Current Affairs Fact June 2024 in Hindi जून 2024 समसमयिकी प्रमुख तथ्य
गोल्डमैन पर्यावरण पुरस्कार 2024
वन
और आदिवासी अधिकार कार्यकर्त्ता आलोक शुक्ला को उनके सफल अभियान के लिये
प्रतिष्ठित गोल्डमैन पर्यावरण पुरस्कार 2024 से
सम्मानित किया गया है, जिसने छत्तीसगढ़ के हसदेव अरण्य क्षेत्र में 21 नियोजित कोयला खदानों से 4.45 लाख एकड़ जैवविविधता से समृद्ध जंगलों को
बचाया है।
हसदेव
अरण्य का जंगल छत्तीसगढ़ के कोरबा, सूरजपुर
और सरगुजा ज़िलों में 170 लाख हेक्टेयर में फैला हुआ है, जिसे "छत्तीसगढ़ के फेफड़े" के रूप
में जाना जाता है, जिसमें समृद्ध जैवविविधता है तथा यह 25 लुप्तप्राय प्रजातियों, 92 पक्षी प्रजातियों एवं 167 दुर्लभ प्रजातियों व औषधीय पौधों की
प्रजातियों का घर है।
हसदेव
नदी, जो महानदी में मिलती है, इन जंगलों से पोषित होती है और हसदेव बांगो
जलाशय को पानी की आपूर्ति करती है, जिससे
741,000 एकड़ कृषि भूमि की सिंचाई होती है।
छत्तीसगढ़, जहाँ 44%
भूमि वनाच्छादित है, भारत में तीसरा सबसे बड़ा वन क्षेत्र है।
इसके
अलावा, लगभग 15,000 स्वदेशी लोग अपनी आजीविका, सांस्कृतिक
विरासत और भोजन के लिये हसदेव अरण्य वनों पर निर्भर हैं।
गोल्डमैन
पर्यावरण पुरस्कार को गोल्डमैन पर्यावरण फाउंडेशन द्वारा दिये जाने वाले ग्रीन
नोबेल पुरस्कार के रूप में भी जाना जाता है।
इस
पुरस्कार की स्थापना वर्ष 1989 में रिचर्ड और रोंडा गोल्डमैन द्वारा की गई
थी।
यह
छह क्षेत्रों (एशिया, अफ्रीका, यूरोप, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण और मध्य अमेरिका) और अंत में, द्वीपों तथा द्वीपीय देशों के ज़मीनी स्तर के पर्यावरण नेताओं को
मान्यता देता है।
विजेताओं
का चयन एक अंतर्राष्ट्रीय निर्णायक मंडल (International Jury) द्वारा किया जाता है और पुरस्कार राशि के रूप में 200,000 अमेरिकी डॉलर दिये जाते हैं।
शोम्पेन
जनजाति ने पहली बार किया अपने मताधिकार का प्रयोग
ग्रेट
निकोबार द्वीप में रहने वाले विशेष रूप से कमज़ोर जनजातीय समूहों (Particularly Vulnerable Tribal Groups
- PVTGs) में
से एक शोम्पेन जनजाति के 7 सदस्यों ने पहली बार अंडमान और निकोबार लोकसभा
क्षेत्र में अपना पहला वोट डाला।
वे
अत्यधिक अलग-थलग, अर्द्ध-घुमंतू शिकारी-संग्रहकर्त्ता हैं। 2011 की जनगणना के आँकड़ों के अनुसार शोम्पेन
जनजाति की अनुमानित जनसंख्या 229
थी।
वे
अपनी विशिष्ट अनूठी भाषा के लिये जाने जाते हैं, जिसमें विभिन्न बोलियाँ शामिल हैं जिन्हें केवल विशिष्ट क्षेत्र के
भीतर ही समझा जाता है।
जनजाति
की सामाजिक संरचना पितृसत्तात्मक है, जिसमें
सबसे बड़ा पुरुष सदस्य पारिवारिक मामलों की देखरेख करता है। इनमें एकल विवाह आम है
तथा बहुविवाह भी स्वीकार्य है।
अंडमान
द्वीपसमूह में पाँच PVTGs
निवास कर रहे हैं, वे हैं ग्रेट अंडमानीज़, ज़ारवा, ओंगेस, शोम्पेन और नॉर्थ सेंटिनलीज़।
PVTGs को
मूल रूप से 1973 में ढेबर आयोग द्वारा आदिम जनजातीय समूह (PTG) के रूप में सूचीबद्ध किया गया था, बाद में 2006
में भारत सरकार द्वारा इसका नाम बदलकर पीवीटीजी कर दिया गया।
बैथिमेट्री
क्या है?
