प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार |PMRBP 2024
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (PMRBP)
- भारत के राष्ट्रपति ने वीर बाल दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह के दौरान 17 बच्चों (7 लड़के और 10 लड़कियाँ) को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार प्रदान किया।
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार महत्वपूर्ण बातें
- यह बच्चों के लिये भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है, जो सात श्रेणियों में उनकी असाधारण उपलब्धियों और क्षमताओं- बहादुरी, कला और संस्कृति, पर्यावरण, नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सामाजिक सेवा और खेल, के लिये प्रदान किया जाता है।
- 5-18 वर्ष की आयु के पुरस्कार विजेताओं को राष्ट्र के प्रति उनके प्रेरक योगदान के लिये पदक, प्रमाण पत्र और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है।
- महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा नामांकन के पिछले दो वर्षों में किये गए असाधारण कार्यों को मान्यता प्रदान करने हेतु प्रतिवर्ष इन पुरस्कारों का आयोजन किया जाता है ।
- इन पुरस्कारों का उद्देश्य युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना तथा बच्चों की उपलब्धियों के लिये अवसर एवं मान्यता की परंपरा को बढ़ावा देना है ।
- नक्सल प्रभावित क्षेत्र के जूडो खिलाड़ी हेमबती नाग को खेलो इंडिया राष्ट्रीय खेलों में रजत पदक से सम्मानित किया गया, जबकि 3 वर्षीय अनीश सरकार को सबसे कम उम्र के FIDE-रैंक वाले शतरंज खिलाड़ी के रूप में मान्यता दी गई है।
- ये उपलब्धियाँ साहस, नवाचार और समर्पण को दर्शाती हैं तथा वर्ष 2047 तक, अर्थात भारत की स्वतंत्रता की शताब्दी तक राष्ट्र निर्माण के प्रयासों के लिये आधारशिला का कार्य करेंगी ।
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार सामान्य जानकारी
दो श्रेणियाँ:
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार दो श्रेणियों के अंतर्गत दिया जाता है:
- बाल शक्ति पुरस्कार और
- बाल कल्याण पुरस्कार
बाल शक्ति पुरस्कार:
मान्यता:
- यह भारत सरकार द्वारा प्रत्येक वर्ष विभिन्न क्षेत्रों यानी नवाचार, शैक्षिक उपलब्धियों, सामाजिक सेवा, कला एवं संस्कृति, खेल और बहादुरी में बच्चों की असाधारण उपलब्धियों को मान्यता देने के लिये दिया जाता है।
पात्रता:
- एक बच्चा जो भारतीय नागरिक है और भारत में रहता है तथा उसकी उम्र 5-18 वर्ष के बीच है।
पुरस्कार:
- एक पदक, 1,00,000 रुपए का नकद पुरस्कार ,10,000 रुपए के पुस्तक वाउचर, एक प्रमाणपत्र और प्रशस्तिपत्र।
पृष्ठभूमि:
- इसे वर्ष 1996 में असाधारण उपलब्धि के लिये राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के रूप में स्थापित किया गया था, जिसे वर्ष 2018 में बाल शक्ति पुरस्कार नाम दिया गया।
बाल कल्याण पुरस्कार:
मान्यता:
- यह उन व्यक्तियों और संस्थानों को मान्यता के रूप में दिया जाता है, जिन्होंने बाल विकास, बाल संरक्षण और बाल कल्याण के क्षेत्र में बच्चों की सेवा में उत्कृष्ट योगदान दिया है।
पात्रता:
- एक व्यक्ति जो भारतीय नागरिक है और भारत में रहता है तथा उसकी आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिये (संबंधित वर्ष के 31 अगस्त को)। उसने कम-से-कम 7 वर्ष तक बच्चों के हित के लिये कार्य किया हो।
- संस्था पूरी तरह से सरकार द्वारा वित्तपोषित नहीं होनी चाहिये और 10 वर्षों से बाल कल्याण के क्षेत्र में संलग्न होनी चाहिये, साथ ही इस क्षेत्र में लगातार प्रदर्शन कर रही हो।
पुरस्कार:
- प्रत्येक दो श्रेणियों में तीन पुरस्कार दिये जाते हैं- व्यक्तिगत नकद पुरस्कार 1,00,000 रुपए और संस्थागत नकद पुरस्कार 5,00,000 रुपए।
पृष्ठभूमि:
- इसे वर्ष 1979 में राष्ट्रीय बाल कल्याण पुरस्कार के रूप में स्थापित किया गया था, जिसे 2018 से बाल कल्याण पुरस्कार नाम दिया गया।
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