राँस ने एक अंतर-सरकारी समझौते के
तहत भारत को 36 राफेल लड़ाकू
जेट प्रदान किये हैं। इसके अतिरिक्त भारत तथा संयुक्त अरब अमीरात ने रक्षा क्षेत्र
में भी मज़बूत सहयोग स्थापित किया है, भारत एवं संयुक्त अरब अमीरात ने सुरक्षा सहयोग बढ़ाने और
आतंकवादी खतरों से मुकाबला करने के लिये 'डेज़र्ट ईगल II' जैसे संयुक्त हवाई युद्ध अभ्यास आयोजित किये हैं।
अग्नि प्राइम’ बैलिस्टिक मिसाइल
नई पीढ़ी की बैलिस्टिक मिसाइल 'अग्नि प्राइम' का रक्षा
अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO)
द्वारा ओडिशा तट
के डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया गया। उड़ान
परीक्षण के दौरान सभी उद्देश्य सफलतापूर्वक प्रदर्शित हुए, यह भारत की
सामरिक क्षमताओं के लिये एक बड़ी उपलब्धि है। इस परीक्षण में उन्नत रेंज
इंस्ट्रूमेंटेशन जैसे- रडार, टेलीमेट्री और इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम की तैनाती
शामिल थी, ताकि टर्मिनल
बिंदु सहित वाहन के संपूर्ण प्रक्षेपवक्र में महत्त्वपूर्ण उड़ान डेटा प्राप्त
किया जा सके। अग्नि प्राइम,
1000 से 2000 किमी. के बीच की
सीमा वाली दो चरणों वाली कनस्तरीकृत ठोस प्रणोदक बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसमें दोहरी
नेविगेशन और मार्गदर्शन प्रणाली है। यह तकनीकी रूप से उन्नत मिसाइल, जो अग्नि शृंखला
में अपने पूर्ववर्तियों की तुलना में हल्की है, पृथ्वी (PRITHVI) कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों और लड़ाकू विमानों के
साथ-साथ भारत की परमाणु हथियार वितरण प्रणाली में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
वित्तीय सेवा संस्थानों में नई नियुक्तियाँ
वित्तीय सेवा संस्थान ब्यूरो (FSIB) ने जनरल
इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (GIC Re) के महाप्रबंधक एन. रामास्वामी को GIC Re के अगले अध्यक्ष
और प्रबंध निदेशक (CMD) के रूप में चुना
है, जबकि यूनाइटेड
इंडिया इंश्योरेंस के महाप्रबंधक एवं निदेशक एम. राजेश्वरी सिंह को राष्ट्रीय बीमा
कंपनी (NIC) के CMD के रूप में चुना
गया है। वित्तीय सेवा संस्थानों के बोर्ड में पूर्णकालिक निदेशकों तथा
गैर-कार्यकारी अध्यक्षों के रूप में नियुक्ति के लिये व्यक्तियों की सिफारिश करने
और इन संस्थानों में कार्मिक प्रबंधन से संबंधित कुछ अन्य मामलों पर सलाह देने के
उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा 2022 में FSIB का गठन किया गया है। इसने बैंक बोर्ड ब्यूरो (BBB) का स्थान लिया। FSIB का अध्यक्ष
केंद्र सरकार द्वारा नामित होता है। बोर्ड में वित्तीय सेवा विभाग के सचिव, IRDAI के अध्यक्ष और RBI के एक डिप्टी
गवर्नर शामिल हैं। इसके अतिरिक्त इसमें तीन अंशकालिक सदस्य हैं जो बैंकिंग
विशेषज्ञ हैं तथा तीन अन्य बीमा क्षेत्र से हैं।
सोल ऑफ स्टील चैलेंज
'सोल ऑफ स्टील' चैलेंज का अंतिम
चरण अमृतगंगा ग्लेशियर, उत्तराखंड में
आयोजित हो रहा है, जहाँ
प्रतिभागियों को आइस क्राफ्ट में गहन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसे जनवरी, 2023 में उत्तराखंड
में लॉन्च किया गया था, जिसका उद्देश्य
किसी उच्च ऊँचाई वाले क्षेत्रों में क्षमता और धर्य का परीक्षण करना एवं विश्व
स्तर पर उत्तराखंड में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देना है। अभियान का सामान्य
क्षेत्र नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान रहा है। यह CLAW ग्लोबल की एक पहल है और भारतीय सेना द्वारा
समर्थन किया जा रहा है। इसमें अंतर्निहित विचार कौशल समूह और चुनौती उत्पन्न करना
है जो उच्च ऊँचाई वाले क्षेत्रों में जीवित रहने, स्थायित्व तथा मानव क्षमता को बढ़ावा देगा। यह
यूरोप में 'आयरनमैन
ट्रायथलॉन' लंबी दूरी की
ट्रायथलॉन चुनौती की तर्ज पर आधारित है, जो किसी व्यक्ति के धैर्य और सहनशक्ति का परीक्षण करता है।
सीरी किले में मकबरे जैसी संरचना
सीरी फोर्ट चिल्ड्रन पार्क, नई दिल्ली में मरम्मत के काम के दौरान भारतीय
पुरातत्त्व सर्वेक्षण (Archaeological
Survey of India- ASI) ने आकस्मिक रूप से एक मकबरे जैसी संरचना की खोज की। संरचना
का मेहराबदार द्वार को खोल दिया गया है लेकिन आगे के उत्खनन की योजना नहीं है।
इसके बजाय संग्रहालय में आने वाले बच्चों को दफन संरचनाओं को उजागर करने की
प्रक्रिया के बारे में शिक्षित करने के लिये संरचना को संरक्षित किया जाएगा। 13वीं शताब्दी में
अलाउद्दीन खिलजी द्वारा बनवाया गया सीरी किला उसकी सेना के लिये एक गैरिसन नगर के
रूप में काम करता था। वर्ष 2011 में स्थापित सीरी फोर्ट चिल्ड्रन म्यूज़ियम, प्रसिद्ध वैश्विक
स्मारकों की 30 प्रतिकृतियाँ
प्रदर्शित करता है। हाल ही में हुए नवीनीकरण का उद्देश्य 100 और प्रतिकृतियाँ
जोड़ना है जिससे मकबरे जैसी संरचना की खोज हो सके। उत्खनन से 2 से 3 मीटर की कम
ऊँचाई वाली संरचना का पता चला है जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह सुरंग नहीं है।
ईरान द्वारा हाइपरसोनिक मिसाइल के विकास का दावा
ईरान ने ध्वनि की गति से 15 गुना अधिक गति से यात्रा करने में सक्षम
हाइपरसोनिक मिसाइल के विकास के संबंध में दावा किया है, क्योंकि ईरान के
परमाणु कार्यक्रम को लेकर उसका संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ तनाव जारी है। ईरान
के राज्य टेलीविज़न के अनुसार, फारसी में 'फतह'
या
"विजेता" नाम की मिसाइल, 1,400 किलोमीटर (870 मील) तक की सीमा का दावा करती है। रिपोर्ट में
यह भी दावा किया गया है कि मिसाइल किसी भी क्षेत्रीय मिसाइल रक्षा प्रणाली में
प्रवेश कर सकती है, हालाँकि इस दावे
का समर्थन करने के लिये कोई साक्ष्य नहीं दिया गया। हाइपरसोनिक मिसाइल एक हथियार
प्रणाली है जो कम-से-कम 5 मैक की गति से
उड़ती है, यानी ध्वनि की
गति से पाँच गुना। माना जाता है कि चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच हाइपरसोनिक हथियारों की होड़ है, रूस का दावा है
कि उन्होंने पहले ही उन्हें यूक्रेन में तैनात कर दिया है।
भांग अनुसंधान परियोजना
CSIR-IIIM (काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च - इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटिव मेडिसिन) जम्मू की 'कैनबिस रिसर्च प्रोजेक्ट' में न्यूरोपैथी, कैंसर और मिर्गी के लिये निर्यात गुणवत्ता वाली औषधि का उत्पादन करने की क्षमता है। इसमें जम्मू-कश्मीर में भारी निवेश को प्रोत्साहन देने की भी क्षमता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, भांग एक सामान्य शब्द है जिसका उपयोग भांग के पौधे कैनबिस सैटिवा की कई मनो-सक्रिय तैयारियों को दर्शाने के लिये किया जाता है। यह अब तक विश्व में सबसे व्यापक रूप से खेती, तस्करी और दुरुपयोग वाली अवैध औषधि है। कैनबिस में प्रमुख साइकोएक्टिव घटक डेल्टा 9 टेट्राहाइड्रोकैनाबिनोल (THC) है। कच्चे पौधे से प्राप्त सामग्री को हशीश कहा जाता है। भांग का तेल (हशीश का तेल) कैनबिनोइड्स (यौगिक जो संरचनात्मक रूप से THC के समान होते हैं) का एक सांद्रण है, जो कच्चे पौधे की सामग्री या राल के विलायक निष्कर्षण द्वारा प्राप्त किया जाता है।