बैथिमेट्री
जल निकायों, जैसे; महासागरों, नदियों, झीलों
और झरनों की जलमग्न स्थलाकृति का अध्ययन एवं मानचित्रण है।
इसमें
जल की गहराई को मापना शामिल है और यह भूमि के स्थलीय मानचित्रण के समान है।
बैथिमेट्रिक
मानचित्र में जल के भीतर के क्षेत्र के आकार और ऊँचाई को दर्शाने के लियेसमोच्च रेखाओं का उपयोग किया जाता है।
बैथिमेट्री
हाइड्रोग्राफी विज्ञान की नींव है, जो
जल निकाय की भौतिक विशेषताओं को मापता है।
हाइड्रोग्राफी
में न केवल बैथिमेट्री शामिल है, बल्कि
तटरेखा का आकार और विशेषताएँ; ज्वार, धारा एवं लहरों की विशेषताएँ; तथा जल के भौतिक व रासायनिक गुण भी शामिल हैं।
शक्सगाम
घाटी में चीन द्वारा सड़क का निर्माण
भारत
ने हाल ही में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के
ट्रांस-काराकोरम गलियारे में शक्सगाम घाटी में चीन द्वारा सड़क के निर्माण
गतिविधियों पर चिंता व्यक्त की, जो
वर्ष 1963 में पाकिस्तान द्वारा चीन को सौंप दिया गया क्षेत्र
है।
भारत
ने वर्ष 1963 के चीन-पाकिस्तान सीमा समझौते को लगातार खारिज
कर दिया है, जिसमें शक्सगाम क्षेत्र को चीन को सौंपने और
शक्सगाम घाटी को अपने क्षेत्र के रूप में दावा करने का प्रयास किया गया था।
सियाचिन
ग्लेशियर, भारतीय क्षेत्र का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा, शक्सगाम घाटी के निकट स्थित है और विशेष रूप से
पूर्वी लद्दाख में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच वर्ष 2020 के गतिरोध के बीच रणनीतिक महत्त्व रखता है।
वास्तविक
नियंत्रण रेखा पर, विशेष रूप से पूर्वी लद्दाख में, चीन के व्यापक सैन्य निर्माण से देपसांग और
दौलत बेग ओल्डी जैसे क्षेत्रों में भारतीय स्थानों के लिये खतरा उत्पन्न हो गया
है।
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस सम्मेलन
3 मई 2024 को
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस सम्मेलन के अवसर पर, संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक
और सांस्कृतिक संगठन (United
Nations Educational, Scientific and Cultural Organization - UNESCO) ने एक नई रिपोर्ट जारी की जिसमें दुनिया भर में
पर्यावरण पत्रकारों के विरुद्ध हिंसा में वृद्धि का संकेत दिया गया है।
इसने
दुनिया भर में पर्यावरण पत्रकारों के विरुद्ध बढ़ती हिंसा पर प्रकाश डाला, जिसमें 15
वर्षों में 44 पत्रकारों की हत्या हुई।
यह
एशिया और प्रशांत क्षेत्र में हत्याओं की सबसे अधिक संख्या को दर्शाता है।
विश्व
प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक क्या है?
