जुलाई 2021 समसामयिकी सार | July 2021 Current Affair Summary in Hindi
जुलाई 2021 समसामयिकी सार
July 2021 Current Affair Summary in Hindi
शतरंज में सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर
- भारतीय मूल के 12 वर्षीय अभिमन्यु मिश्रा हाल ही में शतरंज में सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर बन गए हैं। अमेरिका के ‘न्यू जर्सी’ के अभिमन्यु मिश्रा ने वर्ष 2002 में ग्रैंडमास्टर सर्गेई कारजाकिन द्वारा बनाए गए 12 वर्ष, 7 महीने के रिकॉर्ड को तोड़ा दिया है। अभिमन्यु मिश्रा ने यह रिकॉर्ड 12 वर्ष, 4 माह की आयु में स्थापित किया है।
ग्लेशियल लेक एटलस
- हाल ही में जल शक्ति मंत्रालय ने गंगा नदी घाटी के लिये एक ‘ग्लेशियल लेक एटलस’ का विमोचन किया है। यह ‘ग्लेशियल लेक एटलस’ गंगा नदी घाटी में मौजूद हिमनद झीलों पर आधारित है जो इसके उद्गम स्थल से लेकर हिमालय की तलहटी तक 2,47,109 वर्ग किलोमीटर के जलग्रहण क्षेत्र को कवर करती हैं।
- केंद्रीय थिंक टैंक ‘नीति आयोग’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) के रूप में वरिष्ठ नौकरशाह अमिताभ कांत के कार्यकाल को एक वर्ष के लिये बढ़ा दिया गया है।
- भारत में प्रतिवर्ष 01 जुलाई को ‘नेशनल चार्टर्ड एकाउंटेंट्स दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। इस दिवस के आयोजन का प्रमुख उद्देश्य एक पारदर्शी अर्थव्यवस्था सुनिश्चित करने में चार्टर्ड एकाउंटेंट्स (CA) की भूमिका को रेखांकित करना है।
- देश के सबसे पुराने वाणिज्यिक बैंक ‘स्टेट बैंक ऑफ इंडिया’ (SBI) ने 01 जुलाई, 2021 को अपनी 66वीं वर्षगाँठ मनाई। 1 जुलाई, 1955 को ‘इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया’ का नाम बदलकर ‘भारतीय स्टेट बैंक’ कर दिया गया।
- केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) और भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने छठी कक्षा के छात्रों के लिये वित्तीय साक्षरता पाठ्यक्रम शुरू करने हेतु सहयोग किया है। वित्तीय साक्षरता पाठ्यक्रम को नए वैकल्पिक 'वित्तीय साक्षरता' विषय के हिस्से के रूप में लॉन्च किया गया है जो छात्रों को उनकी शिक्षा के प्रारंभिक चरण में बुनियादी वित्तीय अवधारणाओं की समझ रखने में सक्षम बनाएगा।
कार्मिक प्रशासन और शासन सुधार संबंधी समझौता
- प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग तथा गाम्बिया गणराज्य के लोक सेवा आयोग के बीच कार्मिक प्रशासन एवं शासन में सुधारों के नवीनीकरण को लेकर समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर करने को मंज़ूरी दे दी है।
- यह समझौता ज्ञापन दोनों देशों को एक-दूसरे के कार्मिक प्रशासन को समझने में मदद करेगा और कुछ सर्वोत्तम प्रथाओं तथा प्रक्रियाओं को अपनाने, अनुकूल बनाने और नवाचार के माध्यम से शासन प्रणाली में सुधार करने में सक्षम बनाएगा।
- इस समझौता ज्ञापन के तहत मुख्य तौर पर सरकार में प्रदर्शन प्रबंधन प्रणाली में सुधार, अंशदायी पेंशन योजना के कार्यान्वयन तथा सरकारी भर्ती हेतु ऑनलाइन प्रक्रिया (ई-भर्ती) आदि क्षेत्रों में सहयोग किया जाएगा, हालाँकि यह सहयोग केवल इन्हीं क्षेत्रों तक सीमित नहीं रहेगा। समझौता ज्ञापन का मुख्य उद्देश्य कार्मिक प्रशासन एवं शासन सुधार के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग को मज़बूत करना और बढ़ावा देना है।
- हाल ही में गूगल ने एक एनिमेटेड डूडल के माध्यम से जर्मन डॉक्टर और पैरालंपिक खेल के जनक माने जाने वाले ‘सर लुडविग गुट्टमन’ को उनके 122वें जन्मदिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की। सर लुडविग गुट्टमन का जन्म 3 जुलाई, 1899 को तत्कालीन जर्मनी के ‘टोस्ट’ (वर्तमान में पोलैंड के ‘टोस्ज़ेक’) नामक स्थान पर हुआ था।
आवश्यक रक्षा सेवा अध्यादेश 2021
- हाल ही में केंद्र सरकार ने आवश्यक रक्षा सेवाओं में संलग्न व्यक्ति द्वारा किसी भी आंदोलन और हड़ताल किये जाने पर पूर्णतः रोक लगाने के लिये एक अध्यादेश जारी किया है।
- ‘आवश्यक रक्षा सेवा अध्यादेश 2021’ पर गजट अधिसूचना के मुताबिक, ‘कोई भी व्यक्ति, जो अध्यादेश के तहत अवैध हड़ताल का आयोजन करता है अथवा इसमें हिस्सा लेता है, उसे एक वर्ष तक की अवधि के लिये कारावास या 10,000 रुपए तक जुर्माने अथवा दोनों सज़ा से दंडित किया जा सकता है।
- अधिनियम में कहा गया है कि रक्षा उपकरणों के उत्पादन, सेवाओं और सेना से जुड़े किसी भी औद्योगिक प्रतिष्ठान के संचालन या रखरखाव के साथ-साथ रक्षा उत्पादों की मरम्मत और रखरखाव में कार्यरत कर्मचारी अध्यादेश के दायरे में आएंगे।
- ज्ञात हो कि यह अध्यादेश ऐसे समय में आया है जब आयुध निर्माणी बोर्ड (OFB) के प्रमुख महासंघों द्वारा OFB को निगमित करने के सरकार के फैसले के विरोध में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा की गई है।
- अध्यादेश के तहत दूसरे लोगों को आंदोलन या हड़ताल में हिस्सा लेने के लिये प्रेरित करना भी एक दंडनीय अपराध होगा। विदित हो कि बीते दिनों केंद्रीय मंत्रिमंडल ने लगभग 200 वर्ष पुराने आयुध निर्माणी बोर्ड (OFB) के निगमीकरण की योजना को मंज़ूरी दी थी।
- हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री ने महत्त्वाकांक्षी क्लाउड-आधारित स्वास्थ्य देखभाल सूचना प्रबंधन प्रणाली (HIMS) की प्रगति की समीक्षा करते हुए वर्ष 2022 तक इस परियोजना के शुरू होने की घोषणा की है। दिल्ली सरकार की इस महत्त्वाकांक्षी स्वास्थ्य परियोजना के तहत दिल्ली के सभी निवासियों के नाम पर स्वास्थ्य कार्ड जारी किये जाएंगे, जिसके लिये सरकार द्वारा विशेष सर्वेक्षण किया जाएगा।
- ‘अरुण जेटली नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फाइनेंशियल मैनेजमेंट’ (AJNIFM) तथा दिग्गज सॉफ्टवेर कंपनी ‘माइक्रोसॉफ्ट’ ने हाल ही में एक मसौदा पत्र पर हस्ताक्षकर किये हैं। इस साझेदारी के तहत AJNIFM में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और उभरती प्रौद्योगिकियों के उत्कृष्टता केंद्र का निर्माण किया जाएगा। इस साझेदारी का प्राथमिक लक्ष्य भारत में सार्वजनिक वित्त प्रबंधन के भविष्य को बदलने तथा उसे नया रूप देने हेतु क्लाउड, AI एवं उभरती प्रौद्योगिकियों के उपयोग की संभावनाओं का पता लगाना है।
- 04 जुलाई, 2021 को विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु ‘स्वामी विवेकानंद’ की 119वीं पुण्यतिथि मनाई गई। 12 जनवरी, 1863 को तत्कालीन ‘कलकत्ता’ (बंगाल प्रेसीडेंसी) में जन्मे स्वामी विवेकानंद को बचपन में नरेंद्र नाथ दत्त के नाम से जाना जाता था।
- 04 जुलाई, 2021 को संयुक्त राष्ट्र अमेरिका (USA) का 245वाँ स्वतंत्रता दिवस आयोजित किया गया। 04 जुलाई, 1776 को कॉन्टिनेंटल काॅॅन्ग्रेस द्वारा स्वतंत्रता की घोषणा किये जाने के बाद से यह दिन अमेरिका में एक महत्त्वपूर्ण संघीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है।
नियर-अर्थ ऑब्जेक्ट वाइड-फील्ड इन्फ्रारेड सर्वे एक्सप्लोरर
- हाल ही में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अपने ‘नियर-अर्थ ऑब्जेक्ट वाइड-फील्ड इन्फ्रारेड सर्वे एक्सप्लोरर’ (NEOWISE) टेलिस्कोप के कार्यकाल में दो वर्ष का विस्तार किया है।
- इस विस्तार के पश्चात् नासा का यह ‘नियर-अर्थ ऑब्जेक्ट’ (NEO) हंटिंग स्पेस टेलीस्कोप जून 2023 तक कार्य करेगा।
- दिसंबर 2009 में ‘वाइड-फील्ड इन्फ्रारेड सर्वे एक्सप्लोरर’ (WISE) मिशन के रूप में लॉन्च किया गया यह टेलिस्कोप मूलतः अवरक्त तरंगदैर्ध्य के माध्यम से संपूर्ण आकाश का सर्वेक्षण, क्षुद्रग्रहों, सितारों और गहरे अंतरिक्ष में दिखाई देने वाली कुछ आकाशगंगाओं का पता लगाने का कार्य कर रहा था।
- इसके पश्चात् दिसंबर 2013 में नासा के ग्रह विज्ञान विभाग द्वारा इसे ‘नियर-अर्थ ऑब्जेक्ट’ (NEO) हंटिंग स्पेस टेलीस्कोप के रूप में पुनरुद्देशित किया गया, जिसका प्राथमिक कार्य सौरमंडल में पृथ्वी के करीब से गुज़रने वाले क्षुद्रग्रहों और धूमकेतुओं की पहचान करना है।