अंजदीप' भारतीय नौसेना हेतु स्वदेशी जहाज़ निर्माण में मील का पत्थर
तीसरे एंटी-सबमरीन शैलो वाटर क्राफ्ट (ASMSWC) जहाज़ 'अंजदीप' का शुभारंभ
भारतीय नौसेना के स्वदेशी जहाज़ निर्माण प्रयासों में एक महत्त्वपूर्ण मील का पत्थर
है। लार्सन एंड टुब्रो (L&T)
शिपबिल्डिंग के
सहयोग से गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) द्वारा निर्मित अंजदीप लॉन्च समारोह 13 जून, 2023 को कट्टुपल्ली, तमिलनाडु में
आयोजित किया गया। जहाज़ का नाम अंजदीप है, जो कर्नाटक के करवार तट पर एक रणनीतिक रूप से महत्त्वपूर्ण
द्वीप है, यह एक ब्रेकवाटर
द्वारा मुख्य भूमि से जुड़ा हुआ है और आवश्यक समुद्री भूमिका निभाता है। इसके
अलावा यह बड़े INS कदंब नौसैनिक
अड्डे का हिस्सा है। ASW
SWC परियोजना में कुल आठ जहाज़ों का निर्माण शामिल है, जिन्हें मौजूदा
अभय क्लास ASW कॉर्वेट्स को
बदलने हेतु डिज़ाइन किया गया है। ये अर्नाला श्रेणी के जहाज़ विशेष रूप से तटीय जल
में पनडुब्बी रोधी संचालन,
अल्प तीव्रता
समुद्री संचालन (Low
Intensity Maritime Operations- LIMO) और माइन बिछाने के संचालन
हेतु डिज़ाइन किये गए हैं,
जिसमें तटीय जल
में उपसतह निगरानी भी शामिल है। ये जहाज़ 80% से अधिक स्वदेशी सामग्री से युक्त हैं, भारतीय विनिर्माण
इकाइयों द्वारा बड़े पैमाने पर रक्षा उत्पादन को बढ़ावा दिया गया है, साथ ही नौसैनिक
रक्षा में देश की क्षमताओं को मज़बूत करते हुए रोज़गार के अवसरों को बढ़ावा दिया है।
3डी स्कैनिंग और JATAN वर्चुअल म्यूज़ियम बिल्डर सॉफ्टवेयर
कलाकृतियों के बेहतर संरक्षण हेतु प्रशासनिक नियंत्रण के
तहत सभी संग्रहालयों के 3डी डिजिटलीकरण को
पूरा करने के लिये MeitY और केंद्रीय
संस्कृति मंत्रालय के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गए हैं। डिजिटलीकरण
प्रक्रिया में 3डी स्कैनिंग
शामिल है जिसका अर्थ है किसी वास्तविक दुनिया की वस्तु या वातावरण का उसके आकार और
संभवतः उसके स्वरूप के त्रि-आयामी डेटा एकत्र करने के लिये विश्लेषण करना। एकत्रित
डेटा का उपयोग तब डिजिटल 3D
मॉडल बनाने के
लिये किया जाता है। 3डी डिजिटलीकरण
जतन (JATAN) वर्चुअल म्यूज़ियम
बिल्डर सॉफ्टवेयर का उपयोग करके किया जाएगा, जिसे ह्यूमन सेंटर डिज़ाइन एंड कंप्यूटिंग ग्रुप, सेंटर फॉर
डेवलपमेंट ऑफ स्मार्ट कंप्यूटिंग, पुणे, महाराष्ट्र द्वारा डिज़ाइन एवं विकसित किया गया है। JATAN भारतीय
संग्रहालयों के लिये एक डिजिटल संग्रह प्रबंधन प्रणाली है। यह एक क्लाइंट सर्वर
एप्लीकेशन है जिसमें इमेज क्रॉपिंग, वॉटरमार्किंग, यूनिक नंबरिंग, मल्टीमीडिया रिप्रेज़ेंटेशन के साथ डिजिटल ऑब्जेक्ट्स का
प्रबंधन जैसी विशेषताएँ हैं। यह 3डी वर्चुअल गैलरी बना सकता है और वेब, मोबाइल या टच
स्क्रीन कियोस्क के माध्यम से सार्वजनिक पहुँच प्रदान कर सकता है।
भारतीय अल्ट्रा-रिच इंडिविज़ुअल्स का बहिर्वाह प्रवास
हेनले एंड पार्टनर्स द्वारा जारी हेनले प्राइवेट वेल्थ
माइग्रेशन रिपोर्ट, 2023 के अनुसार, भारत में वर्ष 2023 में 6,500 हाई नेट-वर्थ
इंडिविज़ुअल्स (HNWI) के कुल बहिर्वाह
का अनुमान है, जिससे यह
अल्ट्रा-रिच इंडिविज़ुअल्स के बहिर्वाह प्रवास के मामले में दूसरा सबसे खराब
प्रदर्शन करने वाला देश बन जाएगा, हालाँकि चीन अभी भी प्रथम स्थान पर है। यह रिपोर्ट HNWI को 1 मिलियन अमेरिकी
डॉलर या उससे अधिक की निवेश योग्य संपत्ति के रूप में परिभाषित करती है, जो रुपए के
संदर्भ में 8.2 करोड़ या उससे
अधिक के बराबर है। यह प्रवृत्ति वर्ष 2022 के ऐसे 7,500 व्यक्तियों के पिछले बहिर्वाह का अनुसरण करती है। इसके
विपरीत वर्ष 2023 में HNWI के कुल बहिर्वाह
के मामले में ऑस्ट्रेलिया,
संयुक्त अरब
अमीरात, सिंगापुर, संयुक्त राज्य
अमेरिका एवं स्विट्ज़रलैंड के शीर्ष स्थान पर रहने की उम्मीद है। HNWI जनसंख्या के आधार
पर विश्व के सबसे धनी देशों में भारत 10वें स्थान पर है। इसमें 3,44,600 HNWI, 1,078
सेंटी-मिलियनेयर्स एवं 123 अरबपति हैं। इसकी
तुलना में चीन में 7,80,000
HNWI तथा 285 अरबपति हैं, जबकि अमेरिका, जिसकी आबादी महज 340 मिलियन है, में 52,70,000 HNWI व 770 अरबपति हैं। W10 समूह, जिसमें अमेरिका, जापान, चीन, जर्मनी, यूनाइटेड किंगडम, स्विट्ज़रलैंड, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्राँस और भारत
शामिल हैं, सबसे अधिक HNWI वाले शीर्ष 10 देशों का
प्रतिनिधित्व करते हैं
जोकोविच और स्वोटेक ने फ्रेंच ओपन में ऐतिहासिक जीत दर्ज की
नोवाक जोकोविच ने फ्रेंच ओपन, 2023 में रोलैंड-गैरोस में अपना तीसरा खिताब हासिल
कर इतिहास रचने के साथ सबसे सफल पुरुष एकल टेनिस खिलाड़ी के रूप में अपनी स्थिति
दर्ज की। धीमी शुरुआत के बावजूद 36 वर्षीय इस सर्बियाई खिलाडी ने नाॅर्वे के अपने
प्रतिद्वंद्वी कैस्पर रूड को सीधे सेटों में 7-6 (1), 6-3, 6-5 से मात दी। इस जीत के साथ जोकोविच ने 23वाँ प्रमुख पुरुष
एकल मुकाबले में जीत दर्ज की है और इस खेल के इतिहास में अन्य सभी खिलाड़ियों को
पीछे छोड़ दिया। उन्होंने ओपन एरा में सबसे ज़्यादा ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने के
सेरेना विलियम्स के रिकॉर्ड की भी बराबरी कर ली है। इस बीच महिला वर्ग में विश्व
की नंबर एक खिलाड़ी इगा स्वियाटेक ने रोलैंड गैरोस में सफलता के साथ अपना खिताब
बनाए रखा। कैरोलिना मुचोवा के खिलाफ रोमांचक फाइनल में स्वियाटेक 6-2, 5-7, 6-4 के स्कोर के साथ
विजयी हुई। यह फ्रेंच ओपन में स्वियाटेक की तीसरी करियर चैंपियनशिप और कुल मिलाकर
उनका चौथा ग्रैंड स्लैम खिताब है।
जूली लद्दाख (हैलो लद्दाख)
नौसेना के बारे में जागरूकता बढ़ाने और लद्दाख में युवाओं
एवं नागरिक समाज के साथ संबंध मज़बूत बनाने हेतु भारतीय नौसेना ने आउटरीच कार्यक्रम
के माध्यम से "जूली लद्दाख" (हैलो लद्दाख) की शुरुआत की। इस पहल का
उद्देश्य पूर्वोत्तर और तटीय राज्यों में नौसेना के सफल प्रयासों से अनेक
उद्देश्यों को प्राप्त करना है। सबसे पहले, यह "आज़ादी का अमृत महोत्सव" के माध्यम से भारतीय
स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगाँठ
मनाने का प्रयास करता है। दूसरा, इसका उद्देश्य लद्दाख के छात्रों में अग्निपथ योजना सहित
भारतीय नौसेना में कैरियर के अवसरों के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। इसके अतिरिक्त
कार्यक्रम का प्रयास युवाओं को भारतीय नौसेना में शामिल होने के लिये प्रेरित करना
तथा महिला अधिकारियों और उनके जीवनसाथी को शामिल करके नारी शक्ति का प्रदर्शन करना
है।
जैव उत्तेजक
कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार जैव
उत्तेजक के पंजीकरण के लिये मसौदा दिशा-निर्देश जारी करती है। किसी भी जैव उत्तेजक
का निर्माण या आयात करने वाले व्यक्ति के लिये यह अनिवार्य है कि वह ऐसे जैव
उत्तेजक को उर्वरक (अकार्बनिक, जैविक या मिश्रित) नियंत्रण संशोधन आदेश 2021 की अनुसूची VI के तहत सूचीबद्ध