यह
वैश्विक मीडिया निगरानी संस्था रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (RSF) द्वारा जारी एक वार्षिक रिपोर्ट है।
वर्ष
2024 में भारत का स्कोर:
भारत
की स्थिति में मामूली सुधार हुआ है और यह वर्ष 2023 में 161वें से बढ़कर वर्ष 2024 में 180
देशों में 159वें स्थान पर पहुँच गई है।
रैंकिंग
में बदलाव के बावजूद, भारत के स्कोर में गिरावट देखी गई, जो 36.62 से
गिरकर 31.28 रह गया और साथ ही सुरक्षा संकेतक को छोड़कर
सभी श्रेणियों में स्कोर कम हो गया।
RSF के अनुसार, विश्व
के सबसे बड़े लोकतंत्र में ‘प्रेस
की स्वतंत्रता’ खतरे में है।
जनवरी
2024 से अब तक भारत में 9 पत्रकारों और 1 मीडियाकर्मी को हिरासत में लिया जा चुका है।
दूरसंचार
अधिनियम 2023, प्रसारण सेवा विनियमन विधेयक, 2023 एवं डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण अधिनियम 2023 जैसे कई कानून बड़े पैमाने पर मीडिया तथा
सेंसर समाचारों को विनियमित करते हैं।
इस
रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया कि आर्थिक तथा राजनीतिक दबाव मीडिया की
स्वतंत्रता को सीमित करते हैं।
वैश्विक
स्कोर:
वर्ष
2024 की रिपोर्ट में नॉर्वे, डेनमार्क तथा स्वीडन क्रमशः पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर बने हुए हैं।
इरीट्रिया सूची में सबसे नीचे था और सीरिया उसके ठीक आगे था।
हिदाया
चक्रवात
हाल
ही में ‘हिदाया’ नामक
एक भीषण चक्रवाती तूफान हिंद महासागर से प्रारंभ होकर तंज़ानिया के दार एस सलाम के
समुद्री तट से टकराया है।
चक्रवात
हिदाया (अरबी में मार्गदर्शन), तंज़ानिया
के तांगा, मोरोगोरो, उन्गुजा
और पेंबा द्वीपों जैसे क्षेत्रों में अत्यधिक वर्षा एवं तेज़ पवनों का कारण बन
सकता है।
यह
चक्रवात दक्षिण हिंद महासागर के में उत्पन्न हुआ था एवं इसका नाम हिंद महासागर में
फ्राँस के समुद्र-पार भूभाग(फ्रेंच गुयाना) के लोगों द्वारा रखा गया था।
हालाँकि, केन्या को सामान्यतः चक्रवातों से सुरक्षित
माना जाता है, परंतु अब यह चक्रवात हिदाया के से प्रभावित है
और इससे निपटने की तैयारी कर रहा है।
केन्या
4° उत्तर और दक्षिण अक्षांश के अंतर्गत आता है
तथा इसे चक्रवातों से सुरक्षित माना जाता है क्योंकि सामान्यतः चक्रवात क्षीण
कोरिओलिस बल के कारण भूमध्य रेखा के 5° के
भीतर नहीं बनते हैं, जो चक्रवात बनाने के लिये आवश्यक है।
उष्णकटिबंधीय
चक्रवात सामान्यतःभूमध्य रेखा के 5° और 30°
उत्तर या दक्षिण के बीच के क्षेत्रों में विकसित होते हैं।
हालाँकि, सामान्य सुरक्षा के बावजूद, केन्या की चक्रवात हिदाया से प्रभावित होने की
संभावना है। यदि ऐसा होता है, तो
यह पहली बार होगा जब केन्या को किसी चक्रवात का सामना करना पड़ा है।
गैया BH3
हाल
ही में खगोलविदों ने हमारी आकाशगंगा में एक विशाल ब्लैक होल की खोज की है, जिसका नाम "गैया BH3" रखा गया है।
यह पृथ्वी का दूसरा सबसे निकटतम ज्ञात ब्लैक होल
है। यह सूर्य से 33 गुना भारी है और आकाशगंगा में तारकीय उत्पत्ति
का सबसे विशाल ब्लैक होल है, इस
ब्लैक होल का आकार सिग्नस एक्स-1 से
भी अधिक है।
तारकीय
ब्लैक होल किसी एक तारे के पतन के परिणामस्वरूप बनते हैं।
प्रेरणा कार्यक्रम
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव ने प्रेरणा कार्यक्रम की पहली
पूर्व छात्रों की बैठक को वर्चुअली संबोधित किया।
प्रेरणा
एक 'अनुभवात्मक शिक्षण कार्यक्रम (Experiential Learning program)' है जिसका उद्देश्य सभी प्रतिभागियों को एक