- अब तक इस टेलिस्कोप ने 1,850 से अधिक ‘नियर-अर्थ ऑब्जेक्टस’ (NEOs) की पहचान की है और उनके बारे में जानकारी प्रदान की है, जिससे हमें अपने निकटतम सौरमंडल को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिली है।
निपुण भारत’ पहल
- केंद्रीय शिक्षामंत्री ने हाल ही में ‘पठन-पाठन में दक्षता और संख्याचत्म क कौशल की समझ विकसित करने हेतु राष्ट्रीय पहल’- ‘निपुण भारत’ का वर्चुअल रूप से उद्घाटन किया है।
- इस पहल का प्राथमिक उद्देश्य बच्चों में पठन-पाठन,लेखन एवं संख्याकत्मकक कौशल की दक्षता विकसित करना है।
- इस पहल के माध्यम से मुख्य तौर पर क्षमता निर्माण के मूलभूत वर्षों में बच्चों को स्कूली शिक्षा तक पहुँच प्रदान करने, उन्हें शिक्षा में संलग्न रखने, उच्च गुणवत्ता विकसित करने और प्रत्येक बच्चे की प्रगति पर नज़र रखने आदि पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
- ‘निपुण भारत’ पहल का मूल उद्देश्य 3 से 9 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों की सीखने की ज़रूरतों को पूरा करना है।
- हाल ही में केंद्र सरकार ने ‘भारतीय जीवन बीमा निगम (स्टाफ) विनियम, 1960’ में संशोधन करते हुए ‘भारतीय जीवन बीमा निगम’ के अध्यक्ष की सेवानिवृत्ति की आयु को 60 वर्ष से बढ़ाकर 62 वर्ष कर दिया है।
- 06 जुलाई, 2021 को 14वें दलाई लामा, तेनज़िन ग्यात्सो का 86वाँ जन्मदिवस आयोजित किया गया। दलाई लामा का जन्मदिवस तिब्बती समुदाय के सबसे भव्य आयोजनों में से एक के रूप में मनाया जाता है। तिब्बती बौद्ध धर्म में दलाई लामा को सबसे महत्त्वपूर्ण धार्मिक नेता माना जाता है।
‘खादी
प्राकृतिक पेंट’
- केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को ‘खादी प्राकृतिक पेंट’ का ‘ब्रांड एंबेसेडर’ घोषित किया गया है। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने जयपुर स्थित खादी प्राकृतिक पेंट की नई स्वचालित निर्माण इकाई का वर्चुअल रूप से उद्घाटन भी किया।
- खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) द्वारा विकसित ‘खादी प्राकृतिक पेंट’ को जनवरी, 2021 में लॉन्च किया गया था।
- पर्यावरण के अनुकूल और गैर-विषैले रंगों से निर्मित ‘खादी प्राकृतिक पेंट’ में एंटी-फंगल एवं एंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद हैं। गाय के गोबर पर आधारित यह पेंट लागत प्रभावी और गंधहीन है तथा यह भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा भी प्रमाणित है।
- खादी प्राकृतिक पेंट दो रूपों में उपलब्ध है - डिस्टेंपर पेंट और प्लास्टिक इमल्शन पेंट। खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) का यह पेंट भारी धातुओं जैसे- सीसा, पारा, क्रोमियम, आर्सेनिक, कैडमियम आदि से मुक्त है।
- ‘खादी प्राकृतिक पेंट’ स्थानीय स्तर पर विनिर्माण को बढ़ावा देगा और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के माध्यम से स्थायी स्थानीय रोज़गार का सृजन करेगा। एक अनुमान के अनुसार, इस नए पेंट के माध्यम से किसानों/गौशालाओं को प्रति पशु प्रतिवर्ष लगभग 30,000 रुपए की अतिरिक्त आय प्राप्त हो सकेगी।
- हाल ही में बॉलीवुड के ट्रेजेडी किंग के रूप में प्रसिद्ध मशहूर अभिनेता दिलीप कुमार का 98 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। दिलीप कुमार को भारतीय सिनेमा के सबसे महानतम अभिनेताओं में से एक माना जाता है। 11 दिसंबर, 1922 को पेशावर के ‘किस्सा खवानी बाज़ार’ क्षेत्र (वर्तमान पाकिस्तान) में जन्मे दिलीप कुमार ने अपने फिल्मी कॅॅॅरियर की शुरुआत वर्ष 1944 में 'ज्वार भाटा' फिल्म के साथ की थी।
प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग संबंधी प्रस्तावित
नियम
- ई-कॉमर्स सेगमेंट के नियंत्रण के पश्चात् सरकार ने हाल ही में प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग या डायरेक्ट सेलिंग कंपनियों को नियंत्रित करने के लिये नए मसौदा नियम प्रस्तावित किये हैं। ये प्रस्तावित नियम ‘प्रत्यक्ष विक्रेता कंपनियों’ को पिरामिड और मनी सर्कुलेशन योजनाओं में शामिल होने से प्रतिबंधित करते हैं।
पश्चिम बंगाल में विधान परिषद
- हाल ही में पश्चिम बंगाल सरकार ने संविधान के अनुच्छेद-169 के तहत राज्य में विधान परिषद के गठन हेतु राज्य विधानसभा में एक प्रस्ताव पारित किया है। कानून के मुताबिक, यदि पश्चिम बंगाल के इस प्रस्ताव को राज्यसभा और लोकसभा का समर्थन मिलता है तो राज्य में अधिकतम 94 सदस्यों (कुल विधानसभा सीटों का एक-तिहाई) वाली विधान परिषद का गठन किया जाएगा।
- वर्तमान में केवल छह राज्यों- बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में विधान परिषद मौजूद है।
सड़कों पर रहने वाले बच्चों के लिये दिल्ली
सरकार की नीति
- दिल्ली सरकार ने महामारी की स्थिति के मद्देनज़र सड़कों पर रहने वाले बच्चों के कल्याण के लिये एक नीति तैयार की है। दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग (WCD) द्वारा तैयार की गई यह नीति हॉटस्पॉट क्षेत्रों में निवास करने वाले ऐसे बच्चों की पहचान करने और उन तक मास्क तथा अन्य उपकरण पहुँचाने में नागरिक समाज संगठनों की प्रत्यक्ष भागीदारी को प्रोत्साहित करती है।
- यह नीति इस बात का भी सुझाव देती है कि ज़िला प्रशासन सड़कों पर निवास करने वाले बच्चों (18 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर) को नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवी के रूप में प्रशिक्षण देने पर विचार कर सकता है, जिससे उन्हें सम्मानजनक रोज़गार प्राप्त करने में मदद मिलेगी और साथ ही वे समान पृष्ठभूमि से आने वाले बच्चों की भी सहायता कर सकेंगे।
- इस नीति में बच्चों को बचाने और उनके संरक्षण के लिये ‘ज़िला कार्य बल’ (DTF) के साथ एक ‘ज़िला बाल संरक्षण अभिसरण समिति’ (DCPCC) के गठन का भी प्रस्ताव किया गया है।
- इस समिति की अध्यक्षता ज़िला मजिस्ट्रेट द्वारा की जाएगी और साथ ही इसमें प्रदेश के गैर-सरकारी संगठनों व ‘दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग’ के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
अंटार्कटिका में ‘काई’ की एक नई प्रजाति
- पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय के ध्रुवीय जीव वैज्ञानिकों ने अंटार्कटिका में पौधे की एक नई प्रजाति की खोज की है। इस प्रजाति के नमूने वर्ष 2016-2017 के अभियान के दौरान एकत्र किये गए थे।
- इन नमूनों पर किये गए पाँच वर्षीय अध्ययन के पश्चात् वैज्ञानिकों ने अंततः अंटार्कटिका की इस नई प्रजाति की पुष्टि कर दी है। वैज्ञानिकों ने इस नई प्रजाति का नाम देवी ‘सरस्वती’ (जिन्हें ‘भारती’ के नाम से भी जाना जाता है) के नाम पर ‘ब्रायम भारतीएंंसिस' रखा है।
‘प्लेनेट
TOI-1231’
- पृथ्वी की कक्षा से परे जीवन की तलाश में वैज्ञानिकों ने एक नए एक्सोप्लेनेट की खोज की है, जहाँ का वातावरण समृद्ध है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, ‘प्लेनेट TOI-1231’ पृथ्वी से 90 प्रकाश वर्ष दूर एक लाल डवार्फ तारे की परिक्रमा कर रहा है।
- यह ग्रह पृथ्वी के आकार से साढ़े तीन गुना बढ़ा है और पृथ्वी से 57 डिग्री सेल्सियस गर्म है। ऐसे में इस ग्रह पर अब ज्ञात अपेक्षाकृत छोटे ग्रहों की तुलना में सबसे बेहतर वातावरण है और एक नए ग्रह की तलाश करने की दिशा में यह काफी महत्त्वपूर्ण हो सकता है।
- इस एक्सोप्लेनेट की खोज नासा के शोधकर्त्ताओं द्वारा की गई है। अपनी कक्षा के करीब होने के बावजूद शोधकर्त्ताओं ने ग्रह को अपेक्षाकृत ठंडा पाया है। यह ग्रह अपने आकार के कारण रहने योग्य है और साथ ही इसकी विशिष्ट वातावरणीय संरचना वैज्ञानिकों को इसके अध्ययन का विशिष्ट अवसर प्रदान करती है।
