32 वर्ग किलोमीटर
क्षेत्र में फैला भारत का सबसे छोटा केंद्रशासित प्रदेश, लक्षद्वीप एक द्वीप समूह है, जिसमें कुल 36 द्वीप शामिल हैं।
इस केंद्रशासित
प्रदेश में केवल एक ज़िला है और इसमें 12 प्रवाल मूलक
(एटोल), तीन रीफ, पाँच जलमग्न तट और दस ऐसे
द्वीप शामिल हैं जहाँ लोग निवास करते हैं।
सभी द्वीप केरल
के तटीय शहर कोच्चि से 220 से 440 किमी. दूर अरब
सागर में स्थित हैं।
यह एक प्रशासक के
माध्यम से सीधे केंद्र के नियंत्रण में होता है।
लक्षदीप के
तीन मुख्य समूह हैं:
अमिनिदिवी द्वीप
समूह
लेकाडाइव द्वीप
समूह
मिनिकॉय द्वीप
समूह
अमिनिदिवी द्वीप
सबसे उत्तर में स्थित है जबकि मिनिकॉय द्वीप सबसे दक्षिण में है।
सभी प्रवाल मूल
(एटोल) के छोटे द्वीप हैं और फ्रिंजिंग रीफ से घिरे हुए हैं।
इसकी राजधानी
कवरत्ती है और यह इस केंद्रशासित प्रदेश का प्रमुख शहर भी है।
यह द्वीप कोच्चि
से नियमित उड़ानों के माध्यम से जुड़ा हुआ है। अगत्ती से कवरत्ती तक हेलीकाप्टर
ट्रांसफर पूरे वर्ष उपलब्ध है।
लक्षदीप जलवायु:
लक्षद्वीप की
जलवायु उष्णकटिबंधीय है और इसका औसत तापमान 27°C - 32°C तक रहता है।
32 डिग्री सेल्सियस
के औसत तापमान के साथ अप्रैल और मई के माह यहाँ सबसे गर्म होते हैं। सामान्यतः
यहाँ की जलवायु आर्द्र, ऊष्ण एवं सुखद होती है।
मानसून के दौरान
मौसम में काफी उतार-चढ़ाव के कारण जहाज़ आधारित पर्यटन बंद हो जाता है।
अक्तूबर से मार्च
तक समय द्वीपों पर रहने के लिये आदर्श समय है।.
जून से अक्तूबर
तक दक्षिण पश्चिम मानसून सक्रिय रहता है और औसत वर्षा 10-40 मिमी होती है।
सापेक्षिक
आर्द्रता 70-75% है।
वार्षिक वर्षा
दक्षिण से उत्तर की ओर घटती जाती है। वर्ष में औसतन 80-90 दिन वर्षा वाले होते हैं।
अक्तूबर से मार्च
तक पवनें हल्की से मध्यम गति के साथ प्रवाहित होती हैं।
लक्षदीप जनसंख्या:
यहाँ की 93% से अधिक आबादी स्थानिक है जिनमें मुस्लिम धर्म के अधिकांश सुन्नी संप्रदाय के
शफी पंथ (Shafi
School) से संबंधित हैं।
यहाँ के सभी
द्वीपों (मिनिकॉय को छोड़कर) में मलयालम भाषा बोली जाती है, यहाँ के स्थानीय लोग महल (Mahl) बोली बोलते हैं
जो दिवेही (Divehi)
लिपि में लिखी जाती है और यह मालदीव में भी
बोली जाती है।
सभी स्वदेशी
आबादी को उनके आर्थिक और सामाजिक पिछड़ेपन के कारण अनुसूचित जनजाति के रूप में
वर्गीकृत किया गया है। इस केंद्रशासित प्रदेश में कोई अनुसूचित जाति नहीं है।
लोगों का मुख्य
व्यवसाय मछली पकड़ना, नारियल की खेती और रस्सी बनाना (Coir Twisting) है। यहाँ पर्यटन एक उभरता हुआ उद्योग है।
लक्षदीप के जैविक कृषि
क्षेत्र:
भारत की भागीदारी गारंटी प्रणाली (Participatory Guarantee
System - PGS) के तहत संपूर्ण लक्षद्वीप
को एक जैविक कृषि क्षेत्र घोषित किया गया है।
ब्लू फ्लैग
प्रमाणन: लक्षद्वीप में दो नए समुद्र तटों - मिनिकॉय थुंडी तट और कदमत तट को ब्लू
फ्लैग प्रमाणन प्रदान किया गया है।
मालदीव महत्वपूर्ण जानकारी
मालदीव, हिंद महासागर में एक टोल गेट: इस द्वीप शृंखला के दक्षिणी और उत्तरी भाग में
दो महत्त्वपूर्ण 'सी लाइन्स ऑफ कम्युनिकेशन' (Sea Lines Of Communication- SLOCs) स्थित हैं।
ये SLOC पश्चिम एशिया में अदन की खाड़ी और होर्मुज की खाड़ी और दक्षिण पूर्व एशिया में
मलक्का जलडमरूमध्य के बीच समुद्री व्यापार प्रवाह के लिये महत्त्वपूर्ण हैं।
इसकी भौतिक
अवस्थिति में मुख्य रूप से प्रवाल भित्ति और एटोल शामिल हैं तथा अधिकांश क्षेत्र
विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र (Exclusive Economic Zones- EEZs) के अंतर्गत आते हैं।
मालदीव मुख्य रूप
से निचले द्वीपों का एक द्वीपसमूह है, जो बढ़ते समुद्री जलस्तर
के कारण खतरे में पड़ गया है।
मालदीव में बड़े
पैमाने पर चीनी निवेश है और वह चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) में भागीदार बन गया है। चीन ने "स्ट्रिंग ऑफ द पर्ल्स" पहल के
हिस्से के रूप में मालदीव में बंदरगाहों, हवाई अड्डों, पुलों और अन्य महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचे के विकास सहित विभिन्न परियोजनाओं को
वित्तपोषित और निर्मित किया।
आठ डिग्री चैनल
भारतीय मिनिकॉय (लक्षद्वीप द्वीप समूह का हिस्सा) को मालदीव से अलग करता है।
Post a Comment