सार्थक, अद्वितीय और प्रेरक अनुभव प्रदान करना है, जिससे उन्हें नेतृत्त्व गुणों के साथ सशक्त
बनाया जा सके।
यह
भारतीय शिक्षा प्रणाली के सिद्धांतों और मूल्य-आधारित शिक्षा के दर्शन को एकीकृत
करने की मज़बूत प्रतिबद्धता से प्रेरित है।
इसे
भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय (Ministry of Education - MoE) के स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा लॉन्च किया गया था।
देश
के विभिन्न भागों से प्रत्येक सप्ताह 20
चयनित छात्रों (10 लड़के व 10
लड़कियों) का एक बैच कार्यक्रम में भाग लेता है।
पाठ्यक्रम
को गरिमा और विनम्रता, वीरता और साहस, कड़ी मेहनत और समर्पण, करुणा
और सेवा, विविधता और एकता, अखंडता और पवित्रता, नवाचार
और जिज्ञासा, आस्था और विश्वास तथा स्वतंत्रता और ज़िम्मेदारी
जैसे नौ प्रमुख मूल्यों के आधार पर बनाया गया है।
अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस
12 मई 2024 को
आयुर्विज्ञान सभागार, आर्मी हॉस्पिटल (आर.एंड.आर.), नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया
गया।
समाज
में नर्सों के योगदान को मान्यता देने के लिये ‘फ्लोरेंस नाइटिंगेल’ (Florence Nightingale) की जयंती पर प्रतिवर्ष अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस मनाया जाता है।
नर्सों
की अंतर्राष्ट्रीय परिषद (इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्सेज़) ने इस वर्ष की थीम 'हमारी नर्सें हमारा भविष्य, देखभाल की आर्थिक शक्ति (Our Nurses Our Future, The Economic
Power of Care)' घोषित
की है।
फ्लोरेंस
नाइटिंगेल एक ब्रिटिश नर्स,
सांख्यिकीविद् और समाज सुधारक थीं, जिन्हें आधुनिक नर्सिंग के संस्थापक दार्शनिक
के रूप में जाना जाता है।
वह
क्रीमिया युद्ध के दौरान ब्रिटिश और संबद्ध सैनिकों की देखभाल में अपने काम के
लिये प्रसिद्ध हो गईं, जहाँ उन्हें "लेडी विद द लैंप" उपनाम
मिला।
यूनेस्को की मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड एशिया-पैसिफिक रीजनल रजिस्टर
हाल
ही में रामचरितमानस, पंचतंत्र और सहृदयलोक-लोकन को 'यूनेस्को की मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड एशिया-पैसिफिक
रीजनल रजिस्टर' में शामिल किया गया है।
आचार्य
आनंदवर्धन, पं. विष्णु शर्मा और गोस्वामी तुलसीदास ने
क्रमशः ‘सहृदयालोक-लोकन’, ‘पंचतंत्र’ तथा ‘रामचरितमानस’ की रचना की।
इंदिरा
गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (Indira Gandhi National Centre for the Arts- IGNCA) ने मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड कमेटी फॉर एशिया एंड द
पैसिफिक (MOWCAP) की 10वीं
बैठक के दौरान इस ऐतिहासिक उपलब्धि को प्राप्त करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका
निभाई।
यह
पहली बार है जब IGNCA ने वर्ष 2008
में अपनी स्थापना के बाद से रीजनल रजिस्टर में अपना नामांकन दर्ज़ किया है।
मेमोरी
ऑफ द वर्ल्ड (MoW) कार्यक्रम महत्त्वपूर्ण दस्तावेज़ी विरासत के
संरक्षण हेतु वर्ष 1992 में UNESCO द्वारा शुरू की गई एक वैश्विक पहल है।
एशिया
प्रशांत क्षेत्र में मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड कमेटी फॉर एशिया एंड द पैसिफिक (MOWCAP) नामक एक विशिष्ट शाखा की स्थापना वर्ष 1998 में की गई थी।
MOWCAP
में 43
देश शामिल हैं, जो UNESCO के पाँच क्षेत्रीय कार्यक्रमों में से एक का प्रतिनिधित्व करते हैं।
प्रोजेक्ट
ईशान