- इस ग्रह का अवलोकन हमें अपने सौरमंडल समेत तमाम ग्रह प्रणालियों की संरचना एवं गठन के बारे में नई अंतर्दृष्टि प्रदान करेगा और पृथ्वी के समान एक नए ग्रह की खोज में मददगार साबित होगा। एक्सोप्लेनेट का आशय हमारे सौरमंडल से बाहर पाए जाने वाले किसी ग्रह से है, जो कि विशिष्ट सितारे की परिक्रमा कर रहा है।
- पहले एक्सोप्लेनेट की खोज 1990 के दशक में की गई थी और तब से अब तक ऐसे हज़ारों खगोल निकायों की खोज की जा चुकी है।
हैती के राष्ट्रपति ‘जोवेनल मौइसे’ की हत्या
- हाल ही में हैती के राष्ट्रपति ‘जोवेनल मौइसे’ की उनके निजी आवास पर हत्या कर दी गई है। इस घटना के पश्चात् हैती में आपातकाल की घोषणा कर दी गई है। 48 वर्षीय व्यवसायी और राजनेता ‘जोवेनल मौइसे’ ने 7 फरवरी, 2017 को हैती के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी।
माटेओ बेरेटिनी
- विश्व के 9वें नंबर के टेनिस खिलाड़ी माटेओ बेरेटिनी (Matteo Berrettini) विंबलडन के मेन्स सिंगल्स के सेमीफाइनल में विश्व के18वें नंबर के ह्यूबर्ट हर्काज़ (Hubert Hurkacz) को हराकर विंबलडन इतिहास में सिंगल्स के फाइनल में पहुँचने वाले इटली के पहले खिलाड़ी बन गए। 25 वर्षीय बेरेटिनी ग्रैंड स्लैम फाइनल में पहुँचने वाले इटली के पहले खिलाड़ी भी हैं।
राष्ट्रीय मत्स्य किसान दिवस
- राष्ट्रीय मत्स्य पालन विकास बोर्ड (National Fisheries Development Board- NFDB) के सहयोग से मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के मत्स्य विभाग द्वारा प्रत्येक वर्ष 10 जुलाई को राष्ट्रीय मत्स्य किसान दिवस (National Fish Farmers’ Day) मनाया जाता है। इस आयोजन का उद्देश्य स्थायी स्टॉक एवं स्वस्थ पारिस्थितिकी तंत्र सुनिश्चित करने के लिये देश के मत्स्य संसाधनों के प्रबंधन के तरीके को बदलने पर ध्यान आकर्षित करना है।
आईएनएस तबर
- हाल ही में भारतीय नौसेना पोत तबर (INS Tabar) ने इतालवी नौसेना के फ्रंटलाइन फ्रिगेट के साथ सैन्य अभ्यास में भाग लिया। आईएनएस तबर ने 3 जुलाई को भूमध्य सागर में चल रही तैनाती के हिस्से के रूप में नेपल्स के बंदरगाह में प्रवेश किया।
- कमांडिंग ऑफिसर कैप्टन महेश मंगिपुडी (Mahesh Mangipudi) ने अपने प्रवास के दौरान नेपल्स अथॉरिटी के प्रीफेक्ट (फ्राँस), क्षेत्रीय इतालवी नौसेना मुख्यालय और तटरक्षक मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की।
- इस अभ्यास में कई नौसैनिक ऑपरेशन जैसे- वायु रक्षा प्रक्रियाएँ, संचार अभ्यास, समुद्र में पुनः पूर्ति तथा दिन एवं रात मंि क्रॉस डेक हेलो ऑपरेशन शामिल थे।
- यह अभ्यास इंटरऑपरेबिलिटी बढ़ाने और समुद्री खतरों के खिलाफ संयुक्त संचालन को मज़बूत करने हेतु पारस्परिक रूप से लाभदायक था।
‘ग्रेवेलिया बोरो’ और ‘डेक्सिपस क्लेनी’ मकड़ियाँ
- हाल ही में पश्चिमी असम के चिरांग रिज़र्व फॉरेस्ट की ‘झारबारी रेंज’ में भूमिगत मकड़ियों की दो नई प्रजातियों - ग्रेवेलिया बोरो और डेक्सिपस क्लेनी की खोज की गई है। इन दोनों मकड़ियों को बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र में खोजा गया है। पहली मकड़ी यानी ‘ग्रेवेलिया बोरो’ का नाम बोडो समुदाय के नाम पर रखा गया है और यह मिट्टी, वनस्पति तथा रेशम से बने कॉर्क जैसे जाल के साथ बिलों का निर्माण करती है।
राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र
- इस वर्ष मानसून के पश्चात् लुप्तप्राय गंगा डॉल्फिन के संरक्षण के लिये एक महत्त्वपूर्ण कदम के रूप में बहुप्रतीक्षित राष्ट्रीय डॉल्फिन अनुसंधान केंद्र (NDRC) के निर्माण का कार्य शुरू किया जाएगा। ज्ञात हो कि बिहार शहरी विकास विभाग ने गंगा से लगभग 200 मीटर की दूरी पर NDRC के भवन के निर्माण की मंज़ूरी दी है। गौरतलब है कि बिहार में इस अनुसंधान केंद्र का निर्माण इस लिहाज़ से भी महत्त्वपूर्ण है कि बिहार में विश्व की गंगा डॉल्फिन आबादी का 50 प्रतिशत हिस्सा मौजूद है। यह केंद्र डॉल्फिन के संरक्षण प्रयासों को बढ़ावा देने के साथ-साथ उसके बदलते व्यवहार, उत्तरजीविता कौशल, भोजन की आदतों, मृत्यु के कारणों और अन्य विभिन्न पहलुओं पर गहन शोध का अवसर प्रदान करेगा। गंगा डॉल्फिन को वर्ष 2009 में भारत सरकार द्वारा ‘राष्ट्रीय जलीय जीव’ के रूप में मान्यता दी गई थी। इसे ‘वन्य जीवन (संरक्षण) अधिनियम’ के तहत अनुसूची-I में शामिल किया गया है।
नेपाल के नए प्रधानमंत्री: शेर बहादुर देउबा
- हाल ही में नेपाल के सर्वोच्च न्यायालय ने संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा को बहाल कर दिया है और राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी को नेपाली काॅन्ग्रेस के प्रमुख ‘शेर बहादुर देउबा’ को देश का प्रधानमंत्री नियुक्त करने का आदेश दिया है। आदेश के मुताबिक, शेर बहादुर देउबा को अपनी नियुक्ति के एक माह के भीतर सदन में विश्वास मत हासिल करना होगा।
यूरो कप 2020
- हाल ही में इटली ने इंग्लैंड को हराकर दूसरी बार यूरोपीय चैंपियनशिप जीत ली है। इससे पहले इटली की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम ने वर्ष 1968 में यूगोस्लाविया को हराकर यूरोपीय चैंपियनशिप का खिताब जीता था। इसके अलावा इटली ने वर्ष 2000 और वर्ष 2012 में भी यूरोपियन चैंपियनशिप के फाइनल में क्वालीफाई किया था, किंतु वह फाइनल मुकाबले में जीत हासिल नहीं कर पाई थी। वहीं इंग्लैंड बीते 55 वर्षों में अपना पहला फाइनल मुकाबला खेल रहा था।
- यूरोपीय चैंपियनशिप (जिसे ‘यूरो कप’ के रूप में भी जाना जाता है) ‘यूरोपीय फुटबॉल संघ समूह’ के सदस्य देशों के बीच आयोजित एक चतुर्भुज फुटबॉल (सॉकर) टूर्नामेंट है। ‘यूरो कप’ अथवा ‘यूरोपीय चैंपियनशिप’ को ‘फीफा विश्व कप’ के बाद विश्व के दूसरे सबसे महत्त्वपूर्ण फुटबॉल टूर्नामेंट के रूप में जाना जाता है।
- यूरोपीय चैंपियनशिप (जिसे तब ‘यूरोपीय राष्ट्र कप’ के रूप में जाना जाता था) का आयोजन पहली बार वर्ष 1960 में किया गया था।
विश्व स्तर पर ‘खादी’ ब्रांड का पंजीकरण
- ‘खादी और ग्रामोद्योग आयोग’ (KVIC) ने हाल ही में तीन देशों- भूटान, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और मेक्सिको में अपने ट्रेडमार्क का पंजीकरण कराया है। यह विश्व स्तर पर ‘खादी’ ब्रांड को पहचान प्रदान करने एवं उसके संरक्षण की दिशा में उठाया गया एक बड़ा कदम है।
- इससे पूर्व ‘खादी और ग्रामोद्योग आयोग’ को छह देशों- जर्मनी, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, रूस, चीन तथा यूरोपीय संघ में ‘खादी’ शब्द का ट्रेडमार्क पंजीकरण हासिल था और अब ऐसे देशों की संख्या नौ तक पहुँच गई है।
‘मातृ कवचम' अभियान
- केरल सरकार राज्य की सभी गर्भवती महिलाओं को कोविड-19 के टीके उपलब्ध कराने के लिये जल्द ही ‘मातृ कवचम' नाम से एक अभियान की शुरुआत करेगी। इस अभियान के तहत राज्य की सभी गर्भवती महिलाओं को आशा कार्यकर्त्ताओं द्वारा वार्ड स्तर पर पंजीकृत किया जाएगा।
लोअर अरुण जलविद्युत परियोजना
- हाल ही में नेपाल ने पूर्वी नेपाल में 679 मेगावाट की ‘लोअर अरुण जलविद्युत परियोजना’ विकसित करने के लिये भारत की प्रमुख जलविद्युत ‘सतलुज जलविद्युत निगम’ (SJVN) के साथ 1.3 अरब डॉलर के समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं, जो कि पड़ोसी हिमालयी राष्ट्र में भारत द्वारा शुरू की गई दूसरी मेगा परियोजना है। इस संबंध में ‘नेपाल इन्वेस्टमेंट बोर्ड’ और ‘सतलुज जलविद्युत निगम’ के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गए हैं।
महाराष्ट्र की नई ‘इलेक्ट्रिक वाहन’ नीति
- महाराष्ट्र सरकार ने हाल ही में नई ‘इलेक्ट्रिक वाहन’ नीति और उद्योगों के साथ-साथ उपभोक्ताओं को प्रोत्साहित करके ‘इलेक्ट्रिक वाहन’ निर्माण कंपनियों एवं संबद्ध व्यवसायों को राज्य में आकर्षित करने की अपनी योजना का अनावरण किया है।
- महाराष्ट्र इलेक्ट्रिक वाहन नीति, 2021 का उद्देश्य राज्य में इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रयोग को प्रोत्साहन देना, इनके उत्पादन को बढ़ावा देना और आवश्यक बुनियादी अवसंरचना को मज़बूत करना है।
विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप 2026
- हाल ही में बैडमिंटन के वैश्विक शासी निकाय ‘विश्व बैडमिंटन महासंघ’ (BWF) ने घोषणा की है कि वर्ष 2026 में ‘विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप’ की मेज़बानी भारत द्वारा की जाएगी।
- यह दूसरी बार होगा जब भारत द्वारा ‘विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप’ की मेज़बानी की जाएगी, इससे पूर्व वर्ष 2009 में हैदराबाद में इस प्रतिष्ठित चैंपियनशिप का आयोजन किया गया था। ज्ञात हो कि इसी महत्त्वपूर्ण टूर्नामेंट का आयोजन भारतीय बैडमिंटन के लिये काफी महत्त्वपूर्ण होगा।
‘महँगाई भत्ते’ और ‘महँगाई राहत’ में बढ़ोतरी
- हाल ही में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिये 1 जुलाई से प्रभावी ‘महँगाई भत्ते’ (DA) और ‘महँगाई राहत’ (DR) में 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी को मंज़ूरी दी है।
- ‘महँगाई भत्ते’ और ‘महँगाई राहत’ दरों को मौजूदा 17 फीसदी से बढ़ाकर 28 फीसदी कर दिया गया है। इस निर्णय के कारण केंद्र सरकार को अतिरिक्त 34,400 करोड़ रुपए का खर्च वह करना होगा।
वास्तविक-समय निगरानी हेतु दिल्ली सरकार और गूगल के बीच सहयोग
- दिल्ली सरकार ने यात्रियों को अपने स्मार्टफोन पर वास्तविक समय के आधार पर बस के आगमन और प्रस्थान के समय एवं मार्ग को ट्रैक करने में सक्षम बनाने के लिये एक प्रणाली विकसित करने हेतु ‘गूगल’ के साथ सहयोग किया है। इस सहयोग के माध्यम से 3,000 बसों की वास्तविक समय पर निगरानी की जा सकेगी।
- इससे यात्रियों को गूगल मैप्स के माध्यम से बसों को ट्रैक करने में मदद मिलेगी। गूगल मैप्स के ज़रिये उपयोगकर्त्ताओं को यह भी पता चल जाएगा कि उनकी यात्रा में कितना समय लगने वाला है।
- गूगल मैप्स के साथ इस वर्तमान साझेदारी के पश्चात् दिल्ली वैश्विक शहरों की उस सूची में शामिल हो गई है, जो सार्वजनिक परिवहन के वास्तविक समय की जानकारी प्रदान करते हैं ताकि लोग बिना देरी के यात्रा कर सकें। यह सहयोग कई अन्य ट्रांज़िट एप्स को परिवहन विभाग के ओपन डेटा पोर्टल का उपयोग कर दिल्ली की सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को सभी के लिये सुगम विकल्प बनाने हेतु अभिनव समाधान तैयार करने में मदद करेगा।
कृष्णा और गोदावरी नदी प्रबंधन बोर्ड
- हाल ही में केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम के प्रावधानों के तहत गठित कृष्णा और गोदावरी नदी प्रबंधन बोर्ड (KRMB और GRMB) के अधिकार क्षेत्र को अधिसूचित किया है। यह अधिसूचना जल शक्ति मंत्रालय द्वारा जारी की गई है।
- यह अधिसूचना कृष्णा बेसिन में 35 और गोदावरी बेसिन में 71 परियोजनाओं को इन बोर्डों के दायरे में लाती है, जो उन्हें बैराज, बाँधों, जलाशयों, विनियमन संरचनाओं, नहर नेटवर्क के हिस्से, ट्रांज़ीशन लाइनों एवं बिजली घरों को संचालित करने हेतु सशक्त बनाती है।
- इस कदम से दोनों राज्यों (आंध्र प्रदेश और तेलंगाना) में जल संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग सुनिश्चित होने की उम्मीद है।
- यह अधिसूचना दोनों बोर्डों को दोनों राज्यों में संबंधित नदी घाटियों से पानी और बिजली की आपूर्ति को विनियमित करने का अधिकार देती है। दोनों बोर्डों, ‘गोदावरी जल विवाद न्यायाधिकरण’ और ‘कृष्णा जल विवाद न्यायाधिकरण’ द्वारा दिये गए निर्णयों के आधार पर जल बँँटवारे को नियंत्रित करेंगे।
- गौरतलब है कि कृष्णा नदी जल विवाद के समाधान हेतु वर्ष 1969 में ‘कृष्णा जल विवाद न्यायाधिकरण’ की स्थापना की गई थी, जबकि ‘गोदावरी जल विवाद न्यायाधिकरण’ का गठन अप्रैल 1969 में किया गया था।
भारत का पहला ‘ग्रेन एटीएम’
- अपनी तरह की पहली पहल में हरियाणा सरकार ने हाल ही में गुरुग्राम के फर्रुखनगर में खाद्यान्न वितरण के लिये पहली एटीएम मशीन यानी ‘ग्रेन एटीएम’ स्थापित किया है। ‘ग्रेन एटीएम’ बैंक एटीएम की तरह ही एक स्वचालित मशीन है, जिसमें अनाज की माप में त्रुटि नगण्य होती है।
- मशीन में टच-स्क्रीन के साथ एक बायोमेट्रिक सिस्टम भी है, जहाँ लाभार्थियों को अपना अनाज प्राप्त करने के लिये आधार या राशन कार्ड नंबर दर्ज करना होगा। इसका उद्देश्य विभिन्न सरकारी योजनाओं में मिलने वाले अनाज के वितरण को सुगम एवं पारदर्शी बनाना है। इसके तहत प्रत्येक मशीन एक बार में पाँच से सात मिनट के भीतर 70 किलो अनाज का वितरण कर सकती है।
‘कोविहोम’ कोविड-19 परीक्षण किट
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-हैदराबाद (IIT-H) के शोधकर्त्ताओं द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-संचालित ‘कोविहोम’ (COVIHOME) नामक एक कोविड-19 परीक्षण किट विकसित की गई है, जिसे घर पर आसानी से उपयोग किया जा सकता है।
- यह परीक्षण किट रोगसूचक और स्पर्शोन्मुख दोनों रोगियों के लिये 30 मिनट के भीतर परीक्षण परिणाम दे सकती है तथा इस परीक्षण किट का प्रमुख लाभ यह है कि इसमें आरटी-पीसीआर (रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पोलीमरेज़ चेन रिएक्शन) एवं आरएनए के निष्कर्षण के लिये बीएसएल-2 प्रयोगशाला सुविधा की आवश्यकता नहीं होती है, इसलिये कोई भी व्यक्ति बिना विशेषज्ञ पर्यवेक्षण के घर पर ही परीक्षण कर सकता है।
फरीदाबाद में प्रागैतिहासिक गुफा चित्र
- हाल ही में पुरातत्त्वविदों ने फरीदाबाद
(हरियाणा) के पास प्रागैतिहासिक स्थल मंगर बानी पहाड़ी जंगल में गुफा चित्रों की
खोज की है, जो कि अनुमानतः एक लाख वर्ष पुराने हो
सकते हैं। खोजकर्त्ताओं द्वारा किये गए अध्ययन के मुताबिक, इस स्थल पर प्रागैतिहासिक निवास की
तिथि लगभग 1,00,000 से 15,000 वर्ष पूर्व की हो सकती है।
मुख्यमंत्री किसान मित्र ऊर्जा योजना
- हाल ही में राजस्थान सरकार ने ‘मुख्यमंत्री किसान मित्र ऊर्जा योजना’ के मसौदे को मंज़ूरी दे दी है। इस योजना के तहत राज्य सरकार द्वारा मीटर का प्रयोग करने वाले कृषि उपभोक्ताओं को बिजली बिलों पर प्रतिमाह 1,000 रुपए और एक वर्ष में अधिकतम 12,000 रुपए प्रदान किये जाएंगे। इस संबंध में राज्य सरकार द्वारा जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक, इस योजना के परिणामस्वरूप राज्य सरकार पर प्रतिवर्ष 1,450 करोड़ रुपए का वित्तीय बोझ पड़ेगा।
सीमा नंदा
- संयुक्त राज्य अमेरिका की सीनेट ने भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक सीमा नंदा की नियुक्ति श्रम विभाग के सॉलिसिटर के रूप में की है। डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी की पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी सीमा नंदा ने ओबामा प्रशासन के दौरान भी श्रम विभाग में काम किया था।
यूएनडीपी इक्वेटर प्राइज़ 2021
- हाल ही में ‘संयुक्त राष्ट्र विकास कोष’ (UNDP) द्वारा दो भारतीय इकाइयों को प्रतिष्ठित ‘इक्वेटर प्राइज़’ के लिये चुना गया है। तमिलनाडु स्थित ‘अधीमलाई पझंगुडियिनर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड’ और कर्नाटक स्थित ‘स्नेहकुंजा ट्रस्ट’ को संरक्षण एवं जैव विविधता के क्षेत्र में उनके द्वारा किये गए कार्य के लिये इस पुरस्कार हेतु चुना गया है।
- ‘अधीमलाई पझंगुडियिनर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड’ एक 1,700 सदस्यीय सहकारी संगठन है, जिसका प्रबंधन और संचालन पूरी तरह से तमिलनाडु के नीलगिरि बायोस्फीयर रिज़र्व के स्वदेशी लोगों द्वारा किया जाता है।
- इस संगठन ने पिछले आठ वर्षों में वन उत्पादों और फसलों की विविध श्रेणी के प्रसंस्करण एवं विपणन के माध्यम से 147 गाँवों के लोगों की आजीविका में सुधार किया है। वहीं ‘स्नेहकुंजा ट्रस्ट’ बीते 45 वर्षों से समुदाय आधारित बहाली और संरक्षण पर ध्यान केंद्रित करते हुए पश्चिमी घाट एवं कर्नाटक तट में संवेदनशील आर्द्रभूमि व तटीय पारिस्थितिक तंत्र की रक्षा कर रहा है।
