जीवित कोशिकाओं में होने वाली समस्त क्रियाओं के लिए एन्जाइम आवश्यक होते हैं।
एन्जाइम्स अथवा प्रोटीन संश्लेषण की सूचना (Information) DNA में निहित होती है।
एन्जाइम कोशिका के अन्दर असामान्य अथवा अनियमित रूप से बिखरे नहीं होते बल्कि इनका कोशिका में वितरण नियमित होता है। उदाहरण, हाइड्रोलाइटिंग एन्जाइम लाइसोसोम में, श्वसन क्रिया में भाग लेने वाले एन्जाइम माइटोकॉन्ड्रिया में तथा प्रकाश संश्लेषण भाग लेने वाले एन्जाइमा क्लोरोप्लास्ट में पाये जाते हैं।
एन्जाइम अणुओं की सतह पर सक्रिय स्थल (Active sites or Active domains) पाये जाते हैं, जिससे अभिकारक अथवा निरोधक के अणु आकर जुड़ते हैं।
एन्जाइम अणुओं की सतह पर सक्रिय स्थलों का निर्माण इनकी द्वितीयक, तृतीयक अथवा चतुर्थक संरचना के कारण होता है।
ताप, उच्च pH आदि कारकों के कारण एन्जाइम्स अणु की संरचना विकृत हो जाती है एवं उन पर स्थित सक्रिय स्थल नष्ट हो जाते हैं। इस क्रिया को विकृतिकरण (Denaturation) कहते हैं।
अनेक एन्जाइम्स के लिए विभिन्न प्रकार के विटामिन्स खासकर B-कॉम्प्लेक्स के घटक जैसे- थायमिन, निकोटिनिक अम्ल, राइबोफ्लेविन एवं पाइॉक्सिन आदि प्रोस्थेटिक समूह (Prosthetic group) की तरह कार्य करते हैं।
कपड़े धोने हेतु उपयोग में लाये जाने वाले डिटर्जेन्ट्स (Detergents) में प्रोटीएज (Protease) नामक एन्जाइम मिलाया जाता है। इसी प्रकार एमाइलेज (Amylase) एन्ज़ाइम का उपयोग बर्तन धोने वाले डिटर्जेन्ट्स में होता है।
रूविस्को (Rubisco) अथवा रियुलोज बाइफॉस्फेट कार्बोक्सिलेज (Ribulose bi-phosphate corboxylase) नामक एन्जाइम प्रकृति में सर्वाधिक मात्रा में पाया जाने वाला प्रोटीन है।
एन्जाइम के शुद्धिकरण हेतु इसे किसी ठोस आधार (Solid matirx) पर अगतिशील (Immobilise) किया जाता है। बाद में विभिन्न विलायकों अथवा इलुएन्ट्स (Eluents) द्वारा इसे अलग किया जाता है।
वैसे एन्जाइम जो जीवित कोशिकाओं में जैविक क्रियाओं के लिए आवश्यक होते हैं, तथा कोशिकाओं में हमेशा पाये जाते हैं, कानसटिट्यूटिव एन्जाइम्स (Constitutive enzymes) कहलाते हैं।
सर्वप्रथम समनर (Sumner, 1926) ने बतलाया कि एन्जाइम्स आवश्यक रूप से प्रोटीन होते हैं।
ELISA एक विशिष्ट तकनीक है, जिसमें एन्जाइम की सहायता से खास प्रकार के एण्टीजन अथवा एण्टीबॉडी की उपस्थिति को जाती है। इसका उपयोग AIDS आदि रोग की पहचान में किया जाता है।
रेस्ट्रिक इण्डोन्यूक्लिएज (Restriction endonuclease) जीवाणुओं में पाया जाने वाला एक प्रमुख एन्जाइम है, विशिष्ट स्थानों (Specific sites) पर तोड़ने में सक्षम होता है। इसका उपयोग जैव अभियांत्रिकी (Genetic engineering) में बड़े पैमाने पर होता है।
आधुनिक शोध निष्कर्षों ने प्रमाणित किया है कि कुछ RNA भी एन्जाइम की भाँति कार्य करते हैं। इन्हें रैबोजाइम कहते हैं ।
एलोएन्जाइम (Alloenzymes ) - एक जीन द्वारा निर्मित एक समान एन्जाइम ।जाइमोलॉजी (Zymology) - एन्ज़ाइम का अध्ययन।
परॉक्सीडेज (Peroxidase)- परॉक्सीसोम में उपस्थित एन्जाइम ।
कैटेलेज (Catalase ) -- परॉक्सीसोम में उपस्थित एन्जाइम जो कि H2O2 का जल अपघटन करता है।
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