कशेरुकियों में वृक्क | Types of Kidneys in Vertebrates
कशेरुकियों में वृक्क (Kidneys in Vertebrates)
कशेरुकियों में वृक्क Kidneys in Vertebrates
कशेरुकियों में वृक्कों के विभिन्न प्रकार निम्न हैं-
(1) आर्किनेफ्रिक अथवा होलोनेफ्रिक वृक्क (Archinephric or Holonephric kidney)
- यह सीलोम की पूरी लम्बाई में पाया जाता है। इसकी नलिकाएँ खण्डीकृत रूप से व्यवस्थित होती हैं और नेफ्रोस्टोम उपस्थित होता है। उदाहरण मिक्सीन (Myxine) के लार्वा और कुछ एपोडा एम्फीबियन्स में।
(ii) प्रोनेफ्रिक अथवा हैड वृक्क (Pronephric or Head kidney)
- इसकी उत्पत्ति नेफ्रोस्टोम के अग्रभाग से होती है। इनमें नेफ्रोस्टोम उपस्थित होता है। ग्लोमेरुलस बाह्य होता है और कई प्रकरणों में एकीकृत होकर 'ग्लोमस' बनाता है। यह वृक्क सभी कशेरुकी भ्रूणों में संक्रामी या प्रतिस्थापनकारी (transitory) रूप में पाए जाते हैं।
(iii) मीजोनेफ्रिक और मिडिल वृक्क (Mesonephric or Middle kidney)
- यह नेफ्रोस्टोम के मध्य भाग से उत्पन्न होता है। इसकी वाहिनी मीजोनेफ्रिक अथवा वोल्फियन होती हैं। उदाहरण एम्नियोट्स (पक्षियों, स्तनियों तथा सरीसृपों) में यह केवल भ्रूणावस्था में क्रियाशील होता है और वयस्कों में मेटानेफ्रिक वृक्क द्वारा प्रतिस्थापित हो जाता है।
(iv) ओपिस्थोनेफ्रिक अथवा पूच्छ वृक्क (Opisthonephric or Tail kidney)
- इसकी उत्पत्ति सीलोम के पश्च भाग से होती है। इस प्रकार का वृक्क शार्क में पाया जाता है।
(v) मेटानेफ्रिक वृक्क (Metanephric kidney)
- इसकी उत्पत्ति नेफ्रोस्टोम के पश्च भाग से होती है। जब मेटानेफ्रिक नलिकाएँ विकसित होती हैं तो सभी मीजोनेफ्रिक नलिकाएँ लुप्त हो जाती हैं। इनमें नेफ्रोस्टोम अनुपस्थित रहते हैं। इन वृक्कों के नेफ्रॉन अत्यधिक सघन होते हैं जो स्तनियों में हेनले लूप का निर्माण करते हैं। यह सभी एम्नियोट्स; जैसे-सरीसृप, पक्षी और स्तनियों में क्रियाशील होते हैं।
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