डी-ऑक्सीराइबोन्यूक्लिक अम्ल | DNA GK in Hindi

 डी-ऑक्सीराइबोन्यूक्लिक अम्ल  (DNA GK in Hindi)

डी-ऑक्सीराइबोन्यूक्लिक अम्ल | DNA GK in Hindi

डी-ऑक्सीराइबोन्यूक्लिक अम्ल (DEOXYRIBONUCLEIC ACID = DNA) 


DNA एक नाभिकीय अम्ल है, जो कि आनुवंशिकता के लिये उत्तरदायी होता है। यह जीन (Gene) के रूप में कार्य करता है। 

DNA का वितरण (Distribution) 

DNA पादप विषाणुओं को छोड़कर प्रायः सभी प्रोकैरियोटिक एवं यूकैरियोटिक कोशिकाओं में पाया जाता है। यूकैरियोटिक कोशिकाओं में DNA हरितलवक (Chloroplast), माइटोकॉण्ड्रिया (Mitochondria) एवं केन्द्रक (Nucleus) में पाया जाता है। केन्द्रक में DNA मुख्यत: गुणसूत्रों (Chromosomes) के ऊपर पाया जाता है क्या यह प्रोटीनों के मिलकर न्यूक्लियोप्रोटीन (Nucleoprotein) बनाता है।

यूकैरियोटिक कोशिकाओं (Eukaryotic cells) जैसे पौधों एवं जन्तुओं तथा जीवाणुओं में DNA दोहरे सूत्र (Double helix) के रूप में पाया जाता है। जीवाणुओं एवं क्लोरोप्लास्ट में पाये जाने वाले DNA का दोहरा सूत्र (Circular) होता है। 

प्रोकैरियोटिक कोशिकाओं (Prokaryotic cells) जैसे- ई. कोलाई (E. coli) एवं अन्य जीवनुओं में केवल एक DNA पाया जाता है। 

बैक्टीरियोफेज X 174 में एक स्ट्रैण्ड वाला DNA पाया जाता है। यूकैरियोटिक कोशिकाओं के केन्द्रक में DNA की संख्या उनमें उपस्थित गुणसूत्रों की संख्या के बराबर होती है।

 



DNA रासायनिक संघटन (Chemical Composition) 

DNA मुख्यत: बहुत-से न्यूक्लियोटाइड (Nucleotides) से मिलकर बना होता है। अतः इसे पॉलिन्यूक्लियोटाइड (Polymucleotide chain) भी कहा जाता है। प्रत्येक न्यूक्लियोटाइड नाइट्रोजनी (Nitrogenous) क्षारक, एक पेन्टोज शर्करा (Pentose sugar), डी-ऑक्सीराइबोज शर्करा (Deaxyribose sugar) एवं फॉस्फोरिक अम्ल (Phosphoric acid) से बना हुआ कार्बनिक यौगिक है। नाइट्रोजनी धारक एवं शर्करा आपस में मिलकर न्यूक्लियोसाइड्स (Nucleosides) का निर्माण करते हैं। 

फॉस्फोरिक अम्ल (Phosphoric acid) –


नाइट्रोजनी क्षारक (Nitrogenous bases) - नाइट्रोजनी क्षारक दो प्रकार के होते हैं- 

नाइट्रोजनी क्षारक (Nitrogenous bases) - नाइट्रोजनी क्षारक दो प्रकार के होते हैं-


1. प्यूरीन्स (Purines) एवं 

2. पिरिमिडीन्स (Pyrimidines)। 

1. प्यूरीन्स (Purines) दो रिंग वाले नाइट्रोजनी योगिक हैं। DNA में ऐडीनीन (Adenine) एवं ग्वानीन (Gua-nine) दो प्यूरीन्स पाये जाते हैं। 

2 पिरिमिडीन्स (Pyrimidines) ये एक रिंग वाले नाइट्रोजनी यौगिक हैं। DNA में सायटोसीन (Cytosine) थायमीन (Thymine) एवं दो पिरिमिडीन्स पाये जाते हैं। 

2 पिरिमिडीन्स (Pyrimidines)


DNA में उपस्थित शर्करा पाँच कार्बनयुक्त होते हैं, इसलिए इसे पेन्टोज शर्करा (Pentose sugar) कहते हैं। DNA में डी- ऑक्सीराइबोज शर्करा (Deoxyribose sugar) पायी जाती है। 

शर्करा (Sugar) DNA में उपस्थित पेन्टोज शर्करा डी-ऑक्सीराइबोज (Deoxyribose) होती है। इसमें राइबोज शर्करा से एक ऑक्सीजन कम होता है।

 

फॉस्फोरिक अम्ल (Phosphoric acid) – 

DNA में फॉस्फोरिक अम्ल (H3PO4), पेन्टोज शर्करा डी-ऑक्सीराइबोज़ के साथ फॉस्फोडाइएस्टर बन्ध (Phospho-diester bond) के द्वारा जुड़ा रहता है। यह बन्ध एक न्यूक्लियोसाइड के 5' कार्बन अणु तथा अगले न्यूक्लियोसाइड के 3' कार्बन के साथ जुड़ा होता है। 

DNA के न्यूक्लियोसाइड्स (Nucleosides of DNA ) 

चूँकि DNA में चार प्रकार के क्षारक पाये जाते हैं, अत: इसमें न्यूक्लियोसाइड्स भी चार प्रकार के होते हैं- 

1. डी-ऑक्सीऐडीनोसीन  =ऐडीनीन +डी-ऑक्सीराइबोज शर्करा

2. डी-ऑक्सीग्वानोसीन  =ग्वानीन डी-ऑक्सीराइबोज शर्करा 

3. डो-ऑक्सी सायटीडीन = सायटोसीन+ डी-ऑक्सीराइबोज शर्करा  

4. डी-ऑक्सी थायमीडीन = थायमीन + डी-ऑक्सीराइबोज शर्करा

 

DNA के न्यूक्लियोटाइड्स (Nucleotides of DNA) –

DNA में चार प्रकार के क्षारक पाये जाते हैं। अतः इनके न्यूक्लियोसाइड्स भी चार प्रकार के होते हैं- 

1. डी-ऑक्सीऐडीनिलिक अम्ल  =ऐडीनीन+  डी-ऑक्सीराइबोज शर्करा+ फॉस्फोरिक अम्ल

2. डी-ऑक्सीग्वानीहिलिक अम्ल   =ग्वानीन + ऑक्सीराइबोज शर्करा+ फॉस्फोरिक अम्ल

3. डी-ऑक्सोसायटीडिलिक अम्ल = सायटोसीन +डी-ऑक्सीराइबोज शर्करा + फॉस्फोरिक अम्ल  

4. डी-ऑक्सीथायमीडिलिक अम्ल = थायमीन + डी-ऑक्सीराइबोज शर्करा + फॉस्फोरिक अम्ल 


क्षारक युग्मन (Base pairing) — DNA में कुल चार नाइट्रोजनी क्षारक पाये जाते हैं-

 

(i) ऐडीनीन (A) 

(ii) ग्वानीन (G) 

(iii) सायटोसीन (C)

(iv) थायमीन (T) 


इनमे से ऐडीनीन (A) हमेशा थायमीन (T) के साथ (A = T) एवं ग्वानीन (G) हमेशा सायटोसीन (C) के साथ (G= C) युग्मन करता है।

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