करे, जिसे FCO संशोधन आदेश भी
कहा जाता है। जैव उत्तेजक पदार्थ, सूक्ष्मजीव या उनके संयोजन हैं जो पौधों में शारीरिक
प्रक्रियाओं को बढ़ाते हैं,
जिससे पोषक
तत्त्वों की वृद्धि, उपज, पोषण दक्षता, फसल की गुणवत्ता
और तनाव सहनशीलता में सुधार होता है। वे सीधे पोषक तत्त्व प्रदान किये बिना पौधों
की प्रक्रियाओं को प्रोत्साहित करने का काम करते हैं। जैव उत्तेजक कीटनाशकों या
पौधों के विकास नियामकों से भिन्न होते हैं जो कीटनाशक अधिनियम, 1968 के अंतर्गत आते
हैं। जैव उत्तेजक के कुछ उदाहरणों में पौधों के हार्मोन, विटामिन, एंज़ाइम, ह्यूमिक अम्ल, शर्करा, मछली का पायस, प्रोटीन
हाइड्रोलाइसेट, समुद्री शैवाल, पौधों के अर्क, चिटोसन और अन्य
बायोपॉलिमर, अकार्बनिक यौगिक
तथा लाभकारी रोगाणु शामिल हैं। जैव उत्तेजक और उर्वरकों के बीच मुख्य अंतर उपयोग
तथा क्रिया तंत्र का है एवं तथ्य यह है कि जीवित सूक्ष्म जीव जैव उत्तेजक में
शामिल हैं। जबकि जैव उत्तेजक पौधों की संवृद्धि और स्वास्थ्य में सुधार करने में
मदद करते हैं। उर्वरकों का उपयोग मुख्य रूप से मिट्टी को आवश्यक पोषक तत्त्वों से
संपृक्त करने के लिये किया जाता है, जो पादप संवर्द्धन हेतु आवश्यक होते हैं।
शनि के चंद्रमा एन्सेलेडस पर फाॅस्फोरस
वैज्ञानिकों ने शनि के चंद्रमा एन्सेलेडस पर जीवन के लिये
महत्त्वपूर्ण तत्त्व फॉस्फोरस की खोज की है। विगत अध्ययनों में एन्सेलेडस पर बर्फ
के कणों में खनिज और कार्बनिक यौगिक पाए गए थे, लेकिन अभी तक वैज्ञानिकों को फॉस्फोरस की जानकारी नहीं थी।
यह खोज नासा के कैसिनी अंतरिक्ष यान द्वारा वर्ष 2004 से वर्ष 2017 तक विशाल ग्रह, उसके छल्लों तथा उसके चंद्रमाओं की 13 वर्ष की खोज के
दौरान एकत्रित आँकड़ों की समीक्षा पर आधारित थी। फॉस्फोरस DNA और RNA संरचना की एक
मूलभूत इकाई है, जो पृथ्वी पर
जीवन के सभी रूपों में विद्यमान कोशिकीय झिल्लियों एवं ऊर्जा-वाहक अणुओं का एक
महत्त्वपूर्ण भाग है। यह नई खोज एन्सेलेडस को पृथ्वी से परे सौरमंडल में केवल
रोगाणुओं के रहने योग्य स्थान के रूप में एक संभावित विकल्प बनाता है। विगत 25 वर्षों में
वैज्ञानिकों ने सौरमंडल में बर्फ की सतही परत के नीचे महासागरों के साथ रहने योग्य
स्थानों की खोज की है, जिसमें बृहस्पति
का चंद्रमा यूरोपा, शनि का सबसे बड़ा
चंद्रमा टाइटन भी शामिल है।
अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी
अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (International Energy Agency- IEA) भारत को शामिल
करने हेतु अपनी पूर्ण सदस्यता शर्तों की समीक्षा करेगी। IEA का सदस्य बनने
हेतु उम्मीदवार देश को OECD
का सदस्य देश
होना चाहिये एवं कई आवश्यकताओं को प्रदर्शित करना चाहिये। इनमें पिछले वर्ष के
शुद्ध आयात के 90 दिनों के बराबर
कच्चे तेल और/या उत्पाद भंडार शामिल हैं, जिन तक सरकार की तत्काल पहुँच है तथा इसका उपयोग वैश्विक
तेल आपूर्ति में व्यवधानों को दूर करने हेतु किया जा सकता है। राष्ट्रीय तेल खपत
को 10% तक कम करने हेतु
मांग संयम कार्यक्रम; राष्ट्रीय आधार
पर समन्वित आपातकालीन प्रतिक्रिया उपाय (Coordinated Emergency Response Measures- CERM) को संचालित करने
के लिये कानून एवं संगठन का निर्माण करना तथा ऐसे कानून व उपाय करना कि इसके
अधिकार क्षेत्र के तहत सभी तेल कंपनियाँ अनुरोध पर जानकारी की रिपोर्ट करें, साथ ही IEA के तहत सामूहिक
कार्रवाई हेतु विविध प्रावधान करना। भारत IEA का सदस्य नहीं है। IEA पेरिस, फ्राँस में वर्ष 1974 में स्थापित एक स्वायत्त अंतर-सरकारी संगठन है। यह आर्थिक
विकास, ऊर्जा सुरक्षा
एवं पर्यावरण संरक्षण सहित ऊर्जा नीतियों पर केंद्रित है। IEA 31 सदस्य देशों से
बना है।
मेयॉन ज्वालामुखी
11 जून, 2023 को मेयॉन
ज्वालामुखी से लावा निकलने के कारण लगभग 18,000 लोगों को आपातकालीन आश्रयों में भागने के लिये
मजबूर होना पड़ा। लेगास्पि शहर सक्रिय मेयॉन ज्वालामुखी से घिरा हुआ है, जो लूज़ोन के
फिलीपीन द्वीप के दक्षिण-पूर्व में स्थित है। यह अपने शंक्वाकार (Conical) आकार के लिये
जाना जाता है और फिलीपींस के 24 ज्ञात ज्वालामुखियों में सबसे अधिक सक्रिय है। वर्ष 1616 के बाद से मेयॉन
में 30 से अधिक बार
विस्फोट हो चुका है, इसमें सबसे
विनाशकारी विस्फोट वर्ष 1814 में हुआ था
जिसमें एक पूरा गाँव दब गया थे और 1,000 से अधिक लोग मारे गए थे। यह ज्वालामुखी पर्वतारोहियों तथा
शिविरार्थियों (Campers) के बीच काफी
लोकप्रिय है और यह मेयॉन ज्वालामुखी राष्ट्रीय उद्यान का केंद्र है।
सरकार ने रिफाइंड खाद्य तेलों पर आयात शुल्क घटाया
भारत सरकार ने परिष्कृत सोयाबीन तथा सूरजमुखी के तेलों पर
आयात शुल्क कम करके खाद्य तेलों की उपलब्धता और मूल्य निर्धारण संबंधी चिंताओं को
दूर करने के लिये एक महत्तवपूर्ण कदम उठाया है। आयात शुल्क को तत्काल प्रभाव से 17.5% से घटाकर 12.5% कर दिया गया है।
जबकि भारत सामान्य रूप से कच्चे सोयाबीन तथा सूरजमुखी के तेल का आयात करता है, साथ ही उनके
परिष्कृत समकक्षों पर शुल्क कम करने के निर्णय के उद्देश्य से घरेलू उपलब्धता को
बढ़ावा देता है जिसका मूल उद्देश्य कीमतों को स्थिर करना है। इस शुल्क कमी के
बावजूद समाज कल्याण उपकर सहित रिफाइंड खाद्य तेलों पर प्रभावी शुल्क 13.7% बना हुआ है, जबकि प्रमुख
कच्चे खाद्य तेलों पर प्रभावी शुल्क 5.5% है। भारत वर्तमान में घरेलू बाज़ार में स्थिरता बनाए रखकर
आपूर्ति-मांग के अंतर को दूर करने हेतु अपनी खाद्य तेल की मांग का लगभग 60% पूरा करने के
लिये आयात पर निर्भर है।
करी ईशाद आम को GI टैग मिला
उत्तर कन्नड़ के अंकोला तालुक के करी ईशाद आम को केंद्र
सरकार के तहत भौगोलिक संकेत रजिस्ट्री से भौगोलिक संकेतक (GI) टैग मिला है।
माथा टोटागर्स फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड को GI सर्टिफिकेट जारी किया गया। विशिष्ट सुगंध, रमणीय स्वाद, मुलायम लुगदी
गूदा और आकर्षक आकार सहित अपनी असाधारण विशेषताओं के लिये पहचाने जाने वाला करी
ईशाद आम को बेहतरीन आम किस्मों में से एक के रूप में माना जाता है।
दुग्ध संकलन साथी एप
हाल ही में केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री द्वारा "दुग्ध
संकल्प साथी मोबाइल एप" के अनावरण के साथ भारतीय डेयरी उद्योग के क्षेत्र में
महत्त्वपूर्ण पहल की शुरुआत की गई है। राजस्थान इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंट्स
लिमिटेड (REIL) द्वारा विकसित यह
अभूतपूर्व मोबाइल एप, दुग्ध संग्रह
प्रक्रिया में क्रांति लाने एवं उद्योग द्वारा सामना की जाने वाली प्रमुख
चुनौतियों का समाधान करेगा। दूध की गुणवत्ता में सुधार, हितधारकों के बीच
पारदर्शिता को बढ़ावा देने और दुग्ध सहकारी समितियों सहित ज़मीनी स्तर पर ग्रामीण
स्तर पर संचालन को सुव्यवस्थित करने पर ध्यान देने के साथ यह एप डेयरी क्षेत्र में
डिजिटलीकरण की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है। यह एप क्लाउड सर्वर से दुग्ध की