- इस ट्रस्ट ने पारंपरिक ज्ञान के आधार पर संसाधनों के सतत् प्रबंधन हेतु सैकड़ों स्वयं सहायता समूहों और ग्राम वन समितियों का समर्थन किया है। ट्रस्ट वर्तमान में देश की पहली ब्लू कार्बन परियोजना का संचालन कर रहा है। ‘संयुक्त राष्ट्र विकास कोष’ द्वारा जैव विविधता के संरक्षण तथा सतत् उपयोग के माध्यम से गरीबी को कम करने के सामुदायिक प्रयासों को मान्यता देने हेतु यह द्विवार्षिक पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
जयनगर-कुर्था रेल ट्रैक
- भारत और नेपाल के बीच रेल संपर्क बहाल करने की दिशा में एक बड़े कदम के रूप में हाल ही में जयनगर (भारत) और कुर्था (नेपाल) के बीच रेल ट्रैक का सफल परीक्षण किया गया है।
- बिहार के मधुबनी ज़िले के जयनगर और पड़ोसी देश नेपाल के धनुसा ज़िले के कुर्था के बीच इस 34.50 किलोमीटर लंबे रेल ट्रैक पर हाई स्पीड ट्रेन के साथ ट्रायल किया गया। 619 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित इस रेलवे लाइन में पाँच स्टेशन शामिल हैं- जयनगर, इनरवा, खजूरी, बैदेही और नेपाल में प्रसिद्ध तीर्थस्थल जनकपुर के पास कुर्था। इस परियोजना का 17 किलोमीटर लंबा दूसरा चरण कुर्था और भंगहा को जोड़ेगा, जबकि 17 किलोमीटर लंबा तीसरा चरण भंगहा से बर्दीबास को जोड़ेगा।
- जयनगर-कुर्था रेलवे लिंक की स्थापना ‘इरकॉन इंटरनेशनल’ द्वारा भारत-नेपाल मैत्री रेल परियोजना के तहत भारत सरकार द्वारा दिये गए वित्त के माध्यम से की गई है। ‘इरकॉन इंटरनेशनल’ भारतीय रेल मंत्रालय के तहत भारत सरकार का एक सार्वजानिक उपक्रम है जिसे कंपनी अधिनियम, 1956 के तहत स्थापित किया गया था।
मून लैंडिंग डे
- प्रतिवर्ष 20 जुलाई को वैश्विक स्तर पर ‘मून लैंडिंग डे’ का आयोजन किया जाता है। यह दिवस वर्ष 1969 में चंद्रमा पर पहली बार कदम रखने वाले व्यक्तियों एवं उनकी उपलब्धियों के सम्मान में मनाया जाता है।
- गौरतलब है कि ‘अपोलो-11’ अंतरिक्ष मिशन में कमांडर नील आर्मस्ट्रांग और मॉड्यूल पायलट- बज़ एल्ड्रिन तथा माइकल कॉलिन्स शामिल थे।
- यद्यपी बज़ एल्ड्रिन और नील आर्मस्ट्रांग ने चंद्रमा की सतह पर पहली क्रू लैंडिंग की थी, वहीं माइकल कॉलिन्स चंद्रमा के चारों ओर अपोलो-11 कमांड मॉड्यूल कोलंबिया को उड़ा रहे थे।
- दो अंतरिक्ष यात्रियों ने चंद्रमा की सतह से 21.5 किलोग्राम वज़न के नमूने एकत्र किये थे, जिन्हें विश्लेषण के लिये पृथ्वी पर वापस लाया गया था।
- ‘नेशनल मून डे’ या ‘मून लैंडिंग डे’ को वर्ष 1971 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन द्वारा घोषित किया गया था।
- इस मिशन की सफलता के बाद नासा ने इस लैंडिंग को ‘सबसे बड़ी तकनीकी उपलब्धि’ के रूप में वर्णित किया था। 20 जुलाई न केवल अमेरिका के इतिहास में बल्कि दुनिया के सबसे महत्त्वपूर्ण दिनों में से एक है, क्योंकि इस दिन आकाश में अन्वेषण और संभावनाओं का नवीन मार्ग प्रशस्त हुआ।
राष्ट्रीय रसद उत्कृष्टता पुरस्कार
- कोविड-19 महामारी से मुकाबले के लिये लॉजिस्टिक क्षेत्र में विभिन्न संगठनों द्वारा किये गए असाधारण उपायों की सराहना करने हेतु केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत रसद प्रभाग ने इस दिशा में उल्लेखनीय प्रयासों को मान्यता देने हेतु ‘राष्ट्रीय रसद उत्कृष्टता पुरस्कार’ शुरू करने की घोषणा की है।
- यह पुरस्कार दो श्रेणियों में प्रदान किया जाएगा- पहली श्रेणी में लॉजिस्टिक अवसंरचना/सेवा प्रदाता शामिल हैं, जबकि दूसरी श्रेणी में विभिन्न उपयोगकर्त्ता उद्योगों को शामिल किया गया है।
- ‘राष्ट्रीय रसद उत्कृष्टता पुरस्कार’ भारतीय रसद क्षेत्र में हो रहे नवाचार और परिवर्तन को पहचानने तथा उसे उजागर करने हेतु एक मंच के रूप में काम करेगा। साथ ही पुरस्कार के माध्यम से ‘केस स्टडीज़’ का एक भंडार एकत्रित किया जा सकेगा, जो उद्योग के दिग्गजों द्वारा संदर्भित और पालन की जाने वाली सर्वोत्तम प्रथाओं का संकलन होगा।
- पुरस्कार समेकन, प्रक्रिया मानकीकरण, तकनीकी उन्नयन, डिजिटल परिवर्तन तथा महामारी में प्रयोग की गईं सर्वोत्तम प्रथाओं को रेखांकित करेगा। इन पुरस्कारों का प्राथमिक लक्ष्य उन लॉजिस्टिक्स सेवा प्रदाताओं पर ध्यान केंद्रित करना है, जिन्होंने परिचालन उत्कृष्टता प्राप्त की है, डिजिटलीकरण और प्रौद्योगिकी को अपनाया है, ग्राहक सेवा में सुधार किया है और अन्य उपलब्धियों के साथ सर्वोत्तम प्रथाओं का पालन किया है।
मथुरा में देश का पहला 'ग्रीन हाइड्रोजन' प्लांट
- तेल एवं ऊर्जा के स्वच्छ रूपों की बढ़ती मांग को पूरा करने के उद्देश्य के तहत भारत की सबसे बड़ी तेल कंपनी ‘इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन’ (IOC) अपनी मथुरा रिफाइनरी में देश का पहला 'ग्रीन हाइड्रोजन' प्लांट स्थापित करेगी। ‘इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन’ (IOC) ने एक रणनीति तैयार की है, जिसका उद्देश्य अपने मुख्य रिफाइनिंग और ईंधन विपणन व्यवसायों पर ध्यान केंद्रित करते हुए आगामी 10 वर्षों में पेट्रोकेमिकल्स, हाइड्रोजन और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के विस्तार को बढ़ावा देना है।
स्पेस राइस
- हाल ही में चीन ने ‘स्पेस राइस’ की अपनी पहली फसल की कटाई की है, चीन ने नवंबर में ‘चांग ई-5’ मिशन के तहत 23 दिवसीय चंद्र यात्रा के दौरान चावल के बीज भेजे थे। ब्रह्मांडीय विकिरण और शून्य गुरुत्वाकर्षण के संपर्क में आने के बाद लगभग 40 ग्राम वज़न वाले इन बीजों पर चीन के ‘अंतरिक्ष प्रजनन अनुसंधान केंद्र’ में अनुसंधान किया जा रहा है।
- ज्ञात हो कि वैज्ञानिकों का मानना है कि अंतरिक्ष में पर्यावरण के संपर्क में आने वाले चावल के बीज पृथ्वी पर उत्परिवर्तित हो सकते हैं और अधिक पैदावार दे सकते हैं। चीन 1987 से चावल और अन्य फसलों के बीज अंतरिक्ष में ले जा रहा है और उन पर अनुसंधान कर रहा है।
- चीन में कपास और टमाटर सहित 200 से अधिक पौधों की किस्मों को अंतरिक्ष में रोपण के लिये अनुमोदित किया गया है। वर्ष 2018 में चीन में स्वीकृत अंतरिक्ष फसलों के लिये कुल वृक्षारोपण क्षेत्र 2.4 मिलियन हेक्टेयर से अधिक तक पहुँच गया था। ज्ञात हो कि पृथ्वी के जीवों पर ब्रह्मांडीय किरणों का ज़ीरो ग्रेविटी प्रभाव को जानने के उद्देश्य से अंतरिक्ष प्रजनन वैश्विक वैज्ञानिक समुदाय के लिये सदैव काफी महत्त्वपूर्ण रहा है।
आदर्श स्मारक योजना
- ‘आदर्श स्मारक योजना’ के तहत आंध्र प्रदेश में तीन स्मारकों की पहचान की गई है, जिसका उद्देश्य उन्हें अतिरिक्त सुविधाएँ प्रदान कर पर्यटकों के अनुकूल बनाना है।
- केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने संसद को सूचित किया है कि ‘आदर्श स्मारक योजना’ के तहत गुंटूर के नागार्जुनकोंडा में मौजूद स्मारकों, श्रीकाकुलम के सालिहुंडम में बौद्ध अवशेषों और अनंतपुर में वीरभद्र मंदिर (लेपाक्षी) को ‘आदर्श स्मारक’ के रूप में चुना गया है तथा इसके तहत इन स्थानों पर वाई-फाई, कैफेटेरिया एवं व्याख्या केंद्र जैसी अतिरिक्त सुविधाएँ प्रदान की जाएंगी, ताकि इन क्षेत्रों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा सके।
- ‘आदर्श स्मारक योजना’ की शुरुआत वर्ष 2014 में ऐतिहासिक स्मारकों में आगंतुकों (मुख्यतः शारीरिक रूप से अक्षम लोगों) को बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध कराने लिये की गई थी।
- यह योजना संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत आती है। इन स्थलों पर नागरिक सुविधाओं में वृद्धि का प्रयास किया जा रहा है। वर्तमान में आंध्र प्रदेश में केंद्रीय रूप से संरक्षित 135 स्मारक और स्थल मौजूद हैं।
बान की मून
- हाल ही में संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बान की मून को एक बार पुनः ‘अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति’ के ‘नैतिकता आयोग’ के अध्यक्ष के रूप में चुना गया है। 77 वर्षीय दक्षिण कोरियाई राजनेता और राजनयिक ‘बान की मून’ वर्ष 2017 से ‘नैतिकता आयोग’ के अध्यक्ष की भूमिका निभा रहे हैं और वे अब अगले चार वर्ष तक इस पद पर रहेंगे।
