गिफ्ट सिटी आईएफएससी (GIFT City IFSC)

 गिफ्ट सिटी आईएफएससी (GIFT City IFSC)

 

GIFT City IFSC

  • गुजरात में साबरमती के तट पर गिफ्ट सिटी (Gift City: Gujarat International Finance Tec) को भारत के पहले इंटरनेशनल फाइनेंशियल सर्विस सेंटर (IFSC) के रूप में विकसित किया जा रहा है जिसकी स्थापना भारत-केन्द्रित अन्तर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा व्यवस्था (India-Centric International Financial Services Business) को प्रोत्साहन देने तथा इसके लिए वैश्विक पूँजी अन्तर्प्रवाह एवं बाह्य प्रवाह के लिए एक पंसदीदा (Preferred) प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करने के दोहरे उद्देश्य से की गई है.
  • समीक्षा के अनुसार पिछले कुछ वर्षों में GIFT IFSC ने उन दोनों उद्देश्यों को प्राप्त करने में बहुत प्रगति की है. 

एक विशिष्ट और यादगार वित्तीय क्षेत्राधिकार के रूप में आईएफएससी गिफ्ट सिटी की विशिष्टता तीन मूलभूत कारकों से उत्पन्न होती है. 

  • सबसे पहले, आईएफएससी को 'विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम' (FEMA) के तहत् एक गैर-निवासी क्षेत्र (Non Resident Zone) के रूप में नामित किया गया है, जिसका अर्थ है कि आईएफएससी में स्थापित संस्थाएँ पूँजी नियंत्रण प्रतिबंधों से बाहर हैं और इसलिए, ग्यारह अधिसूचित विदेशी मुद्राओं में से किसी में भी व्यवसाय कर सकती हैं. 
  • दूसरा, आईएफएससी को एक समर्पित और एकीकृत वित्तीय नियामक, अर्थात् आईएफएससीए (अन्तर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केन्द्र प्राधिकरण) (IFSCA-International Financial Services Centres Authority) के विनियामक दायरे में लाया गया है, जिसे संसद के एक अधिनियम के तहत् स्थापित किया गया है. सरकार द्वारा किए गए इस विनियामक निकाय ने वैश्विक निवेशकों और वित्तीय संस्थानों के बीच आईएफएससी गिफ्ट सिटी के आकर्षण को काफी हद तक बढ़ा दिया है, क्योंकि अब उन्हें सभी अनुमोदनों और लाइसेंसों के लिए केवल एक प्राधिकरण से निपटना पड़ता है. 
  • तीसरा, लगातार केन्द्रीय बजटों के माध्यम से, सरकार ने आईएफएससी के लिए एक अलग कर व्यवस्था प्रदान की है, जो अन्य प्रमुख वैश्विक वित्तीय केन्द्रों में उपलब्ध कराए जाने वाले कर के बराबर है. प्रतिस्पर्धी कर व्यवस्था ने यह सुनिश्चित किया है कि आईएफएससी से संचालित वित्तीय सेवा संस्थान नुकसान में न रहें.

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