कीमतों पर रीयल-टाइम अपडेट भी प्रदान करता है, मानवीय त्रुटियों को दूर करता है तथा भुगतान गणना में
पारदर्शिता सुनिश्चित करता है। इसके अतिरिक्त यह दुग्ध उत्पादकों को बैंक खातों
में दुग्ध का भुगतान व सरकारी सब्सिडी के सीधे लाभार्थी हस्तांतरण की सुविधा
प्रदान करता है, साथ ही वित्तीय
समावेशन और सशक्तीकरण को बढ़ावा देता है।
नाम में परिवर्तन का अधिकार
हाल के निर्णयों में इलाहाबाद और दिल्ली के उच्च न्यायालयों
ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 के अंतर्गत जीवन के अधिकार के एक अभिन्न अंग के रूप में
नाम बदलने के अधिकार पर बल दिया। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने कहा कि प्रत्येक
नागरिक को अपना नाम रखने या उसे बदलने का मौलिक अधिकार है। न्यायालय ने पाया कि
अधिकारियों द्वारा नाम बदलने के अनुरोधों को अस्वीकार किये जाने से संविधान के
अनुच्छेद 19(1)(A), 21 और 14 के अंतर्गत
याचिकाकर्त्ताओं के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन हुआ। इसी तरह दिल्ली उच्च न्यायालय
ने बल देकर कहा कि पहचान का अधिकार अनुच्छेद 21 के तहत जीवन के अधिकार का एक आंतरिक भाग है। दोनों मामले
व्यक्तिगत पहचान के महत्त्व और मान्यता को उजागर करते हैं कि व्यक्तियों के पास एक
नाम का अधिकार है जो उनके स्व-प्रतिबिंब को दर्शाता है। यह उन्हें सामाजिक कलंक से
बचाता है। जबकि अपना नाम बदलने का अधिकार एक मौलिक अधिकार माना जाता है, यह पूर्ण अधिकार
नहीं है तथा उचित प्रतिबंधों के अधीन है। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने स्पष्ट किया
कि ये प्रतिबंध उचित, न्यायसंगत एवं
उचित होने चाहिये।
सशस्त्र बलों की सामान्य वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (ACR)
सशस्त्र बलों के भीतर एकीकरण और संयुक्तता को बढ़ावा देने
के लिये एक सामान्य वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (ACR) लागू की जाएगी जिसकी शुरुआत वरिष्ठ अधिकारियों से होगी। इस
सुधार का उद्देश्य सामान्य मानकों, प्रक्रियाओं और आकलनों को सुनिश्चित करना है जिससे मानव
संसाधन प्रथाओं में बेहतर परिणाम एवं अधिक एकरूपता हो। दो और तीन स्टार अधिकारियों
के लिये एक सामान्य ACR के कार्यान्वयन
को मंज़ूरी दे दी गई है। वर्तमान में संयुक्त या त्रि-सेवा नियुक्तियों हेतु चयन
मूल सेवा-विशिष्ट मापदंडों पर आधारित है लेकिन बेहतर एकीकरण की दिशा में हाल ही
में क्रॉस-सर्विस पोस्टिंग शुरू की गई है। संयुक्त संरचनाओं एवं संगठनों में चल
रहे परिवर्तन के साथ त्रि-सेवा नियुक्तियों में अधिकारियों की संख्या बढ़ने की
उम्मीद है। नतीजतन, इन नियुक्तियों
के भीतर कार्यों को पूर्ण करने तथा प्रभावशीलता को सुनिश्चित करने के लिये
मूल्यांकन प्रणाली को सुव्यवस्थित करने की आवश्यकता है। एक सामान्य कदम ACR की ओर एकीकृत
थिएटर कमांड स्थापित करने के व्यापक लक्ष्य को संरेखित करता है और संगठनात्मक
सुधारों के लिये चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
अभ्यास खान क्वेस्ट' 2023
"अभ्यास खान
क्वेस्ट 2023" के रूप में जाना
जाने वाला शांति स्थापना हेतु बहुराष्ट्रीय संयुक्त अभ्यास 20 से अधिक देशों के
सैन्य दल और पर्यवेक्षकों की भागीदारी के साथ मंगोलिया में शुरू हो गया है। इस 14-दिवसीय अभ्यास का
उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना संचालन (United Nations Peacekeeping Operations- UNPKO) के लिये भाग लेने
वाले देशों की अंतर-क्षमता को बढ़ाना, अनुभव साझा करना एवं वर्दीधारी कर्मियों को प्रशिक्षण देना
है। यह अभ्यास भविष्य के संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों हेतु प्रतिभागियों को
तैयार करेगा, शांति संचालन
क्षमताओं को विकसित करेगा एवं सैन्य तैयारी को बढ़ाएगा। मंगोलिया उत्तर में रूस
तथा दक्षिण में चीन के बीच एशिया में अवस्थित है। यहाँ सरकार का संसदीय रूप अपनाया
गया है। मंगोलिया की राजधानी उलानबटार है। मंगोलिया में बोली जाने वाली भाषाओं में
खलखा मंगोल (आधिकारिक), तुर्किक और रूसी
शामिल हैं। प्रमुख पर्वत शृंखलाएँ अल्ताई, खंगई व खेंटी हैं। इसकी प्रमुख नदी ओरखोन है।
नेशनल इंटरनेट एक्सचेंज ऑफ इंडिया (NIXI)
नेशनल इंटरनेट एक्सचेंज ऑफ इंडिया (NIXI) ने अपना 20वाँ स्थापना दिवस
मनाया, यह भारत के
इंटरनेट बुनियादी ढाँचे के निर्माण के प्रति अपने अटूट समर्पण की पुष्टि करता है।
वर्ष 2003 को स्थापित NIXI, इलेक्ट्रोनिक्स
एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तत्त्वावधान में एक गैर-लाभकारी (कंपनी
अधिनियम, 2013 की धारा 8) कंपनी है और यह
इंटरनेट इकोसिस्टम को सक्षम करने के लिये विभिन्न बुनियादी ढाँचे के पहलुओं को
सुविधाजनक बनाकर भारत में इंटरनेट पैठ बनाने का कार्य करती है। NIXI के अंतर्गत आने
वाली चार सेवाएँ IXPs की स्थापना कर
रही हैं, इसमें इंटरनेट
एक्सचेंज पॉइंट्स के निर्माण के लिये डॉटइन डोमेन, डिजिटल पहचान के निर्माण हेतु डॉटइन रजिस्ट्री, IPv4 के लिये IRINN और IPv4 IPv6 अड्रेस अपनाने
तथा NIXI-CSS के तहत डेटा
स्टोरेज सेवाओं हेतु डेटा सेंटर सेवाएँ शामिल हैं। Pv6 विशेषज्ञ पैनल (IP गुरु) उन सभी
भारतीय संस्थाओं को समर्थन प्रदान करने वाला एक समूह है जो IPv6 को स्थानांतरित
करने और अपनाने में तकनीकी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।
न्यूस्पेस इंडिया MSS टर्मिनलों के साथ समुद्री संचार को बढ़ाएगा
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की वाणिज्यिक
शाखा न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) ने समुद्र में जहाज़ों के साथ संचार में सुधार और भारतीय जल
क्षेत्र की निगरानी बढ़ाने के लिये एक परियोजना शुरू की है। कंपनी की योजना 13 तटीय राज्यों
में लगभग एक लाख मोटर चालित तथा मछली पकड़ने वाली नौकाओं पर मोबाइल उपग्रह सेवा (MSS) टर्मिनल स्थापित
करने की है। MSS टर्मिनल समुद्र
में मछली पकड़ने वाले जहाज़ों की निगरानी और नियंत्रण में सक्षम होंगे। यह प्रणाली
भारत की अपनी नेविगेशन उपग्रह प्रणाली, भारतीय नक्षत्र में नेविगेशन (NavIC) द्वारा संचालित
होगी। इस महत्त्वाकांक्षी पहल का उद्देश्य समुद्री क्षेत्र में आपातकालीन संचार
क्षमताओं एवं परिसंपत्तियों की ट्रैकिंग को मज़बूत करना है, जिससे भारत की
तटरेखा के साथ अधिक सुरक्षित संचालन को बढ़ावा मिलेगा।
राजमार्ग विकास हेतु NHAI का नॉलेज शेयरिंग प्लेटफॉर्म
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (National Highways Authority of India-
NHAI) ने सड़क डिज़ाइन, निर्माण, सड़क सुरक्षा और
पर्यावरणीय स्थिरता जैसे क्षेत्रों में ज्ञान एवं सर्वोत्तम विधियों के
आदान-प्रदान की सुविधा हेतु अपनी वेबसाइट पर 'नॉलेज शेयरिंग' प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है। यह प्लेटफॉर्म विशेषज्ञों एवं
नागरिकों को अंतर्दृष्टि साझा करने तथा वीडियो क्लिप, पॉवरपॉइंट
प्रस्तुतियों व PDF फाइलों को अपलोड