भारत
ने इनिशिएटिव इंडियन सिंगल स्काई हार्मोनाइज़्ड एयर ट्रैफिक मैनेजमेंट (ISHAN) के तहत देशभर में विस्तृत अपने 4 उड्डयन क्षेत्रों को एकीकृत इकाई में समेकित
करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
वर्तमान
में भारतीय हवाई क्षेत्र को दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में 4 उड्डयन सूचना क्षेत्रों (Flight Information region FIR) में विभाजित किया गया है, जिनमें से प्रत्येक का अलग-अलग प्रबंधन किया
जाता है।
ISHAN
के तहत, इन्हें
नागपुर में केंद्रित एक सतत् हवाई क्षेत्र में समेकित किया जाएगा।
इसका
उद्देश्य पूरे भारत में हवाई यातायात नियंत्रण में सुधार और तेज़ी लाना है।
भारतीय
विमानपत्तन प्राधिकरण (Airport
Authority Of India-AAI) द्वारा एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट पर कार्य शुरु करने के संबंध में
रुचि अभिव्यक्ति करने (Expressions
Of Interest-EoI) का
आह्वान किया है।
AAI का गठन संसद के एक अधिनियम द्वारा किया गया था
तथा यह 1 अप्रैल, 1995 को तत्कालीन राष्ट्रीय हवाई अड्डा प्राधिकरण और भारतीय
अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा प्राधिकरण का विलय होने के उपरांत अस्तित्व में आया।
यह
भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्रालय के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के तहत कार्य
करता है।
तरल
नाइट्रोजन
तमिलनाडु
खाद्य सुरक्षा विभाग ने तरल नाइट्रोजन के उपयोग पर एक परिपत्र जारी किया है जिसमें
कहा गया है कि इस पदार्थ का उपयोग केवल पैकेज्ड भोजन को संरक्षित करने के लिये
किया जा सकता है और इसके अलावा इसका उपयोग निषिद्ध है।
तरल
नाइट्रोजन का उपयोग मुख्य रूप से खाद्य परिरक्षकों के रूप में किया जाता है
क्योंकि यह पैकेज्ड खाद्य पदार्थों की शेल्फ-लाइफ को बढ़ाता है।
It
expands 700 times when it evaporates, displacing oxygen in the food pack and
preventing microbial action, improving shelf life and freshness.
वाष्पित
होने पर यह 700 गुना तक प्रसारित हो सकता है, फूड पैक में ऑक्सीजन को विस्थापित करता है और
माइक्रोबियल एक्शन (microbial
action) को
रोकता है, जिससे शेल्फ लाइफ तथा पदार्थ की ताज़गी में
सुधार होता है।
यह
एक अक्रिय, रंगहीन, गंधहीन
क्रायोजेनिक द्रव होता है।
इसका
उपयोग कैंसर के इलाज़ के लिये क्रायोथेरेपी में भी किया जाता है। यह त्वचा, हड्डी, स्तन, गर्भाशय ग्रीवा, आँख, गुर्दे, यकृत, फेफड़े और प्रोस्टेट सहित कई कैंसर का इलाज कर
सकता है।
ईरान
के राष्ट्रपति के निधन पर भारत ने जताया शोक
भारत
सरकार ने हेलीकॉप्टर दुर्घटना में ईरानी राष्ट्रपति सैयद इब्राहिम रईसी और अन्य
वरिष्ठ अधिकारियों की दुखद मृत्यु के बाद 21 मई, 2024 को देशभर में एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा
की है।
राजकीय
शोक के तहत, दिवंगत ईरानी राष्ट्रपति के सम्मान में देशभर
के सभी सार्वजनिक भवनों पर राष्ट्रीय तिरंगे को आधा झुकाया जाएगा और इस अवधि के
दौरान कोई आधिकारिक मनोरंजक कार्यक्रम आयोजित नहीं होंगे।
भारत
में राजकीय शोक गृह मंत्रालय द्वारा प्रदान किये गए विशिष्ट दिशानिर्देशों के तहत
मनाया जाता है। ये दिशानिर्देश नियमों और सम्मेलनों के व्यापक समूह का हिस्सा हैं, जिन्हें भारतीय ध्वज संहिता, 2002 के रूप में जाना जाता है।
भारत
के प्रधानमंत्री ने रईसी की मृत्यु पर दुख व्यक्त किया और भारत-ईरान संबंधों को
