कोशिका कला या प्लाज्मा झिल्ली | CELL PLASMA MEMBRANE in Hindi
कोशिका कला या प्लाज्मा झिल्ली
सायटोसोम (CYTOSOME)
सायटोसोम
सायटोसोम निम्नलिखित दो भागों से मिलकर बना होता है-
(1) कोशिका कला या झिल्ली (Cell membrane) एवं
(II) जीवद्रव्य (Protoplasm) ।
कोशिका कला या
प्लाज्मा झिल्ली (CELL
MEMBRANE OR PLASMA MEMBRANE)
- कोशिका झिल्ली किसी भी कोशिका के जीवद्रव्य को घेरने वाली सबसे बाहरी पतली एवं प्रत्यास्थ (Elastic) झिल्ली होती है, इसे ही एक्टोप्लास्ट (Ectoplast ) अथवा प्लाज्मा झिल्ली (Plasma membrane) कहते हैं।
- कोशिका झिल्ली कोशिकाद्रव्य वह बाह्यतम सीमा है, जो कि कोशिका में विभिन्न प्रकार के अणुओं एवं आयनों के प्रवेश एवं निकास (Entrance and Exit) पर नियंत्रण रखती है तथा कोशिकाद्रव्य एवं बाह्य वातावरण की आयनिक सान्द्रता (Ionic concentration) पर नियंत्रण रखती है।"
- प्लाज्मा झिल्ली सभी प्रकार को प्रोकैरियोटिक एवं यूकैरियॉटिक कोशिकाओं में पायी जाती है। प्रोकैरियोटिक कोशिकायुक्त जीवों के उदाहरण- जीवाणु में, कोशिका के अधिकांश जैविक कार्य इसी झिल्ली के द्वारा ही सम्पादित किये जाते हैं।
- यूकैरियोटिक कोशिकाओं में तो एक बृहत् (Elaborate) अन्तरकोशिकीय झिल्ली तन्त्र (Intracellular membrane system) पाया जाता है। कोशिका के अन्दर उपस्थित अधिकांश कोशिकांग, जैसे- माइटोकॉण्ड्रिया, क्लोरोप्लास्ट, रिक्तिका आदि इसी प्लाज्मा झिल्ली के द्वारा घिरे रहते हैं।
- प्लाज्मा झिल्ली एवं इन अन्तरकोशिकीय झिल्लियों को ही सम्मिलित रूप से कोशिका झिल्ली (Cell membrane) या जैविक कला (Biological membrane) कहते हैं।
प्लाज्मा झिल्ली का रासायनिक संघटन
समस्त जैव- झिल्लियाँ प्राय: प्रोटीन (Proteins), लिपिड्स (Lipids), कार्बोहाइड्रेट्स (Carbohydrates) की बनी होती हैं। प्रोटीन्स एवं लिपिड की उपस्थिति के कारण इसे लाइपोप्रोटीन झिल्ली (Lipoprotein membrane) कहते हैं। कुछ झिल्लियों में नाभिकीय अम्ल एवं एन्जाइम भी पाये जाते हैं।
1. प्रोटोन्स (Proteins)-
कोशिका झिल्ली में सामान्यतः निम्नलिखित दो प्रकार की प्रोटीन्स पायी जाती हैं-
(a) संरचनात्मक
प्रोटीन्स, (b) वाहक प्रोटोन्स ।
- संरचनात्मक प्रोटीन (Structural proteins), प्लाज्मा कला का कशेरुक दण्ड (Back-bone) होती है। ये लाइपोफिलिक प्रकृति वाली होती हैं।
- कोशिका झिल्ली में उपस्थित वाहक प्रोटीन्स (Carrier proteins) को परमीएजेस (Permeases) कहते हैं। यह प्रोटीन पदार्थों के आवागमन में सहायक होती Hydrophilic end है।
- प्रत्येक प्रकार की झिल्ली में प्रोटोन की मात्रा अलग-अलग होती है। इसकी मात्रा 50%- 75% तक होती है। कला में उपस्थित प्रोटीन्स को स्ट्रोमेटिन (Stromatin) कहते हैं।
2. लिपिड
कोशिका झिल्ली के शुष्क भार का लगभग 21-50% भाग लिपिड ( viकोशिका झिल्ली में मुख्य रूप से निम्नलिखित तीन प्रकार के लिपिड्स पाये का बना होता जाते हैं—
(i) फॉस्फोलिपिड्स,
(ii) ग्लायकोलिपिड्स एवं
(iii) स्टोरॉल्स
- कोशिका झिल्लियों में उपस्थित लिपिड्स ध्रुवीय प्रकृति (Polar nature) वाले होते हैं, जिसमें एक जलस्नेही सिर (Hydrophilic head) एवं दो जल विरोधी पूँछ (Hydrophobic tail) होती हैं, जो कि आपस में ग्लिसरॉल ब्रिज (Glycerol bridge) के द्वारा जुड़े रहते हैं।
- प्रत्येक कला में लिपिड्स के दो स्तर होते हैं, जो कि प्लाज्मा कला को आधारीय संरचना प्रदान करते हैं तथा में घुलनशील पदार्थों के लिए अपारगम्य अवरोध की भाँति कार्य करते हैं।
- लिपिड्स का हाइड्रोफिलिक सिर कोलीन (Choline), फॉस्फेट (Phosphate) एवं ग्लिसरॉल का बना होता है, जबकि इसकी पूंछ वसीय अम्लों (Fatty acids) की बनी होती है।
3 कार्बोहाइड्रेट्स (Carbohydrates)
- जंतुओं के यकृत एवं लाल रक्त कणिकाओं (R.B.Cs.) की प्लाज्मा झिल्लियों में हेक्सोज एमीन एवं फ्रक्टोज़ आदि कार्बोहाइडेट आदि का पाये जाते हैं।
4. एन्जाइम्स (Eazymes)
- प्लाज्मा कला में अब तक लगभग 30 एन्जाइम की उपस्थिति का पता लगाया जा चुका है।
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