करने की अनुमति देता है, जिसके संभावित
कार्यान्वयन हेतु NHAI के अधिकारियों
द्वारा समीक्षा की जाएगी। इस पहल का उद्देश्य फ्लाई-ऐश और प्लास्टिक अपशिष्ट जैसे
पुनर्नवीनीकरण सामग्री के अभिनव उपयोग सहित अभिनव विधियों और टिकाऊ दृष्टिकोणों को
अपनाने को प्रोत्साहित करके राष्ट्रीय राजमार्ग आधारभूत संरचना के समग्र विकास को
बढ़ावा देना है। NHAI टिकाऊ एवं
पर्यावरण के अनुकूल विधियों को बढ़ावा देने हेतु राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण में
पुनर्नवीनीकरण एस्फाल्ट/डामर (Recycled Asphalt- RAP) और पुनर्नवीनीकरण समिश्रण (Recycled Aggregates- RA) के उपयोग को भी
प्रोत्साहित कर रहा है। यह प्लेटफॉर्म सुरंगों, पुलों, वन्यजीव गलियारों और एक्सप्रेसवे जैसे आधुनिक बुनियादी
ढाँचे के एकीकरण के साथ लोगों को शामिल करता है तथा देश के राजमार्ग विकास
लक्ष्यों की दिशा में सामूहिक प्रयासों को बढ़ावा देना चाहता है।
स्वदेशी mRNA-आधारित ओमिक्रॉन-विशिष्ट बूस्टर वैक्सीन
भारत में जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) ने GEMCOVAC®-OM नामक एक स्वदेशी
ओमिक्रॉन-विशिष्ट mRNA आधारित बूस्टर
वैक्सीन की स्वीकृति के साथ कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में एक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि प्राप्त की
है। जेनोवा बायोफार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड द्वारा एक स्वदेशी प्लेटफॉर्म तकनीक का
उपयोग करके विकसित तथा जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद (BIRAC) द्वारा
कार्यान्वित मिशन कोविड सुरक्षा पहल द्वारा समर्थित, वैक्सीन को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से आपातकालीन
उपयोग के लिये मंजूरी (EUA)
मिल गई। GEMCOVAC®-OM अन्य अनुमोदित mRNA आधारित टीकों के
लिये आवश्यक अल्ट्रा-कोल्ड चेन इंफ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता को समाप्त करते हुए
अपनी थर्मोस्टेबिलिटी के लिये जानी जाती है। यह सुविधा पूरे भारत में परिनियोजन को
सरलता से सुनिश्चित करती है। mRNA टीके mRNA या मैसेंजर RNA का उपयोग करके कार्य करते हैं जो कि अणु हैं और अनिवार्य
रूप से DNA को सक्रिय रखते
हैं। एक कोशिका के अंदर प्रोटीन बनाने के लिये mRNA का उपयोग टेम्पलेट के रूप में किया जाता है।
इससे यह पता चलता है कि वैक्सीन हमारी कोशिकाओं में प्रोटीन निर्माण में कैसे मदद
करती है या प्रोटीन किस प्रकार हमारे शरीर के अंदर प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया शुरू
करता है। यह वही प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया है जो एंटीबॉडी का उत्पादन करती है तथा
वायरस के हमारे शरीर में प्रवेश करने पर हमें संक्रमित होने से बचाती है।
चाइल्डलाइन सेवाओं के लिये 'एक राष्ट्र एक हेल्पलाइन' पहल
भारत में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (MoW&CD) ने आपातकालीन
प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (ERSS) चाइल्डलाइन आपातकालीन परामर्श और संकट हेल्पलाइन को नंबर 112 के साथ विलय
करके बच्चों के लिये एक महत्त्वपूर्ण कदम उठाया है। इस कदम का उद्देश्य
प्रभावशीलता और दक्षता को बढ़ाना है। चाइल्ड हेल्पलाइन सेवाओं को अन्य आपातकालीन
सेवाओं जैसे- पुलिस, अग्निशमन और
एम्बुलेंस विभागों के साथ भी एकीकृत किया गया है। यह निर्णय MoW&CD द्वारा प्रारंभ
की गई 'एक राष्ट्र, एक हेल्पलाइन' पहल का हिस्सा
है। प्रारंभ में इसे नौ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में लागू किया जाएगा
जिसमें आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, बिहार, गुजरात, गोवा, मिज़ोरम, लद्दाख, पुद्दुचेरी और
दादरा एवं नगर हवेली तथा दमन और दीव शामिल
हैं, अन्य क्षेत्रों
में चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। पहले चाइल्डलाइन इंडिया फाउंडेशन (CIF) और उसके सहयोगी NGOs बाल संरक्षण सेवा
योजना के अंतर्गत 24x7 हेल्पलाइन के
संचालन के लिये ज़िम्मेदार थे। हालाँकि मौजूदा प्रणाली में अन्य आपातकालीन सेवाओं
के साथ अंतःक्रियाशीलता का अभाव था जिसके परिणामस्वरूप संकट की स्थितियों के दौरान
देरी हुई। इसके अतिरिक्त लगभग 200 ज़िलों को कवरेज के बिना छोड़कर केवल 568 ज़िलों में चाइल्डलाइन सेवाएँ उपलब्ध थीं। ERSS 112 के साथ
चाइल्डलाइन 1098 सेवा को
स्वचालित और एकीकृत करने के लिये मंत्रालय ने केरल स्थित उन्नत कंप्यूटिंग विकास
केंद्र (सी-डैक) को "कुल समाधान प्रदाता" नियुक्त किया है। यह एकीकरण
इनकमिंग 1098 कॉल्स को
आपातकालीन, गैर-आपातकालीन और
सूचना श्रेणियों में वर्गीकृत करने में सक्षम बनाएगा
एस्टोनिया ने समलैंगिक विवाह को वैध बनाया
एस्टोनिया की संसद ने समलैंगिक विवाह को वैध बनाने के लिये
एक कानून को मंज़ूरी दे दी है और ऐसा करने वाला वह पहला मध्य यूरोपीय देश बन गया
है। यह कदम एस्टोनिया को क्षेत्र में उसके पड़ोसियों से अलग करता है, जहाँ समलैंगिक
विवाह अवैध है। समलैंगिक जोड़ों के बीच विवाह 34 अन्य देशों में कानूनी रूप से किया जाता है और मान्यता
प्राप्त है। इन 34 में से 23 ने कानून के माध्यम
से, 10 ने अदालती
फैसलों के माध्यम से समलैंगिक जोड़ों को विवाह करने की अनुमति दी। नीदरलैंड वर्ष 2001 में समलैंगिक
विवाह को वैध बनाने वाला पहला देश था। भारतीय कानून प्रणाली वर्तमान में समलैंगिक
विवाह को मान्यता नहीं देती है और देश के कानून विवाह को एक पुरुष और एक महिला के
बीच मिलन के रूप में परिभाषित करते हैं। हालाँकि नवंबर 2018 में सर्वोच्च
न्यायालय ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 377 के कुछ हिस्सों को हटाकर समलैंगिकता को अपराध की श्रेणी से
हटा दिया।
एकीकृत सिम्युलेटर कॉम्प्लेक्स 'ध्रुव'
हाल ही में भारत के रक्षा मंत्री ने कोच्चि में दक्षिणी
नौसेना कमान में एकीकृत सिम्युलेटर कॉम्प्लेक्स (ISC) 'ध्रुव' का उद्घाटन किया। यह अति-अत्याधुनिक सुविधा स्वदेशी रूप से
विकसित अत्याधुनिक सिम्युलेटर्स से सुसज्जित है तथा भारतीय नौसेना के व्यावहारिक
प्रशिक्षण में क्रांति लाने के लिये तैयार है। ISC 'ध्रुव' के अंदर रखे गए सिम्युलेटर नेविगेशन, नौसैनिक जहाज़ों
के संचालन और नौसेना की रणनीति में वास्तविक समय के अनुभव प्रदान करेंगे जिससे
प्रशिक्षण प्रक्रिया में काफी वृद्धि होगी। विशेष रूप से इन सिम्युलेटर्स का उपयोग
मित्र देशों के कर्मियों को प्रशिक्षित करने के साथ-साथ रक्षा सहयोग को मज़बूत करने
के लिये किया जाएगा। प्रदर्शित किये गए सभी सिम्युलेटर्स में मल्टी-स्टेशन
हैंडलिंग सिम्युलेटर (MSSHS),
एयर डायरेक्शन
एंड हेलीकॉप्टर कंट्रोल सिम्युलेटर (ADHCS) तथा एस्ट्रोनेविगेशन डोम ने विशेष रूप से ध्यान
आकर्षित किया है। शिप हैंडलिंग सिम्युलेटर जो 18 देशों में निर्यात किये गए हैं, सिम्युलेटर
निर्माण में भारत की शक्ति को उजागर करते हैं। एस्ट्रोनेविगेशन डोम जो भारतीय
नौसेना में अपनी तरह का पहला अनूठा सिम्युलेटर है, देश की नवीन क्षमताओं को प्रदर्शित करता है।
