कोशिका कला के कार्य एवं जैविक महत्व एवं रूपान्तरण |Biological Significance of Cell Membrane in hindi
कोशिका कला के कार्य एवं जैविक महत्व
कोशिका कला के कार्य एवं जैविक महत्व
प्लाज्मा झिल्ली रक्षण, अवलम्बन, यान्त्रिक सहारा, पुनः अवशोषण एवं उत्सर्जन जैसे महत्वपूर्ण कार्यों का सम्पादन करती है। यह कोशिका में अणुओं के आदान-प्रदान (Exchange) पर नियन्त्रण रखती है। इसके प्रमुख कार्य निम्नलिखित हैं-
1 जल का परिवहन।
2. अणुओं का परिवहन।
3 यह कोशिकाद्रव्य एवं कोशिकांगों के लिए सुरक्षात्मक आवरण का कार्य करती है।
4. यह अणुओं एवं आयनों के आदान-प्रदान पर नियन्त्रण रखती है।
5. यह पदार्थों के प्रवेश के साथ-साथ उत्सर्जी पदार्थों के उत्सर्जन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
6 कोशिकाओं में होने वाली गति एवं प्रचलन की क्रियाएँ प्लाज्मा झिल्ली के कारण ही होती हैं।
7. प्रोकैरियोटिक जीवों, जैसे- जीवाणु (Bacteria) आदि कोशिका झिल्ली में अन्तर्वलनों (Infoldings) फलस्वरूप मीसोम्स (Mesosomes) का निर्माण होता है, जो कि माइटोकॉण्ड्रिया की भाँति श्वसन में सहायक होते हैं।
8. कोशिका झिल्ली में अनेक प्रकार के एन्जाइम पाये जाते हैं, जो कि कोशिकीय उपापचय (Cellular metabolism) में उपयोगी होते हैं।
9. कोशिका झिल्ली की उपस्थिति के कारण समस्त कोशिकांगों (Cell organelles) का पृथक् पृथक् रहना सम्भव होता है।
कोशिका झिल्ली के रूपान्तरण (Modifications of Cell Mem brane)
विभिन्न प्रकार की कोशिकाओं में विशिष्ट प्रकार के कार्य-संपादन हेतु झिल्ली में कुछ संरचनात्मक परिवर्तन हो जाते हैं, जिससे विशिष्ट प्रकार के रचनाओं का निर्माण होता है। प्रमुख रूपान्तरण निम्नानुसार
सूक्ष्मांकुर (Microvillus)—
ये कोशिका झिल्ली की सतह पर पाये जाने वाले सूक्ष्म प्रवर्ध हैं। उदाहरण के लिए, आँत की एक कोशिका पर लगभग 3,000 सूक्ष्मांकुर पाये जाते हैं। ये अवशोषण में सहायक होते हैं।
2. डेस्मोसोम (Desmosome) -
झिल्ली की सतह पर पाये जाने वाले ये विशेष क्षेत्र हैं जिसके द्वारा एक कोशिका दूसरी कोशिका की सतह से जुड़ा होता है। डेस्मोसोम में बटन के समान स्थूलन (Thickening) दिखाई देती है जिससे कोशिका द्रव्यक तन्तुक (Tonofibrils) दोनों कोशिकाओं की तरफ निकले होते हैं।
3. इन्टरडिजिटेशन (Interdigitation) -
कभी-कभी दो कोशिकाओं की कोशिका झिल्ली उँगली के समान प्रवर्धी द्वारा आपस में जुड़ी होती हैं। इन्हें इन्टरडिजिटेशन कहते हैं।
4. हेमिडेस्मोसोम (Hemidesmosome ) -
- ये डेस्मोसोम के समान रचनाएँ हैं, परन्तु ये आकार में छोटी होती हैं।
5. टर्मिनल बार (Terminal bar) -
- कभी-कभी दो कोशिकाओं के झिल्लियों के बीच स्थूलन (Thickening) पाया जाता है। इसे टर्मिनल बार कहते हैं।
6. टाइट जंक्शन (Tight junction)-
- दो कोशिकाओं के बीच पाये जाने वाले ये वे विशिष्ट स्थल हैं जहाँ दोनों कोशिकाओं की त्रिस्तरीय प्लाज्मा झिल्ली के बाह्य स्तर मध्यस्थ रेखा में मिलकर अन्तर- कोशिकीय स्थान को बंद कर देते हैं ।
कोशिका भित्ति (Cell wall) औ प्लाज्मा झिल्ली में अंतर
कोशिका भित्ति
1. यह पादप कोशिका में पायी जाती हैं।
2. यह कोशिकाओं के बाहर तरफ पायी जाती है।
3. यह निर्जीव होती है तथा पादप कोशिका में मोटी होती है।
4. यह दृढ़ होती है।
5. यह पारगम्य होती है।
प्लाज्मा झिल्ली (Plasma membrane)
1. यह पादप व जन्तु दोनों कोशिकाओं में पायी जाती हैं।
2. यह जन्तु कोशिका में बाहर तरफ तथा पादप कोशिका में अन्दर तरफ पायी जाती है।
3. यह जीवित होती है तथा पतली होती है।
4. यह लचीली होती है।
5. यह विभेदकीय पारगम्य होती है।
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