बेहतर करने में उनके महत्त्वपूर्ण योगदान को स्वीकार किया।
राष्ट्रपति
रईसी के कार्यकाल के दौरान,
ईरान वर्ष 2023
में सऊदी अरब के साथ जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स समूह में शामिल हो गया।
हम्बोल्ट
ग्लेशियर
वेनेज़ुएला
विश्व का पहला ऐसा देश बन गया है, जहाँ
जलवायु परिवर्तन के कारण सभी ग्लेशियर समाप्त हो गए हैं।
शेष
बचा हुआ ग्लेशियर, हम्बोल्ट काफी सिकुड़ गया है और अब इसे सामान्य
बर्फ क्षेत्र के रूप में पुनः वर्गीकृत किया गया है।
इससे
पहले वेनेज़ुएला के सिएरा नेवादा डी मेरिडा पर्वत शृंखला में 6 ग्लेशियर (वर्ष 2011 तक पाँच ग्लेशियर समाप्त हो चुके थे), थे, जो
सभी समुद्र तल से लगभग 5,000 मीटर की ऊँचाई पर एंडीज़ पर्वत शृंखला में
अवस्थित थे।
एंडीज़
स्थित पर्वतों के तापमान में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिससे ग्लेशियर पिघलने की गति में तेज़ी आई है।
ये
दक्षिण अमेरिका की पर्वत प्रणालियाँ हैं जिनकी औसत ऊँचाई 8,900 किलोमीटर है।
यह
दक्षिण अमेरिका के दक्षिणी सिरे से लेकर कैरिबियन पर महाद्वीप के सबसे उत्तरी तट
तक अर्जेंटीना, बोलीविया, चिली, कोलंबिया, इक्वाडोर, पेरू और वेनेज़ुएला के कुछ हिस्सों को कवर करता
है।
हम्बोल्ट
ग्लेशियर के पिघलने में अल नीनो के कारण तेज़ी आई, जिसका प्रभाव जुलाई 2023
में देखा गया।
वेनेज़ुएला
के समान दुनिया भर में कई ग्लेशियर अपेक्षा से अधिक तेज़ी से समाप्त हो रहे हैं, वर्ष 2023 के
अध्ययन का अनुमान है कि मौजूदा जलवायु परिवर्तन दर के कारण वर्ष 2100 तक दुनिया के दो-तिहाई ग्लेशियर समाप्त हो
सकते हैं।
हिंदू-कुश
हिमालय पर्वत शृंखला में ग्लेशियर अभूतपूर्व दर से पिघल रहे हैं और यदि ग्रीनहाउस
गैस उत्सर्जन में भारी कमी नहीं की गई तो संभवतः वर्ष 2100 में उनमें बर्फ की मात्रा 80% तक कम हो सकती है।
मणिपुर
थांगजिंग हिल्स विवाद
मणिपुर
पुलिस ने मणिपुर सरकार के भूमि संसाधन विभाग की एक शिकायत के आधार पर एक ज़ीरो
प्रथम सूचना रिपोर्ट (Zero
First Information Report- FIR) दर्ज की है,
जिसमें आरोप लगाया गया है कि सरकारी मंज़ूरी के
बिना पहाड़ियों का नाम "थांगजिंग चिंग" से "थांगटिंग" में
परिवर्तित कर दिया गया था।
थांगजिंग
हिल ऐतिहासिक महत्त्व का है और इसे मणिपुर सरकार द्वारा संरक्षित स्थल घोषित किया
गया है। यह चुराचाँदपुर और बिष्णुपुर ज़िलों के बीच बफर ज़ोन में स्थित है तथा धार्मिक
एवं सांस्कृतिक महत्त्व के कारण कुकी और मैतेई द्वारा इसका विरोध किया जाता है।
कुकी-ज़ो
समुदाय इसे हमेशा थांगटिंग हिल्स और मैतेई लोग थांगजिंग चिंग या थांगजिंग हिल्स
कहते रहे हैं।
वर्ष
2023 में कुकी-ज़ो और मैतेई समुदायों के बीच जातीय
संघर्ष शुरू होने के बाद से पर्वतीय क्षेत्र में प्रार्थना और पूजा करने के अधिकार
पर विवाद बढ़ गया है।
अंतर्राष्ट्रीय
बुकर पुरस्कार, 2024
अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार, 2024 जेनी एर्पेनबेक द्वारा लिखित और माइकल हॉफमैन द्वारा अनुवादित
"कैरोस" को प्रदान किया गया।
अंतर्राष्ट्रीय
बुकर पुरस्कार, जिसे पहले मैन बुकर अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार के
नाम से जाना जाता था, वर्ष 2005
में प्रारंभ किया गया था,
यह अंग्रेज़ी में अनुवादित और यूनाइटेड किंगडम
या आयरलैंड में प्रकाशित एक पुस्तक के लिये प्रतिवर्ष प्रदान किया जाता है।
इस
पुरस्कार का उद्देश्य वैश्विक कथा साहित्य को बढ़ावा देना और अनुवादकों के कार्य