सेंट पीटर्सबर्ग अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक मंच (SPIEF)
सेंट पीटर्सबर्ग अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक मंच (St. Petersburg International Economic
Forum- SPIEF) के 26वें संस्करण ने
पश्चिमी प्रतिबंधों के बावजूद अपनी अर्थव्यवस्था को मज़बूत बनाए रखने के रूस के
दृढ़ संकल्प को प्रदर्शित किया है। यूक्रेन के साथ युद्ध ने रूस को वैकल्पिक
आर्थिक एवं भू-राजनीतिक गठबंधन तलाशने हेतु प्रेरित किया है। पश्चिम से वरिष्ठ
प्रतिनिधियों और CEO की अनुपस्थिति के
कारण इस वर्ष SPIEF में
अंतर्राष्ट्रीय भागीदारी का स्तर कम था। SPIEF आर्थिक क्षेत्र हेतु रूसी वार्षिक व्यापार
कार्यक्रम है, जो वर्ष 1997 से सेंट
पीटर्सबर्ग में तथा वर्ष 2006 से रूसी
राष्ट्रपति के नेतृत्व में आयोजित किया जा रहा है। यह मंच प्रमुख रूसी और
अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों के प्रमुखों, राज्य प्रमुखों, राजनीतिक नेताओं, विशेषज्ञों तथा नागरिक समाज के प्रतिनिधियों को वैश्विक
आर्थिक एजेंडे पर प्रमुख मुद्दों पर चर्चा करने एवं सतत् विकास हेतु सर्वोत्तम
विधियों व विशेषज्ञता का आदान-प्रदान करने के लिये एक-साथ लाता है। यह मंच रूस और
अन्य देशों के विभिन्न क्षेत्रों एवं क्षेत्रों से निवेश तथा व्यावसायिक
परियोजनाओं व पहलों की एक प्रदर्शनी भी आयोजित करता है।
मेड-इन-सूरत' इको-फ्रेंडली डायमंड
भारतीय प्रधानमंत्री ने अमेरिका के व्हाइट हाउस की यात्रा
के दौरान अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडेन को पर्यावरण-अनुकूल प्रयोगशाला
निर्मित हीरा (LGD) उपहार के रूप में
दिया। भारत के सूरत में उत्पादित हीरा देश के हीरा उद्योग की उत्कृष्टता को
प्रदर्शित करता है। LGD प्रयोगशालाओं में
उत्पादित सिंथेटिक हीरे में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले हीरे के समान रासायनिक
संरचना और भौतिक गुण होते हैं। इन्हें सीड डायमंड (Seed Diamond) का उपयोग करके उच्च दबाव, उच्च तापमान (HPHT) या रासायनिक
वाष्प जमाव (CVD) विधियों के
माध्यम से निर्मित किया जाता है। प्रयोगशाला में विकसित हीरे का उपयोग उनकी कठोरता
के कारण औद्योगिक उपकरणों और मशीनरी में किया जाता है तथा शुद्ध सिंथेटिक हीरे का
उपयोग इलेक्ट्रॉनिक्स में हीट स्प्रेडर के रूप में किया जाता है।
ग्रीष्म अयनांत
उत्तरी गोलार्द्ध में 21 जून को होने वाला ग्रीष्म अयनांत, वर्ष के सबसे
लंबे दिन को सूचित करता है। यह खगोलीय घटना पृथ्वी के अपनी धुरी पर झुके होने का
परिणाम है। सूर्य के संबंध में 23.5 डिग्री का झुकाव, अयनांत के रूप में जाना जाता है। अयनांत एक लैटिन शब्द है
जिसका अर्थ है “ठहरा हुआ सूर्य”। मार्च और
सितंबर के बीच उत्तरी गोलार्द्ध पर सूर्य के लंबवत होने के कारण पृथ्वी पर सीधी
धूप पड़ती है, जिससे गर्मी के
मौसम की शुरुआत होती है। ग्रीष्म अयनांत के दौरान प्राप्त सूर्य के प्रकाश की
मात्रा अक्षांश के आधार पर भिन्न होती है, जिसके परिणामस्वरूप उत्तर के क्षेत्रों में दिन बड़ा होता
है। जबकि आर्कटिक वृत्त में अयनांत के दौरान सूर्य पूरे दिन दिखाई देता रहता है।
इसके विपरीत दक्षिणी गोलार्द्ध को 21, 22 या 23 दिसंबर को सबसे अधिक धूप पड़ती है, जब उत्तरी
गोलार्द्ध में सबसे लंबी रातें होती हैं, जिसे शीतकालीन अयनांत के नाम से जाना जाता है।
राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार
हाल ही में भारत के राष्ट्रपति ने वर्ष 2022 और 2023 के लिये
राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में नर्सिंग पेशेवरों को राष्ट्रीय फ्लोरेंस
नाइटिंगेल पुरस्कार प्रदान किये। राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार की
स्थापना भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा वर्ष 1973 में नर्सों एवं
नर्सिंग पेशेवरों द्वारा समाज को प्रदान की गई सराहनीय सेवाओं को सम्मानित करने
हेतु की गई थी।
गिरफ्तारी मामले में ED के अधिकार को चुनौती
मद्रास उच्च न्यायालय के समक्ष एक याचिकाकर्त्ता का
प्रतिनिधित्व करने वाले एक वरिष्ठ वकील ने धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) से संबंधित मामले
में हिरासत में पूछताछ पर बल देने के प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकार
क्षेत्र पर सवाल उठाये। वकील ने तर्क दिया कि
PMLA, ED अधिकारियों को स्टेशन
हाउस ऑफिसर (SHO) की शक्तियाँ नहीं
प्रदान करता है, जिससे गिरफ्तार
व्यक्ति की हिरासत की मांग कानूनी रूप से संदिग्ध हो जाती है। इसके अतिरिक्त
सुप्रीम कोर्ट के एक पूर्व फैसले का उदाहरण दिया गया जो परिस्थितियों को ध्यान में
नहीं रखते हुए गिरफ्तारी की तारीख से 15 दिनों से अधिक हिरासत में पूछताछ को प्रतिबंधित करता है। ED एक बहु-विषयक
संगठन है जिसे मनी लॉन्ड्रिंग के अपराधों और विदेशी मुद्रा कानूनों के उल्लंघन की
जाँच का अधिकार है। यह वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग के अंतर्गत कार्य करता है।
महादयी नदी पर कलसा-बंदूरी परियोजना
कर्नाटक की पूर्व राज्य सरकार द्वारा विधानसभा चुनावों से
ठीक पहले शुरू की गई विवादास्पद कलसा-बंदूरी परियोजना हेतु निविदाओं को वन और
पर्यावरण मंज़ूरी के अभाव के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
कलसा-बंदूरी परियोजना का लक्ष्य कर्नाटक के बेलगावी, धारवाड़, बागलकोट एवं गडग ज़िलों में पेयजल आपूर्ति में सुधार करना
है। इसमें मालप्रभा नदी (कृष्णा नदी की एक सहायक नदी) से जोड़ने हेतु महादयी नदी की
दो सहायक नदियों कलसा और बंदूरी पर बैराज बनाना शामिल है। महादयी या म्हादेई
पश्चिम की ओर बहने वाली नदी कर्नाटक के बेलगावी ज़िले के भीमगढ़ वन्यजीव अभयारण्य (पश्चिमी
घाट) से निकलती है। यह नदी गोवा, कर्नाटक और महाराष्ट्र के ज़िलों से होकर प्रवाहित होती है।
कलसा-बंदूरी परियोजना अंतर्राज्यीय जल विवाद, पर्यावरण संबंधी चिंताओं तथा स्थानीय समुदायों के विरोध के
कारण विवादास्पद है।
असम में आई बाढ़ और बेकी नदी
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के
अनुसार, असम में बाढ़ की
स्थिति गंभीर बनी हुई है,
राज्य के लगभग 20 ज़िले लगातार हो
रही बारिश से प्रभावित हैं। ब्रह्मपुत्र नदी की सहायक नदी बेकी फिलहाल खतरे के
निशान से ऊपर बह रही है, बाढ़ के जल ने
तटबंधों, सड़कों और पुलों
सहित विभिन्न बुनियादी ढाँचों को बहुत नुकसान पहुँचाया है। बेकी नदी भूटान से
निकलती है (जिसे कुरिसु नदी के नाम से भी जाना जाता है) और ब्रह्मपुत्र नदी के
दाहिने किनारे की ओर बहने वाली सहायक नदियों में से एक है। इस नदी का एक बड़ा
हिस्सा असम से होकर बहता है। यह नदी असम में कई समुदायों के लिये आजीविका और
परिवहन साधन के रूप में कार्य करती है।
बायोडिग्रेडेबल बर्तन: BIS
हाल ही में भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) ने IS 18267: 2023 "कृषि उप-उत्पादों