- बान की मून संयुक्त राष्ट्र के आठवें महासचिव थे। ‘बान की मून’ ने 01 जनवरी, 2007 से 31 दिसंबर, 2016 तक संयुक्त राष्ट्र के महासचिव के तौर पर कार्य किया। 21 जून, 2011 को उन्हें सर्वसम्मति से दूसरे कार्यकाल के लिये महासभा द्वारा फिर से चुना गया था।
- बान की मून का जन्म 13 जून, 1944 को कोरिया गणराज्य में हुआ था। उन्होंने वर्ष 1970 में सियोल नेशनल यूनिवर्सिटी से ‘अंतर्राष्ट्रीय संबंध’ में स्नातक की डिग्री प्राप्त की थी। वर्ष 1985 में उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय के कैनेडी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट से लोक प्रशासन में मास्टर डिग्री हासिल की।
- महासचिव के रूप में अपने चुनाव के समय बान की मून कोरिया गणराज्य के विदेश मामलों और व्यापार मामलों के मंत्री थे। वहीं ‘अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति’ ऐसा पहला खेल संगठन था, जिसने ओलंपिक आंदोलन के नैतिक सिद्धांतों की रक्षा के लिये वर्ष 1999 में एक स्वतंत्र नैतिकता आयोग की स्थापना की थी। ये सिद्धांत आचार संहिता और इसके कार्यान्वयन प्रावधानों में निर्धारित किये गए हैं।
केरल राज्य विश्वविद्यालयों में ट्रांसजेंडरों के लिये आयु सीमा समाप्त
केरल सरकार ने राज्य के विश्वविद्यालयों और
इससे संबद्ध कला एवं विज्ञान कॉलेजों में विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश पाने के
इच्छुक ट्रांसजेंडर छात्रों के लिये अधिकतम आयु सीमा को समाप्त कर दिया है। केरल
सरकार के दिशा-निर्देशों के मुताबिक, राज्य
विश्वविद्यालय ट्रांसजेंडर छात्रों के लिये ऊपरी और निचली आयु सीमा को हटाने के
प्रावधान को शामिल करने के लिये अपने नियमों में आवश्यक परिवर्तन करेंगे। ऊपरी आयु
सीमा को समाप्त करने के निर्णय से राज्य में विभिन्न स्नातक और स्नातकोत्तर
पाठ्यक्रमों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिये ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों को
प्रोत्साहित करेगा। इसके अलावा राज्य विश्वविद्यालयों को ट्रांसजेंडर छात्रों के
समक्ष आने वाले शैक्षणिक और अन्य मुद्दों के समाधान हेतु एक आवश्यक ट्रांसजेंडर
नीति अपनाने का निर्देश दिया गया। केरल देश का पहला राज्य था, जिसने वर्ष 2015 में ट्रांसजेंडर नीति की घोषणा की थी।
राज्य सामाजिक न्याय विभाग के एक सर्वेक्षण में पाया गया था कि ट्रांसजेंडर
छात्रों को सामाजिक मुद्दों के कारण प्रायः अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ती है। राज्य
ट्रांसजेंडर न्याय बोर्ड के मुताबिक, ट्रांसजेंडर
छात्रों के लिये विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में प्रवेश पाना अपेक्षाकृत काफी
चुनौतीपूर्ण होता है, खासकर तब जब उनकी लिंग पहचान सार्वजनिक
हो गई हो।
लद्दाख में केंद्रीय विश्वविद्यालय
- केंद्रीय मंत्रिमंडल ने हाल ही में केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख में 750 करोड़ रुपए की लागत से एक केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना को मंज़ूरी दी है। इस विश्वविद्यालय की स्थापना का प्राथमिक उद्देश्य केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख में उच्च शिक्षा स्तर के क्षेत्रीय असंतुलन को दूर करना और वहाँ के समग्र विकास को सुनिश्चित करना है।
- इस केंद्रीय विश्वविद्यालय को 750 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया जाएगा। इस परियोजना का पहला चरण आगामी चार वर्षों में पूरा होगा। आगामी केंद्रीय विश्वविद्यालय लेह और कारगिल समेत संपूर्ण लद्दाख क्षेत्र को कवर करेगा।
- गौरतलब है कि राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद ये क्षेत्र जम्मू-कश्मीर में मौजूद केंद्रीय विश्वविद्यालयों के अधिकार क्षेत्र से बाहर हो गए थे, जिसके कारण प्रदेश के लोगों के लिये स्थिति काफी चुनौतीपूर्ण हो गई थी।
पावर आइलैंडिंग सिस्टम
- भारत बिजली ग्रिड पर संभावित साइबर और हैकिंग हमलों से महत्त्वपूर्ण बुनियादी अवसंरचना की रक्षा के लिये कई शहरों में ‘पावर आइलैंडिंग सिस्टम’ बनाने की योजना पर विचार कर रहा है। बंगलूरू, जिसे भारत की सिलिकॉन वैली के रूप में जाना जाता है और जामनगर, जहाँ भारत की दो सबसे बड़ी तेल रिफाइनरियाँ मौजूद हैं, जैसे महत्त्वपूर्ण शहरों में ‘पावर आइलैंडिंग सिस्टम’ की स्थापना की जाएगी। इसके अलावा नई दिल्ली व मुंबई जैसे शहरों में स्थापित मौजूदा व्यवस्थाओं में सुधार किया जा जाएगा।
- गौरतलब है कि एक पावर आइलैंडिंग सिस्टम में उत्पादन क्षमता होती है और पावर आउटेज की स्थिति में मुख्य ग्रिड से स्वचालित रूप से अलग हो सकता है। पिछले वर्ष भारत के वित्तीय केंद्र- मुंबई में एक प्रमुख पावर आउटेज देखने को मिला था, जिसके कारण शहर की तमाम गतिविधियाँ रुक गई थीं, विशेषज्ञों का मानना था, यह पावर आउटेज साइबर हमले से प्रेरित था।
- इससे एक वर्ष पूर्व देश के परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में कंप्यूटर सिस्टम पर मैलवेयर के माध्यम से साइबर हमलों की रिपोर्ट की गई थी। दुनिया भर में पावर ग्रिड्स को तेज़ी से डिजिटल किया जा रहा है, जिसके कारण वे साइबर हमलों के प्रति और अधिक संवेदनशील हो गए हैं। ‘पावर आइलैंडिंग सिस्टम’ का उद्देश्य इसी संवेदनशीलता को कम करना है।
‘अलेक्जेंडर डेलरिम्पल’ पुरस्कार
- भारत के प्रमुख हाइड्रोग्राफर वाइस एडमिरल ‘विनय बधवार’ को हाल ही में ब्रिटिश सरकार द्वारा हाइड्रोग्राफी और नॉटिकल कार्टोग्राफी के क्षेत्रों में उनके द्वारा किये गए कार्यों हेतु प्रतिष्ठित ‘अलेक्जेंडर डेलरिम्पल’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
- वाइस एडमिरल विनय बधवार के लिये वर्ष 2019 में इस पुरस्कार की घोषणा की गई थी, किंतु मौजूदा कोविड-19 महामारी के कारण पुरस्कार समारोह आयोजित नहीं किया जा सका था। वर्ष 1982 में भारतीय नौसेना में शामिल होने वाले वाइस एडमिरल ‘विनय बधवार’ को हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण का व्यापक अनुभव है।
- ‘एलेक्जेंडर डेलरिम्पल’ पुरस्कार की स्थापना वर्ष 2006 में ‘यूनाइटेड किंगडम हाइड्रोग्राफिक ऑफिस’ द्वारा की गई थी और इसका नाम ब्रिटिश नौवाहन विभाग के पहले हाइड्रोग्राफर ‘अलेक्जेंडर डेलरिम्पल’ के नाम पर रखा गया था। पुरस्कार प्राप्तकर्त्ताओं का चयन हाइड्रोग्राफिक ऑफिस की कार्यकारी समिति द्वारा दुनिया भर में हाइड्रोग्राफी, कार्टोग्राफी और नेविगेशन के मानकों को बढ़ाने के प्रयासों के लिये किया जाता है।
MyGov-मेरी सरकार' पोर्टल
- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में 'MyGov-मेरी सरकार' (MyGov-Meri Sarkar) पोर्टल लॉन्च किया है। इस पोर्टल के माध्यम से राज्य सरकार आम लोगों से फीडबैक प्राप्त कर सकेगी और साथ ही इसकी सहायता से आम लोग सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी ले सकेंगे।
- इस पोर्टल का उद्देश्य राज्य सरकार के साथ आम नागरिकों के जुड़ाव को और बढ़ाना है। यह प्रशासन की योजनाओं के प्रचार-प्रसार तथा उन पर आम नागरिकों की राय जानने के एक प्रमुख मंच के तौर पर कार्य करेगा।
- 'मेरी सरकार' पोर्टल राज्य के लोगों को अपने विचारों, सुझावों और प्रतिक्रिया को राज्य सरकार तथा प्रशासन तक संप्रेषित करने में मदद करेगा। यह पोर्टल जनभागीदारी और सुशासन के लिये देश भर में एक अभिनव मंच का उदाहरण बन सकता है।
- उत्तर प्रदेश का यह पोर्टल केंद्र सरकार के ‘MyGov’ पोर्टल से प्रेरित है। ‘MyGov’ एक ऐसा मंच है जो लोगों, विशेष रूप से युवाओं के लिये सरकार से सक्रिय रूप से जुड़ने एवं राष्ट्र के विकास के प्रति उनके जुड़ाव को सुविधाजनक बनाने के लिये एक माध्यम के रूप में कार्य करता है।
- यह मंच देश भर के आम जनमानस को विभिन्न कार्यों और चर्चाओं के माध्यम से सुशासन की दिशा में योगदान करने में सशक्त बनाता है।
राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन
- सरकार ने देश में अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र को मज़बूत करने के लिये एक राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन (NRF) स्थापित करने का प्रस्ताव किया है। ‘राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन’ को एक अम्ब्रेला स्ट्रक्चर के रूप में परिकल्पित किया गया है, जो अनुसंधान व विकास, शिक्षा एवं उद्योग के बीच संबंधों में सुधार करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा।
- ‘नेशनल रिसर्च फाउंडेशन’ का कुल प्रस्तावित परिव्यय लगभग 50,000 करोड़ रुपए है और इसे आगामी पाँच वर्षों की अवधि में तैयार किया जाएगा। इस संगठन के प्राथमिक उद्देश्यों में देश भर के शैक्षणिक संस्थानों, विशेष रूप से विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में अनुसंधान तंत्र को विकसित करना तथा उसे सुविधाजनक बनाना है।
- इस संगठन की परिकल्पना ‘नई शिक्षा नीति-2020’ के तहत भी की गई है। वित्त आवंटन का अभाव प्रायः भारत में शोध और शोधकर्त्ताओं की कमी के सबसे बड़े कारणों में से एक है तथा इस फाउंडेशन का उद्देश्य इसी कमी को पूरा करना है।
- गौरतलब है कि देश में अनुसंधान के लिये आवंटित धन वर्ष 2008 में सकल घरेलू उत्पाद का 0.84 प्रतिशत था, जो कि वर्ष 2014 में घटकर 0.69 प्रतिशत तक पहुँच गया, यह संयुक्त राज्य अमेरिका (2.8%), इज़राइल (4.3%) और दक्षिण कोरिया (4.2%) की तुलना में काफी कम है।
ओडिशा में आपदा प्रबंधन पर अनिवार्य पाठ्यक्रम
- हाल ही में ओडिशा सरकार ने राज्य के कॉलेजों में पहले वर्ष के दौरान आपदा प्रबंधन पर एक पाठ्यक्रम अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ाए जाने की घोषणा की है। ध्यातव्य है कि इससे पूर्व ओडिशा सरकार ने हाई स्कूल और कॉलेज पाठ्यक्रम में आपदा एवं महामारी प्रबंधन को शामिल करने का निर्णय लिया था।
- इन पाठ्यक्रमों का प्राथमिक उद्देश्य राज्य भर में छात्रों को आपदाओं के कारण उत्पन्न चुनौतियों जैसे कि बार-बार आने वाले चक्रवात एवं कोरोना वायरस महामारी आदि का सामना करने हेतु बेहतर तैयारी हेतु प्रशिक्षित करना है।
- गौरतलब है कि बीते दिनों चक्रवात यास ने राज्य में काफी नुकसान किया था और भारी बारिश, घरों को नुकसान पहुँचने, खेतों के नष्ट होने एवं विद्युत नेटवर्क के बाधित होने की घटनाएँ देखने को मिली थीं।
- ‘ग्लोबल क्लाइमेट रिस्क इंडेक्स रिपोर्ट’ 2020 के अनुसार, भारत जलवायु परिवर्तन के मामले में पाँचवाँ सबसे संवेदनशील देश है। हाल के वर्षों में देश भर में भूकंप, चक्रवात, बाढ़, भूस्खलन और वनाग्नि की घटनाएँ काफी सामान्य हो गई हैं।
- संवेदनशील समुदायों, विशेष रूप से गरीबों के आर्थिक एवं सामाजिक विकास पर जलवायु आपातकाल के गंभीर प्रभाव को देखते हुए इसे जलवायु परिवर्तन के दृष्टिकोण से लचीला बनाना काफी महत्त्वपूर्ण है। ऐसे में उच्च शिक्षा के स्तर पर आपदा प्रबंधन को पाठ्यक्रम में शामिल करना इस दिशा में महत्त्वपूर्ण कदम हो सकता है।
रूस का ‘नौका’ मॉड्यूल
हाल ही में रूस की स्पेस एजेंसी रॉसकॉसमॉस ने ‘इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन’ के लिये ‘नौका’ (Nauka) नाम से एक नया मॉड्यूल लॉन्च किया है, जो स्पेस स्टेशन पर देश की मुख्य अनुसंधान सुविधा के रूप में काम करेगा।
ज्ञात हो कि अब तक रूस द्वारा ‘इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन’ ‘पीर’ नाम से मॉड्यूल का प्रयोग किया जा रहा था, जिसे मुख्यतः अनुसंधान और डॉकिंग पोर्ट के रूप में इस्तेमाल किया जाता था।
42 फीट लंबे और 20 टन वज़न वाले इस ‘नौका’ मॉड्यूल को मूलतः वर्ष 2007 की शुरुआत में लॉन्च किया जाना था। हालाँकि कई तकनीकी मुद्दों के कारण इसे अब तक लॉन्च नहीं किया जा सका था।
- ‘नौका’- जिसका अर्थ रूसी भाषा में ‘विज्ञान’ है- रूस की अब तक की सबसे बड़ी अंतरिक्ष प्रयोगशाला है तथा यह मुख्य रूप से एक शोध सुविधा के रूप में काम करेगी। ‘इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन’ पर ‘नौका’ मॉड्यूल को ‘ज़्वेज़्दा मॉड्यूल’ (Zvezda Module) से जोड़ा जाएगा, जो कि अंतरिक्ष स्टेशन पर ‘लाइफ सपोर्ट सिस्टम’ के रूप में कार्य करने के साथ ही ‘रूसी ऑर्बिटल सेगमेंट’ (ROS) के संरचनात्मक एवं कार्यात्मक केंद्र के रूप में कार्य करता है।
डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम
- 27 जुलाई, 2021 को देश भर में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की छठी पुण्य तिथि मनाई गई। डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्तूबर, 1931 को तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था। उन्होंने वर्ष 2002 से वर्ष 2007 तक भारत के 11वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया।
बाईपायराज़ोल आर्गेनिक क्रिस्टल
- हाल ही में भारतीय वैज्ञानिकों ने ऐसा मैटेरियल विकसित किया है, जो बिना किसी बाहरी हस्तक्षेप के क्षतिग्रस्त इलेक्ट्रॉनिक घटकों की स्वयं ही मरम्मत करने में सक्षम है।
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-खड़गपुर के शोधकर्त्ताओं ने ‘भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान, कोलकाता’ के शोधकर्त्ताओं के साथ मिलकर ऐसे ‘पीज़ोइलेक्ट्रिक मॉलिक्यूलर क्रिस्टल’ विकसित किये हैं, जो अपनी स्वयं की यांत्रिक क्षति की मरम्मत करने में सक्षम हैं।
- ‘बाईपायराज़ोल आर्गेनिक क्रिस्टल’ नामक यह पीज़ोइलेक्ट्रिक मॉलिक्यूलर क्रिस्टल यांत्रिक फ्रैक्चर के बाद बिना किसी बाहरी हस्तक्षेप के पुनर्संयोजित हो जाते हैं और क्रिस्टलोग्राफिक परिशुद्धता के साथ मिलीसेकंड में स्वायत्त रूप से स्वयं ही मरम्मत करने में सक्षम हैं।
- इस विशिष्ट गुण के कारण किसी भी टूटे हुए घटक के टुकड़ों में विद्युत आवेश होता है और क्षतिग्रस्त हिस्से स्वायत्त मरम्मत के लिये एक-दूसरे को आकर्षित करते हैं तथा पुनः जुड़ जाते हैं।
- दैनिक आधार पर उपयोग किये जाने वाले उपकरण प्रायः यांत्रिक क्षति के कारण टूट जाते हैं, जिससे उपकरणों की जीवन अवधि कम हो जाती है एवं उनके रखरखाव की लागत बढ़ जाती है।
- इसके अलावा अंतरिक्षयानों के क्षतिग्रस्त इलेक्ट्रॉनिक घटकों की मरम्मत और बहाली के लिये मानव हस्तक्षेप संभव नहीं है। ऐसी स्थितियों में वैज्ञानिकों द्वारा विकसित यह मैटेरियल काफी महत्त्वपूर्ण साबित हो सकता है।
‘पुरी’: ड्रिंक फ्रॉम टैप सुविधा वाला पहला शहर
- ओडिशा राज्य का ‘पुरी’ शहर देश में ‘ड्रिंक फ्रॉम टैप’ सुविधा प्रदान करने वाला पहला शहर बन गया है। इसका अर्थ है कि शहर में अब सभी के लिये सुरक्षित पेयजल उपलब्ध है, नल के माध्यम से उपलब्ध इस जल का प्रयोग खाना पकाने और पीने के लिये किया जा सकता है।
- हाल ही में ओडिशा के मुख्यमंत्री ने 'सुजल' या ड्रिंक-फ्रॉम-टैप मिशन का उद्घाटन किया है, इसके साथ ही ‘पुरी’ देश का पहला ऐसा शहर बन गया है, जिसके पास 24 घंटे गुणवत्तापूर्ण जल उपलब्ध कराने की क्षमता है।
- ‘सुजल’ योजना के तहत कोई भी व्यक्ति प्रत्यक्ष तौर पर नल से पानी पी सकता है और इसके लिये किसी भी प्रकार के भंडारण या फिल्टर की आवश्यकता नहीं होगी। इस कदम से ‘पुरी’ शहर के लगभग 2.5 लाख निवासियों को लाभ होगा।
- साथ ही इससे प्रतिवर्ष ‘पुरी’ आने वाले दो करोड़ पर्यटकों को भी फायदा होगा और उन्हें अपने साथ प्लास्टिक की बोतल नहीं लानी होगी तथा शहर के पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो
- हाल ही में वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी नासिर कमल को ‘नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो’ (BCAS) का महानिदेशक नियुक्त किया गया है। नासिर कमल 1986 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में उत्तर प्रदेश कैडर के अधिकारी हैं।
नंदू नाटेकर