की सराहना करना है।
पुरस्कार
राशि: इस पुरस्कार में 50,000 पाउंड (64,000 अमेरिकी डॉलर) की धनराशि दी जाती है, जिसे लेखक और अनुवादक के बीच समान रूप से साझा किया जाता है।
शॉर्टलिस्ट
किये गए लेखकों और अनुवादकों में से प्रत्येक को सांत्वना स्वरुप 2,500 पाउंड दिये जाते हैं।
राष्ट्रीय
सीमेंट एवं भवन सामग्री के लिये मटेरियल इनक्यूबेशन सेंटर
नेशनल काउंसिल फॉर सीमेंट एंड बिल्डिंग मैटेरियल्स-इन्क्यूबेशन सेंटर (NCB-IC) का उद्घाटन संयुक्त सचिव, उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्द्धन विभाग' (Department for Promotion of
Industry and Internal Trade-DPIIT), वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा किया गया।
NCB-IC में
व्यावसायीकरण हेतु बाज़ार के लिये तैयार उत्पादों के विकास और सुधार के लिये
इनक्यूबेटी स्टार्टअप/उद्यमियों को NCB के
वैज्ञानिकों और सीमेंट एवं निर्माण सामग्री उद्योग के विशेषज्ञों द्वारा सलाह दी
जाएगी।
DPIIT से
मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स की संख्या बढ़कर 1,36,584 हो गई है।
राष्ट्रीय
सीमेंट और भवन निर्माण सामग्री परिषद:
यह DPIIT के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत एक शीर्ष
अनुसंधान और विकास संगठन है।
NCB सीमेंट, संबद्ध निर्माण सामग्री और निर्माण उद्योगों
हेतु अनुसंधान, प्रौद्योगिकी विकास तथा हस्तांतरण, शिक्षा एवं औद्योगिक सेवाओं के लिये समर्पित
है।
सेना
प्रमुख के कार्यकाल का विस्तार
प्रधानमंत्री
की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति (Appointments Committee of Cabinet- ACC) ने वर्तमान सेनाध्यक्ष (Chief of the Army Staff- CoAS) जनरल मनोज पांडे को एक माह का सेवा विस्तार
प्रदान किया है।
CoAS, सेना
प्रमुख के रूप में कार्य करता है और सेना से संबंधित मामलों पर रक्षा मंत्रालय को
सलाह देता है तथा भारत के राष्ट्रपति के प्रमुख सैन्य सलाहकार के रूप में भी कार्य
करता है।
पाँच
दशकों में इस प्रकार के केवल दो सेवा विस्तार दिये गए हैं; पहला जनरल GG बेवूर
को, जिन्होंने वर्ष 1973 में फील्ड मार्शल SHFJ मानेकशॉ
के सेवानिवृत्त होने के पश्चात सेना प्रमुख का पद संभाला था।
ACC ने
सेना नियम 1954 के नियम 16 A(4) के तहत वर्तमान सेना अध्यक्ष (CoAS) के सेवा के विस्तार को उनके सामान्य कार्यकाल से अधिक एक माह के लिये
मंज़ूरी दी, जो "सेवाओं की अनिवार्यताओं" के आधार
पर अधिकारियों को बनाए रखने से संबंधित है जिस पर अंतिम निर्णय केंद्र सरकार लेती
है।
CoAS,
भारतीय सेना में सर्वोच्च रैंकिंग वाला अधिकारी
होता है, जिसे ACC द्वारा
नियुक्त किया जाता है।
CoAS नियुक्ति
के तीन साल बाद अथवा 62 वर्ष की आयु में, जो भी पहले हो, सेवानिवृत्त हो जाता है।
मालदीव में भारत की रुपे (RuPay) सेवा
मालदीव ने घोषणा की है कि वह शीघ्र ही अपने देश में भारत की रुपे (RuPay) सेवा शुरू करेगा।
रुपे
भारत का अपनी तरह का पहला घरेलू कार्ड भुगतान नेटवर्क है, जिसकी पूरे भारत में एटीएम, पॉइंट ऑफ सेल (Point of Sale- POS) डिवाइसों और ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर व्यापक
पहुँच है।
रुपे
नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (National Payment Corporation of India- NPCI) का एक उत्पाद है, जो देश में खुदरा भुगतान को शक्ति प्रदान करने वाला प्रमुख संगठन है।
कंपनी
अधिनियम के तहत NPCI एक "गैर-लाभकारी कंपनी" है।