से बने भोजन परोसने वाले बर्तन- विशिष्टता" जारी किया जिसका उद्देश्य
प्लास्टिक प्रदूषण को कम करना और स्थिरता को बढ़ावा देना है। इस मानक में
बायोडिग्रेडेबल बर्तनों के उत्पादन के लिये कच्चे माल, विनिर्माण तकनीक, प्रदर्शन और
स्वच्छता आवश्यकताओं सहित विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया है। ये बर्तन हानिकारक
योजकों से मुक्त हैं तथा उपभोक्ता की अच्छी सेहत को सुनिश्चित करते हैं। यह मानक
कृषकों के लिये आर्थिक अवसर भी उत्पन्न करता है और सतत् कृषि पद्धतियों का समर्थन
करता है। इसके साथ यह ग्रामीण विकास में योगदान देता है और चक्रीय अर्थव्यवस्था को
बढ़ावा देता है। BIS की स्थापना
वस्तुओं के मानकीकरण, अंकन और गुणवत्ता
प्रमाणन गतिविधियों के सामंजस्यपूर्ण विकास तथा उससे जुड़े या उसके आकस्मिक मामलों
के लिये की गई है। इसकी स्थापना BIS अधिनियम, 1986 द्वारा की गई थी और यह उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं
सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के तत्त्वावधान में काम करता है। एक नया BIS अधिनियम 2016 अक्तूबर 2017 से लागू किया
गया था। अधिनियम BIS को भारत के
राष्ट्रीय मानक निकाय के रूप में स्थापित करता है।
कैनरी द्वीप समूह
प्रवासन पर ध्यान केंद्रित करने वाले दो संगठनों द्वारा
साझा की गई जानकारी के अनुसार, स्पेन के कैनरी द्वीप की ओर जा रही एक छोटी नाव के डूबने से
30 से अधिक
प्रवासियों की मौत हो गई। स्पेन के कैनरी द्वीप अटलांटिक महासागर में एक द्वीपसमूह
से मिलकर बने हैं। कैनरी में ला पाल्मा और सांता क्रूज़ डे टेनेरिफ के स्पेनिश
प्रांत शामिल हैं। कैनरी द्वीप समूह का निर्माण लाखों वर्ष पूर्व ज्वालामुखी
विस्फोट से हुआ था।
चोरी हुई चोल-युग की मूर्तियों की बरामदगी
तमिलनाडु पुलिस की आइडल विंग CID ने चोल-युग के
मंदिरों से चोरी या गायब 16 प्राचीन
मूर्तियों को बरामद करने में महत्त्वपूर्ण सफलता हासिल की है। अमेरिकी अधिकारियों
की सहायता से मूर्तियों को संयुक्त राज्य अमेरिका के संग्रहालयों और कला दीर्घाओं
में खोजा गया। उत्तम चोल-युग की कांस्य मूर्तियों की पहचान की गई है तथा उन्हें
तमिलनाडु में उनके संबंधित मंदिरों में वापस करने की तैयारी है। चोल, एक शक्तिशाली
राजवंश जिसने 9वीं से 13वीं शताब्दी तक
भारत के दक्षिणी क्षेत्रों पर शासन किया, ने इस क्षेत्र के इतिहास और संस्कृति पर एक स्थायी प्रभाव
छोड़ा। विजयालय (Vijayalaya),
आदित्य प्रथम तथा
राजेंद्र चोल जैसे राजाओं के तहत साम्राज्य ने अपने प्रभाव का विस्तार किया एवं
पल्लव व पांड्य राजाओं सहित पड़ोसी राज्यों पर नियंत्रण स्थापित किया। चोलों ने
अपने विशाल साम्राज्य को मंडलम और नाडु में विभाजित करके एक सुव्यवस्थित प्रशासन
लागू किया, जिसमें प्रत्येक
क्षेत्र की देख-रेख के लिये अलग-अलग शासक थे। वे कला और वास्तुकला के संरक्षक थे, बृहदेश्वर तथा
राजराजेश्वर जैसे चोल मंदिर द्रविड़ मंदिर वास्तुकला की भव्यता का उदाहरण हैं।
चोलों की कलात्मक विरासत में प्रतिष्ठित मूर्तियाँ भी शामिल हैं, जैसे- नटराज की
मूर्ति जिसमें भगवान शिव को उनके ब्रह्मांडीय नृत्य रूप में दर्शाया गया है और
कांस्य मूर्तियाँ अपनी उत्कृष्ट शिल्प कौशल के लिये प्रसिद्ध हैं। चोल राजवंश के
शासनकाल को दक्षिणी भारत में समृद्धि, कला और सांस्कृतिक उन्नति के स्वर्ण युग के रूप में चिह्नित
किया गया है।
नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस
नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ
अंतर्राष्ट्रीय दिवस अथवा विश्व ड्रग दिवस प्रतिवर्ष 26 जून को मनाया
जाता है, इसकी स्थापना
वर्ष 1987 में संयुक्त
राष्ट्र महासभा द्वारा विश्व को नशीली दवाओं के दुरुपयोग से मुक्त करने हेतु
कार्रवाई और सहयोग को मज़बूती प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी। इस वर्ष 2023 की थीम है:
पीपुल फर्स्ट: स्टॉप स्टिग्मा एंड डिस्क्रिमिनेशन, स्ट्रेंथेन प्रिवेंशन। अर्थात् “पहले लोग: भेदभाव
और पूर्वाग्रहों पर अंकुश लगाएँ, सुरक्षा उपायों को मज़बूत करें”। इस वर्ष के
अभियान का उद्देश्य नशीली दवाओं का उपयोग करने वाले लोगों के साथ सम्मान और
सहानुभूतिपूर्वक व्यवहार करने के महत्त्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना; सभी के लिये
साक्ष्य-आधारित, स्वैच्छिक सेवाएँ
प्रदान करना; सज़ा के विकल्प
की पेशकश; रोकथाम को
प्राथमिकता देना और करुणा के साथ नेतृत्व करना है। इस अभियान का उद्देश्य सम्मानजनक
और गैर-निर्णयात्मक भाषा एवं दृष्टिकोण को बढ़ावा देकर नशीली दवाओं का उपयोग करने
वाले लोगों के प्रति पूर्वाग्रहों तथा उनके साथ होने वाले भेदभाव का मुकाबला करना
भी है। प्रतिवर्ष 26 जून को संयुक्त
राष्ट्र ड्रग्स और अपराध कार्यालय (United Nations Office on Drugs and Crime- UNODC) द्वारा विश्व
ड्रग रिपोर्ट जारी की जाती है।
DPCGC ने OTT प्लेटफॉर्म पर अश्लील सामग्री के खिलाफ कार्रवाई की
हाल ही में भारत में ऑनलाइन क्यूरेटेड कंटेंट प्रदाताओं (OCCPs) के लिये एक
स्व-नियामक निकाय, डिजिटल प्रकाशक
सामग्री शिकायत परिषद (DPCGC)
ने स्पष्ट और
अश्लील सामग्री प्रसारित करने हेतु ओवर-द-टॉप (OTT) प्लेटफॉर्म ULLU के खिलाफ कार्रवाई की है। सर्वोच्च न्यायालय के
सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति ए.के. सीकरी की अध्यक्षता में परिषद ने सूचना
प्रौद्योगिकी नियमों (2021)
के उल्लंघन तथा एक
असंतुष्ट दर्शक द्वारा उठाई गई शिकायतों का हवाला देते हुए 15 दिनों के भीतर
ऐसी सामग्री को हटाने की मांग करते हुए एक आदेश जारी किया। DPCGC उपभोक्ता
शिकायतों और सामग्री से संबंधित मुद्दों का समाधान करता है। यह सूचना एवं प्रसारण
मंत्रालय के तहत काम करता है तथा सरकार द्वारा निर्धारित आचार संहिता व नियमों को
लागू करता है। DPCGC में एक OCCP परिषद और एक
शिकायत निवारण बोर्ड शामिल है।
चंद्रयान-3 में चंद्रयान-2 के लैंडर और रोवर के नाम बरकरार रहेंगे
चंद्रयान-2 मिशन के दुर्भाग्यपूर्ण परिणामों, जिसमें विक्रम
नाम का लैंडर चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग के प्रयास के दौरान दुर्घटनाग्रस्त
हो गया, के बाद भारतीय
अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO)
ने अगले
चंद्रयान-3 मिशन के लैंडर
और रोवर के लिये समान नामों का उपयोग करने के अपने निर्णय की घोषणा की है।
चंद्रयान-3 के लैंडर का नाम
भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के प्रमुख व्यक्ति विक्रम साराभाई के सम्मान में 'विक्रम' रखा जाएगा, जबकि रोवर को 'प्रज्ञान' कहा जाएगा। लॉन्च
जुलाई 2023 के मध्य में
निर्धारित है और मिशन लैंडर, रोवर एवं प्रोपल्शन मॉड्यूल पर विभिन्न पेलोड के माध्यम से
प्रयोग करेगा तथा डेटा एकत्र करेगा।
हेलेन केलर दिवस
“आशावाद (Optimism) वह विश्वास है जो
उपलब्धि की ओर ले जाता है,
आशा के बिना कुछ
भी नहीं किया जा सकता”- हेलेन केलर। भारत