- 28 जुलाई, 2021 को विश्व प्रसिद्ध भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी ‘नंदू नाटेकर’ का 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। नंदू नाटेकर वर्ष 1956 में एक अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता जीतने वाले पहले भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी थे।
राष्ट्रीय किसान डेटाबेस
- केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा की गई हालिया घोषणा के मुताबिक, सरकार डिजिटल भूमि अभिलेखों का उपयोग कर एक ‘राष्ट्रीय किसान डेटाबेस’ की स्थापना की योजना बना रही है।
- यह राष्ट्रीय डेटाबेस किसानों को सक्रिय एवं व्यक्तिगत सेवाएँ प्रदान करेगा। साथ ही सरकार इस डेटाबेस में किसानों के व्यक्तिगत विवरण संबंधी डेटा की गोपनीयता भी सुनिश्चित करेगी। इस पहल का उद्देश्य उपलब्ध आँकड़ों के आधार पर समाधान विकसित करके किसानों की आय में वृद्धि करना है।
- ‘राष्ट्रीय किसान डेटाबेस’ यह सुनिश्चित करेगा कि इनपुट लागत में कमी किये जाने से गुणवत्ता में सुधार हो, कृषि गतिविधियों को आसान बनाया जा सके और किसानों को उनके कृषि उत्पाद का बेहतर मूल्य मिल सके।
बाँस औद्योगिक पार्क
- असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ‘दीमा हसाओ’ ज़िले के मंडेरडीसा में एक ‘बाँस औद्योगिक पार्क’ की आधारशिला रखी है। इस परियोजना को ‘मिनिस्ट्री फॉर डेवलपमेंट ऑफ नार्थ ईस्टर्न रीजन’ द्वारा 50 करोड़ रुपए की लागत से क्रियान्वित किया जाएगा।
- ‘बाँस औद्योगिक पार्क’ इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में महत्त्वपूर्ण योगदान देगा और स्थानीय युवाओं के लिये रोज़गार के व्यापक अवसर पैदा करेगा।
- ज़िले में उत्पादित बाँस अब तक केवल अधिकतर पेपर मिलों को निर्यात किया जाता था, हालाँकि इस पार्क के बन जाने के साथ ही ज़िले के बाँस उद्योग के लिये टाइल्स और अगरबत्ती आदि के उत्पादन में संलग्न होने के नए रास्ते खुलेंगे, जिससे स्थानीय लोगों को अधिक आर्थिक लाभ प्राप्त होगा।
- वैश्विक उद्योग रिपोर्ट (2019) के मुताबिक, वैश्विक स्तर पर बाँस उद्योग का मूल्य तकरीबन 72.10 बिलियन अमेरिकी डॉलर है, जो कि वर्ष 2026 तक 98.75 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुँच सकता है।
‘बृहस्पति’ का ‘गैनिमीड’ चंद्रमा
- हबल स्पेस टेलीस्कोप के डेटा का विश्लेषण कर शोधकर्त्ताओं ने हाल ही में ‘बृहस्पति’ ग्रह के सबसे बड़े चंद्रमा ‘गैनिमीड’ के वातावरण में जलवाष्प के साक्ष्य प्राप्त किये हैं। इससे पूर्व पिछले कई अध्ययनों में भी पाया गया था कि ‘गैनिमीड’ में पृथ्वी की तुलना में अधिक पानी हो सकता है, किंतु चूँकि यह बेहद ठंडा है (-100 से -180 डिग्री सेल्सियस), इसलिये इसकी सतह पर पानी ठोस रूप में हो सकता है।
- यह अनुमान है कि तरल रूप में महासागर ‘गैनिमीड’ की सतह से लगभग 160 किलोमीटर नीचे हो सकता है। ऐसे में ‘गैनिमीड’ पर जल की मौजूदगी के साक्ष्य, जीवन और रहने योग्य ग्रह की खोज में महत्त्वपूर्ण हो सकते हैं।
- वर्ष 1998 में ‘हबल’ के ‘स्पेस टेलीस्कोप इमेजिंग स्पेक्ट्रोग्राफ’ (STIS) ने ‘गैनिमीड’ की पहली पराबैंगनी तस्वीरें ली थीं। उत्सर्जन का अध्ययन करने पर शोधकर्त्ताओं ने यह भी पाया कि ‘गैनिमीड’ में स्थायी चुंबकीय क्षेत्र और कुछ परमाणु ऑक्सीजन मौजूद है। सूर्य से पाँचवीं पंक्ति में बृहस्पति, सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है जो अन्य सभी ग्रहों के मुकाबले दोगुने से अधिक बड़ा है।
- यह लगभग प्रत्येक 10 घंटे में एक बार घूर्णन (एक जोवियन दिवस) करता है, परंतु सूर्य की परिक्रमा (एक जोवियन वर्ष) करने में इसे लगभग 12 वर्ष लगते हैं। बृहस्पति के पास 75 से अधिक चंद्रमा हैं।
मुंशी प्रेमचंद
- हिंदी साहित्य के सुप्रसिद्ध लेखक और उपन्यास सम्राट का जन्म 31 जुलाई, 1880 में लमही गाँव (वाराणसी के पास) में हुआ था। उन्हें 20वीं सदी की शुरुआत के सुप्रसिद्ध लेखकों में से एक माना जाता हैं। उनका बचपन लमही गाँव में एक संयुक्त परिवार में बीता। अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद वर्ष 1900 में उन्हें सरकारी ज़िला स्कूल, बहराइच में सहायक शिक्षक के रूप में नौकरी मिली। इसी बीच उन्होंने अपना पहला लघु उपन्यास ‘असरार-ए मुआबिद’ शीर्षक से लिखा, जिसका अर्थ है ‘देवस्थान रहस्य’ यानी ‘भगवान के निवास का रहस्य’।
- वर्ष 1907 में उन्होंने ‘ज़माना’ पत्रिका में ‘दुनिया का सबसे अनमोल रतन’ नाम से अपनी पहली कहानी प्रकाशित की। वर्ष 1914 में उन्होंने हिंदी में लिखना शुरू किया और अपना नाम ‘नवाब राय’ से बदलकर ‘प्रेमचंद’ कर लिया। उनका पहला लेख ‘सौत’ सरस्वती पत्रिका में दिसंबर 1915 में प्रकाशित हुआ। मुंशी प्रेमचंद का पहला हिंदी उपन्यास ‘सेवा सदन’ वर्ष 1919 में प्रकाशित हुआ।
- वर्ष 1921 में उन्होंने महात्मा गांधी के आह्वान पर अपनी सरकारी नौकरी छोड़ दी। इसके पश्चात् वर्ष 1923 में उन्होंने वाराणसी में ‘सरस्वती प्रेस’ नाम से एक प्रकाशन हाउस स्थापित किया, जहाँ उन्होंने रंगभूमि, निर्मला, प्रतिज्ञा, गबन, हंस, जागरण आदि का प्रकाशन किया। सेवासदन, प्रेमाश्रम, निर्मला, रंगभूमि, गबन, गोदान आदि उपन्यासों से लेकर नमक का दरोगा, प्रेम पचीसी, सोज़े वतन, प्रेम तीर्थ, पाँच फूल, सप्त सुमन, बाल साहित्य जैसे कहानी संग्रहों की रचना कर उन्होंने हिंदी साहित्य को एक नई ऊँचाई पर पहुँचाया।
राजा मिर्च
- पूर्वोत्तर क्षेत्र के भौगोलिक संकेत (GI) उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नगालैंड की 'राजा मिर्च', जिसे किंग चिली भी कहा जाता है, की एक खेप को हाल ही में लंदन निर्यात किया गया है।
- नगालैंड की इस मिर्च को ‘भूत जोलोकिया’ और ‘घोस्ट पेपर’ भी कहा जाता है। इसे वर्ष 2008 में जीआई सर्टिफिकेशन प्राप्त हुआ था। यह ‘स्कोविल हीट यूनिट्स’ (SHUs) के आधार पर दुनिया की सबसे तीखी मिर्च की सूची में शीर्ष पाँच में रही है और इसे अपनी विशिष्ट सुगंध तथा स्वाद के लिये जाना जाता है।
- नगालैंड की ‘किंग चिली’ या ‘राजा मिर्च’ सोलानेसी परिवार के शिमला मिर्च की प्रजाति से संबंधित है। ‘
- राजा मिर्च’ भारत में मूलतः असम, नगालैंड और मणिपुर में पाई जाती है। इन क्षेत्रों का तापमान एवं यहाँ की उच्च आर्द्रता ‘राजा मिर्च’ में मौजूद विशिष्ट गुणों के लिये काफी महत्त्वपूर्ण है।
- राजा मिर्च, विटामिन-A और विटामिन-C का एक उत्कृष्ट स्रोत है, जो एंटीऑक्सिडेंट हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने तथा त्वचा के भीतर क्षति की मरम्मत में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। इस प्रकार की मिर्च में ‘कैप्साइसिन’ की भी उच्च मात्रा पाई जाती है, जो कि एक रासायनिक यौगिक है और मस्तिष्क को गर्मी या मसाले की अनुभूति महसूस करने के लिये प्रेरित करता है।
14 कलाकृतियाँ भारत को लौटाने की घोषणा
- ‘नेशनल गैलरी ऑफ ऑस्ट्रेलिया’ ने हाल ही में अपने एशियाई कला संग्रह से 14 कलाकृतियाँ भारत को वापस लौटाने की घोषणा की है। इनमें कांस्य या पत्थर की मूर्तियाँ, चित्रित स्क्रॉल और कुछ तस्वीरें शामिल हैं।
- इससे तमिलनाडु को 12वीं सदी के दो चोल-युग के दो कांस्य प्रतिमाएँ प्राप्त होंगी, जिन्हें तमिलनाडु के मंदिरों से चुराया गया था। इसके पश्चात् इन कलाकृतियों के मूल स्थान की पहचान करने के लिये भारत में और अधिक शोध किया जाएगा।
- ‘नेशनल गैलरी ऑफ ऑस्ट्रेलिया’ ने एक नया ‘उद्गम मूल्यांकन फ्रेमवर्क’ निर्धारित किया है, जो ऐतिहासिक कलाकृतियों के कानूनी और नैतिक दोनों पहलुओं के बारे में उपलब्ध साक्ष्यों पर विचार करता है।
- इस फ्रेमवर्क के आधार पर यह माना जाता है कि यदि वह वस्तु चोरी की है, अवैध रूप से प्राप्त की गई थी, किसी अन्य देश के कानून के उल्लंघन कर निर्यात की गई थी या अनैतिक रूप से अर्जित की गई थी तो ‘नेशनल गैलरी ऑफ ऑस्ट्रेलिया’ द्वारा उसे उद्गम देश को वापस लौटा दिया जाएगा।
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