भुगतान
और निपटान प्रणाली अधिनियम,
2007 ने भारतीय
रिज़र्व बैंक (Reserve
Bank of India- RBI) और
भारतीय बैंक संघ (Indian
Banks’ Association- IBA) को भारत में एक सुरक्षित इलेक्ट्रॉनिक भुगतान एवं निपटान प्रणाली
स्थापित करने का अधिकार दिया।
NPCI इंटरनेशनल पेमेंट्स लिमिटेड (NIPL) NPCI की अंतर्राष्ट्रीय शाखा है, जिसे भारत के डिजिटल भुगतान समाधान जैसे रुपे (RuPay) और यूपीआई (UPI) को वैश्विक स्तर पर निर्यात हेतु वर्ष2018
में स्थापित किया गया था।
रुपे
ने समाज के विभिन्न वर्गों के लिये विभिन्न कार्ड वेरिएंट शुरू किये हैं।
रुपे
के लेनदेन सिंगापुर, भूटान, संयुक्त
अरब अमीरात, बहरीन और सऊदी अरब में पहले से ही स्वीकार किये
जाते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (International Solar Alliance- ISA) का 99वाँ सदस्य
स्पेन पनामा के बाद अनुसमर्थन दस्तावेज़ सौंपकर अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (International Solar Alliance- ISA) का 99वाँ
सदस्य बन गया है।
वर्तमान
में 119 देशों ने ISA फ्रेमवर्क
समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं, इसका
119वाँ देश माल्टा है, जिनमें से 98
देशों ने ISA के पूर्ण सदस्य बनने के क्रम में अनुसमर्थन
हेतु आवश्यक सभी दस्तावेज़ जमा कर दिये हैं।
भारत
और फ्राँस ने सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने और पेरिस जलवायु समझौते के लक्ष्यों का
समर्थन करने के लिये पेरिस में पार्टियों के सम्मेलन (Conference of the Parties- COP) के दौरान अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) लॉन्च किया।
अंतर्राष्ट्रीय
सौर गठबंधन (ISA) एक सदस्य-केंद्रित पहल है जिसका उद्देश्य सदस्य
देशों में ऊर्जा पहुँच, सुरक्षा और संक्रमण को बढ़ाने के लिये सौर
ऊर्जा प्रौद्योगिकी तैनाती को बढ़ावा देना है।
नासा
का प्रीफायर मिशन
राष्ट्रीय वैमानिकी एवं अंतरिक्ष प्रशासन (National Aeronautics and Space Administration- NASA) ने पृथ्वी के ध्रुवों पर ऊष्मा उत्सर्जन का
अध्ययन करने के लिये क्यूबसैट (CubeSat) नामक
लघु उपग्रहों की एक जोड़ी को प्रक्षेपित किया है।
PREFIRE/प्रीफायर
(पोलर रेडिएंट एनर्जी इन द फार-इन्फ्रारेड एक्सपेरिमेंट) मिशन का उद्देश्य पृथ्वी
के ध्रुवों से निकलने वाले ऊष्मा उत्सर्जन का अध्ययन करके ग्रह के ऊर्जा बजट (Energy Budget) को समझने वाले एक महत्त्वपूर्ण अंतराल को दूर
करना है।
इस
मिशन में दो क्यूबसैट शामिल हैं जो थर्मल इन्फ्रारेड स्पेक्ट्रोमीटर से युक्त हैं
तथा आर्कटिक और अंटार्कटिका क्षेत्रों से उत्सर्जित इन्फ्रारेड एवं सुदूर
इन्फ्रारेड विकिरण का मापन करते हैं।
पृथ्वी
और अंतरिक्ष के मध्य भविष्य में ताप विनिमय संबंधी परिवर्तनों तथा बर्फ के पिघलने, वायुमंडलीय तापमान एवं वैश्विक मौसम पर उनके
प्रभावों पर पूर्वानुमान की सटीकता में सुधार देखा जा सकता है।
क्यूब
सैटेलाइट (क्यूबसैट) एक मानकीकृत, कम
लागत वाला, उपग्रह का छोटा डिज़ाइन है, जिसका उपयोग आमतौर पर तकनीकी प्रदर्शन और
अनुसंधान के लिये किया जाता है। यह एक नैनोसैटेलाइट (Nanosatellite) है जिसका वज़न 10 किलोग्राम से भी कम है।
ये
अपेक्षाकृत सस्ते हैं और बड़ी संख्या में प्रक्षेपित किये जा सकते हैं, जिससे ये वैज्ञानिक अनुसंधान एवं प्रौद्योगिकी
प्रदर्शन के लिये एक मूल्यवान उपकरण बन जाते हैं।
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