में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के तहत दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग ने 27 जून, 2023 को हेलेन केलर
दिवस मनाया, जिसमें हेलेन
केलर के उल्लेखनीय जीवन और उपलब्धियों को याद किया गया, जो अपने बहरेपन
और अंधेपन पर काबू पाकर लाखों लोगों के लिये प्रेरणा बनीं। अपनी अक्षमताओं के
बावजूद केलर के दृढ़ संकल्प और दृढ़ता ने उन्हें एक प्रसिद्ध लेखिका, "अमेरिकन फाउंडेशन
फॉर द ब्लाइंड" की संस्थापक तथा दिव्यांग व्यक्तियों के लिये एक भावुक समर्थक
बनने के लिये प्रेरित किया। वर्ष 1903 में प्रकाशित उनकी आत्मकथा, "द स्टोरी ऑफ माई लाइफ" उनकी सबसे प्रसिद्ध
कृतियों में से एक है। अन्य उल्लेखनीय प्रकाशनों में "आशावाद," "द वर्ल्ड आई लिव
इन" और "माई रिलिजन" शामिल हैं।
राष्ट्रीय निकास परीक्षा
राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने हाल ही में राष्ट्रीय निकास
परीक्षा (National Exit
Test) की घोषणा की, जो दो-चरणीय
मेडिकल लाइसेंसधारी परीक्षा के रूप में कार्य करेगी और विदेशी मेडिकल स्नातक
परीक्षा (FMGE) तथा राष्ट्रीय
पात्रता सह प्रवेश परीक्षा- स्नातकोत्तर (NEET-PG) की जगह लेगी। राष्ट्रीय निकास परीक्षा (NExT) के पहले बैच में
वर्ष 2019 में एमबीबीएस
पाठ्यक्रम में प्रवेश पाने वाले छात्र होंगे। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग भारत में एक
वैधानिक निकाय है जिसे सरकार द्वारा वर्ष 2019 में राष्ट्रीय चिकित्सा परिषद (Medical Council of India- MCI) को बदलने के लिये
स्थापित किया गया था।
जन्म और मृत्यु पंजीकरण के लिये आधार प्रमाणीकरण
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से अधिकृत
होने के जाने बाद गृह मंत्रालय ने महापंजीयक एवं जनगणना आयुक्त को जन्म और मृत्यु
पंजीकरण के लिये आधार प्रमाणीकरण का उपयोग करने की अनुमति दी है। जन्म और मृत्यु
पंजीकरण अधिनियम के तहत नियुक्त महापंजीयक अब जन्म और मृत्यु के लिये रिपोर्टिंग
फॉर्म में दिये गए आधार नंबरों को स्वैच्छिक रूप से सत्यापित कर सकेंगे। इस
प्रमाणीकरण प्रक्रिया का उद्देश्य बच्चों, माता-पिता, और जीवनसाथी आदि की पहचान स्थापित करना है। महापंजीयक एवं
जनगणना आयुक्त एक सरकारी पद है जो जन्म, मृत्यु और विवाह जैसी महत्त्वपूर्ण घटनाओं के पंजीकरण की
देख-रेख के लिये ज़िम्मेदार है। सटीक जनसांख्यिकीय डेटा बनाए रखने तथा राष्ट्रीय
जनगणना संपन्न कराने में इसकी महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है
राष्ट्रपति ने सशस्त्र बलों को प्रतिष्ठित सेवा पुरस्कारों से सम्मानित किया
हाल ही में भारत के राष्ट्रपति ने नई दिल्ली में सशस्त्र
बलों तथा भारतीय तटरक्षक बल के 84 सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मियों को विशिष्ट सेवा पुरस्कार
प्रदान किये। इन पुरस्कारों में 52 अति विशिष्ट सेवा पदक (AVSM), 3 उत्तम युद्ध सेवा पदक (UYSM) तथा 28 परम विशिष्ट
सेवा पदक (PVSM) शामिल हैं।
सशस्त्र बलों में असाधारण विशिष्ट सेवा के लिये अति विशिष्ट सेवा पदक (AVSM) से सम्मानित किया
जाता है। उत्कृष्ट सेवा के अनेक उदाहरणों को AVSM में एक बार शामिल किया जाता है। उत्तम युद्ध सेवा पदक (UYSM) युद्ध या विशिष्ट
सैन्य अभियानों के दौरान असाधारण परिचालन सेवा को दर्शाता है। परम विशिष्ट सेवा
पदक (PVSM) सशस्त्र बलों में
सर्वोच्च क्रम की विशिष्ट सेवा को दर्शाता है। इस पुरस्कार से उन व्यक्तियों को
सम्मानित किया जाता है जिन्होंने अपने कर्तव्यों के प्रति असाधारण प्रतिबद्धता एवं
समर्पण को प्रदर्शित किया है
भारत का ‘5G एंड बियॉन्ड हैकथॉन 2023’
भारत सरकार के दूरसंचार विभाग (DoT) ने '5G एंड बियॉन्ड
हैकथॉन 2023' की घोषणा की है।
इस हैकथॉन का प्राथमिक उद्देश्य भारत-केंद्रित अत्याधुनिक विचारों की संक्षिप्त
सूची बनाना है, जिन्हें कार्य
योग्य ‘5जी एंड बियॉन्ड‘ उत्पादों और
समाधानों में परिवर्तित किया जा सकता है। यह पूरे भारत में नागरिकों, छात्रों, स्टार्ट-अप एवं
शैक्षणिक संस्थानों के लिये खुला है। 5G जिसका संक्षिप्त रूप "पाँचवीं पीढ़ी" है, एक वायरलेस संचार
प्रौद्योगिकी की नवीनतम पीढ़ी को संदर्भित करती है। 5G मुख्य रूप से 3 बैंड में काम
करता है अर्थात् निम्न, मध्य और उच्च
आवृत्ति स्पेक्ट्रम। इसे 4G
(LTE) जैसे अपने पूर्ववर्तियों की तुलना में तीव्र डेटा गति, कम विलंबता, अत्यधिक नेटवर्क
क्षमता और बेहतर विश्वसनीयता प्रदान करने के लिये डिज़ाइन किया गया है।
संभावित कार्सिनोजेन के रूप में एस्पार्टेम का वर्गीकरण
हाल ही में विश्व का सर्वाधिक सामान्य कृत्रिम मधुरक, एस्पार्टेम जाँच
के दायरे में आ गया है क्योंकि इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की कैंसर
अनुसंधान शाखा, इंटरनेशनल एजेंसी
फॉर रिसर्च ऑन कैंसर (IARC)
द्वारा संभावित
कैंसर कारक पदार्थ घोषित किया गया है। IARC को वर्ष 1965 में विश्व स्वास्थ्य सभा के एक प्रस्ताव द्वारा WHO की कैंसर के लिये
विशेष एजेंसी के रूप में बनाया गया था। IARC का उद्देश्य कैंसर अनुसंधान में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को
बढ़ावा देना है। वर्तमान में 27 सदस्य देश सम्मिलित हैं। एस्पार्टेम का व्यापक रूप से उपयोग शीतल पेय, जिलेटिन, कन्फेक्शनरी, डेज़र्ट और शर्करा मुक्त खाँसी की दवाओं सहित विभिन्न
उत्पादों में किया जाता है
अजय बंगा "ग्रेट इमिग्रेंट्स" सूची में शामिल
विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा को न्यूयॉर्क के कार्नेगी
कॉरपोरेशन द्वारा तैयार की गई वार्षिक "ग्रेट इमिग्रेंट्स" की सूची में
शामिल किया गया है। वह जून 2023 में विश्व बैंक के प्रमुख बने और इस संस्था का नेतृत्व
करने वाले पहले भारतीय अमेरिकी हैं। "ग्रेट इमिग्रेंट्स" पहल एंड्रयू
कार्नेगी (एक स्कॉटिश आप्रवासी) की विरासत को श्रद्धांजलि है, जो उन असाधारण
व्यक्तियों की पहचान करती है जिन्होंने अमेरिका में सफलता हासिल की है और दूसरों
को भी ऐसा करने के लिये प्रेरित करते हुए एक जीवंत एवं लचीले लोकतंत्र को बढ़ावा
दिया है।
JDCC बैठक में भारत और तंज़ानिया ने रक्षा संबंधों का सुदृढ़ीकरण
हाल ही में भारत और तंज़ानिया के बीच संयुक्त रक्षा सहयोग समिति (JDCC) की बैठक का दूसरा संस्करण अरुशा, तंज़ानिया में हुआ। यह बैठक हिंद महासागर क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने के लिये सहयोगात्मक अवसरों पर केंद्रित थी। दोनों पक्ष रक्षा सहयोग के लिये पाँच वर्ष के रोडमैप पर सहमत हुए जिसमें अनुकूलित प्रशिक्षण, क्षमता निर्माण, समुद्री सहयोग, बुनियादी ढाँचे के विकास और रक्षा उपकरण एवं प्रौद्योगिकी में सहयोग जैसी विभिन्न पहल शामिल हैं। तंज़ानिया पूर्वी अफ्रीका का सबसे बड़ा देश है तथा इसमें ज़ांज़ीबार, पेम्बा और माफिया द्वीप शामिल हैं। मासाई एक खानाबदोश जनजाति है जो तंज़ानिया और केन्या के कुछ हिस्सों में रहती है। अफ्रीका का सबसे ऊँचा स्थान माउंट किलिमंजारो तंज़ानिया में स्थित है।
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